संस्कृति को प्रकृति से जोड़ता है हरेला।पद्मश्री Dr Madhuri Barthwal।Harela Uttarakhand। Ramesh Bhatt
Вставка
- Опубліковано 14 жов 2024
- पद्मश्री माधुरी बड़थ्वाल ने बताया, पहाड़ की संस्कृति में क्या है पेड़ पौधों का महत्व
हरेला पर्व के अवसर पर मशहूर लोकगायिका पद्मश्री माधुरी बड़थ्वाल से सुनिए, पहाड़ की जीवन शैली और संस्कृति में पेड़ पौधों का क्या महत्व है। पहाड़ का न सिर्फ पर्यावरण के कारण पेड़ पौधों से लगाव है बल्कि ये हमारे लोकाचार में समाहित है।
#Harela
#Harela2024
#HarelaFestival
#trees
#savetrees
#nature
#DrMadhuriBarthwal
#folk
#uttarakhand
#DevbhoomiDialogue
Didi ka sanskriti ka knowledge new generation aur old generation sab ke liye shandaar hai
स्याली हे बसन्ती स्याली ❤❤❤❤
बहुत सुंदर ❤
बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति हरेला पर्व पर माधुरी दीदी द्वारा आकाश वाणी पे दीदी को हमने बहुत सुना है भगवान से आपकी दीर्घायु की कामना करता हूँ।
बहुत सुंदर माधुरी जी🙏🙏आपको देखकर अपने भाई जी की याद आ गई ।वो भी आकाशवाणी नजीबाबाद से गाते थे। श्री मनोहर जोशी जी❤❤🙏🙏🙏🙏अब वो इस संसार में नहीं हैं।
आज भी मुझे पुराने लोग पुराने लोक गीत बहुत अच्छे लगते है कितनी मिठास है इनकी आवाज मैं.. ना जाने लोग अब क्यों सब कुछ भूल रहे है क्यों नहीं पुरानी पीढ़ी से कुछ सीखते है ❤ प्रकृति ने हमे सब कुछ दिया है क्यों नहीं आज की generation follow करती है !! उत्तराखंड का हर गाँव खेत खलियान हमारे पुरखों की शान है इसे संजो कर रखना नई पीढ़ी का है. रमेश भट्ट जी जरूर इन्हें अपने पोर्ट्सकाष्ठ मैं बुलाए और हमे और कुछ सीखने को मिलेगा !!धन्यवाद मेरा comment जरूर पहुंचाना आंटी जी तक 😊
naman..
प्रकृति से जुड़ा हरेला त्यौहार पर बहुत बहुत बधाई
Bhut sundar Ma'am ❤❤🎉🎉
बहुत सुंदर 👍
बहुत बहुत सुंदर ❤❤❤🙏🙏
प्रणाम बहन माधुरी दीदी जी !
Bahut bahut sukriya Bhatt ji ese mahan logo se rubaru karane ke liye 🎉 podcast jaldi kijiyega
बहुत सुन्दर।
Bhut he sundar ❤
देवभूमि डायलॉग परिवार को हरेला पर्व की शुभकामनाएं
Bahut sundar 🙏🙏🙏
सभी बड़े बड़े विभूतियों से अनुरोध है कि सख्त भू कानून और मूल निवास बनाओ नहीं तो कुछ वर्षों बाद उत्तराखंड इतिहास में भी नहीं मिलेगा, ४७% से जादा घुसपैठ करवाकरके डेमोग्राफी दिनप्रति बदल रही है, कुछ ध्यान उस पर भी दो। जय बद्रीविशाल।
भाई बोलने से कुछ नहीं होता ज़मीनी तौर पर उत्तराखंड खतम हैं
सब बोल रहे हैं भू कानून लाओ सरकार नाव कुछ किया अब्ब तक्क.जनता ही गधा है।
अपनी जमीन से जुड़ी विदुषी महिला नमन
समाज से जातिवाद को मिटाना चाहिए जब तक जातिवाद खत्म नहीं होगा संस्कृति फल-फूल नहीं सकती ना समाज का नवीनीकरण होगा
आपसे अनुरोध है कि भू कानून लागू करने में सहयोग करे, आप उत्तराखंड की गौरव है अपना आशिरवाद दे इस आन्दोलन को
aasu rokna pad gaye muje
Aap Uttrakhand se bahut Dur chale gaye ho
Peyya ka meaning kya hai
Wo ek ped h jo Pooja me use Kiya jata h pahado me or hmesha Hara bhara rehta h
Ek ped 🌲 hota h jisko pooja jata h pahad me
पयां एक डालू होंद जु बसंत ऋतु मां गुलाबी फूलों से भर जांदू वे पर पत्ता कम अर फूल ज्यादा दिखेंदन बहुत खूबसूरत दिखेंद पयां कु बहुत धार्मिक महत्व च वेतैं पुजे जांद शादि मां जब बेदि बणद त पयां कि फौंक्यूं से चारों तरफ बेदी सजये जांद। जय उत्तराखण्ड।
@@k.bbarthwal9317 बसंत नहीं शीत ऋतु के आरंभ में आते हैं पैय्या के वृक्ष में पुष्प और शीत ऋतु में जहाँ पतझड़ होता है वहीं पैय्या पत्तों से भरा होता है।
पेड़ होता है जिसकी लकड़ी प्रत्येक शुभ कार्य में प्रयोग होता है।
Bhookanoon moolnivas ke naam par bjp ne pahadiyon ko apne pradesh se juda kar diya 😢😢😢