"दुर्योधन अभी जिंदा है"- मेरी मनपसंद रचना
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- Опубліковано 15 жов 2024
- SearchTag- मनपसंद रचना, Manpasand rachna
दुर्योधन जैसे व्यक्तित्व कोई पात्र नहीं बल्कि हमारे-आपके भीतर की कलुषता के प्रतीक हैं। यह कलुषता न कभी खत्म हुई है, न होगी। आइए एक और महाभारत को जीने की कोशिश करते हैं। आपकी प्रतिक्रिया का हमेशा स्वागत है।
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महाभारत कही बाहर नही हमारे भीतर ही है ।
#Rajesh_shrivastav बहुत खूबसूरत रचना जीजाजी 🙏🙏
आज के सवेंदना शून्य समाज में दुर्योधन हमेशा ज़िंदा ही रहने वाला है सर।
Bahut khoob
बहुत सुंदर रचना .
बेहद संजीदगी और सादगी के साथ आज भाव शून्य होती मानव जाति का परिचय दिया गया है। 💐
महाभारत कहीं बाहर नही, हमारे ही भीतर है.......एक बहुत ही कड़वी सच्चाई......
इंसानी भूख पर भरपूर प्रहार... जीभ से जंघाओं तक भूखा इंसान......वाह एक और सुंदर नवगीत...👍👍🌹🌹
धन्यवाद शुक्ला जी
Ati sunder👍👌