"दुर्योधन अभी जिंदा है"- मेरी मनपसंद रचना

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  • Опубліковано 15 жов 2024
  • SearchTag- मनपसंद रचना, Manpasand rachna
    दुर्योधन जैसे व्यक्तित्व कोई पात्र नहीं बल्कि हमारे-आपके भीतर की कलुषता के प्रतीक हैं। यह कलुषता न कभी खत्म हुई है, न होगी। आइए एक और महाभारत को जीने की कोशिश करते हैं। आपकी प्रतिक्रिया का हमेशा स्वागत है।
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КОМЕНТАРІ • 8

  • @ManishKumar-nm2pv
    @ManishKumar-nm2pv 3 роки тому +1

    महाभारत कही बाहर नही हमारे भीतर ही है ।
    #Rajesh_shrivastav बहुत खूबसूरत रचना जीजाजी 🙏🙏

  • @santoshgupta5144
    @santoshgupta5144 3 роки тому +1

    आज के सवेंदना शून्य समाज में दुर्योधन हमेशा ज़िंदा ही रहने वाला है सर।

  • @neelambhatia3667
    @neelambhatia3667 3 роки тому +1

    Bahut khoob

  • @rudranathmisra7231
    @rudranathmisra7231 3 роки тому +1

    बहुत सुंदर रचना .

  • @MsJyotsnasharma
    @MsJyotsnasharma 3 роки тому +1

    बेहद संजीदगी और सादगी के साथ आज भाव शून्य होती मानव जाति का परिचय दिया गया है। 💐

  • @surenshukla7905
    @surenshukla7905 3 роки тому

    महाभारत कहीं बाहर नही, हमारे ही भीतर है.......एक बहुत ही कड़वी सच्चाई......
    इंसानी भूख पर भरपूर प्रहार... जीभ से जंघाओं तक भूखा इंसान......वाह एक और सुंदर नवगीत...👍👍🌹🌹

  • @rajeshraj3426
    @rajeshraj3426 3 роки тому

    Ati sunder👍👌