इंदिरा गांधी ने इमरजेंसी क्यों लगाई थी? Why Indira Gandhi imposed EMERGENCY?
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- Опубліковано 3 лис 2024
- इन दिनों आपातकाल को लेकर बहुत बात हो रही है। मोदी ने राग छेड़ा तो स्पीकर बनते ही ओम बिड़ला को भी आपातकाल की याद आई। लेकिन कितनों को याद है कि उस दौरान इंदिरा जी ने संघ प्रमुख ने माफ़ी मांगी थी? क्यों लगी थी इमरजेन्सी और क्या थी उसमें संघ की भूमिका? देखिए विस्तार से
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इन दिनों आपातकाल को लेकर बहुत बात हो रही है। मोदी ने राग छेड़ा तो स्पीकर बनते ही ओम बिड़ला को भी आपातकाल की याद आई। लेकिन कितनों को याद है कि उस दौरान इंदिरा जी ने संघ प्रमुख ने माफ़ी मांगी थी? क्यों लगी थी इमरजेन्सी और क्या थी उसमें संघ की भूमिका? देखिए विस्तार से
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जभी कोई सरकार कुछ ऐसा करती है जब गरीवो का कल्याण होने लगता है तब rss wale koi n koi andolan khara karte jo भावनात्मक होता है और जनता को गुमराह करते है jp ka andolan शुरू हुआ था मंहगाई पर ठीक इसी तपर्रा जब v p Singh pm obc ko रिजर्वेशन दिया तब जनसंघ बीजेपी ने सरकार से समर्थन वापस लिए उसके पापले राम रथ लेकर निकल गए हुआ ये की जिसके hak me me रिजर्वेशन मिला वही राम राम करने लगे और आज राम के आधार पर नहीं विकास पर फिर वोट दिए है
जी हाँ जगमोहन लाल सिन्हा साहब बेहद ईमानदार और किसी के दबाव में न आने वाले थे। मुख्यमंत्री रहते ही चरण सिंह जी एक बार मेरठ के तत्कालीन जज जगमोहन लाल सिन्हा साहब के पास घर पर किसी केस के सिलसिले में पहुंचे थे। सिन्हा साहब ने अर्दली से पुछवाया था कि, पूछो चौधरी चरण सिंह मिलना चाहते हैं या मुख्यमंत्री चौधरी चरण सिंह। चौधरी साहब ने जवाब भिजवाया था कि, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री चौधरी चरण सिंह जज साहब से मिलना चाहते हैं। सिन्हा साहब ने बगैर मिले ही उनको लौटा दिया था यह कह कर कि, उनको मुख्यमंत्री से नहीं मिलना है। केस का निर्णय चौधरी साहब के चहेते के विरुद्ध आया था । सिन्हा साहब को एहसास था कि उसी की सिफ़ारिश मुख्यमंत्री करना चाहते थे जिस कारण वह उनसे नहीं मिले थे। 1975 में इन सिन्हा साहब ने ही इलाहाबाद हाई कोर्ट में इन्दिरा गांधी के निर्वाचन के विरुद्ध निर्णय दिया था।
😊😊😊😊😊😊😊
बहुत बढ़िया पांडे Sir
बी जे पी लोक सभा स्पीकर व राष्ट्रपति को पचास साल बाद ही कैसे याद आयी इमरजेन्सी की उससे पहले तो नही याद आयी
आपातकाल में नेता भले परेशान रहे हों लेकिन आम जनता सुखी और संतुष्ट थी। मैं इसका साक्षी रहा हूं।
अशोक पांडेजी सर, मैं तहेदिलसे आपका शुक्रिया अदा करता हॅूं।
बांगला देश स्वतंत्रता संग्रामके समय मेरी उम्र २३ बरस थी और इमर्जन्सी और इंदिराजीका फिरसे सत्तामे आनेका ये गौरवशाली इतिहासका मैं चष्मदिद नागरीक हॅूं और गवाहभी हॅूं।
🌹🙏🌹
राजनीतिक विरोध तो अपनी जगह है। लेकिन इमरजेंसी के दौरान आम जनता को मंहगाई से बड़ी राहत थी। खाने पीने का सामान यहां तक कि सोना भी बहुत सस्ता था। मैने अपनी मां को कहते सुना था।
ऐसी चर्चाएँ अति आवश्यक हैं क्योंकि आज के बच्चे अपना इतिहास नही जानते उनको आसानी से बहकाया जा सकता है आपका बहुत बहुत धन्यवाद आप बहुत महत्वपूर्ण कार्य कर रहे हैं 🙏🏽
मैं आज ७२ वर्षिय महिला हूं, इंदिरा गांधी ने बहुत सही आपातकाल लगाया था । सभी सरकारी कर्मचारियों को हमने सुचारू रूप से कार्य करते, समय पर कार्यालयों में उपस्थित होते देखा है।
I am in my mid sixtees !!! So much corruption, lies, and distortion of history!!! I feel sorry for our youth and coming generations!!!😢
मैं आपके सत्य पूर्ण और तथ्य पूर्ण comment की सराहना करता हूं।
धन्यवाद
आप बिलकुल सही कह रही हैं। आपातकाल मे आम जनता को कोई तकलीफ नही थी। रिश्वत और भ्रष्टाचार के नाम से लोग डरते थे।
जी, आपने बिल्कुल सही कहा। मैं भी तकरीबन आप के ही उम्र का हूं और आप की बात से सहमत हूं।
गरीब और आम जनता को आपातकाल से कोई परेशानी नही हुई।
अशोक जी इसी तरह सच्चाई सामने लाते रहिए ताकि हम जैसे लोगों को सच पता लग सके
अगर Emergency नहीं लगता तो हम सब गुलाम हो गए होते। आपको thanks for presenting true facts and information.
इस iron lady ko salute करना चाहिए in नीच निकम्मे भाजपाइयों को l
आपने बहुत अच्छा video बनाया है I इसे बार बार दिखाया जाना चाहिए l
ओम बिड़ला स्पीकर है। 50 साल बीती बाते अर्थहीन है। वर्तमान की समस्याओ की बात हो। समाधान हो।
👌
Exactly 💯....There are enough problems to solve !!!
सत्ता पक्ष कुछ भी कहता है मोदी जी न हर गाली दी संसद में और उनके एमपी तालियां बजाते रहे
सिद्ध कर दिया हम आह भी भरतें हैं तो हो जातें हैं बदनाम वो कत्ल भी करतें हैं तो चरचा नहीं होता
मोदी का नहीं,आरएसएस का राज हैं? ये आरएसएस बदमाश हैं l
Aisa pratit hota hai jaise, His Master Voice ho, scripted Bhashan(Malik ka tai kiya hua.)
बहोत खूब.बहोत सही व्हिडिओ है. आप को बार बार धन्यवाद सर .आपने बहोत बडा काम किया है.
आज इमरजेंसी से भी बद्तर हालत है
👍👍👍👍
@@rainiersingh7209 rights
हमने बुजुर्गों को कहते सुना था कि आपातकाल का दौर बहुत बढ़िया था
मोदी राज में लागू अघोषित आपातकाल बिड़ला जी को दिखाई नहीं दे रहा है। लोकसभा स्पीकर सत्ता पक्ष के एजेंडे को ही आगे बढ़ा रहे हैं।यह दुर्भाग्यपूर्ण है।
मेरी उम्र 70 साल है और आप जो कुछ भी बता रहे हैं बिलकुल सही बता रहे हैं हमने वो जमाना देखा है धन्यवाद्
बहुत ही शानदार एपिसोड, इमरजेंसी की हकीकत बतला कर अंध भक्तों की आखं खोल दिया | बहुत ही शिक्षाप्रद एपिसोड है। आपको बहुत बहुत धन्यवाद अशोक साहब
Sir अंध भक्तों की आंखें कभी नहीं खुलेगी वो अंधे बहरे ही रहेंगे
@@kauranikjeet9433 नही खुलेंगी तो अंधे ही हो जायेंगे।
@@brijbeharilal2155 Yes Sir.....andhey toh ho hi gaye hain.......
आपातकाल के वक्त मैं 14- 15 वर्ष का था इस दौरान आम जनता को कोई तकलीफ नहीं थी सब रेल गाड़ियां समय से चलती थी, गुंडे लफंगे सब जेल में थे, बहुत अच्छा रहा था समय आम जनता के लिए।
बिलकुल सही जानकारी दे दि हैं आपने सर....😊
अशोक जी बहुत बहुत आभार आपने नई पिढी़ को इतिहास के बारे में जानकारी दी है। मैंने भी आपके इस विडियो से बहुत सी नई जानकारी हासिल कि है।
अघोषित इमर्जन्सी तो पिछले दस साल से है
Aghosit amargancey se pura Desh pareshan hai
@@prabhurajgadkar1453 अघोषित इमरजेंसी हट जाती अगर दो स्वार्थी और बदमाश पलटूराम और गलटूराम गठबंधन का साथ देते। पर दुष्टों का साथ दुष्ट ही देता है। now established in toto
अगर अघोषित आपातकाल होता तो आप यह कमेंट नहीं लिख सकते थे।आप जेल में होते
अघोषित आपातकाल तो जरूर था ही
मगर अब थोड़ा सा उसमें से बाहर आए हैं चुनाव के नतीजे के बाद ।
इंदिरा जी की इमरजेंसी हकीकत में तो काफी हद तक सही थी,
बल्कि इमरजेंसी लगाने का कारण भी यही था कि लोकतंत्र जिंदा था और जज इंदिरा जी के खिलाफ ऐसा फैसला ले पाए थे वह भी सत्ता में आने के 4 साल बाद ।
देश तरक्की की राह पर चले कुछ गड़बड़ ना हो जाए इसीलिए तो इमरजेंसी लगाई गई थी ।
हां कुछ अतिरिक्त जरूर हुआ था जो गलतियां नहीं होनी चाहिए थी बस इसी के लिए बदनाम हो गई इमरजेंसी और मजबूत नेता इंदिरा गांधी जी...!
हालांकि इंदिरा गांधी जी ने वह गलतियों के लिए माफी भी मांग ली थी और जनता का कितना प्यार बाद में पाया वह उसके बाद हुए लोकसभा चुनाव के रिजल्ट से तो पता चलता ही है ... अगर जनता की तरफ से उन्हें माफ़ी ना मिली होती तो 1980 के चुनाव में इस तरह नतीजा ना आते ,जनता का इतना प्यार ना मिलता....!
उसकी जिंदगी तो पूरी हुई जो कि एक दिन तो होता ही है सबका...!
मगर बहुत इज्जत के साथ और शहीदी के साथ । देश का असली विकास तो तभी हुआ था जो आजादी के बाद जातिवाद जैसी बुराइयों से मुक्त होकर और देश की सभी नागरिक एक है ऐसे नारे के साथ जिस देश में सूई तक नहीं बनती थी वह देश को इतना मजबूत बना दिया और हमारे भारत का बना हुआ बहुत सारा माल एक्सपोर्ट तक होने लगा।
मेरे ख्याल से तो आज तक की सबसे उचित प्रधानमंत्री वही थी ।
❤
Right.
बहुत बढ़िया और महत्वपूर्ण जानकारी इस एपिसोड से मिली,इमारजानसी की सच्चाई समझ में आई।धन्यवाद।
आपातकाल लगा था और उसे समय के अनुसार इंदिरा गांधी मजबूर थी इमरजेंसी लगाने के लिए और इमरजेंसी हमारे समय ही हुआ था
इतनी रोचक और ज्ञानवर्धक तथ्य परख जानकारी देने के लिए अशोक जी को कोटि कोटि धन्यवाद ।
Bahut knowledge mila thanks
आपातकाल के बारे में सुना था लेकिन आपने कुछ नए तथ्य पेश किए है, जिन पर विचार-विमर्श पहले कभी सुना नहीं....
दुर्भाग्य है कि हमारे देश के तमाम दलों के नेताओं को देश और देश के लोगों कि चिंता नहीं है केवल और केवल अपने बच्चों, अपनी पार्टी के हितों की चिंता रहती है। लोकसभा अध्यक्ष पूरी तरह से भाजपा के सांसद के तौर पर कार्य करते हैं। फिर भी स्वार्थी नेता भाजपा के पक्ष में खड़े हो जाते हैं।
और यह एक डर कहें या स्वार्थ तमाम दलों के मुखिया कांग्रेस को बढ़ते हुए नहीं देखना चाहते।
उनकी मानसिकता यह है कि पड़ोसी की बकरी मरना चाहिए चाहे उनकी दिवाल क्यों न गिर जाए।
इसलिए यह लोग भाजपा का साथ देते हैं।
आपको बहुत बहुत धन्यवाद आप सच्चाई ढ़ूढ़ कर देश के लोगों के सामने रख रहे हैं।
❤❤❤❤❤❤❤
आपातकाल का बहुत अच्छा विश्लेषण किया है आपातकाल को आचार्य विनोबा भावे जी ने अनुशासन पर्व क्यों कहा था?
हमारे विचार से लोकतंत्र में प्रशासनिक अधिकारियों की गलतियों का भी मूल्यांकन करना चाहिए उचित होगा क्योंकि इसका दोष राजनीतिक तंत्र को भुगतना पड़ता है 🎉
इंद्रा जी की देश भक्ति पर जो सवाल उठाते हैं वे सभी देश द्रोही है। मैंने १९६५ मे कानपुर में इंद्रा जी को सुना था, उनकी बराबरी कोई नहीं कर सकता।
एकदम सटीक और तथ्यपूर्ण विश्लेषण व प्रामाणिक है॥
उपलब्धियां भी गिनाइये। एक तो यह है-
1- 2 अक्तूबर,1975 को ग्रामीण बैंको की स्थापना
2- अमेरिका, विश्व बैंक व मुद्रा कोष को करारा तमाचा।
Bilkul sahi kaha sir aapne
THANKS FOR CITING THE CONSPICUOUS PROVISION OF THE CONSTITUTION OF INDIA FOR CLAMPING EMERGENCY.
Good job💯👍 sir ये खुलासा करने के लिए धन्यवाद कल ओम बिरला जी ने कहा और आज राष्ट्रपति ने भी दुख जताई है धन्यवाद🙏💕
She just read out what was written for her !!!😢
@@kfr7867pehle aapke grammar theek kariye. then comment.😂😂😂
@@symphonyred Really?! Read written in the past tense is Read only !! It is just pronounced differently!!! 🙄
@@symphonyred I think you need to take a grammar lesson ...not me !! 😃 😀 😄
सर मैं 64 में पैदा हुआ मुझे आज भी कुछ कुछ याद है कि आपातकाल के समय समस्त विभागों के अधिकारी कुर्सी पर बैठ जाया करते थे घूस खोरी बंद हो गई थी पब्लिक का कार्य होता था राशन की सरकारी दुकान रोज खुलती थीं सब कार्य सुचारू रूप से हुआ करते थे आज तो हर कुर्सी पर चोर ही चोर बैठे हैं
I joined SBI in Feb 76 and was very much impressed by the strict discipline in all departments.
सही है उस समय में स्नातक प्रथम वर्ष में था सब जगह सनुशाश्श आप गया था केवल नसबंदी जी ज्यादातई क़े कारण इंदिराजी हरी thee
A bat bilkul sahi hai mai 15 sal ka tha kisiki dadagiri nahi chalti thi yahatak ki pulis bhi garibose darti thi
भाई,मैं भी 64 की पैदाइश हूं और आपने जो जो कहा बिल्कुल वही बात मेरे दादाजी मुझे बताते थे,,आम जनता बिल्कुल खुश थी,,तकलीफ सिर्फ निकम्मे नाकारा सरकारी अधिकारियों को थी,,शायद इसी वजह से इंदिरा जी महज ढाई साल के बाद दुबारा चुनाव जीत गई और दुबारा कभी भी कोई चुनाव नही हारी,,जबकि ये भांड पार्टी एक बार सत्ता से बाहर आई तो अगले तीस साल तक दुबारा सत्ता नही मिलेगी
❤❤
इंदिरा गांधी जी के लिए सही शब्द चुना गया है
आयरन लेडी ❤
Thanks Ashokji for nice and true information 🎉🎉
शत शत नमन आप को अशोक जी ।
एतिहासिक रूप से सबसे घटिया स्पीकर हैं।
Like pm like speaker, no change
I always wanted to know the reason of imposing emergency and role of RSS
@@rspathwar3974Her election was set aside by Allahabad H.C.,She imposed Emergency to stay in power instead of resigning.
@@sushilmanrai3000 और दुष्ट भी
सिर्फ़ स्पीकर ही नहीं हर चीज़ घटिया है इस सरकार की।
Bahut Bahut Sunder jankari Indira Gee ko sat sat naman
मैंने सभी Comments पढ़ें लगभग सभी Comments सत्य हैं और आपके विचार भी न्यायसंगत हैं
Very good information about Emergency and Indira ji
धन्यवाद ।
Bhut,bhut dhyanvad इमरजेंसी की वास्तविकता की जानकारी के लिए,।माननीय मोदीजी,ombirla जी कुछ तो शर्म कीजिए,धर्मराज shnimhraj किसी को नहीं bkshte। Sudher जाइए।
आज तो students सड़को पर है,,,, आम इंसान का जीना मुहाल है
आपका कंटेंट बहुत सही मुद्दे पर है
सच्ची सही इमानदार निष्पक्ष बेबाक निडर साहसी बैखोफ बहादुर धारदार और तथ्यपरक पत्रकारिता को बहुत-बहुत शुभकामनाएं और बधाई 🙏❤️🙏
Thank you sir ,👍👍👍🙏🙏🙏
बहुत अच्छी जानकारी दी सर
18:55 सही जानकारी देने के लिए मैं पांडे साहब को बार बार सैल्यूट करता हूं ।
फरक - इंदिराजी ने लगाई घोषीत और मोदीजीने लगाई अघोषीत इमरजंसी.
@@madhusudanagrawal763 magar Ghoshit Emergency jayada Achchi Thi.....
Modi ko samvidhaan ka gyaa n hi nahi hai, anpad jo hai,
बहुत मेहनत बदल मेहनत की आभार
सुरेशभाई दवे
ओम बिड़ला के मन, मस्तिष्क से आरएसएस का विचार खत्म नहीं होगा, तब तक वह अच्छा नहीं सोचेंगे!
ओम बिरला सही सोच ही नहीं सकते, निष्पक्ष हो ही नहीं सकते .
❤❤❤ इंदिरा गांधी के खिलाफ साजिश रची गई थी इसीलिए आपातकाल लगाने पर मजबूर हुई थी।
राहुल गांधी केस में हमने ऐसा ही प्रकरण देखा था
मैंने देखी आपातकालीन
बहुत ज़रूरी थी
पूरा देश के गुंडे गुंडागर्दी पर उतर आये
देश को लूटना था
सो लूट लिया
अब शायद कुछ उमीद जागी
Ashok Kumar Pandey ji aap ko thanks 🎉 sachi and Satya bat Kah Rahe Hai 🎉 Jai hind sir 🙏
अभी तो अघोषित आपातकाल चल रहा है कि नहीं अंधभक्तों, मित्रों, बहनों और भाइयों?😂😂😂
100%
Pachas saal ke baad kyun Yaad aaya, emerging 1975 ka. BJP ko..? etna saal sorahe te..?
Janata ka provoke karke, Congress ke against Hatred paida karvane kaliye...aur kuch nahi...1975 emerging was past....past ko Yaad karvake kya fayada..? aaga badna chahiye for the sake of youth & country's future & betterment...
Ye past mein hi jeete hai aur bhavishya ke sapne dikhate hai aur vartmaan se bhagte hai.bhagodo ke vansaj jo thahre.@@graceraopedakolimi3343
बहुत ही शानदार वीडियो। धन्यवाद।
This video should reach all corner of the country. In all regional languages. Ready to support .
एमरजेन्सि के बारेमे बताया आपने. धन्यवाद. बहुत से लोग समजगये होंगे. बहुत लोगोंको तकलीफ हुआ होग, आम आदमी को कोई दिक्कत नही था सब खुश लगरहेथे. इस दौरान मै बंबई गया मुझे दादा नझर नही आया.
अप्रतिम ..... इन्फॉर्मेटीव....सही है......
🎉🎉😂😂❤❤
Dhanybad ji
अपनी संविधान की गरिमा भुल गए।
49 साल पुराना इमरजेंसी पर आसूं बहाने वाले खुद के10 साल से लगाई हुई अघोषित इमरजेंसी पर नही बोलता
इमर्जेंसी हटानी ही नहीं चाहिए थी
देश के अंदरूनी हालत जब बिना कारण बिगाड़े जाय तब तब यह होना जरूरी है ।
बहोत ही महत्त्वपूर्ण जानकारी...
सही है जज साहब रिश्तेदार थे।
आदरणीय अशोक पाण्डेय जी आप आपात काल के पहले और बाद मे आम जनमानस के साथ किए गये अत्याचार की जानकारी और लीजिए जनाब।
इंदिरा गांधी ने देश को आगे बड़ाने मै बहुत कड़े कदम उठाए जो बहुत निर्भीक और जरूरी थे
सत्य पक्ष प्रस्तुत करने के लिए सादर वंदन सह सहर्ष अभिनंदन...
सही विश्लेषण अतः सलाम-
आपतकाल अराजकता से देश को बचाने के लिये लगाया गया था ।
और उसका खामियाजा भी
इन्दिराजी को हार और
सत्य बाहर आते ही
पुनश्च जित एवं सत्ता प्राप्त हुवी।
Salute Sri Ashok jee for historic things ,thanks .
धन्यवाद इमरजेंसी के तथ्यों से अवगत करवाने के लिए 🙏
Shukriya sir
अशोक जी आप ने बहुत ही अच्छी तरह से एक्सप्लेन किया है। इन्हीं सब बातों को मैं भी जनता के सामने रखना चाहता था। मगर मेरे पास कोई प्लेटफॉर्म तो है नहीं, पर मैं अपने दोस्तों और अंधभक्तों को बताता रहता हूं। मैं इमरजेंसी के समय 20 साल का था और सब-कुछ देखा और समझा था। आम जनता को कोई भी परेशानी नहीं थी।
Waah Muhtaram Janabey Ashok Kumar Pandey Sahab Wàah Wàah Kiya Baat Hai Buhut Khoub Aur Buhut Hi Shaandaar Aur Lajawaab Paishkask Hai Zindabad Bhai Zindabad
अभी आघोषित आपातकाल के साथ आघोषित राजतंत्र चल रहा है
उत्कृष्ट पत्रकारिता। धन्यवाद शुभकामनाओं सहित
भाजपा देश का बेड़ा गर्क करने में कोई कसर नहीं छोड़ रही❤
अघोषित इमरजेंसी को छुपाने के लिए यह उसे पर पर्दा डालने के लिए पुरानी बातों को दोहराना यह सिर्फ बीजेपी कर सकती है
बेहतरीन विश्लेषण Sir
Iron Lady 💪
❤
❤ Very true
Quite Rational, VANDEMATARAM
अशोक पाण्डे जी, मैंने इमरजेंसी का दौर देखा है मुझे लगता है उस समय इमरजेंसी लगाना जरूरी था,उस समय आम जनता को कोई परेशानी नही थी ।
Sahi kaha aapne Bhai..
❤❤
*जुबान सबके पास होती है*
*मगर बात और बकवास*
*में फर्क होता है ...* 🌹🌹
100% 👌
सर,इमर्जन्सी हमने देखी है. और
जो फॅक्ट हमने सुने और देखे थे,
पिछले पचास साल होनेके बाद
सीर्फ आज आपसे वही सुननेको
मिले है.निडरतासे इतिहास सामने
रखनेकी आपकी शैली को हमारा
सलाम.
🙏
Thanks a lot Sir for bringing truth to young generation. 🎉🎉🎉🎉
जय प्रकाश नारायण ने 25 जून 1975 को दिल्ली के रामलीला मैदान में भारत की सशस्त्र सेनाओं और पुलिस बलों को सरकार के आदेश ना मानने का आवाहन किया था। इस आवाहन के लिए बीजू पटनायक और मोरारजी देसाई ने जय प्रकाश नारायण को कोसा और कहा कि इस गलती का परिणाम उन्हें भुगतना पड़ेगा।
Bahut badhiya Ashok ji❤❤❤commendable research and knowledge of History❤
पूरा आंदोलन सी आई ए द्वारा प्रायोजित था।
Congratulations. We were informed about the truth by our professor when I was undergoing my M.A. Political science.
Om bidla ko badlo. Ye mike mute kar dete hain parliament mein opposition ke.. Glt kaam kiya honest aadmi chahiye thha lok sbha speaker
बहुत सुंदर ऐतिहासिक विवरण, इस तरह का वीडियो बराबर बनाते रहना चाहिए हम लोग बहुत ही इससे लाभान्वित होते हैं। इस पर बीजेपी वालों को डेकार नहीं निकलेगा
सब के सब झूठे और मक्कार है। और जनता बेवकूफ है जो इन नेताओं के पीछे भागती रहती है।......
THX ASHOK JI❤
यह सब पुरुष प्रधान समाज के अधिनायक वाद के कारण हुआ। एक महिला को कैसे कुशल नेतृत्व,शेरनी को प्रधान मंत्री के पद पर सहन कर पाते।
बहुत जबर्दस्त जानकारी आपने दी
मुरारजी देसाई भी गुजरती था.
बहुत ही अच्छा विष्लेषण हे अपका धन्यवाद
एक शेरनी सौ लंगूर
चिकमंगलूर चिकमंगलूर
❤❤से धन्यवाद, अशोक पांडे sir ji
Thanks Ashok jee! Now, everyone will understand the difference between Declared & Undeclared Emergency! Regards!
बहुत ही अच्छी और सच्ची जानकारी