सबसे पहले सोमा उरांव मेघा उरांव का जाति प्रमाण पत्र रद्द होने चाहिए,चूंकि ऐ लोग खुद को हिन्दू कह रहे हैं,खुद को हिन्दू सबित कर रहे हैं,,हिन्दूओ का जाति प्रमाण पत्र नहीं बनता है,सरकारी नौकरी में भी जरूरी नहीं पड़ता है,इसलिये,हिन्दू बने आदिवासी का जाति प्रमाण पत्र के साथ आरक्षण भी रद्द होने चाहिए, धन्यवाद
@@policeprakashtirkeyjharkha80 जात पात तो हिन्दू में ही होता है इसलिए जाती कास्ट हिन्दू में है ईसाई या इस्लाम में जात पात नहीं है वहां सिर्फ ईसाई या सिर्फ इस्लाम होता है इसलिए जाती हिन्दू में बनता है
सविधान की आप लोग बातें करते हो सविधान को एक बर अच्छे से पढ़ लो मेरे भाई ,, जैन मुस्लिम ,,सीख , ईसाई ,, बोध धर्म को मानने वालो को छोड़ लर जितने भी जनजाति समुदाय बचे हुए है उन सबको हिन्दु धर्म के अंतर्गत रखा गया है ये कोई और नही बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर जी ने रखा ,,, लगता है आप अम्बेडकर जी से बड़कर हो ,,
कौन हिन्दू में धर्मांतरित हुआ है केवल उसका प्रूव दे दो,की कौन सरना वाले ईसाई की तरह चर्च में सादी करता है कि मंदिर में सादी करता है,ईसाई का जन्म से लेकर मरण तक ईसाई धर्म से चलता है
धर्म परिवर्तन का अर्थ होता है अपनी संस्कृति को भुलना दुसरे के धर्म पर गुण गान करना , मैं ईसाई आदिवासियों से पुछता हुं कि उसका जाहेर थान,माझी थान है हैं, कहां गया उसका जाहेर थान माझी थान , जय जुग हिरला जाहेर ऐरा मरांग बुरू जोहार। हुल जोहार।
अपने लोगों बेटे बेटियों को पढ़ाइए अच्छी तालीम दीजिए बीजेपी के फेर में रहेंगे तो हम सभी को बीजेपी बर्बाद करने में कोई कसर नहीं छोड़ेगा उनका शुरू से ही एजेंडा है आपस में फूट डालो और राज करो ये आज नहीं अंग्रेजों के जमाने में भी मनुवादी लोग यही काम करते थे
आज अम्बेडकर की आत्मा रो रही होगी कि किन मुर्खों के लिए उसने कानून में आदिवासियों,दलितों,महिलाओं और पिछड़े लोगों को सम्मान से जीने के लिए आधिकार का प्रावधान रखा ।मैंने एक विडिओ देखा जिसमें सवर्ण महिला अम्बेडकर को गाली दे रही थी उस महिला को मालूम नही कि आजादी से पहले सवर्ण महिलाओ को भी पढ़ने का आधिकारिक नही था आज संविधान ही है जो उन्हे पढ़ाई करने का आधिकार प्रदान करता है।अम्बेडकर जी अति महान थे जो हम मूर्खों को सम्मान से जीने लायक बनाया और आज हम धर्म के नाम पर लड़ रहे हैं।
भाई इन महोदय से पुछा जाय कि आप किन आदिवासियों की बात कर रहे है। आप तो किसी भी ऐंगल से आदिवासी तो लग नहीं हैं आपका पहनावा देख कर। आपका ट्रेडिशन या परमपरा कहाँ गया कैसे आप अपने को असदिवासी साबित करेंगे। यहाँ आदिवासी भाई लोग जाग्रृत नहीं पुरी तौर पर मिसगाइडेड हो गये हैं। अब बतायें कि आदिवासी की पहचान किस आधार पर करे्गे? क्या रुढ़िवादी परंपरा रहन सहन ही आदिवासियों की पहचान है? तो आप किस जाति में गिनायेंगे जबकि आपने सुट बुट ठाठ से पहन रखा है और न ही सुदुर गाँव में रहते है न ही लगोट में कैसे पहचाने कि आप असली आदिवासी हैं और ईसाइयत को अपना लिये तो आदिवासी नहीं हैं। देश संविधान से चलता है भाई न कि किसी के कुछ भी कह देने से। जाति से धर्म का क्या लेना देना। धर्म और जाति दोनों अलग अलग है इसलिये भारत का संविधान हमें स्पष्ट रुप से विशेषकर जनजातियों के लिये अधिकार देता है, बिना जाति की स्मिता खोये किसी भी धर्म को अपना सकता है।
जाति को कोई नहींं मिटा सकता।पढ़ो लिखो फिजूल की बातों में न रहें।अपने आप को कमजोर न बनायें।आप सोच समझकर बातें करें।आप जनजाति अंधकार में लेकर जा रहे हैं।
जाति प्रमाण का निर्गत किया जाता है धर्म प्रमाण पत्र नहीं। जो बोलने वाला है वह कन्वर्टेड हिंदू है। सबसे पहले उनका धर्म प्रमाण पत्र जाति प्रमाण पत्र रद्द होना चाहिए।
धर्म और जाति में आकाश पाताल का अंतर है । धर्म के द्वारा किसी की जाती को पहचानना बिकुल न्यायसंगत नहीं है । अमेरिका, आस्ट्रेलिया, स्पेन, जर्मनी, फ्रांस, रूस, यूक्रेन, इत्यादि देशों के आधी से अधिक आबादी के लोग ईसाई है । कृपया उन देशों के लोगों की जाती बताएं । क्या वे अपना जाती ईसाई लिखेंगे ?
Dhoram aur Jati alag hai ! Dhoram sa arakhan nahi milta, Jati se arakhan milta hai. ST kisi dhoram man sakta hai. Caha Hindu /Isai/Sari/Sarna koybhi ho.
बहुत जरूरी है।भाई जनजाति वही है जो सरना माने न कि चर्च जाए।जो पत्थर ,पहाड़ , पेड़ और भूत,देता और पितर,गांव,गवाट और गावांदेती को पाहन और अन्य आदिवासी पुजारी के माध्यम से पूजे।अभी मेरे गांव में 12 साल वाला पूजा देना है जिसमे 1 मुर्गा,1 कटोईर ,8 पाठा और पाठी(गोला, करिया और सफेद), 5 भेड़ा और भेड़ी देना है ।पुजारी मुंडा पाहन है।
अंबेडकर जानते थे कि ऐसा समय आएगा इसलिए उसने धर्म के आधार पर नही बल्कि जाति को आधार बनाया अगर धर्म ही आधार है तो संविधान में संशोधित करवाएँ तथा सभी आदिवासियों को हिन्दू घोषित करें। साथ ही साथ ये भी बताएँ आदिवासी कौन है ?क्या जो आदिवासी परमपरा को नहीं मानते तो क्या हिन्दू धर्म को मानने वाले भी आदिवासी हैं ?क्या आप केवल सिर्फ ईसाई में धर्मांतरित हुए उनकी बात कर रहे हैं या जो लोग हिन्दू या मुस्लिम में चले गए हैं वे भी शामिल हैं। इनके हिसाब से तो अब जाति प्रमाण पत्र नही धर्म प्रमाण पत्र बनना चाहिए। भाई आपको हिन्दू में किस वर्ग में रखा गया है अगर शुद्र में तो आप रहिए शौक से हिन्दू धर्म में,लेकिन स्पष्ट कीजिए प्रमाण सहित कि आदिवासी हिन्दू हैं। फिर ईसाईयों को अपति नही होगी।
@dashrookorram1482 ok bhgwan ne insan ke alawa koi jati dharm nahi banaya, es dharti me rahne aur phachan ke liye logon ne jati aur dhrm banaya, jese ki jati - adiwashi,hindhu,,ptan,mugal, Anya hai,jese dharm- sanatan,esai, Sikh,muslim,sarna,bhudh Anya hai, aur aur koi Sawal,,,
संविधान किसी भी धर्म को मानने की आजादी देता हैजाति से धर्म का कोई संबंध नहीं है । जाति प्रमाण पत्र से धर्म के कालम को हटा देना चाहिए। ये लोग RSS से है जो जन जाति होते हुए भी अपने को हिंदू बताने को विवश है
सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि नियम से चर्च जाकर प्रार्थना और अन्य धार्मिक अनुष्ठानों में शामिल होने और ईसाई धर्म की परंपरा का पालन करने वाला व्यक्ति खुद को हिंदू बताकर अनुसूचित जाति के तहत मिलने वाले आरक्षण का लाभ नहीं उठा सकता. महत्वपूर्ण प्रश्न यह है कि अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति में क्या अंतर है, जो सबको पता होना चाहिए?
सोमा उरांव जी और मेघा उरांव जी आप लोग बिलकुल नहीं डरिये आप लोगों का साथ प्रधानमंत्री गृहमंत्री राष्ट्रपति जी हैं । आंदोलन को आगे बढ़ायें कही रूकना नहीं। जय हिन्दू राष्ट्र!
जो सरना और सनातन (ग़ैर ईसाई) अपनी संस्कृति छोड़ दिये हैं क्या वे आदिवासी हैं ??? जो सरना और सनातन अपनी संस्कृति नहीं मानते हैं क्या वे सरना हैं ? क्या वे सनातन हैं ? कितने सरना और सनातन अपनी संस्कृति मानते ???
तुम भी धर्म परिवर्तन कराओ ना तुम्हें किसने रोका है। धर्म परिवर्तन धर्म परिवर्तन रटा मार कर बैठे हो। लोगों के पास खुद का दिमाग है वो किसी भी धर्म को मान सकते हैं।
जाती नहीं है तो पैदा कहां से हुआ डी ए ने में तो आदिवासी ही होगा संविधान से धार्मिक स्वतंत्रता को हटा देते कोई धर्म परिवर्तन ही नहीं करेगा इस पर कोई विवाद ही नहीं होगा फिर किसी को बोलना ही नहीं पड़ेगा की डीलिस्टिंग करो कि जाति प्रमाण पत्र रद्द करो सब अपने अपने धर्म पर बने रहेंगे
अनुसचित जनजाति का धर्म और जाति से कोई सम्बन्ध नहीं है इसलिए धर्म परिवर्तन करके जाति और धर्म पर निर्भर नहीं हो अनुसूचित जनजाति सदस्य बने रहने के लिए धर्म परिवर्तन नहीं कर सकते है । संविधान धर्म परिवर्तन शब्द का कोई उल्लेख नहीं है।
Thik hai jaati praman patra radd karwaiye, general category ka samman dilwaiye aur unka jamin ka title bhi CNT free karwaiye general karwaiye waise bhi jis chij ke ladd rahe ho haq marne ka baat kar rahe hai na kuch saal aur wait karo govt. Job sab khatam hone wala hai sab private ho jayega kuch reservation chalega nahi tab baat karenge.
इनसे पूछा जाए कि आदिवासी अपना धर्म क्या लिखेंगे? सारना धर्म कोड तो दिया नहीं गया है, अगर कोई आदिवासी अपना धर्म हिन्दू लिखता है तो उसका भी आरक्षण छीन लेना चाहिए, सिर्फ ईसाई धर्म मानने वाले आदिवासी का नहीं.
@S.Raj_Toppo जब कोई आदिवासी अपना धर्म हिन्दू लिख सकता है तो और आदिवासी अपना धर्म ईसाई क्यों नहीं लिख सकता है जिसको ईसाई धर्म पसंद है. संविधान तो सबको अपना धर्म चुनने का अधिकार देता है.
जोहार दोस्तों,, संविधान को जानना,, और सही तरीके जानना,, एक बहुत बड़ा अंतर होता है,, जिक्र धर्म की है तो,, संविधान की मूल भावना को समझना होगा,, जैसे,, हिंदू,, मुस्लिम सिख ईसाई जैन बुद्ध, ये नॉमिनेट धर्म है इसका कॉलम है,,?? इन सब से अलग धर्म प्राकृतिक पूजा,, सरना धर्म है,,जो सभी नॉमिनेट धर्मों से अलग है इसका पूजा पद्धति सबसे अलग है, अब जो आदिवासी से लोग हिंदू में गए कुछ ईसाई में गए,, और पूजा पद्धति छोड़ दिए,, कोई मंदिर गया , कोई चर्च गया,, तो बताओ ओ लोग कैसे आदिवासी हो सकते है, संविधान कहता है,, एक गांव में,,,एक घर में, एक परिवार में दोनों भाई आदिवासी नहीं हो सकते,,, अगर दोनों भाई का पूजा पद्धति सरना पूजा के जैसा न हो तो,,?? उसको अनुसूचित जनजाति नहीं कहा जा सकता है,, क्यों को जो व्यक्ति चर्च जाता हो, शीश झुकाता हो,, ईसाई के बारे सोचता हो, ईसाई के बारे प्लानिंग करता हो, उसका विचार भी ईसाई में रखता हो,, उसका फिलॉस्फी भी ईसाई का हो,,, उसका शरीर चर्च जता हो,,, उसका शरीर कभी सरना स्थान नहीं जाता,,, तो बताओ कैसे ओ आदमी आदिवासी हो सकता?? अब रही जाति की बात,, जाति जन्म के साथ एक टैग लग जाता है,, जब ओ व्यक्ति नहीं मरती तब तक उसका जाति नहीं जाति है , इस लिए उसे जाती कहते हैं,,, अगर लड़की है तो दूसरे समाज में चली जाती है पर भी जाती नहीं जाती, अगर बंदा धर्म चेंज कर लेता है तब भी जाति नहीं जाती है,, इसी बात को लोग बोलते है मै आदिवासी हूं,,, उनसे ये पूछो कि क्या धर्म मानते हो,, अपने डॉक्युमेंट में क्या लिखते हो,,, वहीं पे सारा दूध का दूध,,और पानी का पानी हो जाएगा,, टाइटल पे नहीं जाना है,,, कुछ फायदा देख कर ही उस धर्म में चला गया,,, अब उस धर्म से आदिवासी का दोहरी फायदा नहीं चलेगा,,,, जिस धर्म में जो नियम है वही मिलेगा,,, सबको संविधान पढ़ना चाहिए,,, फिर ये सब बोलने की जरूरत नहीं पड़ेगी,,, या घर वापसी हो जाओ,,, और आदिवासी समाज को आगे उठाओ,,, आगे बढ़ाओ,,, ये मेरी आप लोगों से सलाह है,,,🙏🙏🙏
Isai logon ka jaati Praman nirast kar do Isai Aadivasi Nahin Hai. Isai Logon Ko jawab dena Hoga yahi hai mauka Nahin chhodana chahie jawab dena Hoga dena hoga
@@samsonDhanwar sarna to adivasi ka ek demand hai filhal ke liye to Hindu hi likhate hain na. Sarna code lagu ho jaega to sarna lekhega. Nitna v nhi patta to tum kya lekte ho?
Adivasi ager Christian ban gya to phir adivasi kaise kahlayega, example ager hindu convert hoker muslim banta hai to wo hindu nhi muslim niyam apnata hai usi tarah adivasi ager Christian banta hai to wo adivasi nhi Christian kahlata hai
पूँछवाली तुम्हें इतनी भी समझ नहीं की जाति और धर्म क्या होता है कहाँ कहाँ से ज्ञान लेके आ जाते हो ज्ञान देने जा जाके कहीं अच्छा से पढ ले तुम अभी छोटा पूँछवाला हो जब बड़ा पूँछवाला हो जायगा तो मेरे पास आना हम अच्छी तरह से समझा देंगे जाति और धर्म के बारे में
*धर्मांतरित आदिवासी हिन्दुओं का भी जाति प्रमाण पत्र रदद होना चाहिए* ।
मानिम बाचकाय
हिन्दू में तो एक भी आदिवासी कोवर्ट नहीं हुए हैं जो कोवर्ट हुए हैं वो तो ईसाई में
राइट
Correct उन सभी का जो आदिधर्म के बजाय दूसरे धर्म को मानता हो
@@ajayrajtigga4429 आदिवासी हिन्दू में धर्मांतरण नहीं होता है धर्मांतरण तो ईसाई में होता है
सबसे पहले सोमा उरांव मेघा उरांव का जाति प्रमाण पत्र रद्द होने चाहिए,चूंकि ऐ लोग खुद को हिन्दू कह रहे हैं,खुद को हिन्दू सबित कर रहे हैं,,हिन्दूओ का जाति प्रमाण पत्र नहीं बनता है,सरकारी नौकरी में भी जरूरी नहीं पड़ता है,इसलिये,हिन्दू बने आदिवासी का जाति प्रमाण पत्र के साथ आरक्षण भी रद्द होने चाहिए, धन्यवाद
@@policeprakashtirkeyjharkha80 जात पात तो हिन्दू में ही होता है इसलिए जाती कास्ट हिन्दू में है ईसाई या इस्लाम में जात पात नहीं है वहां सिर्फ ईसाई या सिर्फ इस्लाम होता है इसलिए जाती हिन्दू में बनता है
Bilkul bebuniyad bakwas hai sarna dharm ka to koi aastitowa hi nhin hai kyon ki eska to koi chord hi nhin hai
बिल्कुल
❤❤❤
सविधान की आप लोग बातें करते हो सविधान को एक बर अच्छे से पढ़ लो मेरे भाई ,, जैन मुस्लिम ,,सीख , ईसाई ,, बोध धर्म को मानने वालो को छोड़ लर जितने भी जनजाति समुदाय बचे हुए है उन सबको हिन्दु धर्म के अंतर्गत रखा गया है ये कोई और नही बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर जी ने रखा ,,, लगता है आप अम्बेडकर जी से बड़कर हो ,,
सरना से जो लोग हिन्दू में धर्मांतरित हो चुके हैं उनका भी तो जाति बदल जाएगा
Jrur badlega
क्यों आगे भी भविष्य नहीं है खुद को ईसाई बोलो दोतरफा नहीं नहीं लेनें देंगे जय सरना
Very good@@manojkumaroraon1995
कौन हिन्दू में धर्मांतरित हुआ है केवल उसका प्रूव दे दो,की कौन सरना वाले ईसाई की तरह चर्च में सादी करता है कि मंदिर में सादी करता है,ईसाई का जन्म से लेकर मरण तक ईसाई धर्म से चलता है
@prakash-ls7jb बहुत बढ़िया नौटंकी कर लेते हो नाम के आगे टाईटल डालते हो
जनजाति सुरक्षा मंच से जुड़े सभी लोगों का जाति प्रमाण पत्र रदद होना चाहिए ये सब अपने को जन्म से हिन्दू आदिवासी मानते हैं
धर्म बदलने से किसी का जाति नहीं बदलता है। भारत का संविधान हमें इसका अधिकार देता है।
Minority है जी हम लोग..
धर्म परिवर्तन का अर्थ होता है अपनी संस्कृति को भुलना दुसरे के धर्म पर गुण गान करना , मैं ईसाई आदिवासियों से पुछता हुं कि उसका जाहेर थान,माझी थान है हैं, कहां गया उसका जाहेर थान माझी थान , जय जुग हिरला जाहेर ऐरा मरांग बुरू जोहार। हुल जोहार।
संविधान में संशोधन करवा देगें 😂
Aapne dharm me oppess aa jao...
Darm badalne se to bhagwan bhi nahi badlta hai to badalne ki kiya jarurat
अपने लोगों बेटे बेटियों को पढ़ाइए अच्छी तालीम दीजिए बीजेपी के फेर में रहेंगे तो हम सभी को बीजेपी बर्बाद करने में कोई कसर नहीं छोड़ेगा उनका शुरू से ही एजेंडा है आपस में फूट डालो और राज करो ये आज नहीं अंग्रेजों के जमाने में भी मनुवादी लोग यही काम करते थे
पढे़ लिखे है तभी तो बोल रहें है ।
आज अम्बेडकर की आत्मा रो रही होगी कि किन मुर्खों के लिए उसने कानून में आदिवासियों,दलितों,महिलाओं और पिछड़े लोगों को सम्मान से जीने के लिए आधिकार का प्रावधान रखा ।मैंने एक विडिओ देखा जिसमें सवर्ण महिला अम्बेडकर को गाली दे रही थी उस महिला को मालूम नही कि आजादी से पहले सवर्ण महिलाओ को भी पढ़ने का आधिकारिक नही था आज संविधान ही है जो उन्हे पढ़ाई करने का आधिकार प्रदान करता है।अम्बेडकर जी अति महान थे जो हम मूर्खों को सम्मान से जीने लायक बनाया और आज हम धर्म के नाम पर लड़ रहे हैं।
@@S.Raj_Toppoआजादी से पहले यही लोग हमें शिक्षा से दूर रखा अगर सच में आपने पढ़ाई की है तो आदिवासियों और पिछड़ों की क्या स्थिति थी जरूर पढ़ियेगा।
Ek din pura sarna dharam ko christian kha jayega uske baad tum apne culture ko bachete rahena
इसकी माँग तो Kaartik Oraon ने लोकसभा में पहली बार उठाये थे जो काँग्रेस से थे थोड़ा हिस्ट्री पढ़ लो। 😂अब ये भी पता नहीं होगा कि कार्तिक बाबा कौन थे?
भेस भूसा से ये लोग भी आदिवासी नहीं लग रहे हैं पहले इनका जांच होना चाहिए
भाई इन महोदय से पुछा जाय कि आप किन आदिवासियों की बात कर रहे है। आप तो किसी भी ऐंगल से आदिवासी तो लग नहीं हैं आपका पहनावा देख कर। आपका ट्रेडिशन या परमपरा कहाँ गया कैसे आप अपने को असदिवासी साबित करेंगे।
यहाँ आदिवासी भाई लोग जाग्रृत नहीं पुरी तौर पर मिसगाइडेड हो गये हैं। अब बतायें कि आदिवासी की पहचान किस आधार पर करे्गे? क्या रुढ़िवादी परंपरा रहन सहन ही आदिवासियों की पहचान है? तो आप किस जाति में गिनायेंगे जबकि आपने सुट बुट ठाठ से पहन रखा है और न ही सुदुर गाँव में रहते है न ही लगोट में कैसे पहचाने कि आप असली आदिवासी हैं और ईसाइयत को अपना लिये तो आदिवासी नहीं हैं। देश संविधान से चलता है भाई न कि किसी के कुछ भी कह देने से। जाति से धर्म का क्या लेना देना। धर्म और जाति दोनों अलग अलग है इसलिये भारत का संविधान हमें स्पष्ट रुप से विशेषकर जनजातियों के लिये अधिकार देता है, बिना जाति की स्मिता खोये किसी भी धर्म को अपना सकता है।
जनजाति सुरक्षा मंच वाले खुद हिन्दू में धर्मांतरित हुए हैं। सबसे पहले इनका जाति प्रमाणपत्र समाप्त होना चाहिए।
@@Eot-ys7ut बिलकुल सही भाई👍👍👍👍
Re murkh hindu dharam m hi reservation milta h sarna dharam m nahi
बिल्कुल सही कहा आपने दादा, विरोधियों को जलन हो रही जय सरना जोहार
@@suleswaroraon636 जो आदिवासी हिंदू धर्म में परिवर्तन हो गया है उसका क्या होगा भाई इसका भी बताते चलो सिर्फ ईसाई ही क्यों
हिदु धरम आपनाने वाले का भी जाति प्रमाण रदद होनी चाहिए..
अरे चलो बीजेपी एजेंट लोग चुप करो तो ही सही है।
ओर JMM के चमचे चुप रहो नहीं ईसाई धर्म के पप्पू
Wo to thik h lekin jo mudda h wo shi h
जाति को कोई नहींं मिटा सकता।पढ़ो लिखो फिजूल की बातों में न रहें।अपने आप को कमजोर न बनायें।आप सोच समझकर बातें करें।आप जनजाति अंधकार में लेकर जा रहे हैं।
@@peterchoranth4434कोर्ट के पास पावर है जी, कुछ भी कर सकता है
@@peterchoranth4434minority का लाभ मिलेगा जी, टेंशन नहीं लेना है, लाभ तो लेके रहेंगे..😂
जाति प्रमाण का निर्गत किया जाता है धर्म प्रमाण पत्र नहीं।
जो बोलने वाला है वह कन्वर्टेड हिंदू है। सबसे पहले उनका धर्म प्रमाण पत्र जाति प्रमाण पत्र रद्द होना चाहिए।
बहुत ही सराहनीय क़दम उठाए हैं इस कार्य हेतु हम पुरे हिंदू समाज आपके साथ हैं। ये आंदोलन को लेकर आप सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचें।
धर्म और जाति में आकाश पाताल का अंतर है । धर्म के द्वारा किसी की जाती को पहचानना बिकुल न्यायसंगत नहीं है । अमेरिका, आस्ट्रेलिया, स्पेन, जर्मनी, फ्रांस, रूस, यूक्रेन, इत्यादि देशों के आधी से अधिक आबादी के लोग ईसाई है । कृपया उन देशों के लोगों की जाती बताएं । क्या वे अपना जाती ईसाई लिखेंगे ?
Dhoram aur Jati alag hai !
Dhoram sa arakhan nahi milta,
Jati se arakhan milta hai.
ST kisi dhoram man sakta hai.
Caha Hindu /Isai/Sari/Sarna koybhi ho.
@@EliasBaa-w6x बेटी की जब सादी हो जाती हैं तो बेटी पर किसका हाक बनता हैं बाप का या उसकी पती का
जाती के संबंध में बेटी की सादी से कोई मतलब नहीं है ।
@@JungleeWanted अरे वो ज्ञानी जब अपने बेटी की शादी कराओगे तो दूल्हा और दुल्हा के बाप से पूछना तेरा बेटी पर किसका हक है ।
बहुत जरूरी है।भाई जनजाति वही है जो सरना माने न कि चर्च जाए।जो पत्थर ,पहाड़ , पेड़ और भूत,देता और पितर,गांव,गवाट और गावांदेती को पाहन और अन्य आदिवासी पुजारी के माध्यम से पूजे।अभी मेरे गांव में 12 साल वाला पूजा देना है जिसमे 1 मुर्गा,1 कटोईर ,8 पाठा और पाठी(गोला, करिया और सफेद), 5 भेड़ा और भेड़ी देना है ।पुजारी मुंडा पाहन है।
@@srijayshaclass2brollon238 ओर जो मूर्ति पूजा करे उसका क्या होगा भाई अभी जनवरी फरवरी आ रहा है सब सरस्वती को पूजा करेगा उसका क्या करना चाहिए बताना भाई
Sabse pahle aap ko samvidhan ukhad phekna hoga aap, dum hai? kyun ki samvidhan ijajat deti hai koi bhi dharm practice karne ke liye.
भारत धर्मनिरपेक्ष देश है। कोई भी किसी धर्म को मान सकते हैं। किसी धर्म को मानने से जाति नहीं बदलती है।
ईसाई में कितने जाति होते हैं
Ye 7 aadmi jo dik rha hai jo aapne aap ko hindu कहते हैं sab se पहले inka जति praman पत्र रद्द होना चाहिए
तुम्हारा comment से लग रहा है, अंग्रेज के ईसाई धर्म वाले हो
पहले ईसाई धर्म का जाति प्रमाणपत्र रद्द होगा
अंबेडकर जानते थे कि ऐसा समय आएगा इसलिए उसने धर्म के आधार पर नही बल्कि जाति को आधार बनाया अगर धर्म ही आधार है तो संविधान में संशोधित करवाएँ तथा सभी आदिवासियों को हिन्दू घोषित करें। साथ ही साथ ये भी बताएँ आदिवासी कौन है ?क्या जो आदिवासी परमपरा को नहीं मानते तो क्या हिन्दू धर्म को मानने वाले भी आदिवासी हैं ?क्या आप केवल सिर्फ ईसाई में धर्मांतरित हुए उनकी बात कर रहे हैं या जो लोग हिन्दू या मुस्लिम में चले गए हैं वे भी शामिल हैं। इनके हिसाब से तो अब जाति प्रमाण पत्र नही धर्म प्रमाण पत्र बनना चाहिए। भाई आपको हिन्दू में किस वर्ग में रखा गया है अगर शुद्र में तो आप रहिए शौक से हिन्दू धर्म में,लेकिन स्पष्ट कीजिए प्रमाण सहित कि आदिवासी हिन्दू हैं। फिर ईसाईयों को अपति नही होगी।
Converted aadiwasi ka cancel hona chahiye caste certificate
सभी कमेंट पढ़ कर साफ पता चल रहा है धर्मान्तरण कर चुके उन लोगों के बीच खलबली शुरू हो चुका है।
Khalbali to aap sab ko ho rha hai yaha rss bjp ka khel khatam hoga
Janjatiye manch ke sabhi log hindu dharm mante hai ye cort me har chuke hai
पेसा कानून जल्द लागू किया जाना चाहिए
बहुत बड़िया आप बिल्कुल सही आवाज उठा रहें हैं
सरना को हिंदू में शामिल कर लो । मेघा उरांव
जाति प्रमाण पत्र पर धर्म लिखा होना अनिवार्य हो जिसे पता चल सके कि कौन सी जाति कौन सा धर्म का है।
सभी धर्मों का जाती प्रमाण पत्र रद्द होना चाहिए, क्योंकि जाती और धर्म अलग अलग है ,
Toda samjaw jati our dharm ke bare me
@dashrookorram1482 ok bhgwan ne insan ke alawa koi jati dharm nahi banaya, es dharti me rahne aur phachan ke liye logon ne jati aur dhrm banaya, jese ki jati - adiwashi,hindhu,,ptan,mugal, Anya hai,jese dharm- sanatan,esai, Sikh,muslim,sarna,bhudh Anya hai, aur aur koi Sawal,,,
कुछ उखाड़ नही पाओगे।इन लोगों का कोई काम धंधा है नही।😅😅😅😅
संविधान किसी भी धर्म को मानने की आजादी देता हैजाति से धर्म का कोई संबंध नहीं है । जाति प्रमाण पत्र से धर्म के कालम को हटा देना चाहिए। ये लोग RSS से है जो जन जाति होते हुए भी अपने को हिंदू बताने को विवश है
जनजाति संगठन बहुत सही कर रहा है
सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि नियम से चर्च जाकर प्रार्थना और अन्य धार्मिक अनुष्ठानों में शामिल होने और ईसाई धर्म की परंपरा का पालन करने वाला व्यक्ति खुद को हिंदू बताकर अनुसूचित जाति के तहत मिलने वाले आरक्षण का लाभ नहीं उठा सकता.
महत्वपूर्ण प्रश्न यह है कि अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति में क्या अंतर है, जो सबको पता होना चाहिए?
ए लोग कियू हमेशा जाति धर्म के नाम लोगो को बट रहे है अरे आप ए सारे छोड़ कर विकास की तो बात करो
दूसरे जाति से शादी पर दूसरे के जाति से ही जाति प्रमाण पत्र बने।
जाति कभी नहीं बदलती है भाई 🥲
आप लोग किसी को मत भड़काऊ माहौल खराब मत करो
धर्म बदलने से जाति नही बदलती । बेवकूफी बातें छोड़ के अपने धर्म को माने और आगे बढ़े।
सोमा उरांव जी और मेघा उरांव जी आप लोग बिलकुल नहीं डरिये आप लोगों का साथ प्रधानमंत्री गृहमंत्री राष्ट्रपति जी हैं । आंदोलन को आगे बढ़ायें कही रूकना नहीं। जय हिन्दू राष्ट्र!
उराँव आदिवासी लोग का आदि धर्म सरना है लेकिन सब भुल गये
धर्म कौन सा भी माने
जाति तो वही वाला ही रहेगा।
Are janjati ke andh darpok pratinidhi .. Pahle Janjati ke dhrm Coloumn/codedhrm ourghosit kr le,.....
धर्मान्तरण आदिवासी का जाती प्रमाण पत्र निरस्त किया जाय,
जो सरना और सनातन (ग़ैर ईसाई) अपनी संस्कृति छोड़ दिये हैं क्या वे आदिवासी हैं ???
जो सरना और सनातन अपनी संस्कृति नहीं मानते हैं क्या वे सरना हैं ? क्या वे सनातन हैं ?
कितने सरना और सनातन अपनी संस्कृति मानते ???
अल्प संख्यक को आरक्षण नहीं बल्कि अनुदान मिलता है।
तुम भी धर्म परिवर्तन कराओ ना तुम्हें किसने रोका है। धर्म परिवर्तन धर्म परिवर्तन रटा मार कर बैठे हो। लोगों के पास खुद का दिमाग है वो किसी भी धर्म को मान सकते हैं।
जाती नहीं है तो पैदा कहां से हुआ डी ए ने में तो आदिवासी ही होगा संविधान से धार्मिक स्वतंत्रता को हटा देते कोई धर्म परिवर्तन ही नहीं करेगा इस पर कोई विवाद ही नहीं होगा फिर किसी को बोलना ही नहीं पड़ेगा की डीलिस्टिंग करो कि जाति प्रमाण पत्र रद्द करो सब अपने अपने धर्म पर बने रहेंगे
इसाई मिशनरी बने लोगों को दर्द हो रहा है
हां दर्द इस बात का है की तुम लोग बर्बादी का रास्ता चुन लिया है
@@ManjhirajitKaise me
Supreme court me sidhe jana chahiye
अनुसचित जनजाति का धर्म और जाति से कोई सम्बन्ध नहीं है इसलिए धर्म परिवर्तन करके जाति और धर्म पर निर्भर नहीं हो
अनुसूचित जनजाति सदस्य बने रहने के लिए धर्म परिवर्तन नहीं कर सकते है । संविधान धर्म परिवर्तन शब्द का कोई उल्लेख नहीं है।
ये कम बेहतर नहीं बेहतरीन है पर
Jmm का कुशी टूट न जाए
सरना आदिवासी ,अपने बेटे-बेटियों को अच्छी शिक्षा दे। वे स्वयं प्रतियोगिता से आगे निकल जाएंगे
Thik hai jaati praman patra radd karwaiye, general category ka samman dilwaiye aur unka jamin ka title bhi CNT free karwaiye general karwaiye waise bhi jis chij ke ladd rahe ho haq marne ka baat kar rahe hai na kuch saal aur wait karo govt. Job sab khatam hone wala hai sab private ho jayega kuch reservation chalega nahi tab baat karenge.
ये लोग भी सविधान बदलना चाहते हैं
Jati or dhram me bahut antr hai dada
पहले सर्वे करना चाहिए कि कितने अनुसूचित जनजाति ईसाई हुए हैं और इसके बाद जितने बचते हैं उसके अनुरूप उसका आरक्षण भी घटाया जायेगा।
भाजपा के एजेंट ही इस तरह की बात करते हैं
Bilkul sahi kam
संविधान को स्टडी करें
बिकुल जीत की ओर बढ़ रहे हैं और जीत हासिल होगी
Mujhe fark nahi padta 😂😂😂
Main to santhal adiwasi hun ❤❤❤
कुछ नहीं होगा ए लोग खुद समय बर्बाद कर रहे हैं,, मुस्लिम को दामाद बना लिया और धर्मांतरण बोल रहा है,,
Christian se itna nafrat kyo
जमीन का नेचर भी जनरल कर दो।
धर्म बदलने से जाति नही बदलती भाई
इनसे पूछा जाए कि आदिवासी अपना धर्म क्या लिखेंगे? सारना धर्म कोड तो दिया नहीं गया है, अगर कोई आदिवासी अपना धर्म हिन्दू लिखता है तो उसका भी आरक्षण छीन लेना चाहिए, सिर्फ ईसाई धर्म मानने वाले आदिवासी का नहीं.
सरना धर्म मिलेगा तो सरना लिखेगा अभी के लिए हिन्दू जय आदिवासी 😂😂
@S.Raj_Toppo जब कोई आदिवासी अपना धर्म हिन्दू लिख सकता है तो और आदिवासी अपना धर्म ईसाई क्यों नहीं लिख सकता है जिसको ईसाई धर्म पसंद है. संविधान तो सबको अपना धर्म चुनने का अधिकार देता है.
aa gaye aadiwasi ko ladwane wale
जोहार दोस्तों,,
संविधान को जानना,, और सही तरीके जानना,, एक बहुत बड़ा अंतर होता है,,
जिक्र धर्म की है तो,, संविधान की मूल भावना को समझना होगा,,
जैसे,, हिंदू,, मुस्लिम सिख ईसाई जैन बुद्ध,
ये नॉमिनेट धर्म है इसका कॉलम है,,??
इन सब से अलग धर्म प्राकृतिक पूजा,, सरना धर्म है,,जो सभी नॉमिनेट धर्मों से अलग है
इसका पूजा पद्धति सबसे अलग है,
अब जो आदिवासी से लोग हिंदू में गए कुछ ईसाई में गए,, और पूजा पद्धति छोड़ दिए,, कोई मंदिर गया , कोई चर्च गया,, तो बताओ ओ लोग कैसे आदिवासी हो सकते है,
संविधान कहता है,, एक गांव में,,,एक घर में, एक परिवार में दोनों भाई आदिवासी नहीं हो सकते,,, अगर दोनों भाई का पूजा पद्धति सरना पूजा के जैसा न हो तो,,??
उसको अनुसूचित जनजाति नहीं कहा जा सकता है,, क्यों को जो व्यक्ति चर्च जाता हो, शीश झुकाता हो,, ईसाई के बारे सोचता हो, ईसाई के बारे प्लानिंग करता हो, उसका विचार भी ईसाई में रखता हो,, उसका फिलॉस्फी भी ईसाई का हो,,, उसका शरीर चर्च जता हो,,, उसका शरीर कभी सरना स्थान नहीं जाता,,, तो बताओ कैसे ओ आदमी आदिवासी हो सकता??
अब रही जाति की बात,, जाति जन्म के साथ एक टैग लग जाता है,, जब ओ व्यक्ति नहीं मरती तब तक उसका जाति नहीं जाति है , इस लिए उसे जाती कहते हैं,,, अगर लड़की है तो दूसरे समाज में चली जाती है पर भी जाती नहीं जाती,
अगर बंदा धर्म चेंज कर लेता है तब भी जाति नहीं जाती है,,
इसी बात को लोग बोलते है मै आदिवासी हूं,,, उनसे ये पूछो कि क्या धर्म मानते हो,, अपने डॉक्युमेंट में क्या लिखते हो,,,
वहीं पे सारा दूध का दूध,,और पानी का पानी हो जाएगा,,
टाइटल पे नहीं जाना है,,,
कुछ फायदा देख कर ही उस धर्म में चला गया,,, अब उस धर्म से आदिवासी का दोहरी फायदा नहीं चलेगा,,,,
जिस धर्म में जो नियम है वही मिलेगा,,,
सबको संविधान पढ़ना चाहिए,,, फिर ये सब बोलने की जरूरत नहीं पड़ेगी,,,
या घर वापसी हो जाओ,,, और आदिवासी समाज को आगे उठाओ,,, आगे बढ़ाओ,,,
ये मेरी आप लोगों से सलाह है,,,🙏🙏🙏
Jo aadiwasi Hindu dharam apna liya uska kya??
जाति वयवस्था हिन्दू धर्म में होता हैं। अन्य धर्म मे जाति वयवस्था नहीं होता हैं।
Kaise nahi hota hai?munda santhal oraon ho kharia kya hai jaati hai yaa dharam😅😅😅😅😅
हमें संविधान से सरना धर्मकोड तो मिला ही नहीं है
तो हम आदिवासी भाई बहन कौन सा धर्म को मानेंगे
तू भी प्रभु यीशु के सामने घुटने टेकेगा येशु की जय
😂😂😂😂
Bacha wala bat
Chal haat
माननीय सुप्रीम कोर्ट के आदेश की गलत व्याख्या पर कोर्ट की अवमानना में फंस जाओगे पत्रकार भाई।
ये खुद अपने में क्लियर नहीं हैं 😂😂😂😂
आपने राजनीतिक का कोई मुद्दा नहीं मिला तो मिला इसाई धर्म कब तक करोगे धर्म का राजनीतिक
Isai logon ka jaati Praman nirast kar do Isai Aadivasi Nahin Hai. Isai Logon Ko jawab dena Hoga yahi hai mauka Nahin chhodana chahie jawab dena Hoga dena hoga
Soma oraon kud hindu bna hai
@SantoshBaa sarna log thore sarna lekte hai sarna log hindu hi lekte hai😁😆😅😂🤣😜
सारना लोग हिन्दू लिखते हैं तो आदिवासी कैसे।
@@samsonDhanwar sarna to adivasi ka ek demand hai filhal ke liye to Hindu hi likhate hain na. Sarna code lagu ho jaega to sarna lekhega. Nitna v nhi patta to tum kya lekte ho?
Ab aapko turant nokri miljayega bhai
Jati alag hai dharam
Alag hai
Religion aur cast me difference jano tab bahash karo murkh banana band karo aur pahle padhai karo
अनुसूचित जनजातिश्रेणी धर्म के आधार पर नहीं जाति के आधार पर दिया गया है।
अनुच्छेद 342 को भी 341 की तरह संशोधित किया जाए ।
💪💪💪💪💪💪💪
तुम लोग सरना धर्म के लिए मांग करें।
Good 👍👍 100%Sahi hai
Jo bhi adivasi ho ya koi or jati ka jo bhi convert huwa hai unka jati certificate cancel ho
जाति कभी नही जाती...महोदय
Arachhan khatam hone se mera ghanta fark nahi padne wala hai.
Bharat kisi baap ka desh nahi hai yah dharm nirpekhs desh hai sabhi dharmon ka barabri ka adhikar hai
Jo adivasi hindu dharam me hastarantrit hue hain unka bhi jati praman patr radd ho
Comment karne wale माननीय शदस्य गण.
कोई मुझे बताए Difference BETWEEN "Cast"& "Religion".
सबसे पहले आपको अपनी चेहरे आईना में देखने का समय निकाल लें। इसके बाद आगे बढ़ने का सोचें।
Sarna wale ko lagta hai jyada milega .lekin aisa nahi hoga.
Jo adivashi hindu dharm mante hai uska bhi jati Radd hona chahiye
Bjp ejent hai ye to isai ejent ho D Listing hi adiwasi ka nyay hoga Inka hak isai ko na mile❤
Jaati praman Patra jaati ke liye hai na ki Dharm ke liye Dharm koi bhi kisi Dharm Ko man sakta hai yah Bhartiya sanvidhan ka Adhikar hai
Paise ke liye dharm parivartan karne wale desh ke liye khatra hai
Savidhan me jati aadhar par aarkshan milta hai jab dharm parivartan kar liya to wah apna jati prampa ko khatm kar diya hai
galat k prati ankush lagna hee chahiye ye bilkul sahi pahal hai JOHAR 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Jai sarna jai adivasi
Jo bol raha hai usi ka pahle janch hona chahiye
जाति हर धर्म में है बस कोई कोई धर्म में भेद भाव नहीं करते हैं
जय श्रीराम 😄😄👍
Jharkhand me Christian ka bolwala hey B J P ka raj nahi hey kuch nahi kar pawoge
Adivasi ager Christian ban gya to phir adivasi kaise kahlayega, example ager hindu convert hoker muslim banta hai to wo hindu nhi muslim niyam apnata hai usi tarah adivasi ager Christian banta hai to wo adivasi nhi Christian kahlata hai
पूँछवाली तुम्हें इतनी भी समझ नहीं की जाति और धर्म क्या होता है कहाँ कहाँ से ज्ञान लेके आ जाते हो ज्ञान देने जा जाके कहीं अच्छा से पढ ले तुम अभी छोटा पूँछवाला हो जब बड़ा पूँछवाला हो जायगा तो मेरे पास आना हम अच्छी तरह से समझा देंगे जाति और धर्म के बारे में
Jai sarna ma