क्या बात है महाराज?सुबह का भूला शाम को घर अा जाये;वो भूला नहीं कहलाता है;ये बुन्देली की एक कहावत है;ऐसे ही आपकी पुरानी बेमिसाल जोड़ी है;आप जितना इनसे कह पायेगे उतना अन्य से नही;क्योंकि आप दोनों की गायकी मे अपनापन झलकता है;वो प्रस्तुति दी है आप दोनों ने जिसका कोई जवाब नही है;आप दोनों की बहुत ही मधुर आवाज अौर दहराव जो;गायकी के लिये मुख्य होती है ;दिल से शुभकामनाएँ । डॉ.रमाकान्त पाल(बुन्देली श्रोता)
बहुत सुन्दर भाईसाब
Jay Bundelkhand❤❤❤
गजब क्या बात है बहुत सुंदर गाया आनंद ही आनंद आदरणीय भैया पटेरिया जी
बहुत बहुत धन्यवाद आदरणीय
बहुत ही अच्छा, पटेरिया जी🙏🙏
बहुत बहुत धन्यवाद जी
महाराज की जय हो
धन्यवाद सेंगर साब
क्या बात है महाराज?सुबह का भूला शाम को घर अा जाये;वो भूला नहीं कहलाता है;ये बुन्देली की एक कहावत है;ऐसे ही आपकी पुरानी बेमिसाल जोड़ी है;आप जितना इनसे कह पायेगे उतना अन्य से नही;क्योंकि आप दोनों की गायकी मे अपनापन झलकता है;वो प्रस्तुति दी है आप दोनों ने जिसका कोई जवाब नही है;आप दोनों की बहुत ही मधुर आवाज अौर दहराव जो;गायकी के लिये मुख्य होती है ;दिल से शुभकामनाएँ ।
डॉ.रमाकान्त पाल(बुन्देली श्रोता)
न्यू मो
आप जैसे महान श्रोताओं से हम जैसे कलाकारों को बहुत ऊर्जा मिलती है सदा स्नेह बनाए रखें आदरणीय बहुत बहुत धन्यवाद
जय हो दीदी जी 🙏🙏
Thank you