समाधि कोई साधारण शब्द नहीं है। यह साधारण लोगों की समझ से बाहर की चीज है। समाधि एक घंटे से लेकर हजारों सालों की हो सकती है। जहाँ विज्ञान की सोच खत्म होती है वहां से अध्यात्म शुरू होता है।खोजने पर हिमालय, पहाड़ों की गुफाओं में समाधिस्थ योगी मिल जायेगें। किसी की भावना को ठेस नहीं पहुंचाना चाहिए।
Pranayam =to bring PRAN IN OTHER STATE,IN THIS STATE ,PRAN IS IN MICRO STATE,WHICH NEEDS NO FUNCTION IN BODY , THIS CAN BE DONE BY SAGES.BEYYOND THE POWER OF COMMON MAN TO UNDERSTAND.
Kuchh Na Kuchh To Inko karna hai na Ashutosh Maharaj ji ko Yahi chahie Samadhi se jagane Hote Kaun Hai Samadhi se jagane wali Maharaj ji apni Marji Se Samadhi Mein gaye hain Vishva Kalyan ke liye Samadhi Se Wapas aaenge Inki sacchai bhi Inki bhi Pol khul Jayegi
Then what the hell he is waiting for? Just get up and shut the intelligent people of this day sndagefor good! Let all those who have taken samadhi so far gather together on the Moon and come Infront of the lunar camera and talk to the world! Can't they do that if a man has the ability to go to the moon live. And from now any god who wants to come on this earth better he never walks on the earth Instead he just appears on the sky from thin air remain floating all the time and doesn't become any less then today's most INTELLIGENT HUMAN BEING!!?
Poori bheed mai ,koye bhee sadhu nahi hai ,samay barbaad hai. Ye aisa hi hai jaise 4 andho se hathi ke bare mai gyan. Mark Anderson puran can through light on return of soul.
@@premchandratewari8033 कहते हैं कि अंगूर मुह में नहीं आये तो खट्टे हैं आप शायद जनवरों की संगति में रह रहे हैं कभी किसी पहुचे हुए संतों का संत सग नहीं मिला और ऐसे लोग ईश्वर पर अगुली उठाते हैं तो इंसान की क्या बात
समाधि का कोई समय निश्चित नहीं है महापुरुष हजारों वर्ष तक अमाधिष्ट् रहे हैं ! रामचरित मानस में मनु सतरूपा की समाधि अवस्था में शरीर पर दीमक चढ़ गई थी महादेव के लिए भी एक चौपाई है :-- बीते सम्मत सहस सत्तासी ! तजी समाधि शंभु अविनाशी !!
देखिए ये साध्वी ब्रह्म ज्ञानी है तो शास्त्रार्थ करावो इनको । ये दौलत का मामला तो नहीं है।ये जिद मत करना मृत्यु हो जायेगी। भौतिक संसार के विषयों के लिए जिद है आध्यात्म अलग विषय है।
प्रिय वन्धु ,कहावत है कि गुरु की बात गुरु जाने ,महात्मा समाधिष्ट है मां आशुतोस्वरी उन्हें समाधि से वापस लाने हेतु समाधिष्ट हुइ है ये बातें आम लोगों के दायरे से बाहर की बात है।इस आशय पर ज्यादा तर्क -वितर्क करना भर्ममूलक या निर्रथक ही तो है
समाधि एक बहुत बड़े अवस्था होती है जिसे हमारे ऋषि मुनियों ने saghan अध्ययन करके सारे जीवंत जो भी विज्ञान है उनसे खड़ी हुई है और समाधि अवस्था के कारण ही सारे व्यंजन और सर की उत्पत्ति हुई और यही समाधि की अवस्था से सारे विज्ञान आज विकास कर रहा
Channel ka naam kharab kar rahe hai. Aaj tak, Hindune hi Hindu se dushmani kar ke desh aur Dharm ko dhoka diya hai. Baaki Dharm ke log iss tarah apne Dharm ka laundry sarwajanik taur se nahi dhoyenge.
सारे के सारे साध्वी और साधु जो आज समाधि से उठाने का दावा कर रहे हैं ये बहुत पहले ही महाराज श्री के संस्थान को छोड़ चुके हैं और अपने आप को सही साबित करने के लिए संस्थान पर गलत आरोप लगा रहे हैं और साथ ही साथ अपने आप का जो स्तर है वह भी यह भी संसार को दिखा रहें हैं... महाराज श्री में इतना सामर्थ है कि वह खुद से समाधि में आ सकते हैं.... रही बात संस्थान की वह वीडियो का तो उसमें जो बातें कही गई है उसका अर्थ कुछ और है लेकिन यह इसको गलत तरीके से दिखा कर सबको भ्रमित कर रहे हैं... यह सत्य है की अगर शिष्य प्रार्थना करें तो गुरु समाधि से वापस आ सकते हैं... लेकिन यह इतना आसान नहीं होता और यही बात उसे वीडियो में दिखाई गई है और बताई गई है लेकिन यह महादेव बाबा जिनका नाम पहले कुछ और था यह सब को भ्रमित करके अपने आप को साबित करना चाहते हैं एक पूर्ण गुरु की तरह... शर्मनाक हैं यह पूरी तरह !
अरे, एंकर तो बात को समझना ही नहीं चाहते । वो किसी को अपनी बात को रखने ही नहीं देते । न सन्यासी और ब्रह्मचारी, न डॉक्टर न कोई एक्सपर्ट । हर एक की बात को काट रेहे हैं। पैनलिस्ट और दर्शकों का अमूल्य समय को बरबाद कर दिया ।
समाधि को समझना हम सामान्य लोगो की बस की बात नहीं है। समाधि में चेतन के द्वारा जड़ समाधिस्थ सेसूक्ष्म चैतन्य द्वारा संपर्क किया जा सकता है।यह महा योग की पराकाष्ठा ही समाधि है,,।
मैंने सुना है कि कोई बोध्द भिक्षुक दो हजार वर्ष से समाधि में है उनका शरीर केवल ढाचा रह गया है मगर सासे चल रही है और एक और किस्सा है कि एक व्यक्ति ने ध्यान में जाने के बाद वापस जिवित अवस्था में नहीं आए थे तो हमारे गुरु जी उनकों केवल एक झटका दिया था और तुंरत जिवित अवस्था में आ गए थे
धर्मगुरु शैलेश जी को समाधि के विषय में घोर अल्पज्ञता है। इसलिए एक बार परमहंस योगानन्द जी द्वारा लिखी योगिकाथामृत अवश्य ही पढ़ लेना चाहिए। जो भगवान आशुतोष महाराज श्री की समाधि के विषय में बेकार की झिक झिक कर रहे हैं।
टाइम्स नाउ को निवेदन डिबेट में गुजरात के जुनागढ के पास मेंदरडा गांव में दशरथ बापू का आश्रम है ओर दूसरा आबुरोड सिद्ध आश्रम है उनको डिबेट में बुलाओ आपको ठीक से समझा शकेगें
योग मे समाधि अवस्था की समय सीमा निर्धारित नहीं होती है हमारे प्राचीन सिद्ध ऋषि मुनिजन कई वर्षो तक समाधिस्त रहते थे ध्यान से कई प्रकार की सिद्धियां प्राप्त करते थे जहां विज्ञान नहीं पहुंच सकता है वहा तक एक सिद्ध योगी पहुंच सकता है आज के बुद्धिजीवी लोगो की नजर मे यह सिर्फ एक ढोंग ही हो सकता है जय सनातन 🚩🚩
एंकर को इस तरह चिल्लाते देख अच्छा नहीं लगता। उन्होंने लोगों बुलाया है तो आने वाले लोगों की बात शान्ति से सुनना चाहिए। बहुत जोर जोर से चिल्लाते हैं। आराम से बात करना चाहिए।
।। जितने लोग लुगाई जो आज जीवित है उनके अपने पूरे जीवन काल में ऐसी कोई घटना है जिसमें किसी ने समाधि का ढिंढोरा पीटकर समाधि में लीन हुए हैं और पुनः समाधि में से जीवित हुए हैं तो उत्तर होगा नही हमने ऐसा देखा नही है लेकिन कुछ ऐसे घटनाएं अवश्य है जिसमें मृत व्यक्ति अचानक जीवित हुए हैं और डॉक्टर ने भी बहुत ही मृत को उपचार से जीवन दान दिया है।।
Sanjivan Samadhi Sant Dnyaneshwar Maharaj ne li thi 21 warsh ki ayu me, in the year 1296 at Alandi. Parkaya prawesh is also done by Shankaracharya and many other Yogis. I am certain about it. The only thing is to see whether this one is a successful attempt or not; have patience. The Book-Popats (Kitabi-Tota) with no experience of self, should refrain from being judgmental and look silly.
धर्म की आस्था प्र इस कल युग में भगवान ना तो महाराज गुरु को ना ही सिसय को स्वर्ग से वापिस आने देगा कियू की एशा हुवा तो स्वर्ग का भगवान का सब को पता चल जायेगा और एशा इस कल युग में नही होने देंगे भगवान इनका विस्वास सच ह प्र भगवान इने अपने भगतो को वापिस आने ही नही देगे उने अपने चरणों में जगह देगे
लखनऊ मैं समाधि की पब्लिसिटी लेने के आडम्बर रच रहे हैं आशुतोष महाराज जी से जो दीक्षित होगा वह शिष्य या शिष्या ऐसा नहीं कर सकते हैं यह बस पब्लिसिटी लेनी है
Sir, Chhapra, Bihar me ek Village hai Balesara (बलेसरा) jaha ek बिर्जा बाबा naam ke Sadhu the jinhone aaj se sixty years pahle samadhi liye the. Samadhi me jane se pehle unhone logon ko bataya tha ki jab samadhi ke under se Ram Ram .... ki aawaj aaye to samajhna mai abhi jinda hun aur aawaj na aaye to samajhna main Ram ke pas ja chuka hun. Aap yakin kijiye lagabhag subah ka dophar ho gaya tab jakar unka aawaj aana band ho gaya. Aaj unke samadhi ke uper mandir bana hai aur us village ke uper koi sankat ho pahle pata chal jata hai tatha aaj bhi unki puja ki jati hai.
महाराज आशुतोष का आंखों देखा हाल अगर आप सुन्ना चाहते है तोह महाराज अशुतोष के रह चुके पूरन सिंह ड्राइवर से सुन सकते है। पूरन सिंह ड्राइवर ने लंबा अरसा महाराज अशुतोष के साथ बिताया है ।
Horrible program. The anchor was absolutely NOT interested in listening to anyone. Not the doctor's, not the sanyasis, brahmacharis or any of the experts. He's NOT ALLOWING anyone to have his/her say. I think the only way to shut him up is to say what he wants to be said. That this whole thing is a sham. That's all. One hour of precious time of panelists and viewers totally wasted.
स्टूडियो में बैठकर बात कही जा रही है तो महाराज जी सामने भी गुरू भक्त है कम से कम साधबी जी की गुरु भगति पर प्रशन्न ना लगाईये बाकी सब समय पर छोड़ दो जय श्री राम जय हनुमान
ये जो भगवा पहन कर स्टूडियो में बैठे हुए हैं ये गुरू द्रोही है हसीं उड़ाई जा रही है तो महाराज जी हमें तो आप पाखण्डी नजर आ रहें है जिस तरह से आप एक गुरू माँ कि समाधि को स्टूडियो में बेठ मज़ाक बना रहे हो सरम आनी चाहिए आप लोगों को क्या ऐसी सिक्षा दिया है आप के माता-पिता ओर गुरू जनों ने मे एक कम पडा लिखा हूँ वेल्डर हूँ मुझे ग्यान है कि किस प्रकार कीसी से चर्चा करनी चाहिए सरम करो आप लोगों को भगवान श्री हरि विष्णु आप को माफ़ करें ऐसी कामना करता हूँ जय श्री राम जय हनुमान
समाधि मं गए हुए व्यक्ति के शरीर में मुर्दे जैसी हरकत नही होगा । समाधि में प्रवेश कर बाद शरीर की अवस्था में ताजगी बनी रहेगी आयु का असर भी नही होगा । हजारों-हजार वर्षों के बाद भी शरीर उसी अवस्था मे रहेगा जिस अवस्था में वह समाधि में गया है ।
एक बात साबित होती है। रिपोरटर जाता है तो वहां वो उसको अधिक बोलने नही दिया जाता। वही बात सटुडियों मे बात उलटी हो जाती है। यहां एंकर किसी को भी पुरा नही बोलने दे रहा।
अगर क्रोध साधु करना छोर देगा न तो समाज में अनैतिकता आतंक का बोल बाला होगा। साधु के क्रोध श्राप से डर के कारण ही बड़े बड़े राजा भी डरते थे। इसलिए मूर्खतापूर्ण बात न करे। आज राम मंदिर का जो निर्माण हो पाया साधु संतो के क्रोध और उनके संकल्प शक्ति के कारण हुआ है है।
समाधि कोई साधारण शब्द नहीं है। यह साधारण लोगों की समझ से बाहर की चीज है। समाधि एक घंटे से लेकर हजारों सालों की हो सकती है। जहाँ विज्ञान की सोच खत्म होती है वहां से अध्यात्म शुरू होता है।खोजने पर हिमालय, पहाड़ों की गुफाओं में समाधिस्थ योगी मिल जायेगें। किसी की भावना को ठेस नहीं पहुंचाना चाहिए।
Pranayam =to bring PRAN IN OTHER STATE,IN THIS STATE ,PRAN IS IN MICRO STATE,WHICH NEEDS NO FUNCTION IN BODY ,
THIS CAN BE DONE BY SAGES.BEYYOND THE POWER OF COMMON MAN TO UNDERSTAND.
बिल्कुल सत्य है साधुवाद
❤ जय श्री राम जय जय राम ❤
Satya.
Bhaeesaab, kya aap bhi meri rarah Adhyathma ke path per he .... ur comment showing ur spiritual maturity ..
इनको कया जरूरत पड़ गई आशुतोष महाराज जी को समाधि से उठाने की
Kuchh Na Kuchh To Inko karna hai na Ashutosh Maharaj ji ko Yahi chahie Samadhi se jagane Hote Kaun Hai Samadhi se jagane wali Maharaj ji apni Marji Se Samadhi Mein gaye hain Vishva Kalyan ke liye Samadhi Se Wapas aaenge Inki sacchai bhi Inki bhi Pol khul Jayegi
समाधि हर किसी का खेल नहीं है, महाराज जी पूर्ण गुरु है समाधी से आते ही सबकी बोलती बन्द हो जायेगी सत्य मेव जयते
Then what the hell he is waiting for? Just get up and shut the intelligent people of this day sndagefor good! Let all those who have taken samadhi so far gather together on the Moon and come Infront of the lunar camera and talk to the world! Can't they do that if a man has the ability to go to the moon live. And from now any god who wants to come on this earth better he never walks on the earth
Instead he just appears on the sky from thin air
remain floating all the time and doesn't become any less then today's most INTELLIGENT HUMAN BEING!!?
कबतक आएंगे भाई
यंकर महोदय बहुत ज्यादा किचपच करके किसी भी मेहमान से कुछ भी सपष्ट नही करने दे रहा ।इस प्रकार के फालतू एंकर को धर्म पर बहस नही करना चाहिए ।
जी सत्य बात कह रहे हैं। कम से कम लोगों की बात सुननी चाहिए। ज्यादा ज्ञानी बन रहे हैं। बहुत गलत व्यवहार कर रहे हैं।
Ye bahut hi chutiyapa kr raha h
Poori bheed mai ,koye bhee sadhu nahi hai ,samay barbaad hai.
Ye aisa hi hai jaise 4 andho se hathi ke bare mai gyan. Mark Anderson puran can through light on return of soul.
Very true comment.
hey prabhu hey Prabhu ashutosh enko satbuddhi dena prabhu 🙏
Jai Maharaj ji ki
Aacharya Shailesh ki baton se mai sahmat hoon
Jai shri Ashutosh Maharaj Ji ki ❤❤
Jai Maharaj ji ki
डाक्टर साहब ने सही बताया है
जयश्रीराम हरे कृष्णा 🙏🙏
ये पाखंडी लोग दिव्य गुरु श्री आशुतोष महाराज जी की समाधि भंग करना चाहते हैं
Super newes veryi importent video thanku this news
किसी साधक योगी को बुलाना चाहिए जिसने प्राण साधना अभ्यास किया हो । इसके लिऐ हिमालय जाना होगा । परकाया प्रवेश सिद्धि भी तो वर्णित है ।
Bhagwat Geeta mai pran ke baremai
Kaha hai ,pranpoore shareer mai hai bhee nahi bhee.jai se wayu,sabjagah hai or kahi bhee nahi hai .
Yes
हमारे एक गुरु भाई भी तीन दिन के लिए समाधि में गए थे जिनका भी जिवित प्रमाण नहीं मिला किंतु तीन दिन बाद वापस जिवित अवस्था में आ गए थे
Bewkoof ,anant gyan par notanki kar rahe hain.
@@premchandratewari8033 कहते हैं कि अंगूर मुह में नहीं आये तो खट्टे हैं
आप शायद जनवरों की संगति में रह रहे हैं कभी किसी पहुचे हुए संतों का संत सग नहीं मिला
और ऐसे लोग ईश्वर पर अगुली उठाते हैं तो इंसान की क्या बात
Ashutosh maharaj ki jai💪🙏
समाधि का कोई समय निश्चित नहीं है महापुरुष हजारों वर्ष तक अमाधिष्ट् रहे हैं ! रामचरित मानस में मनु सतरूपा की समाधि अवस्था में शरीर पर दीमक चढ़ गई थी महादेव के लिए भी एक चौपाई है :-- बीते सम्मत सहस सत्तासी ! तजी समाधि शंभु अविनाशी !!
Meri guarantee Koi Nahin aaega Main Koi Sadhu Sant Nahin hun fir bhi bol raha hun yah log Apne aashram Ko chalane ke liye drama kar rahe hain
बहुत ही बढिया तर्क दे रहे हैं पाखंडी स्वामी जी
इस डिबेट में कोई खास योग्य व्यक्ति नहीं है
Ashutosh maharaj ji ki jai ho 🙏🙏
जीवन में समाधि लेना अपना अपना अधिकार क्षेत्र है
Jai shree Ram. Jai shree Bageshwar dham. Jai shree. Jai Hindu Rastra. Jago sanatani Jago
Koti naman sadhvi ko jo 6 logo ke sath apane guru ke bachano par tiki hai
Ashutosh maharaj. Ji navyug ke guru hai❤❤❤
इन्हें ज्ञानगंज में समाधि की स्थिति का प्रशिक्षण लेना चाहिए जो हिमालय के तिब्बत तलती पर स्थित है!
आपकी जानकारी देखकर लग रहा है ज्ञानगंज का रास्ता आपने ही ढूंढा है।
Some time back we had no idea that we can fly in the sky and travel from one place to other. We are uneducated in the subject.
जय माता दी🙏🔱🙏
देखिए ये साध्वी ब्रह्म ज्ञानी है तो शास्त्रार्थ करावो इनको ।
ये दौलत का मामला तो नहीं है।ये जिद मत करना मृत्यु हो जायेगी। भौतिक संसार के विषयों के लिए जिद है आध्यात्म अलग विषय है।
प्रिय वन्धु ,कहावत है कि गुरु की बात गुरु जाने ,महात्मा समाधिष्ट है मां आशुतोस्वरी उन्हें
समाधि से वापस लाने हेतु समाधिष्ट हुइ है ये बातें आम लोगों के दायरे से बाहर की बात है।इस आशय पर ज्यादा तर्क -वितर्क करना भर्ममूलक या निर्रथक ही तो है
Salute for doctor❤❤❤❤❤
❤ जय जय श्री राम ❤
समाधि एक बहुत बड़े अवस्था होती है जिसे हमारे ऋषि मुनियों ने saghan अध्ययन करके सारे जीवंत जो भी विज्ञान है उनसे खड़ी हुई है और समाधि अवस्था के कारण ही सारे व्यंजन और सर की उत्पत्ति हुई और यही समाधि की अवस्था से सारे विज्ञान आज विकास कर रहा
ऐंकर के नाम से ही हमको शक था ।
Channel ka naam kharab kar rahe hai. Aaj tak, Hindune hi Hindu se dushmani kar ke desh aur Dharm ko dhoka diya hai. Baaki Dharm ke log iss tarah apne Dharm ka laundry sarwajanik taur se nahi dhoyenge.
सारे के सारे साध्वी और साधु जो आज समाधि से उठाने का दावा कर रहे हैं ये बहुत पहले ही महाराज श्री के संस्थान को छोड़ चुके हैं और अपने आप को सही साबित करने के लिए संस्थान पर गलत आरोप लगा रहे हैं और साथ ही साथ अपने आप का जो स्तर है वह भी यह भी संसार को दिखा रहें हैं... महाराज श्री में इतना सामर्थ है कि वह खुद से समाधि में आ सकते हैं.... रही बात संस्थान की वह वीडियो का तो उसमें जो बातें कही गई है उसका अर्थ कुछ और है लेकिन यह इसको गलत तरीके से दिखा कर सबको भ्रमित कर रहे हैं... यह सत्य है की अगर शिष्य प्रार्थना करें तो गुरु समाधि से वापस आ सकते हैं... लेकिन यह इतना आसान नहीं होता और यही बात उसे वीडियो में दिखाई गई है और बताई गई है लेकिन यह महादेव बाबा जिनका नाम पहले कुछ और था यह सब को भ्रमित करके अपने आप को साबित करना चाहते हैं एक पूर्ण गुरु की तरह... शर्मनाक हैं यह पूरी तरह !
Jai Maharaj ji ki
Sansthan pehle hi apne official page se uske bayanbaji ko kharij kar chuka hai
Jai Maharaj ji ki🙏
अरे, एंकर तो बात को समझना ही नहीं चाहते । वो किसी को अपनी बात को रखने ही नहीं देते ।
न सन्यासी और ब्रह्मचारी, न डॉक्टर न कोई एक्सपर्ट । हर एक की बात को काट रेहे हैं।
पैनलिस्ट और दर्शकों का अमूल्य समय को बरबाद कर दिया ।
समाधि को समझना हम सामान्य लोगो की बस की बात नहीं है। समाधि में चेतन के द्वारा जड़ समाधिस्थ सेसूक्ष्म चैतन्य द्वारा संपर्क किया जा सकता है।यह महा योग की पराकाष्ठा ही समाधि है,,।
ये कोई साधक नहीं हैं, धन संग्रह का नया फंडा है। भगवान् बचाए ऐसे ठगों से।। ओम नमो नारायण।।
आदि शंकराचार्य के समय अगर TV मीडिया होता तो कभी भी देह ट्रांसफर नही कर पाते।
मैंने सुना है कि कोई बोध्द भिक्षुक दो हजार वर्ष से समाधि में है उनका शरीर केवल ढाचा रह गया है मगर सासे चल रही है
और एक और किस्सा है कि एक व्यक्ति ने ध्यान में जाने के बाद वापस जिवित अवस्था में नहीं आए थे तो हमारे गुरु जी उनकों केवल एक झटका दिया था और तुंरत जिवित अवस्था में आ गए थे
धर्मगुरु शैलेश जी को समाधि के विषय में घोर अल्पज्ञता है। इसलिए एक बार परमहंस योगानन्द जी द्वारा लिखी योगिकाथामृत अवश्य ही पढ़ लेना चाहिए। जो भगवान आशुतोष महाराज श्री की समाधि के विषय में बेकार की झिक झिक कर रहे हैं।
ये पत्रकार अपने आप को बहुत बड़ा महान समझता हें
क्या शरीर को कोई नुक्सान पहुचाए बीना शरीर से आत्मा को निकाला जा सकता है
इन माता जी का इतिहास तलाश कीजिये, समाधि कोई गुडडे गुड़ियों का खेल नहीं है
Samaj ke beech rehne wale ,bak bak hi karenge.
समाधि से वापस आने का अनिश्चित समय होताहै। जैसे किसी की मृत्यु निश्चित है परंतु कब होगी यह अनिश्चित है,,।
Shreeseetaraam...
Shreeseetaraam...
एंकर के नाम पर धबा है और मजाक बना रहा धर्म का
ये पत्रकार महोदय इतना लपर लपर बोलता है शिर्फ अपनी सुना रहा है किसी की बात पुर्ण रुप से सही से न तो सुन रहा है, न तो बोलने दे रहा है,
इतने दिनों तक आत्मा नहीं भटकती है . गुरु की आत्मा का प्रवेश नहीं होगा
टाइम्स नाउ को निवेदन डिबेट में गुजरात के जुनागढ के पास मेंदरडा गांव में दशरथ बापू का आश्रम है ओर दूसरा आबुरोड सिद्ध आश्रम है उनको डिबेट में बुलाओ आपको ठीक से समझा शकेगें
योग मे समाधि अवस्था की समय सीमा निर्धारित नहीं होती है हमारे प्राचीन सिद्ध ऋषि मुनिजन कई वर्षो तक समाधिस्त रहते थे ध्यान से कई प्रकार की सिद्धियां प्राप्त करते थे जहां विज्ञान नहीं पहुंच सकता है वहा तक एक सिद्ध योगी पहुंच सकता है आज के बुद्धिजीवी लोगो की नजर मे यह सिर्फ एक ढोंग ही हो सकता है
जय सनातन 🚩🚩
एंकर को इस तरह चिल्लाते देख अच्छा नहीं लगता। उन्होंने लोगों बुलाया है तो आने वाले लोगों की बात शान्ति से सुनना चाहिए। बहुत जोर जोर से चिल्लाते हैं। आराम से बात करना चाहिए।
जय सनातन धर्म कि ❤
।। जितने लोग लुगाई जो आज जीवित है उनके अपने पूरे जीवन काल में ऐसी कोई घटना है जिसमें किसी ने समाधि का ढिंढोरा पीटकर समाधि में लीन हुए हैं और पुनः समाधि में से जीवित हुए हैं तो उत्तर होगा नही हमने ऐसा देखा नही है लेकिन कुछ ऐसे घटनाएं अवश्य है जिसमें मृत व्यक्ति अचानक जीवित हुए हैं और डॉक्टर ने भी बहुत ही मृत को उपचार से जीवन दान दिया है।।
जो संतों पर भरोसा नहीं करते संतों को ऐसे शो में नहीं जाना चाहिए।
Sanjivan Samadhi Sant Dnyaneshwar Maharaj ne li thi 21 warsh ki ayu me, in the year 1296 at Alandi. Parkaya prawesh is also done by Shankaracharya and many other Yogis. I am certain about it. The only thing is to see whether this one is a successful attempt or not; have patience. The Book-Popats (Kitabi-Tota) with no experience of self, should refrain from being judgmental and look silly.
मॉडर्न विज्ञानं या मेडिकल साइंस अभी इम्प्रूव कर रही है। योग अध्यात्म विज्ञानं के आगे मॉडर्न विज्ञानं अभी बहुत छोटी है और अधूरी है
धर्म की आस्था प्र इस कल युग में भगवान ना तो महाराज गुरु को ना ही सिसय को स्वर्ग से वापिस आने देगा कियू की एशा हुवा तो स्वर्ग का भगवान का सब को पता चल जायेगा और एशा इस कल युग में नही होने देंगे भगवान इनका विस्वास सच ह प्र भगवान इने अपने भगतो को वापिस आने ही नही देगे उने अपने चरणों में जगह देगे
समाधि पर डाक्टर और पत्रकार बहस करने के योग्य नही है।
इन लोगों का कोई धर्म नही यह पाखंडी लोग हैं Dr Nahi Police in logo ki achhi तरह से पूछताछ होनी चाहिए
ये है महा ठगनी हम जानी , पढ़ी है मगर महा अभि मानी।।
मे सौ प्रतिशत समाधि को सत्य मानता हू माताजी के श्री शरणो मे नमन करता हू
🙏🙏🙏🙏❤❤❤❤omg
लखनऊ मैं समाधि की पब्लिसिटी लेने के आडम्बर रच रहे हैं आशुतोष महाराज जी से जो दीक्षित होगा वह शिष्य या शिष्या ऐसा नहीं कर सकते हैं यह बस पब्लिसिटी लेनी है
चर्चा का निष्कर्ष मिलता यदि पार्टिसिपेंट्स सकारात्मक होते!!!
Sir, Chhapra, Bihar me ek Village hai Balesara (बलेसरा) jaha ek बिर्जा बाबा naam ke Sadhu the jinhone aaj se sixty years pahle samadhi liye the. Samadhi me jane se pehle unhone logon ko bataya tha ki jab samadhi ke under se Ram Ram .... ki aawaj aaye to samajhna mai abhi jinda hun aur aawaj na aaye to samajhna main Ram ke pas ja chuka hun. Aap yakin kijiye lagabhag subah ka dophar ho gaya tab jakar unka aawaj aana band ho gaya. Aaj unke samadhi ke uper mandir bana hai aur us village ke uper koi sankat ho pahle pata chal jata hai tatha aaj bhi unki puja ki jati hai.
महाशय तर्क -वितर्क करना उचित है, लेकिन मां
आशुतोस्वरी के समाधिष्ट शरीर को कम्बल से ढकने जैसी बातों पर वेहुदा तर्क करना कहां तक उचित है?
Jay Hindu Rastra Jaysreeram 🚩🕉️🛕
21 वीं शताब्दी में ऐसा अन्धविश्वास शर्मनाक है।कोई मर के कैसे जीवित हो जाएगा ।
महाराज आशुतोष का आंखों देखा हाल अगर आप सुन्ना चाहते है तोह महाराज अशुतोष के रह चुके पूरन सिंह ड्राइवर से सुन सकते है। पूरन सिंह ड्राइवर ने लंबा अरसा महाराज अशुतोष के साथ बिताया है ।
समाधि विज्ञान से ऊपर परा विज्ञान की पराकाष्ठा है अध्यात्म को समाधि से जोड़ना विज्ञान से परे विषय है,,।
बाल्मीकि और च्यवन ऋषि दोनों समाधि में थे और उनके शरीर को असंख्य दीमकों ने घर बना कर ढक लिया था।।
ये ब्रह्म ज्ञान नहीं , भ्रम ज्ञान है।कोई भी दावा मान्य नहीं है।।
The person who is running this debate should have experienced the 7th सहस्र chakra through deep ध्यान or else it is a meaningless debate.
आस्था और अंध विश्वाश दोनों एक ही है
समाधि की स्थिति में शरीर पर काल ( समय ) का असर नहीं होता है। यदि शरीर में सड़न उत्पन्न होने लगे तो समाधि नहीं है ।
यहां पर एंकर के अलावा कोई और ज्ञानी नही है पता नही इतने सारे लोगों को क्यों बुलाया गया होगा
Jai shevagirri maharaj
हिमालय में समाधि लेते हैं इसलिए फ्रीजर से बॉडी को सही रख ना शिष्य का धर्म है
जो समाधि में जाते हैं उनको फ्रीज में नहीं रखा जाता है।
350 साल पहले रेन (merta city) में समाधि में गये थे व 36 घंटे बाद वापिस समाधि से बाहर आये थे महाराज
चर्च में अधिकांश लोग पूर्वाग्रह ग्रसित हैं!!!
यह धंधा इतना बढ़ जाएगा लोग सोचेंगे किसी तरीके से उंगली से बच्चा पैदा हो जाए क्योंकि आदमी की ख्वाहिश से कभी खत्म नहीं होती है
Horrible program. The anchor was absolutely NOT interested in listening to anyone. Not the doctor's, not the sanyasis, brahmacharis or any of the experts. He's NOT ALLOWING anyone to have his/her say. I think the only way to shut him up is to say what he wants to be said. That this whole thing is a sham. That's all. One hour of precious time of panelists and viewers totally wasted.
स्टूडियो में बैठकर बात कही जा रही है तो महाराज जी सामने भी गुरू भक्त है कम से कम साधबी जी की गुरु भगति पर प्रशन्न ना लगाईये बाकी सब समय पर छोड़ दो जय श्री राम जय हनुमान
आशुतोस महाराज जी को फ्रीजर मैं से बाहर निकालना चाहिए तभी उन में चैतन्य ता पुन: आयेगी
DADUKO UTHAU BHAIYA.
ये जो भगवा पहन कर स्टूडियो में बैठे हुए हैं ये गुरू द्रोही है हसीं उड़ाई जा रही है तो महाराज जी हमें तो आप पाखण्डी नजर आ रहें है जिस तरह से आप एक गुरू माँ कि समाधि को स्टूडियो में बेठ मज़ाक बना रहे हो सरम आनी चाहिए आप लोगों को क्या ऐसी सिक्षा दिया है आप के माता-पिता ओर गुरू जनों ने मे एक कम पडा लिखा हूँ वेल्डर हूँ मुझे ग्यान है कि किस प्रकार कीसी से चर्चा करनी चाहिए सरम करो आप लोगों को भगवान श्री हरि विष्णु आप को माफ़ करें ऐसी कामना करता हूँ जय श्री राम जय हनुमान
जय श्री राम
एंकर जी आपने मेहमानों को बुला कर बेइजती करना नही चाहिए यह आपको सोभा नही देता आपको शर्म नहीं आई जय श्री राम 🚩🚩🚩🚩🚩
समाधि मं गए हुए व्यक्ति के शरीर में मुर्दे जैसी हरकत नही होगा । समाधि में प्रवेश कर बाद शरीर की अवस्था में ताजगी बनी रहेगी आयु का असर भी नही होगा । हजारों-हजार वर्षों के बाद भी शरीर उसी अवस्था मे रहेगा जिस अवस्था में वह समाधि में गया है ।
एक बात साबित होती है। रिपोरटर जाता है तो वहां वो उसको अधिक बोलने नही दिया जाता। वही बात सटुडियों मे बात उलटी हो जाती है। यहां एंकर किसी को भी पुरा नही बोलने दे रहा।
यह न आस्था न अंध विश्वास। यह धंधे के बिजनेस के तरीके हैं। और आप जैसे चैनल के लिए एक और आसान प्रोग्राम का तरीका है।
इस डिबेट में कोई भी जानकारसही नहीं है केवल शोर करने वाले हैं
Ram ram
साधु या साध्वी येक इट पर येक महीना रहकर दुनिया को बतला दीजिए
Maharaj ji vapis ayege
Anchor is very rude. He is not allowing anyone to complete their sentence
अगर क्रोध साधु करना छोर देगा न तो समाज में अनैतिकता आतंक का बोल बाला होगा। साधु के क्रोध श्राप से डर के कारण ही बड़े बड़े राजा भी डरते थे। इसलिए मूर्खतापूर्ण बात न करे। आज राम मंदिर का जो निर्माण हो पाया साधु संतो के क्रोध और उनके संकल्प शक्ति के कारण हुआ है है।
डिवेड में जितने हैं क्या इन्होंने समाधि ली है क्या जो इतनी सारी वेहयात बातें कर रही है
Leave ego leave with love
Super consciousness challenge for modern science. Pulse and heart bit. closed.and body is alive. RN. Dwivedi
किसी साधक का चैनल पर ऐसा अपमान सही नहीं। आपलोग उनको अपमानित करने का ठेका ले लिया है जो उचित नहीं है।