देर रात तक घाट पर नहीं पहुंची मूर्ति, नाव वाले नें सुनाया अपना दर्द

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  • Опубліковано 27 лис 2024

КОМЕНТАРІ • 1

  • @Pathshala1216
    @Pathshala1216 Місяць тому +1

    पहले तो मान्यवर जी जो आपने टाइटल लगाया है वो मुझे समझ मे नही आ रहा है कि किसे दिक्कत है जो समस्या बता रहा है सभी तो खुश है और कह भी रहे है कि विसर्जन नदी में ही होना चाहिए