क्या वर्णन किया है वाह! कवि ने हृदय की वेदना को प्रत्यक्ष प्रकट कर दिया है! सुनकर ही तन मन में पहले से अनुभूत की हुई एक झनझनाहट दौड़ जाती है, नस नाड़ियों में एक विद्युत सी दौड़ जाती है और उस भाव को प्रत्यक्ष प्रस्तुत कर देती है जो प्रत्येक "निष्काम" पुरुष अपने जीवन में अनुभव करता है। "मैं मूत रोक के लेटा हूं" कविता नहीं वरन् आत्मानुभूति का महाकाव्य है जो कर्मफल से ऊपर उठ चुके कवि जैसे महात्माओं के अनुभव की गाथा है!
Aage... Ab bistar par hi moot raha. Ushna dhaar bahti kal kal, Aanand bibhor hai man is pal. Ab geela sa nitambh ka tal, Ye to mere karmon ka phal. Sheetal hua prasravit jal, Ab thand me thithurta mai har pal. Jyon tyon kar raat bitani hai, Bas do ghanto ki kahani hai, Hogi jab kal wo deept subah, Tab ki tab dekhi jayegi, Abhi to main na uth raha, Main bistar par hi moot raha. 😂
बिस्तर में लेटे हुए 2GB फूंकने में आज का युवा यही संघर्ष कर रहा है। बंद कमरा कान में हेडफोन, ऊपर कंबल वकांडा की ढाल बनी है, जो जीवन के लक्ष्य तो कोसों दूर,घर के काम से भी बचाए हुए है।
पुष्पगुच्छ अर्पित किये जाने अपने भाई कवि रवि पर।😁😁🙏 भैया बहुत ही सुघड़ रचना है, विशुद्ध हिंदी का उत्कृष्ट प्रयोग। गंभीरता और बकचोदी का ऐसा न्यारा मिश्रण अभूतपूर्व है। अभिनन्दन।👏👏
मूत्रवाद के अग्रणी कवि जी को मेरा नमन आपकी यह कविता "मैं मूत रोक के लेटा हूं "बहुत ही प्रेरणादायक कविता है, इस कविता को आगामी पाठ्यक्रम में जोड़ा जाना चाहिए !! आपकी जो इस कविता में तेज है वह बहुत ही कम कविताओं में देखने को मिलता है !! मेरी मंगलकामनाएं आपके साथ हैं कि आपको इस वर्ष अवश्य ही नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया जाए
@@WhatisOlivegator abe Tuchiye, Hindi aur Urdu ko koi alag nahi kar sakta, Qk dono Sanskrit se hi nikli hain.. Ismein ek nahi, bohat saare Urdu alfaaz kahe hain.. Tum Nafrati Pillon ka raund dena chahiye..
जब सारी दुनिया में क्रांति थी बस मेरे मन में शांति थी। जब देश जल रहा था धू-धू, मैं गुटका खा, करता थू-थू। जब मित्र भरते थे सिक्के, अपने-अपने कुएँ में। मैं समय काट रहा था बस, सिगरेट के धुएं में। जवानी में जब हुआ नहीं- पूरा सपना बचपन का। मैं बिस्तर में लेटे लेटे प्लान करता हूँ पचपन का। 😃😅😂(Inspired)
इसको कविता मात्र समझने की त्रुटि ना करे , जीवन का महत्वपूर्ण सार छिपा हुआ है , अपने मूत्र को रोक कर इस कविता पाठ का सर्वन किया और पाया जीवन की तरलता को अपने मे थामे ये कुछ कर जाने कि तीव्र विचार को ख़ुद मे दबाए हुएँ कवि का संघर्ष .... नमन है आपको युग पुरुष..मानव सभ्यता के इतिहास मे आपका नाम रवि मूत्ररोधक के नाम से अमित हो गया.. आने वाली पीढ़िया आपके मूत्रजयी प्रयास के बारे में अध्यंन करे ki
I think this poem is on the feeling or the urge to do something, something passionate, something recognizable, to raise our voice against something we don't like. But Instead doing it, we just thinking, holding out patience.. and at last when time dissappears, we just do it in our thoughts or do it at wrong time and place when it only cause more chaos.
Your thinking is very pure and deep , i have an assignment for you , hear the poem once again and replace 'mai mut rok k leta hun' with 'mai chut mar k leta hun' and now see the meaning.
People who didn't understand the meaning- Its so sophisticated poem in pure Hindi People who understood the meaning- Just a poem about a guy who peed in his bed.
Dikh nahi Raha sab shudhh Hindi me hi tippani kar rahe hain??? Hindi kavi hone ne naate Kam se kam iss chalan ko to jeevit rakhna chahiye tha tippani kshetra me aapko.
Main moot...................... Leta hoon. Kavyaansh. Prastut Kavita meri dekhi hui media channel youtube se liya gya hai, iske rachayita shri ravi gupta ji hain. Is kavita se hamein yah siksha milti hai ki, manushya ko jeevan mein kitni bhi kathinayiyan aa jaye, kitna bhi avasyak kaam aa jaye kintu use apne mann ki hi karna chahiye arthat yadi use peshab bhi aa jaye to usko rok le or alash mann ko saant karne ke liye wahi pada rhe, bhale hi use bistar par hi kyun na mootna padh jaye.😮
Soorveero se kushti me akele hi sbko patka hu, mai hawa me udta hua, badalo me latka hu..., hai bishtar me chip-chipahat, aur kambal me pasine sa kch chhut raha.., chand lamho ka wo sapna, hai sayad toot raha.., ...ab bishtar par hi moot raha..!!!
क्या वर्णन किया है वाह! कवि ने हृदय की वेदना को प्रत्यक्ष प्रकट कर दिया है! सुनकर ही तन मन में पहले से अनुभूत की हुई एक झनझनाहट दौड़ जाती है, नस नाड़ियों में एक विद्युत सी दौड़ जाती है और उस भाव को प्रत्यक्ष प्रस्तुत कर देती है जो प्रत्येक "निष्काम" पुरुष अपने जीवन में अनुभव करता है। "मैं मूत रोक के लेटा हूं" कविता नहीं वरन् आत्मानुभूति का महाकाव्य है जो कर्मफल से ऊपर उठ चुके कवि जैसे महात्माओं के अनुभव की गाथा है!
😂😂
😂😂😂😂
मूत का इतना मार्मिक वर्णन...अद्भुत, अद्वितीय, अकल्पनीय 😀👌
इस अद्वितीय अद्भुत कविता से एक साल बाद सरोकार हुआ। मन मुग्धमोहित हो गया।जीवन सार्थक सा लगने लगा😂
😂😂😂 पुष्पगुच्छ अर्पित किये जाने अपने कवी रवि पर।
Aahaa 😀😂
😂😂
मानव जब ज़ोर लगाता है,
पत्थर पानी बन जाता है,
पर्वत के जाते पांव उखड़,
निकलती जब चार घंटे से रुकी नहर
Hahahahahaaha
😂😂😂😂😂😂
DEEP
मैंने भी रश्मिरथी पढ़ी है।
😂😂
प्रेमचंद की "पूस की रात" के बाद, रवि भईया की "मूत वाली रात"
😂😂😂😂 'रश्मिरथी' के बाद अब 'शैयारथी'।
🙄
It's पुस्सी की रात
😳🤣🤣🤣👍
Ek se ek bakchod hain is desh me 🤣🤣🤣
जितनी कविता सधी हुई थी, उतने ही सधे हुए आपके चेहरे के भाव! नमन आपको
😀 wow you well explained
😂😂😂😂😂😂
Jo inko dekh rahe wo has has k pagal ho gaye
@@preetikaur3754 😂 ha you right
अब ऐश्वर्य या धन का मोह नहीं
मन में शीतल सी लहर चली
ले सुंदर सपने आँखों में
गीले बिस्तर पर लेटा हू
Wah bhai 😂
You should to continue the poem...
Main moot roke ke leta hoon
😂😂😂
Lekin ab ye nhi kah paoge ki, main moot rok ke leta hoon😅
गीले बिस्तर का संकोच नहीं
बाधा विघ्नों की सोच नही
अब बिस्तर को शौच बनाया है
आस पास गीला सा साया है
में बिकने वाला नेता हु
में मूत रोककर लेटा हु
Aage...
Ab bistar par hi moot raha.
Ushna dhaar bahti kal kal,
Aanand bibhor hai man is pal.
Ab geela sa nitambh ka tal,
Ye to mere karmon ka phal.
Sheetal hua prasravit jal,
Ab thand me thithurta mai har pal.
Jyon tyon kar raat bitani hai,
Bas do ghanto ki kahani hai,
Hogi jab kal wo deept subah,
Tab ki tab dekhi jayegi,
Abhi to main na uth raha,
Main bistar par hi moot raha. 😂
Ghazab.
@@piyushsinha8430 zarranawazi k liye shukriya...
Devanagari me liko tab mja aayega.. Latin me nahi
😂
@@vivekgoenka007 kuch likho to jaane. Warna rahne do
बिस्तर में लेटे हुए 2GB फूंकने में आज का युवा यही संघर्ष कर रहा है। बंद कमरा कान में हेडफोन, ऊपर कंबल वकांडा की ढाल बनी है, जो जीवन के लक्ष्य तो कोसों दूर,घर के काम से भी बचाए हुए है।
Meri bat kar rhe ho kya
Shi bat hai Bhai 😢
bhai mere yha to wifi hai😢
Tum bhi unme se ek hi ho
@@phantom_beast111 haa tabhi to bata pa rha hu.
विश्व की महान कृति है यह कविता संभवत गुप्ता जी को साहित्य में नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया जाए इस वर्ष
मैं तो अनगिनत बार सुन चुका हूं .....एक तेज़ है इस कविता में
😄😄😄🤣🤣
पुष्पगुच्छ अर्पित किये जाने अपने भाई कवि रवि पर।😁😁🙏
भैया बहुत ही सुघड़ रचना है, विशुद्ध हिंदी का उत्कृष्ट प्रयोग। गंभीरता और बकचोदी का ऐसा न्यारा मिश्रण अभूतपूर्व है। अभिनन्दन।👏👏
😂😂😂😂😂😂😂😂
Lost it when he started the part "kuch chhoot raha". 🤣🤣🤣🤣
come and watch this masterpiece again
Yeah I came back
वीर रस की अतिसुन्दर पंक्तिया ...
😂
अद्भुत रस है😂😂
Mut ras ki kavita h yr
veer ho na ho, ras to bahut hai Kavita me.
😂😂😂😂@@bestcakesdesign
मूत्रवाद के अग्रणी कवि जी को मेरा नमन
आपकी यह कविता "मैं मूत रोक के लेटा हूं "बहुत ही प्रेरणादायक कविता है, इस कविता को आगामी पाठ्यक्रम में जोड़ा जाना चाहिए !! आपकी जो इस कविता में तेज है वह बहुत ही कम कविताओं में देखने को मिलता है !! मेरी मंगलकामनाएं आपके साथ हैं कि आपको इस वर्ष अवश्य ही नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया जाए
🤣🤣🤣🤣🤣🤣
Lmaooooo🤣😂
इसको मैंने पसंद इसलिए भी किया है क्यूंकि इसमें अंग्रेजी के एक भी शब्द का उच्चारण नहीं किया गया है. शुद्ध का मज़ा ही अलग है
सत्य कथन बन्धु, कवि प्रशंसा का पात्र है।
शुद्ध के बाद 'हिंदी' शब्द तो लिख देते भ्राता😂😂😂
,🔥🔥
Naa hi Urdu
@@WhatisOlivegator abe Tuchiye, Hindi aur Urdu ko koi alag nahi kar sakta, Qk dono Sanskrit se hi nikli hain..
Ismein ek nahi, bohat saare Urdu alfaaz kahe hain..
Tum Nafrati Pillon ka raund dena chahiye..
चहुं ओर फैला दिया है इस कविता को अपने सभी प्रियेजनो को दिखाऊंगा ये अद्भुत रचना 😊
शब्दों का चयन 👌👌👌 सच में बहुत ही उत्कृष्ट कविता थी।।। सुन कर मन में हास्य की लहर उठने लगी।।।
जब सारी दुनिया में क्रांति थी
बस मेरे मन में शांति थी।
जब देश जल रहा था धू-धू,
मैं गुटका खा, करता थू-थू।
जब मित्र भरते थे सिक्के,
अपने-अपने कुएँ में।
मैं समय काट रहा था बस,
सिगरेट के धुएं में।
जवानी में जब हुआ नहीं-
पूरा सपना बचपन का।
मैं बिस्तर में लेटे लेटे
प्लान करता हूँ पचपन का।
😃😅😂(Inspired)
Ye badiya tha guru 😂
Badhiya
Umda🙃😀
वाह😂
आचार्य रामचंद्र शुक्ल जी भी इससे बहुत प्रभावित हुए
और कहा कि इसका हिंदी साहित्य के योगदान में महत्वपूर्ण योगदान रहेगा.
लगे हाथ श्रीलाल शुक्ल भी एक त्यौरी चढ़ाकर "हाँ" में मुंडी हिला रहे हैं।
हजारी प्रसाद द्विवेदी जी ने इससे सहमति प्रकट की है।
@@p_HoE_niX निराला के अनुसार भी यह कविता निराली मानी गयी है।
मैथिलीशरण और सियारामशरण गुप्त ने भी शाम को कविता पर चर्चा की बेथक का विचार किया है l
ये क्या बत्तमिजी है हिंदी को हिंदी बनाने वाले महापुरुषों का अपमान कर रहे हो
इसको कविता मात्र समझने की त्रुटि ना करे , जीवन का महत्वपूर्ण सार छिपा हुआ है , अपने मूत्र को रोक कर इस कविता पाठ का सर्वन किया और पाया जीवन की तरलता को अपने मे थामे ये कुछ कर जाने कि तीव्र विचार को ख़ुद मे दबाए हुएँ कवि का संघर्ष .... नमन है आपको युग पुरुष..मानव सभ्यता के इतिहास मे आपका नाम रवि मूत्ररोधक के नाम से अमित हो गया.. आने वाली पीढ़िया आपके मूत्रजयी प्रयास के बारे में अध्यंन करे ki
😂😂🤦❤
😂
😂😂वाह ,क्या समीक्षा लिखी है
I think this poem is on the feeling or the urge to do something, something passionate, something recognizable, to raise our voice against something we don't like. But Instead doing it, we just thinking, holding out patience.. and at last when time dissappears, we just do it in our thoughts or do it at wrong time and place when it only cause more chaos.
Real id se aao English wali ma'am
@@theenigma6566 kya kehna chah rha h bhai.
Your thinking is very pure and deep , i have an assignment for you , hear the poem once again and replace 'mai mut rok k leta hun' with 'mai chut mar k leta hun' and now see the meaning.
@@captaintomar7696 kii apka explaination bahut hu undaa tha😂😂🤣
undaa??
People who didn't understand the meaning- Its so sophisticated poem in pure Hindi
People who understood the meaning- Just a poem about a guy who peed in his bed.
बोलते हैं जहां ना पहुचे रवि वहा पहुचे कवि
लेकिन ये तो उल्टा है 😅
आने वाले वक़्त में इस कविता पर थीसिस लिखी जाएगी!
पाठ्यक्रम में पढ़ाई जाएगी ये कविता!
मुत्रवाद के अग्रणी कवि Ravi Gupta सर
🤣
😄😃😀😁😂🤣😭
😂😂😂 जहाँ न पहुँचे (कोई) कवि, वहाँ पहुँचे रवि।
@@ambidextrousseamer7101 जहां ना पहुंचे रवि वहां पहुंचे मूत की धार।
@@p_HoE_niX बिस्तरे में ही?😂
Hahahaha Arey Ravi bhaiyaa, Ye kya gazabb bana diya hai. So much depth with a such a funny hook line. Loved it!
Dikh nahi Raha sab shudhh Hindi me hi tippani kar rahe hain??? Hindi kavi hone ne naate Kam se kam iss chalan ko to jeevit rakhna chahiye tha tippani kshetra me aapko.
Idk how he kept a straight face 🤣
Aaye wo mujse hisab krne
Meri mansa ko tabah krne
Par mai bhi yodha ka beta hu
Mai moot rok ke leta hu...🤘🔥
Wow. This poem has 2 levels intertwined together. One level is serious another is satirical! 🔥🔥🔥🔥🔥
😂😂😂😂😂
Angrejji me likh kr is kavita ko dooshit na kre
@@sanchitdubey7294Tune yeh comment kaun se language me likha hai Mahamurkh??
भाई, मैंने मूत रोककर तेरी कविता सुनी😂😂😂😂
😂😂
Sach m 😂
Main bhi....
🤣🤣
🤣🤣🤣bro
माँ- रवि कौनसी कविता लिखी है?
रवि जी- मैं मूत रोककर लेटा हूँ।
पिता जी- मैं कहता था न,यह आर्टिस्ट निकल गया है।
😂😂😂😂🙏
Nikal gya
Deep vai sai ho
Hooooo
😂😂😂 nabhi se rooi nikal raha hai yeh launda
Far better than most of the poets on UA-cam these days
अद्भुत,अकल्पनीय मौज कर मौज कर दी भइया जी आपने!!😂😂
"Bheeshma ka jaise beta hu"
Is funny on multiple levels 🤣
😂😂😂
Earlier I thought it was "Mai Bheeshma ke Jaise baitha hi"!
😂😂😂😂😂😂
😂😂😂
Meaning kya iska ?
Bhism celibate the.@@ShrutiWadode
Damn your Hindi is amazing, proud to see youth people actually know Hindi
Banarsi have babua, bhojpuri bhi achchi have
Or yahi baat English me likhi h bhai ne 😂
Saale hassa diya maa ksm love u so much itni seriousness k sath superb 😂😂😂😂😂😂😂
काका हाथरसी के बाद आपकी हास्य कविता सुनी । मन प्रसन्न कर दिया भैया। कई दिन बाद इतनी खुल के हंसी आई 😂😂
Bina hase kaise bol diya bhai , kamaal ho aap😂😂😂😂
👌 this poem has deep meaning...wow loved it...
Itni mazakiya baat itni gambhir tarike se kehna.....gzb hai bhai....😍
First poet our feelings explain..... sir please one heart'😄
शब्दों का चयन = अद्वितीय 🥺🙏
If you remove moot from his poem its would look like some famous poet's works👌👌👌 😂😂 superb man
Actually..
विशुद्ध हिंदी और कविराज रवि जी के हाव भाव।
क्या कविता पाठ किया है । उल्टी गंगा बहा दी इन्होंने तो 😂😂
जहां न पहुंचे कवि वहां पहुंचे रवि 😅
मूत्र विसर्जन की तृप्ति लेकर
तू शौचालय की ओर निकल पड़ा
....
शौचालय की दीवार पर मेरा प्यार रवि गुप्ता उकेर दिया।
नमन है , अति सुंदर। व्यंग के पीछे आप इस प्रतिभा को छुपाए हुए थे।
😂😂😂😂love you bro
Aap bhi 🤣🤣
Koi ek bhi video miss nhi krta tumhari
From- vpo jamal, sirsa
वाह, संघर्ष का अद्भुत वर्णन 😂😂😂
Best poem for winter days
जहाँ न पहुँचे (कोई) कवि, वहाँ पहुँचे रवि।😂😂
Ye Kavita sunke mujhe Jorse mutne aagyi 😂😂😂
What an expression bro!
Such as humouristic thing with seriousness 😀😀
One of the
"LEGENDARY POEM" ever written in the history of mankind...
8 din ICU se bahar aane k baad ye sangharsh wali poetry dekhi 😅
Ab kaise ho bhai
Kaisa ho bhai kya hua thaa
Abb Theak ho bhai
Lagta hai bhai nahi raha dosto 😭😭😭
Reply nahi kar raha 😭😭
@@khararwale haan bhai all gud 🤞🥰
Aise hi shayeron ki desh ko zaroorat hai, jo yuva pidhi ki awaz ko apne Manch se tamam janta tak pahunchaye dhanyawad sir.🫡
Perfect suitable in these winter season
😂 😂
आधुनिक हिंदी कवियों में कुमार विश्वास साहब के बाद आप का ही नाम लिया जाएगा । अलौकिक शब्दों का चयन।
Bro you deserve 1 million subs…. Excellent kavita…
Meaning full poem h, last wali line ek dam mast..
Ek number Bhai has has ke aansu aa gaye 😂
Bhai tu hi vijeta hai 👍🏻 gazab
Thank you bro for making me remember! 😊
भाई जहर शीर्षक 😭🤣🤣💖🔥🔥🔥🔥 ( पर जबरदस्त हिन्दी व कविता) 💖🔥🔥🔥
ये कविता सुन कर जीवन धन्य हो गया। 🤪🤪🤪🤪
यह दशक आप जैसे महान शूरवीर वीर रस के प्रणेता को समर्पित है
I think this poem has a deep meaning, which we are not understanding at this time, but later we will realise
Ghanta
Tumko khud nhi pta chl paa rha hai... Isliye bola ki later we will realise..
😆 😆 😆
मूतते वक़्त समझ आ जाएगी, तबतक रोक के लेटे रहो।
Moot rok lo ek raat pata chal jayega😊
Are bhai kya bana diya ye🤣🤣🤣maja aa gaya guru
Are bhai puri kavita mere uper hi likh di 😂😁😂😊😂😁😊😂
Main moot...................... Leta hoon. Kavyaansh. Prastut Kavita meri dekhi hui media channel youtube se liya gya hai, iske rachayita shri ravi gupta ji hain. Is kavita se hamein yah siksha milti hai ki, manushya ko jeevan mein kitni bhi kathinayiyan aa jaye, kitna bhi avasyak kaam aa jaye kintu use apne mann ki hi karna chahiye arthat yadi use peshab bhi aa jaye to usko rok le or alash mann ko saant karne ke liye wahi pada rhe, bhale hi use bistar par hi kyun na mootna padh jaye.😮
क्या बात है 😊😊 इरशाद 💐💐
Ati utam utkrista kabita ke rachiyata kabi ko mera koti koti parnam
रात के सघन अंधेरे में,
बाकी दो पहर सवेरे में,
डर कर मुट्ठी कस लेता हूँ,
मैं मूत रोक कर लेटा हूँ।।
I love it because it is completely in Hindi
Ye meri aaj se favorite poem
भाई बहुत शानदार और गूढ़ और गम्भीर कविता है... हैट्स ऑफ़
Present circumstance 😂😂....rok ke leta hu
Bhai tumahra esa koi video nhi hai jo mai nhi dekhta ......
Superb yr bro
Your poetry is like as Surya Kant Tripathi 'Nirala' ❤️
वाह रवि गुप्ता तुम तो कवि भी निकले। ये छुपी हुई प्रतिभा वास्तव में मुझे प्रभावित करती है।
Soorveero se kushti me akele hi sbko patka hu,
mai hawa me udta hua, badalo me latka hu...,
hai bishtar me chip-chipahat, aur kambal me pasine sa kch chhut raha..,
chand lamho ka wo sapna, hai sayad toot raha..,
...ab bishtar par hi moot raha..!!!
Wah
😂😂 buster pr hi mit rha .😂 Pure Kavita or bhari hai ..😂😂
एक मूत्रदान नामक उपन्यास भी हो जाये गुप्ता जी
साहित्य मे आपका बहुत उच्च स्थान रहेगा...
बहुत ही प्रेरणादायक कविता !! मैं इसे यूट्यूब पर देखा हु , मैं मूत रोक कर लेटा हु 🥲
O bhai😂😂😂😂 kya intense expression k sath sunaya😆😆
bhaiji bhaiji bhaiji.... Raam Dhaari Singh after 2 peg ho gya ye to 😂😂😂😂😂😂🤣🤣🤣🤣
This side of you, I did not know existed. Deep. Keep growing bro, wish you nothing but the best.
me literally watching this video while "moot rok ke"
The ending always had me 🤣🤣
कवि प्रशंसा के पात्र हैं।
😂 👀
Kaso ga bai😂🤣
Aap kah rahi hai to jarur honge
जिन बातों को न सोच सके कवि,
उन बातो को भी लिखा देते है रवि..😂
i thut this is vyangh kavita.... but congrats dude yhis is a special n deep poem....
Maa kasam maza aa gaya 😂✅🛐
Bhai to bina lambe balo me 0:20 pehchan hi nhi aa rhe
Waiting for प्रसंग सहित व्याख्या of this masterpiece
Bro, I wish that you should be awarded with noble prize in bakchodi literature.
What is your opinion bro?
What a nice poetry! ❤ 😂😂😂
Ati sundar Mera bladder ye sunke nachne laga
Bladder Pov : hamba hamba ramba Ramba kamba 😂
I want BLOOPERS!
How did I miss this..... Epic😂
बहुत बढ़िया भईया जी लेकिन मैं पाद रोक कर लेटा हूं इसका क्या🤣🤣🤣
Bhai, aap to inko award dilwa kr manoge...
Sahi baat hai 😂
Pahli baar Dekh rha hoon Ravi wahan pahuch gya Jahan Kavi bhi nahi pahuch paye 🫸😊🫷