श्रीमद् भागवत कथा का अर्थ क्या है? जानें पं• मनोज कृष्ण जोशी से || Sumit Joshi The Explorer

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  • Опубліковано 15 вер 2024
  • श्रीमद् भागवत कथा का अर्थ क्या है? जानें पं• मनोज कृष्ण जोशी से || Sumit Joshi The Explorer
    भागवत का आध्यत्मिक अर्थ
    भागवत शब्द = भा +ग + व + त चार अक्षरों से मिल कर बना है
    भ- भ का अर्थ भक्ति
    ग- ग का अर्थ ज्ञानी
    व- व का अर्थ वैराग्य
    और अंत मे
    त- त का अर्थ त्याग या "तत्व" परम तत्व की प्राप्ति
    जो भक्ति ज्ञान वैराग्य को बढ़ाकर अंत मे परमतत्व की प्राप्ति कराए उसे ही भागवत कहते हैं।
    जब किसी मानव के जीवन में ईश्वर की भक्ति का शुभारम्भ होता है तो उसके अंदर ज्ञान पैदा होता है और ज्ञान के होने पर वैराग्य की उत्पत्ति होती है और जब वैराग्य दृढ़ हो जाता है तो शनै: तत्व (परमात्मा) की प्राप्ति होती है
    भागवत का भौतिक अर्थ -
    भा- यानी भानु (सूर्य) या रोशनी
    ग- गति (निरंतरता)
    व- विवेचन (अध्ययन)
    त- तत्व (ईश्वर)
    जब मानव के जीवन में ईश्वररूपी प्रकाश होता है तब वह क्रियात्मक स्थिति में आ जाता है और वह अपने जीवन के लक्ष्य का विवेचन करके ही तत्व यानी ईश्वर की प्राप्ति कर पाता है ।
    Jai Shri Krishna 🙏🚩🕉
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