मान्यवर, आपका विश्लेषण एकदम स्टीक है, वो किसान आंदोलन तो किसानों का था ही नहीं , वो तो आड़तियों अौर विपक्षी पार्टियों का था जिन्होंने किसानों को बर्बाद कर दिया अब पछताते रहो जब चिड़िया चुग गई खेत😢 तब तो अडानी के टावर तोड़ रहे थे अब भुगतो 👿👿😸😸
Agar woh Kisan andolan nahi tha toh kisano ko unke virodh karne ke liye unki asliyat samne khud Lani chahiye thee aur ye toh asliyat hai duplicate copy toh sadak par nikal aate hai aur real wale khud kuch nahi karte aur aapna nuksan karva lete hai
सर, आपने एकदम सही कहा मैने भी आंदोलन के दौरान तीनो कृषि कानून पढ़े उनमे कही भी ऐसा कोई कानून मोदी सरकार ने नही बनाया था जो किसानो के विरोध में हो या किसानो को नुकसान पहुँचते। इन कानूनो से सिर्फ मंडीओ के अड़ती को ही थोड़ा बहुत नुकसान होता और किसी को नहीं....
Sir आपने बहुत ही सुन्दर तरीके से किसान भाइयों को कृषि कानूनों पर जानकारी दी है हमें उम्मीद है कि जो सच्चे किसान हैं उनको बहुत फायदा होगा आपका धन्यवाद ❤ वंदे मातरम ❤
पंजाब को छोड़कर सरकार को तीनो कृषि कानून लागू करना चाहिए।पंजाब के किसानों के कारण देश के किसानों का नुकसान हो रहा है ।पंजाब के किसान खेती में बहुत अधिक घातक रसायनों का उपयोग करते है इस कारण पंजाब के अनाज से कैंसर हो सकता है।
Galat ho bhai tum, red lebel wale spray ban hai punjab me , green lebel wale spray hi use hote hai, lekin pore bharat me red lebel wale spray mono , lambda, sypermethrin, etc .
@@brajnathrtiwari3215 असली किसान के पास कहा समय है। फालतू बैठने के लिए। असली किसान के पास वोट था जो देकर हरियाणा में बता दिया कि किसान आंदोलन में थे या नहीं। मे कहता हूं कि ओरिजनल किसान 3 दिन अपने खेतों से और पशुओं से अलग नहीं रह सकता है। ये जो आंदोलन में थे वो शहरी किसान था। गांवो का कोई किसान नहि था। पहले राजस्थान में फिर हरियाणा में बता दिया कि किसान थे या नहीं थे।
समय आ गया कि अब सही किसानों को आंदोलन करना चाहिए तीनों किसान कानून लागू करने के लिए। सभी प्रदेश से किसानों को ये तीनों कानून लागू कराने के लिए अभियान चलाना चाहिए।
नमस्कार।सही दृष्टिकोण से सटीक विश्लेषण है।किसान भाई समझे तो बहुत ही अच्छा है।इस विडियो के लिए धन्यवाद।आप सभी मिडिया मित्रगण टीम सहित सदा स्वस्थ्य रहे सुरक्षित रहे सजग रहे,,,!
प्राइवेट कंपनीयो के कारण ही हिमाचल के किसानों की फसल सेब रूल रहा है और किसानो की फसल सेब का पहले जितना भी रेट नहीं लग रहा है क्योंकि प्राइवेट कंपनियां एक या दो साल ही किसानों को अच्छा रेट देती है फिर उसके बाद किसानों से सस्ता अनाज खरीदना शुरू कर देती है।
कनाडा, चीन और आयात कर कमीशन कमाने वालों का गठजोड़ यहां के मूल किसानों को काफी नुकसान कर दिया!वे आज तक नहीं बता पाए कि तीन कृषि कानून में काला क्या था 😢😢
क्या ऐसा नही हो सकता है, की केंद्रीय कृषी कानून जो वापिस लिया गया, इच्छुक राज्य अपने अपने राज्यों मे स्वीकृति दे कर उनकी सुविधाएं अपने कृषकोंको उपलब्ध करा सके.
@@vijaysardanainsightsक्या इन तीनों कृषि कानून में एसपी पर कोई गारंटीथी क्वालिटी के हिसाब से तो किस का आधा अनाज भी नहीं बिकेगा गोदाम तो अभी प्राइवेट बन रहे हैं बहुत सारे
नशेड़ियों को इकठ्ठा कर लिया पव्वा बिरयानी और पांच सौ रूपए देकर । आंदोलन में कोई किसान था ही नहीं सब अपराधी प्रवृत्ति के कामचोर नशेड़ी और हुड़दंगियों का झुंड था ।
Very logical presentation and what to expect from a feudal mindset in Punjab. Farmers are not happy with any government. The government of Punjab has been subsidising the farming from last 50 yrs on expense of industrial development and many manufacturing projects which are in Punjab are moving out .
यह जो अपने आप को किसान नेता कहते हैं यह किसानों के दुश्मनहै यह सरकार से मोटी रकम लेने के चक्कर में धरना के नाम पर नेताओं की जांच होनी चाहिए और उनके ऊपर कार्रवाई होनी चाहिए
विजय सरदाना जी आप बहुत अहम मुद्दा लेकर आज आ गए हम आप का आदर भाव करते है,भाईसाहब जब बीस महीने लगातार भारत का किसान मजदूर वर्ग दिल्ली बार्डर पर धरना देकर बैठा रहा तब जाकर किसान मजदूर वर्ग के नेतागण से बात की होती कुछ किसान मजदूर वर्ग नीचे आता कुछ सरकार। तब जाकर रलमिल कर के समझदारी ,इमानदारी व नीयत साफ करके हल निकाल लिए होते ,अनाज उत्पादन करने वाले भी अपने लोग है कोई बाहरी थोड़ा है मेरे भाई।कुछ मजदूर वर्ग का भी ध्यान रखा जाए, आज भी मिल बैठकर हल निकाल सकती है भाई सरकार। किसान मजदूर वर्ग भी अपना है सरकार भी अपनी है,मोदी जी बहुत मजबूत प्रधान मंत्री है ,हम ने देश बचाना है भाई, धन्यवाद जी सबका।हरियाणा कुरुक्षेत्र।
@@jeetsingh-q3p BJP voters ko Akalies barbad kar diya. Farmers ko free electricity or shops or ghar ko 9 rupees per unit. Akalies or Congress ne sab kuch, San taxes farmers ko de kar, industry ko nichod kar Punjab ko diwaliya, financially bankrupt kar diya. Punjab BJP Akalies ki B team tha.
@@jeetsingh-q3pAkali daal ki kita c punjab bjp naal. Poltic noh samjho bjp kol power nahi c BJP kosh nahi kar sakdi c Jo jo voter loak84bhul k cong govt punjab vich bana rahe ajj tak. Ki Ohh kice yakin kabil ho sakdi kadi veera ji dasna
Galat bilkul bhi galat ih sirf BJP wale bulldozer ko ahmita de rahe hai.ih sirf kehne walen hai kahan 2 2 caror par year nokrian , ih channel Bala bskwas kar riha hai kih punjabi bahir ja rahe hain kia modi ka Gujrat wale nahi ja rahe modi modi yehi bahir keh rahe hain.
Sahi hh apka analysis because I m from Punjab Ferozepur no employment only Nasha and crime 8 bje rat ke bad kya ho jaye kuchh pata nhi khan loot ho jaye PTA nhi
यह बात तो तब भी दिखती थी कि वो आंदोलन किसानो के नाम पर किसी और का था लेकिन आश्चर्य व दुख की बात तो यह भी है कि वास्तविक किसान उस टाइम घरों से बाहर क्यों नहीं निकले इन तीनों कानूनो के पक्ष में मुझे तो नहीं लगता कोई भी पार्टी या सरकार इस तरह के सुधार कानून दोबारा लाने का राजनीतिक जोखिम उठायेगी
सर ये किसान इसी लायक हैं क्या इनको मालूम नहीं था कि सरकार किसानों के भले के लिए कानून लायी लेकिन इनको तो टिकैत सबसे ज्ञानी लगा क्योंकि वह कांग्रेस का बेलचा हैं फिर अब भुगतो इनको मोदीजी का विरोध करना था औरकुछ नहीं
सरदाना जी आप बधाई के पात्र हैं । कितनी सरल भाषा में सब समझा दिया ।अधातिया तो काला कानून बता रहे थे कयोंकि उनकी कमाई बंद हो रही थी । आप को साधुवाद ।🌹🌹🌹💐💐💐🪔🪔🪔🌹🌹🌹💐💐💐
Sir ,जब से कृषि कानून वापस लिए गए हैं तब से किसानों को यह उनकी बड़ी उपलब्धि लगने लगी है।पर पंजाब में हमारा जीवन नर्क हो गया है कभी भी ये अपनी ज़िद मनवाने के लिए हाई वे बंद कर धरने पर बैठ जाते हैं
भारत में किसानों का दो वर्ग है... पहला पश्चिमी उत्तर प्रदेश, हरियाणा और पंजाब के किसान और.... दूसरा देश के अन्य हिस्सों के किसान। तथाकथित किसान आंदोलन में केवल पहला वर्ग ही शामिल था। इस वर्ग की गलतियों की वजह से जिसमें खालिस्तानी भी शामिल थे... किसान बिल पास नहीं हो पाया। बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण...
अब तो सभी किसान हक़ीक़त से रूबरू हो गये होंगे। कुछ ऐसे ही कि "सब कुछ लुटा के होश में आये तो क्या किया।" युवा और पढ़े लिखे किसान आगे आयें और और विजय सरदाना जी से सोसलमीडिया पर सम्पर्क कर मार्गदर्शन लें और किसानों के हित -साधक उन कानूनों को लागू करवाने का ग्राम स्तर से लेकर ऊपर तक प्रयास करें।
विजय जी, किसान नेताओं में कोई भी समझदार नही था, टिकायत का पिता तो पागलखाने भी जाकर आया था.... दलालों की मोनोपॉली तोड़ना इतना आसान नहीं है, उन्होने किसान के नाम पर जूठा नैरेटिव फैलाया था
तीनों कृषि कानून फिर से लागू किए जाएं, ताकि असली किसानों को फायदा हो सके। विरोध करने वाले नकली किसानों, आढ़तियों और नकली किसान नेताओं को जेलों में ठोक जाए।
@@महेंद.सिंह.गोस्वामी koi jarurat nahi mare logo me fir se jaan dalne k liye koi mudda dene ab gaind kisano k pale me hai pahle un netao se puchhe wo sab kisan jo in bills ka virodh kar rahe the
आप जो बात बोल रहे हैं कुछ भी हो लेकिन सच्ची कुछ और है किसान के बच्चों को आप सड़क पर लाना चाहते हैं आप बड़ा अच्छा वक्त देते हैं आपको मैं पिछले 5 साल से सुनता रहा हूं
It's beyond to understand why government is not implementing other than Punjab.After certain períod by seeing the beneficiary oriented results Punjab also will adopt with folded hand.
@@yeshpalsingh-s3e nahi karenge kyuki agr baki state me kiya toh sara bhed khul jaega or fer punjabi Kisan usko kabhi nahi apnayega en bhai sahab ne bhoot kuch supa liya ha. Agr company ne lease pe land le kar loans le liya or lease khatam hone tak loan nahi bhara toh company ko Bank nahi puchega bank land owner yani Kisan ni land ka auction kr ke apne loan ki bharpai karega. Bolo kitna bda lapse ha. En bhai sahib ne kahi jikr nahi kiya
मान्यवर, आपका विश्लेषण एकदम स्टीक है, वो किसान आंदोलन तो किसानों का था ही नहीं , वो तो आड़तियों अौर विपक्षी पार्टियों का था जिन्होंने किसानों को बर्बाद कर दिया अब पछताते रहो जब चिड़िया चुग गई खेत😢 तब तो अडानी के टावर तोड़ रहे थे अब भुगतो 👿👿😸😸
Agar woh Kisan andolan nahi tha toh kisano ko unke virodh karne ke liye unki asliyat samne khud Lani chahiye thee aur ye toh asliyat hai duplicate copy toh sadak par nikal aate hai aur real wale khud kuch nahi karte aur aapna nuksan karva lete hai
Srkar lo godam bnana cheya sb kuch adani k hvala krna chahta h
बहुत सही मुद्दा सही समय पे आप लाए है
धन्यवाद सर
किसान नेताओ ने ही राजनीति पार्टियों के साथ मिल कर के असली किसानों को नुकसान पहुंचा दिया है।
Laik yhi hai bro
सर, आपने एकदम सही कहा मैने भी आंदोलन के दौरान तीनो कृषि कानून पढ़े उनमे कही भी ऐसा कोई कानून मोदी सरकार ने नही बनाया था जो किसानो के विरोध में हो या किसानो को नुकसान पहुँचते। इन कानूनो से सिर्फ मंडीओ के अड़ती को ही थोड़ा बहुत नुकसान होता और किसी को नहीं....
Sir आपने बहुत ही सुन्दर तरीके से किसान भाइयों को कृषि कानूनों पर जानकारी दी है हमें उम्मीद है कि जो सच्चे किसान हैं उनको बहुत फायदा होगा आपका धन्यवाद ❤ वंदे मातरम ❤
केजरीवाल की राजनीती केवल सत्ता केंद्रित है, दिल्ली मे 2 बार चल गयी, पंजाब मे 1 बार अब जायदा नहीं चलेगी
@@rahularya1803 bilkul bhai
Exactly 💯💯💯💯 percent right...Punjab me 3-4se jyada seat nhi ayengi 2027 me.
पंजाब के किसानों ने पंजाब को धरना परदेश बना दिया है पंजाब के आम नागरिक बहुत बहुत परेशान है
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आम नागरिक परेशान होता तो ऐसे गुंडों को अराजकता करने से रोकने की कोशिश तो कराता
कोई परेशान दिखता, तभी तो कांग्रेस की इतनी सीटें आईं ।
अगर आम नागरिक परेशान है तो फिर ओ APPऔरcongressको चुनेकर कैसी देती है?
@@niketamin2917भाई एक बार पंजाब आकर देखो इन गुंडों आतंकवादियों से कोई उलझना नहीं चाहता।
कोई सहानुभूति नहीं है ऐसे किसानों के प्रति ,किसान की परिभाषा नेताओं ने बदल के रख दी है ।
पंजाब को छोड़कर सरकार को तीनो कृषि कानून लागू करना चाहिए।पंजाब के किसानों के कारण देश के किसानों का नुकसान हो रहा है ।पंजाब के किसान खेती में बहुत अधिक घातक रसायनों का उपयोग करते है इस कारण पंजाब के अनाज से कैंसर हो सकता है।
@@rajendrajoshi1234 Bihar mein lagu hai
Galat ho bhai tum, red lebel wale spray ban hai punjab me , green lebel wale spray hi use hote hai, lekin pore bharat me red lebel wale spray mono , lambda, sypermethrin, etc .
@@Brar-Farming744 tujhe kya lgta h bs spray se hi chemical bnate hai crop me
@@rajendrajoshi1234 पंजाब के जहरीले अनाज का बहिष्कार कर दीजिए
Hota hai ho sakta nahi
Bilkul sahi hai Ji me Kisan hu ye Kisan leader kisano ke Dushman hai Apne 100%sahi vidio bani hai thank sir
देश के बड़े बुद्धिमानो ने कहा की इनसे बढ़िया कृषि कानून पहले कभी नहीं आए। और विरोध करने वाले किसान नहीं, दलाल और नेता थे।
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@@rajiv1252 जो असली किसान थे उनको तो सामने आना चाहिये था
@@brajnathrtiwari3215 यही तो समस्या है कि असली किसानों के पास आंदोलन का समय और पैसा भी नहीं है
@@brajnathrtiwari3215तुम्हारे जैसे असली किसान है तो सही!
@@brajnathrtiwari3215 असली किसान के पास कहा समय है। फालतू बैठने के लिए। असली किसान के पास वोट था जो देकर हरियाणा में बता दिया कि किसान आंदोलन में थे या नहीं। मे कहता हूं कि ओरिजनल किसान 3 दिन अपने खेतों से और पशुओं से अलग नहीं रह सकता है। ये जो आंदोलन में थे वो शहरी किसान था। गांवो का कोई किसान नहि था। पहले राजस्थान में फिर हरियाणा में बता दिया कि किसान थे या नहीं थे।
अब कोई भी किसानों की इज्जत नहीं करेगा।चाहे असली हो या नकली😢😢
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Vo to 76 saal se nai ho rahi bhai
कौन इज्जत का टोकरा लेके तेरे दरवाजे पर आया भाई?
@@rathodmahendra2219 हरियाना में वोट देनेवाले किसान असली हैं, इज्जत तो देनी पड़ेगी भाई।
@@rathodmahendra2219 tere se umeed bhi nhi sale tatuye
समय आ गया कि अब सही किसानों को आंदोलन करना चाहिए तीनों किसान कानून लागू करने के लिए। सभी प्रदेश से किसानों को ये तीनों कानून लागू कराने के लिए अभियान चलाना चाहिए।
@@KishoreKumar-kv3wh , suru karo Tum janta tumhre saath jud jayegee
नमस्कार।सही दृष्टिकोण से सटीक विश्लेषण है।किसान भाई समझे तो बहुत ही अच्छा है।इस विडियो के लिए धन्यवाद।आप सभी मिडिया मित्रगण टीम सहित सदा स्वस्थ्य रहे सुरक्षित रहे सजग रहे,,,!
प्राइवेट कंपनीयो के कारण ही हिमाचल के किसानों की फसल सेब रूल रहा है और किसानो की फसल सेब का पहले जितना भी रेट नहीं लग रहा है क्योंकि प्राइवेट कंपनियां एक या दो साल ही किसानों को अच्छा रेट देती है फिर उसके बाद किसानों से सस्ता अनाज खरीदना शुरू कर देती है।
आपकी बातें बहुत ही सही और सरल होती हैं
वो आन्दोलन किसानो की आड़ मे " आढ़तियों व बिचौलियों" का था ।
अब भुगत रहे हैं ।
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@@vijaysardanainsights They deserve it. Jaisee neeyat vaisee murad
और इसमें देश का विपक्ष भी संलिप्त था ।
कनाडा, चीन और आयात कर कमीशन कमाने वालों का गठजोड़ यहां के मूल किसानों को काफी नुकसान कर दिया!वे आज तक नहीं बता पाए कि तीन कृषि कानून में काला क्या था 😢😢
@@SudeshKumar-sk1eskaala tumhare liye tha kisaan ka profit pr ambani tumhe lut leta mehgi sabzi dekr abhi jese jio ke sath kiya
A very comprehensive artcle,thank you Mr Vijay
विजय सरदाना जी, किसान आन्दोलन में किसानों की संख्या कम, सारे लोग फ्री में जलेबी, पूड़ी-सब्जी और पकौड़ी खाने वाले थे।
Ha tum bhi to aaye the waha free ka khane
फ्री की शराब भी। रोज़ शाम को दारू की छबील लगती थी।
सच्ची बात पर मिर्ची क्यों लग जाती है??@@SubashChand-qd2so
Daru bhi ful chali
@@SubashChand-qd2so konsa kisan aesha bolega ki bharat ko wto se withdraw karne ko. Sayad tumhi unke gang se ho
असली किसान दलगत राजनीति से दूर ही रहे तो ठीक होगा।
जोकर को पंजाब का सीएम बनना
पंजाब का दुर्भाग्य साबित हुआ😢😢😢
@@Himanshu8130 modi se jyada jokar to nahi hai na
जोकर नही बेवडा 😂😂
लगता हैं तू टिकेत की औलाद हैं 😂😂@@vijenderkumarchahalchahal9638
@@vijenderkumarchahalchahal9638 pappu ke lie namaz padhte padhte dimag b khata khat hogya 🐷😂
@@AnandJoshi-ht9ps tune kitni pilai
क्या ऐसा नही हो सकता है, की केंद्रीय कृषी कानून जो वापिस लिया गया, इच्छुक राज्य अपने अपने राज्यों मे स्वीकृति दे कर उनकी सुविधाएं अपने कृषकोंको उपलब्ध करा सके.
Aapne bahut achchhi baat kahi ,kash, sabhi Maan jate😮
ਸਵਾਲ ਆਪ ਜੀ ਨੂੰ,,,ਪੰਜਾਬ ਚੋਂ ਗੰਨੇ ਦੀ ਕਾਸ਼ਤ ਕਿਉ ਖ਼ਤਮ ਹੋਈ????
@shallysingh829 @sardana यह भाई का सवाल है कि पंजाब में से गन्ने की खेती क्यों सीमित हो गई???
आंख बंद कर तीनो कृषि कानून अपनाकर देश की समृद्धि मे योगदान देना चाहिए
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किस भाव से बोल रहे हो ? समझ में नहीं आ रहा है |
@@vijaysardanainsights दल्ला गीरी करनी बंद करो
एकाद साल में येही मेरे पंजाब के किसान तीनो कृषि कानून की मांग करेंगे।
Kabhi nahi karege ye kisan neta nahi ye sare khlistani hai inko jo kanada se Pakistan se adesh milega wahi karege.
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में कृषि कानून बिहार राज्य में पहले पायलट परियोजना के तहत क्यों नहीं आजमा करदेखा गया
@@vijaysardanainsightsक्या इन तीनों कृषि कानून में एसपी पर कोई गारंटीथी क्वालिटी के हिसाब से तो किस का आधा अनाज भी नहीं बिकेगा गोदाम तो अभी प्राइवेट बन रहे हैं बहुत सारे
विजय जी कोई किसान या किसान आंदोलन नहीं था यह सिर्फ खालिस्तान हिंदुस्तान में हुड़दंग और गुंडागर्दी करने के लिए आंदोलनचलाया था
Yes yes yes .
Shame on you
Bhai kisaan ka kha kyo rhe ho fir gobar Or mut hi khao piyo na
Shame on u
नशेड़ियों को इकठ्ठा कर लिया पव्वा बिरयानी और पांच सौ रूपए देकर । आंदोलन में कोई किसान था ही नहीं सब अपराधी प्रवृत्ति के कामचोर नशेड़ी और हुड़दंगियों का झुंड था ।
Absolutely Right 🙏🙏🙏
Very logical presentation and what to expect from a feudal mindset in Punjab. Farmers are not happy with any government. The government of Punjab has been subsidising the farming from last 50 yrs on expense of industrial development and many manufacturing projects which are in Punjab are moving out .
विजय जी, आप ने तो किसान नेताओं को कई बार चुनौती दी है, किंतु उन्हें आप से बहस करके अपनी दुकान बंद नहीं करनी है।सटीक विश्लेषण के लिए साधुवाद
Up or mp main dhan ka kya prize chal riha aaa btao 1800 ke as pass or punjab Haryana Meani 2320 fark kyu
@@Rajvirkamboj bhai wha or fasal bhi hoti hai, UP me log paplar se achhi kmai kr lete hai, paddy to punjab me band krni hi pdegi pani wastage ke karn
यह जो अपने आप को किसान नेता कहते हैं यह किसानों के दुश्मनहै यह सरकार से मोटी रकम लेने के चक्कर में धरना के नाम पर नेताओं की जांच होनी चाहिए और उनके ऊपर कार्रवाई होनी चाहिए
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Ye kisan neta nahi dalal desh ke gaddar hai.
उस समय जो असली किसान हैं उन्हें अपने हित के लिए खुद सरकार का साथ देना था किंतु किसानों को ज्यादा लाभ पाने के लिए ऐसे फर्जी किसानों के खिलाफ नहीं बोला
@@VIKRAMCOMMENTS😢🎉❤
❤❤ great analysis
भारत के लोगों को अपने शत्रु बोध की पहचान जरूरी है।
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1000 साल गुलाम ऐसे ही नहीं हुए
Shradhanjali bahut beneficial topic late ho aap thank u.
विजय सरदाना जी आप बहुत अहम मुद्दा लेकर आज आ गए हम आप का आदर भाव करते है,भाईसाहब जब बीस महीने लगातार भारत का किसान मजदूर वर्ग दिल्ली बार्डर पर धरना देकर बैठा रहा तब जाकर किसान मजदूर वर्ग के नेतागण से बात की होती कुछ किसान मजदूर वर्ग नीचे आता कुछ सरकार। तब जाकर रलमिल कर के समझदारी ,इमानदारी व नीयत साफ करके हल निकाल लिए होते ,अनाज उत्पादन करने वाले भी अपने लोग है कोई बाहरी थोड़ा है मेरे भाई।कुछ मजदूर वर्ग का भी ध्यान रखा जाए, आज भी मिल बैठकर हल निकाल सकती है भाई सरकार। किसान मजदूर वर्ग भी अपना है सरकार भी अपनी है,मोदी जी बहुत मजबूत प्रधान मंत्री है ,हम ने देश बचाना है भाई, धन्यवाद जी सबका।हरियाणा कुरुक्षेत्र।
सबको कनाडा जाना है।
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Tumhari to okati ha nhi jane ki😂
Air wajah khalistaniyon se dikha hai Ki San algae wadi kaiser banen
@@SubashChand-qd2sotu ja teri hi aukat h Canada walon ka pakhana saaf karne ki aur potty dhone ki 😂
@@PS-ej2xn बिल्कुल सही
किसान किसानों को फायदा नहीं बिचोली बाबू अरबपति बनबैठे हैं
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ਪੰਜਾਬ ਦੀਆਂ ਕਿਸਾਨ ਯੂਨੀਅਨਾਂ ਨੇ ਹੀ ਪੰਜਾਬ ਨੂੰ ਬਰਬਾਦ ਕੀਤਾ ਹੈ। ਖੇਤੀ ਕਾਨੂੰਨਾਂ ਵਿਚ ਕੋਈ ਨੁਕਸ ਨਹੀਂ ਸੀ, ਪਰ ਕਿਸਾਨ ਯੂਨੀਅਨਾਂ ਨੇ ਲੋਕਾਂ ਨੁੰ ਗੁੰਮਰਾਹ ਕੀਤਾ।
@@nirpalsingh6735 ਬਿਲਕੁਲ ਸਹੀ ਗੱਲ ਆ ਮੈਂ ਕਿਸਾਨ ਆ ਇਹਨਾਂ ਕਾਮਰੇਡ ਕੁੱਤੇ ਨੇ ਬਰਬਾਦ ਕਰਤਾ ਪੰਜਾਬ ਮੈਂ ਵੀ ਖੇਤੀ ਕਰਦਾ ਛੋਟੇ ਕਿਸਾਨ ਦਾ ਹੀ ਬੇੜਾ ਬਹਿ ਕੇ ਰੱਖਤਾ ਉਹਨੂੰ ਕੋਈ ਪੈਸੇ ਨਹੀਂ ਦਿੰਦਾ
खलिस्तानीयो के चक्कर मे किसानो यह कानून वापस लेने लगाए अब रोना तो पड़ेगा ही🙏
बहुत अच्छा विश्लेषण sir ❤❤❤
पंजाब भारत की आन बान और शान थी कांग्रेस और आपियो ने पूरा बरबाद कर दिया हे ❤❤❤❤❤
Sir vote toh Punjab wale hi cast karte hai haryana wale toh nahi
@vinodchauhan8912 कुता को पास बुलाना हे तो खाने की लालच देनी पड़ती हे 🤔🤔 🤔🤔🤔🤔 शिकार को फसाने के लिए जाल बिछानी पड़ती हे🤔🤔🤔🤔🤔😉😉😉😉😉
Bjp ne b barbad kar dia hai
You have exposed the nexus between Arhatiyas and Kisan unions
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किसानों ने पैर पर कुल्हाड़ी नहीं मारी। उन्होंने ने तो पर ही कुल्हाड़ी पर मार दिया है। ये लोग कभी नहीं समझेनंगे
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यह पर, पर क्या होता हें ❓
@@vipinsinghchuhangadhe hamesha typing mistake dhundte rahte h 😂
Chuhan 😂 kya hota h be anpadh
Chouhan hota h
Lagta h tu nakli chuhan h😂
your efforts to bring truth before the public is appreciable
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ਹਾਜੀ ਸਰ ਸਤਿ ਸ੍ਰੀ ਅਕਾਲ ਸਮੱਸਿਆ ਇਹ ਹੈ ਕਿ ਕਾਨੂੰਨ ਗਲਤ ਹੈ-ਜਾਂ ਸਹੀ ਬਾਅਦ ਦੀ ਗੱਲ ਹੈ ਕਿਸਾਨ ਨਾਲ ਵੱਡਾ ਧੋਖਾ ਹੁੰਦਾ ਜਦੋਂ ਫਸਲ ਦੀ ਬਿਜਾਈ ਕੀਤੀ ਜਾ ਰਹੀ ਹੁੰਦੀ ਹੈ। ਹਰ ਕਿਸਾਨ ਹਰ ਫ਼ਸਲ ਦੀ ਖਰੀਦ ਮੁੱਲ ਅਤੇ ਵਿਕਰੀ ਮੁੱਲ ਵੱਲ ਦੇਖ ਕੇ ਹੀ ਫ਼ਸਲ ਦੀ ਬਿਜਾਈ ਕਰਦਾ ਹੈ। ਜਿਸ ਤਰਾਂ ਕਣਕ ਅਤੇ ਝੋਨੇ ਦੀ ਖਰੀਦ ਸਰਕਾਰੀ ਮੱਲ (MSP) ਕਹਿੰਦੇ ਹਾਂ। ਉਹ ਸਰਕਾਰੀ ਮੁੱਲ ਹਰ ਕਿਸਾਨ ਦੇ ਹਿੱਸੇ ਪੈਦਾ ਹੈ। ਉਹ ਛੋਟੇ ਕਿਸਾਨ ਹੋਣ ਜਾਂ ਵੱਡੇ ਕਿਸਾਨ ਹੋਣ। ਅਗਰ ਕੋਈ ਹੋਰ ਫ਼ਸਲ ਦੀ ਬਿਜਾਈ ਮੱਕੀ ਜਾ ਹੋਰ ਉਸ ਦਾ ਮੁੱਲ ਦੱਸਿਆ ਜਾਂਦਾ 2700 ਦੇ ਕਰੀਬ ਅਤੇ ਫ਼ਸਲ ਦੇ ਤਿਆਰ ਹੋਣ ਤੇ ਫ਼ਸਲ ਦਾ ਮੁੱਲ 18-1900 ਕਰ ਦਿੱਤਾ ਜਾਂਦਾ ਜਿਸ ਦੀ ਕੋਈ ਗਾਰੰਟੀ ਨਹੀਂ ਦਿੱਤੀ ਜਾਂਦੀ ਜਿਸ ਨਾਲ ਕਿਸਾਨਾਂ ਦਾ ਬਹੁਤ ਵੱਡਾ ਨੁਕਸਾਨ ਹੋ ਰਿਹਾ ਹੁੰਦਾ ਇਹ ਹਰ ਇੱਕ ਨਾਲ ਹੁੰਦਾ। ਇਸ ਲਈ ਇੱਕ ਤਾਂ ਫ਼ਸਲਾਂ ਦੀ ਸਹੀ ਖਰੀਦ ਵੇਚ ਸੂਚੀ ਤੇ ਲਿਸਟ ਦੀ ਤਸੱਲੀ ਪ੍ਰਗਟ ਕੀਤੀ ਗਈ ਹੋਵੇ ਤੇ ਫ਼ਸਲੀ ਚੱਕਰ ਬਣਾਇਆ ਜਾਵੇ ਤਾਂ ਕਿ ਹੋਰ ਫ਼ਸਲ ਵੀ ਬੀਜੀ ਜਾ ਸਕੇ। ਬਾਕੀ ਦੀ ਗੱਲ ਕਿਸਾਨਾਂ ਦੀ ਸਹਿਮਤੀ ਬਹੁਤ ਜਰੂਰੀ ਹੈ ੳਹਨਾਂ ਨੇ ਫ਼ਸਲ ਪੈਦਾ ਕਰਨੀ ਹੈ ਦਿੱਕਤਾਂ ਝੱਲਣੀਆਂ ਹਨ। ਤੁਸੀ ਵੀ ਅਾਪਣਾ ਸੁਝਾਅ ਦੇਣਾ ਧੰਨਵਾਦ ਸਰ ਜੀ।
Bahut Sahi reporting Dhanyvad. Jai hind. Jai Sanatan.
Kafi acha news h
जब तक पंजाब में बि जे पी सरकार नहीं आएगी सुधार होना मुश्किल है। और सब पार्टियां सरकार में रह चुकी है और यह समस्याएं यही सरकारौ कि देश है।
Sir Punjab main 20saal se jyada shashank Kia hai akali dul samarthan main tub soi thi bjp ?
@@jeetsingh-q3p
BJP voters ko Akalies barbad kar diya.
Farmers ko free electricity or shops or ghar ko 9 rupees per unit.
Akalies or Congress ne sab kuch, San taxes farmers ko de kar, industry ko nichod kar Punjab ko diwaliya, financially bankrupt kar diya.
Punjab BJP Akalies ki B team tha.
@@jeetsingh-q3pAkali daal ki kita c punjab bjp naal. Poltic noh samjho bjp kol power nahi c BJP kosh nahi kar sakdi c Jo jo voter loak84bhul k cong govt punjab vich bana rahe ajj tak. Ki Ohh kice yakin kabil ho sakdi kadi veera ji dasna
Totally agreed
Galat bilkul bhi galat ih sirf BJP wale bulldozer ko ahmita de rahe hai.ih sirf kehne walen hai kahan 2 2 caror par year nokrian , ih channel Bala bskwas kar riha hai kih punjabi bahir ja rahe hain kia modi ka Gujrat wale nahi ja rahe modi modi yehi bahir keh rahe hain.
सर जी,आपकी बातों बहुत ध्यान से सुनी, बहुत अच्छी लगी , किसानों को इन नेताओं ने अपने फायदे के लिए बहकाया और आखिर में नुकसान हमें किसानों को ही हुआ।
जब तक आढ़ती और बिछोलियाई का इकोसिस्टम रहेगा किसान खुशहाल नहीं हो सकता। कृषि कानून लाओ किसान को खुशहाल बनाओl 🙏🏻🙏🏻
जबरदस्ती
जब किसान अमीर बनना ही नहीं चाहते
पूरे भारत में पंजाब के किसानो की आय सर्वाधिक हें।और उतने ही खुश, यह भारत का सर्वे केवल चार दिन पहले का ही हें।🇮🇳☝🏾🇮🇳
@@vipinsinghchuhanनशेड़ियों का सर्वे कहीं करलो खुश ही मिलेंगे। भगवंत मान को ही देखलो😂
@@RajeshKumar-gr4cu : मोदी सरकार की एजेंसी ने सर्वे किया हें। तो क्या फर्जी डिग्री वाले नशेड़ी और गंजेरी हें❓🥱
@@RajeshKumar-gr4cu : केन्द्र सरकार यानी मोदी की एजेंसी जो सर्व करती है और फर्जी डिग्री से प्रधान सेवक बने । अब उनकी ऐजेंसी भी नशेड़ी हें ❓🥱
Bahot hi satik jankari..
बहुत अच्छी व्याख्या ।
सर, आपका विश्लेषण बहुत ही उम्दा है
ਬਹੁਤ ਸਹੀ ਤੇ ਸਰਲ ਭਾਸ਼ਾ ਞਿਚ ਞਿਸਲੇਸਨ ਹੈ ।ਕਾਸ ਇਹ ਕਿਸਾਨ ਸੁਣਨ। ਪੰਜਾਬ ਦਾ ਬੇੜਾਗਰਕ ਕਰ ਦਿਤਾ ਇਨਾ ਅਖੌਤੀ ਕਿਸਾਨ ਜਥੇਬੰਦੀਆ ਨੇ।
@@narinderkumar969 ਇਹ ਭਰਾਵਾ ਸਰਕਾਰ ਦੇ ਹੀ ਬੰਦੇ ਆ , ਕਿਸਾਨਾਂ ਨੂੰ ਗਲਤ ਸਾਬਤ ਕਰਨ ਲਈ ਲੱਗੇ ਹੋਏ ਆ , ਕਿਸਾਨਾਂ ਨੇ ਕਾਨੂੰਨ ਲਾਗੂ ਕਰਨ ਲਈ ਜੋ ਸ਼ਰਤਾਂ ਰੱਖੀਆਂ ਸੀ ਕਿ ਜਿਵੇਂ msp ਦੀ ਗਰੰਟੀ, ਕਿਸਾਨ ਦੀ ਜ਼ਮੀਨ ਤੇ ਕਿਸੇ ਬਿਜਨੈਸ ਮੈਨ ਜਾਂ ਫੈਕਟਰੀ ਦਾ ਕਬਜ਼ਾ ਨਾ ਹੋਵੇ, ਮੰਡੀਕਰਨ ਦੀ ਗਰੰਟੀ ਆਦਿ, ਪਰ ਸਰਕਾਰ ਨੇ ਇਹ ਮੰਨੀਆਂ ਨੀ , ਕਿਉਂਕਿ ਸਰਕਾਰ ਦੀ ਸੋਚ ਕਿਸਾਨੀ ਪ੍ਰਤੀ ਗਲਤ ਸੀ , ਕਿਸਾਨ ਕਿਸੇ ਫ਼ਸਲ ਨੂੰ ਸਟੋਰ ਕਰਕੇ ਨਹੀਂ ਰੱਖ ਸਕਦਾ ਸੀ ਉਨ੍ਹਾਂ ਕਾਨੂੰਨਾਂ ਮੁਤਾਬਿਕ। ਦੱਸੋ ਇਹ ਵਪਾਰੀ ਦੇ ਪੱਖ ਦੇ ਸੀ ਜਾਂ ਕਿਸਾਨ ਦੇ
Very nice bahut badhiya jankari
Sirjee - great piece as always. Thanks for in depth analysis. Honest and intelligent explainer.
Thanks!
Sahi hh apka analysis because I m from Punjab Ferozepur no employment only Nasha and crime 8 bje rat ke bad kya ho jaye kuchh pata nhi khan loot ho jaye PTA nhi
ਇਮਾਨਦਾਰ ਬੇਬਾਕ ਨਿਡਰ ਨਿਰਪੱਖ ਪੱਤਰਕਾਰ ਧੰਨਵਾਦ ਦਿਲੋ ਸਲੂਟ ਜੀ ਬਹੁਤ ਵਧੀਆ ਵਿਚਾਰ very good job veer ji thanks
बाम पंथियों का पुराना फ़ॉर्म्युला है जरूरत मंदो गरीबों को हमेशा भ्रमित रखना सत्य को नही समझने देना और अपना पिच्छलगु बना कर रखना
अच्छा विश्लेषण.
Very good analysis
यह बात तो तब भी दिखती थी कि वो आंदोलन किसानो के नाम पर किसी और का था लेकिन आश्चर्य व दुख की बात तो यह भी है कि वास्तविक किसान उस टाइम घरों से बाहर क्यों नहीं निकले इन तीनों कानूनो के पक्ष में
मुझे तो नहीं लगता कोई भी पार्टी या सरकार इस तरह के सुधार कानून दोबारा लाने का राजनीतिक जोखिम उठायेगी
हरियाणा के देवतुल्य जनता ने इन नकली किसानों को पक्का इलाज कर दिया इस चुनाव में।
सहमत हैं आपसे
@arunkumarsingh4371 💐🙏🚩
मैं तो शुरू से ही कह रहा हूं कि ये किसान नहीं है
@@hinduharshittiwari7201 teri bhn de yaar a sare kisaan salia
ਬਿਲਕੁਲ ਸਹੀ ਕਿਹਾ ਤੁਸੀਂ
@@Artist.aruna.sharma कानून वापस लान ले आंदोलन करो
Knowledgeable and Eye-Opener analysis.
😮😮😮
सर ये किसान इसी लायक हैं क्या इनको मालूम नहीं था कि सरकार किसानों के भले के लिए कानून लायी लेकिन इनको तो टिकैत सबसे ज्ञानी लगा क्योंकि वह कांग्रेस का बेलचा हैं फिर अब भुगतो इनको मोदीजी का विरोध करना था औरकुछ नहीं
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असली किसान संगठित होकर कृषि कानूनों को वापस लाने की मांग करें
सरदाना जी आप बधाई के पात्र हैं । कितनी सरल भाषा में सब समझा दिया ।अधातिया तो काला कानून बता रहे थे कयोंकि उनकी कमाई बंद हो रही थी । आप को साधुवाद ।🌹🌹🌹💐💐💐🪔🪔🪔🌹🌹🌹💐💐💐
Excellent Analysis and information to Farmers.
व्यावहारिक विश्लेषण है सरदाना जी👍👍
Sir ,जब से कृषि कानून वापस लिए गए हैं तब से किसानों को यह उनकी बड़ी उपलब्धि लगने लगी है।पर पंजाब में हमारा जीवन नर्क हो गया है कभी भी ये अपनी ज़िद मनवाने के लिए हाई वे बंद कर धरने पर बैठ जाते हैं
आपने बिल्कुल सही कहा। जब तक पढ़ेंगे नहीं तब तक समझेंगे नहीं।
Sir ye bahut hi jwalant muddaa .esko jagaye rakhiye.
Vijay Sardana’ji Fantabulous 👏👏👏
बहुत बडीया ढंग से समझाकर काम किया
श्री मान विजय सरदाना ज़ी
जय जवान जय किसान
जय जवान जय किसान 🙏🙏
आपकी स्पष्टवादिता को और विद्वत्ता को salute! पंजाब के मूर्ख किसानों पर दया आती है!😂
Bahut sundar vishleshan
आपका वीडियो बहुत ही अच्छा और लाजवाब है धन्यवाद।
You are absolutely in favour of kisan. Modi is the only and only in favour of kisan. All kisan must follow Modi ji.❤❤
Absolutely great Opening animation
Very well analysed my congratulations. Gen CS Panag.
I proud of you sir. आप देश के एक सच्चे सपूत हैं मेरा आपको सत् सत् नमन, और जय हिन्द श्रीमान।❤ से
SARDAANA SAAB KA BAHUT BAHUT DHANYAVAAD....🙏🙏🙏🙏🙏
Perfectly presented! Perfect point..!! Thanks for presenting is nicely..
पंजाब के किसानों का ही सारा दोष है सारे देश के किसानों को बर्बाद करने में तुले है।
अब तो आम आदमी पार्टी पंजाब में msp गारंटी लागू करके सारा अनाज खरीद रही है और पंजाब के किसान बहुत अमीर हो चुके हैं
अच्छा 😮😮😮???
भारत में किसानों का दो वर्ग है...
पहला पश्चिमी उत्तर प्रदेश, हरियाणा और पंजाब के किसान और....
दूसरा देश के अन्य हिस्सों के किसान।
तथाकथित किसान आंदोलन में केवल पहला वर्ग ही शामिल था। इस वर्ग की गलतियों की वजह से जिसमें खालिस्तानी भी शामिल थे... किसान बिल पास नहीं हो पाया। बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण...
Bilkul Sahi sardana ji. Ye bill game changing the. Par isse kissan netan ki roti band thi.
Sir itna asan sabdomen samjhane kelye dhanyabaad
अब तो सभी किसान हक़ीक़त से रूबरू हो गये होंगे। कुछ ऐसे ही कि "सब कुछ लुटा के होश में आये तो क्या किया।"
युवा और पढ़े लिखे किसान आगे आयें और और विजय सरदाना जी से सोसलमीडिया पर सम्पर्क कर मार्गदर्शन लें और किसानों के हित -साधक उन कानूनों को लागू करवाने का ग्राम स्तर से लेकर ऊपर तक प्रयास करें।
सरदाना साहब आपने उस समय कहा पूछा कि कोई बताए कि इसमें किसान के विरोध में क्या है
किसी ने नहीं बताया ।
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Khub kaha thaa ki yeh kisan ke hitaishi nahin hain, kisanon ke sath virodhi dal rajnaitik khel khel rahe hain
Sardana sahab ki bat aap kisanon se manva lete kya
Very valid point and rightly analyzed.
Thank you sir🎉❤
You are absolutely right sir
विजय जी,
किसान नेताओं में कोई भी समझदार नही था, टिकायत का पिता तो पागलखाने भी जाकर आया था.... दलालों की मोनोपॉली तोड़ना इतना आसान नहीं है, उन्होने किसान के नाम पर जूठा नैरेटिव फैलाया था
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Kitna adani se paisa liya liya hai...bhai...usi ki bhasaha ab bhi boli ja rahi hai😢@@vijaysardanainsights
@@hansrajsingh7816 : kade ta dimag naal soch liya karo....padna likhna sab barbad kartya tusi
How many kila land u have..or experience in agriculture..on grass root lavel .. farmers r in trouble due to there credits..going to suicide 😢
चढूनी और टिकैत विदेशियों से पैसा लेते हैं।
तीनों कृषि कानून फिर से लागू किए जाएं, ताकि असली किसानों को फायदा हो सके। विरोध करने वाले नकली किसानों, आढ़तियों और नकली किसान नेताओं को जेलों में ठोक जाए।
Let State govt request Central govt
@@महेंद.सिंह.गोस्वामी koi jarurat nahi mare logo me fir se jaan dalne k liye koi mudda dene ab gaind kisano k pale me hai pahle un netao se puchhe wo sab kisan jo in bills ka virodh kar rahe the
पहले जनता उन सब नेताओं को जेल मै ठूसवए
सापों को बिलों से बाहर नहीं निकालो। जैसा चल रहा है , चलने दो। बिल लाने कि जरूरत नहीं है। वर्ना फिर शांति भंग होगी।
जैसी करनी वैसी भरनी अच्छे किसान भी नकली किसानों के बीच में घुन के साथ गेहूं भी पिस गया
Lakh lakh Sukriya Sardana Sahab lakh lakh Sukriya.
आप जो बात बोल रहे हैं कुछ भी हो लेकिन सच्ची कुछ और है किसान के बच्चों को आप सड़क पर लाना चाहते हैं आप बड़ा अच्छा वक्त देते हैं आपको मैं पिछले 5 साल से सुनता रहा हूं
well explained and rightly said
It's beyond to understand why government is not implementing other than Punjab.After certain períod by seeing the beneficiary oriented results Punjab also will adopt with folded hand.
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@@yeshpalsingh-s3e nahi karenge kyuki agr baki state me kiya toh sara bhed khul jaega or fer punjabi Kisan usko kabhi nahi apnayega en bhai sahab ne bhoot kuch supa liya ha.
Agr company ne lease pe land le kar loans le liya or lease khatam hone tak loan nahi bhara toh company ko Bank nahi puchega bank land owner yani Kisan ni land ka auction kr ke apne loan ki bharpai karega. Bolo kitna bda lapse ha. En bhai sahib ne kahi jikr nahi kiya
Punjab is a dead state .