शत्रु मित्र नक्षत्र की पहचान और जीवन में बदलाव की आंधी, किन चीजो से रहना है दूर किसके पास,
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- Опубліковано 2 лют 2025
- शत्रु मित्र नक्षत्र की पहचान और जीवन में बदलाव की आंधी, किन चीजो से रहना है दूर किसके पास
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राशी क्रमांक व नाम स्वामी उच्च नीच
1(मेष) मंगल सूर्य शनि
2(वृष) शुक्र चंद्र कोई नहीं
3(मिथुन) बुध कोई नहीं कोई नहीं
4(कर्क) चन्द्र गुरू मंगल
5(सिंह) सूर्य कोई नहीं कोई नहीं
6(कन्या) बुध बुध शुक्र
7(तुला) शुक्र शनि सूर्य
8(वृश्चिक) मंगल कोई नहीं चन्द्र
9(धनु) गुरु कोई नहीं कोई नहीं
10(मकर) शनि मंगल गुरू
11(कुम्भ) शनि कोई नहीं कोई नहीं
12(मीन) गुरू शुक्र बुध
#प्रथम_भाव के कारक - इस भाव का कारक सूर्य है। जातक की जन्मकुण्डली अथवा प्रश्नकुण्डली के किसी सवाल के जवाब में उसके स्वास्थ्य, जीवंतता, सामूहिकता, व्यक्तित्व, आत्मविश्वास, आत्मसम्मान, आत्मप्रकाश, आत्मा आदि को देखा जाता है। हर सवाल के जवाब में पहले लग्न देखना ही होगा।
#दूसरे_भाव के कारक - इस भाव का कारक गुरु है। वैदिक ज्योतिष में इसे धन भाव कहा जाता है। इससे बैंक एकाउण्ट, पारिवारिक पृष्ठभूमि, कई मामलों में आंखें देखी जाती है।
#तीसरे_भाव के कारक - इस भाव का कारक मंगल है। बौद्धिक विकास, साहसी विचार, दमदार आवाज, प्रभावी भाषण एवं संप्रेषण के अन्य तरीके इस भाव से देखे जाएंगे। छोटे भाई के लिए भी इसी भाव को देखा जाएगा।
#चौथे_भाव के कारक - इसका कारक चंद्रमा है। यह सुख का घर है। किसी के घर में कितनी शांति है इस भाव से पता चलेगा। इसके अलावा माता के स्वास्थ्य और घर कब बनेगा जैसे सवालों में यह भाव प्रबल संकेत देता है। शांति देने वाला घर, सुरक्षा की भावना, भावनात्मक शांति, पारिवारिक प्रेम जैसे बिंदुओं के लिए हमें चौथा भाव देखना होगा।
#पांचवे_भाव के कारक - इसका कारक गुरु है। इसे प्रॉडक्शन हाउस भी कह सकते हैं। इसमें शिष्य, पुत्र और पेटेंट वाली खोजें तक शामिल हो सकती हैं। ईमानदारी से की गई रिसर्च भी इसी से देखी जाएगी। इसके अलावा आनन्दपूर्ण सृजन, सुखी बच्चे, सफलता, निवेश, जीवन का आनन्द, सत्कर्म जैसे बिंदुओं को जानने के लिए इस भाव को देखना जरूरी है।
#छठे_भाव के कारक - इस भाव का कारक मंगल है। इसे रोग का घर भी कहते हैं। शत्रु और शत्रुता भी इसी भाव से देखे जाते हैं। कठोर परिश्रम, सश्रम आजीविका, स्वास्थ्य, घाव, रक्तस्राव, दाह, सर्जरी, डिप्रेशन, उम्र चढ़ना, कसरत, नियमित कार्यक्रम के सम्बन्ध में यह भाव संकेत देता है।
#सातवें_भाव के कारक - इसका कारक शुक्र है। लग्न को देखने वाला यह भाव किसी भी तरह के साथी के बारे में बताता है। राह में साथ जा रहे दो लोगों के लिए, प्रेक्टिकल के लिए टेबल शेयर कर रहे जीवनसाथी, करीबी दोस्त, सुंदरता, लावण्य जैसे विषय इसी भाव से जुड़े हुए हैं।
#आठवें_भाव के कारक - इसका कारक शनि है। स्वाभाविक रूप से गुप्त क्रियाओं, अनसुलझे मामलों, आयु, धीमी गति के काम इससे देखे जाएंगे।
#नौंवें_भाव के कारक - इसका कारक भी गुरु है। इसे भाग्य भाव भी कहते हैं। धर्म, अध्यात्म, समर्पण, आशीर्वाद, बौद्धिक विकास, सच्चाई से प्रेम, मार्गदर्शक जैसे गुणों को भी इसमें देखा जाता है।
#दसवें_भाव के कारक - गुरु, सूर्य, बुध और शनि के पास दसवें घर का कारकत्व है। यह भाव हमारी सोच को कर्म में बदलने वाला भाव है। हर तरह का कर्म दसवें भाव से प्रेरित होगा।
#ग्यारहवें_भाव के कारक - इसका कारक भी गुरु है। यह ज्यादातर उपलब्धि से जुड़ा भाव है। आय, प्रसिद्ध, मान सम्मान और शुभकामनाएं तक यह भाव एकत्रित करता है। हम कुछ करेंगे तो उस कर्म का कितना फल मिलेगा या नहीं मिलेगा, यह भाव अधिक स्पष्ट करता है।
#बारहवें_भाव के कारक - इसका कारक शनि है। यह खर्च का घर है। बाहरी सम्बन्धों, विदेश यात्रा, धैर्य, ध्यान और मोक्ष इस भाव से देखे जाएंगे।
Bahut acchi jankari ke liye bhut bahut dhanywad 🙏🙏
गुरूजी आप महान आप जैसा कोई गुरु नहीं हो सकता है आप को नमन 🎉
Bahut hi mahatvpurn jankari, Dhanyawad Guruji
गुरु जी आप महान आप बहुत ही अच्छा समझाते हैं आप को नमन🎉
Dr.Subhash Sahu
प्रणाम जी, बहुत ही सुन्दर ढंग से पढ़ाई करवाई जा रही है.. बहुत ही महान विभूति है गुरूवर जी
गुरुजी बहुत ही सुंदर वर्णन है गुरुजी आप की नवतारा पर हैं गुरुजी ❤
Sadar shat shat naman.
अति सुंदर
Om namah shivay....
अति उत्तम
अच्छे से समज मे आया ..।गुरु जी👏👏
Bahut spasht batalatay hai aap.Dhanyavaad.
Very nice t information
बहुत अच्छे से समझाया गया
Very Very Very Informative
नमस्ते गुरुजी 🙏
Parnam GuruJi
RadhayKrishana Ji
Thanks 🙏🏼
Acharayaji Parnam Thanks 🙏
Bahut uttam video, 🙏
Very nice explanation 😊
Bhut sundar 🙏
Radhe Radhe Guru ji🙏🙏
Ati sundar 😊
Absolutely amazing
Guruji dhannay vard etani vishesh Nakshatra ka gyaan ka liya 🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼 par yaha Gyan spasht roop se samajh mein nahin I , kripaya kar ka sahjata se samjhaen to Upkar hoga . 🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼 Mere janma nakshatra Vishakha hai to main kaise Apne Shatru nakshatra aur Mitra nakshatra ko nikaalo mujhe yah samajh mein nahin aaya kripya isko sasta se ullekh karen to badi kripa hogi 🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼
बहुत अच्छा विश्लेषण और स्पष्टीकरण पंडित जी। बहुत-बहुत धन्यवाद। 🙏🛕📿🚩🇳🇵🪐☄️🌺🌸🏵️💮🌼🍂🍁🌹🌷🌻
पंडित जी प्रणाम
प्रणाम गुरु जी 🙏🙏🌹🌹
Pranam Guruji bahut hi sunder
राधे राधे जी 🙏
The Best Astroguru.
सदैव की भांति बेहतरीन विश्लेषण...
एक प्रश्न था सर...
अंतर्दशा तथा प्रत्यन्तर दशा का संबंध देखना है तब किस प्रकार से देखा जायेगा...
तारा निर्धारित किस प्रकार करें -
महादशा व प्रत्यनंतर दशा से
या
अंतर्दशा तथा प्रत्यन्तर दशा से...
कृपया मार्गदर्शन करें...
🙏🙏
mahadasha se antardasha
@@nakshtratak 💐💐🙏🙏
प्रणाम गुरुजी। कृपया नक्षत्र ज्योतिष के लिए कुछ अच्छी किताबें बताए
🌹🙏 radhe radhe guru ji 🌹🌹🙏🙏🙏
Radhe Radhe guruji aabhar aapka
🙏❤❤❤❤🙏
Jay Siya Ram Sir, Rudraksh le sakti hun jo atimitra main ha,kiyun ki maha dasha anewali hai,🙏or agar kharp bhi ho to,
Pranipat Guru Ji
Sir chama kare mai ek app use karta jis me mirigshira nakshatra ke sawani Mangal hai or vedio me bataye. Chandrma mai confuse hu
Sir koi EXPRIMENT to nahi tha
Guruje namaskar
Please make more videos on nakshatra please please
Pranam guruji
Kya Nakshatra siddhant aur kundali vishelshan do alag tarikay hai jyotish phala jananay Kay?
Abhijit nakxtra ginati me lena hai
🙏🙏🙏
🙏 janam samay na pata ho tab kya kare? Please bataye.
Guruji Kundli M🙏🙏🌹🌹ein lagakar batao Thoda Sa
Namaste
Guru ji parnam mere badh tara m 2th 5th h iska result kiya hoga aap ek video banaye please samjhye bachcho se kv nhi Banta h isi bajh s batate
❤
प्रणाम sir, कोई ग्रह वर्गोतम राशि और पुष्कर नवमांश में शामिल हो और नवमांश कुंडली में शनि की तीसरी दृष्टि पड़ जाए तो क्या होगा।🙏
If as per the ascendent there are 5 favorable planets as per nakshatra and 7 favorable planets as per navamsha and the individual is 37 years old will navamsha get weightage or we still have to follow ascendant
But chandrama jis nakshtra me hota h wohi to lagna ka nakshtra hoga. Ya fir chandrma grah jis bhav me h uska nakshtra dekhna hoga. Kripya margdarshan kare.
कुण्डली मे 12 घर है। नक्षत्र का क्रम 9 का बताया आपने। इसका संतुलन कैसे किया जाय। कृपा कर इसकी व्याख्या करे 💐💐🙏🙏
Sir mrigsira ka mangal hota hai
Chandma lagan kundli mai 4 no mai hai matlv iska delhna hoga
म्रुगशिरा नक्षत्र का स्वामी मंगल है
Mrigshira lord is mars not moon ( you said moon in the video). Guruji please correct.
Meri samasaya ka answer abhi tak nahi mila
गुरु जी एक घर बहुत लोग रहते हो है o कैसे करेंगे
अपने अपने रूम के अनुसार
गाय का सिंगो बेल का भैंस का सिंह हो तो उसे भी कष्ट होगा
Galti kar di aapne, mrigshira ka Swami Mangal hota h
मृगशिरा के स्वामी मंगल है और मृगशिरा के देवता चन्द्र है, स्वामी और देवता दोनों अलग अलग चीज है