गुरुजी सरल शब्दों में किसी भी वस्तु का स्वाभाविक गुण ही धर्म है। अर्थात् धर्म व्यक्तिगत विषय है जबकि इसे जबरजस्ती सामाजिक बनाकर लोगों पर थोपा जाता है। प्रणाम
Facts of religion . Peace, patience, deeds here and salvation hereafter .. Do good be away from bad deeds ... There is life after death good ones are awarded and bad ones are punished .... Recognise?? Creator of this beautiful universe and be grateful to him
Regards respectful pranams from your 1963 batch student of Bathinda college. Very lovely memories of your efforts to complete syllabus even after transfer.We remain indebted to such nice caring guideand guru Many many thankful emitional pranams.n.s.mann.
Since you have seen many videos by Dr. H S Sinha, so what have you understood so far ?? Please explain some important points to enhance our knowledge ? 1. at 2:49 Dr Sinha says . जल का धर्म है "शीतलता", मेरे विचार से जल का धर्म 'तरलता = Fluidity' भी है, जिसकी वजह से जल 'बहता है,-Flows' है, .... जल में दूसरे पदार्थों में घुलने और दूसरे पदार्थों को घुलाने का गुण ( Solvability) भी है, . . . . गर्म होने पर वाष्प बनने का गुण भी है. . . . . . . ठंडा होने पर बर्फ होने का गुण भी है , तो जल का धर्म "सिर्फ और सिर्फ शीतलता" ही नहीं है........... जल में "शीतलता" के अलावा और भी गुण हैं. मेरी बात पर कमेंट कीजिये, कोई भी रीडर कमेंट कर सकते हैं.
मार्क्स के अनुसार रिलीजन अफीम है यह बात इस्लाम और ईसाई जैसी रिलीजन पर लागू हो सकती है, धर्म पर लागू नहीं होती l धर्म तो व्यक्ति को सदाचार, दया, करुणा, प्रेम, उदारता,त्याग, सेवा, सत्य, अहिंशा, सहिष्णुता, परोपकार सिखाता है l
OHM Shanti ! ! ! ! Thanks a lot Guruji !!! Your explanation are lucid and thought provoking, Sirji ! ! ! Mind Blowing ! ! ! ! ! ! Ur knowledge and experience are duly assimilated and brought forward for we the people, Long life to YOU Sir ! ! !
दर्शन और फिलोसॉफी ने धर्म को दूषित किया। सनातन धर्म सबसे पहले रिवील हुआ उसमे दर्शन मिक्स होते गए और अर्थ का अनर्थ होता गया। बुद्ध ने सनातन को जीवित किया परंतु महायान हीनयान वज्रयान ने फिर दर्शन बना दिया....ऐसा हर अवतार के साथ हुआ।😢😢
Mr Sinha has obtained such diverse knowledge and wisdom , his lectures show the depth of his wisdom. May I know what are his qualifications. I have a PhD in Philosophy and I wish we had teachers like him. I live in USA but have visited Kurkeshtra. Is it possible to meet him in person? Thanks much
Guruji ये सभी तो सम्प्रदाय है। धर्म तो स्वभाव को मनु ने कहा है। दया, शांति, अहिंसा ये धर्म है। इनको समझाने वाले तो संप्रदाय होंगे। कुछ अनुचित हो तो क्षमा करें। धन्यवाद।
" .... धर्म तो स्वभाव को मनु ने कहा है। " ===> " मनु ने तो 'स्वभाव' को धर्म कहा है।" .... Is it correct to write this way ?? 1. अगर मैं कहूं कि - धर्म का मतलब है - किसी वस्तु, Energy में फिजिकल Property जैसे Density, Atomic Structure, hardness, chemical properties, इलेक्ट्रिकल Properties, In liquids ( their Atomis structure), Chemical Properties, PH, Acedic/Basic ion Concentration..etc. In the Energies like Gravitation Force, Thermal Energy, Sound Energy, Electrical Energy etc etc - Their way of action .
धर्म को religion से जोड़ना सही नहीं है क्योंकि कर्म ही धर्म है और कर्म वह है जो करने योग्य हो अथवा जिसमे सबका भला हो और जो रास्ट्र निर्माण में सहायक सिद्ध हो। धर्म अथवा(पंथ)एक अलग विचारधारा है जो मानवों को जोड़ने का काम करता है। कोई भी धर्म आपस में बैर रखना,या हिंसा करना नहीं सिखाता है। यदि कोई वायक्ति धर्म के नाम पर हिंसा करता है तो वह वयक्ति सबसे पहले धर्मरहित हो जाता है अथवा उसका कोई धर्म नहीं रह जाता है। वर्तमान युग में मानव धर्म के नाम पर लड़ रहा है और मानवता की हत्या कर रहा है। इसी कारण आज धर्म की महत्ता बढ़ जाती है। क्योंकि आज हमे धर्म को पढ़ने की आवश्यकता है क्योंकि कोई भी धर्म हिंसा का समर्थन नहीं करता। आज हमे आपसी भाईचारे के साथ सभी धर्मों का सम्मान करना चाहिए। धन्यवाद🙏🏻
Man has a limited, imperfect and short life, sometimes joyous and sometimes painful. Man is keenly aware of the certainty of own death and annihilation. Therefore, man needs God and religion. Even if there is no God, it is good to invent God to give comfort, peace and purpose in life. However, people should worship or meditate on God or Gods directly and avoid the traps and false preachings of self-serving priests. Without the beliefs in God/s, people will worship tyrant rulers as Gods, as happened in Communist nations. At least, the invisible God or Gods cannot do any harm like crooked and violent rulers. People should stop fighting over religion and God/s, since they are invented by humans in different cultures in different flavours. 🙏🕉️🙏
धर्म अपनी सुरक्षा के लिए उसी तरह जरूरी है जैसे शरीर के लिए कपड़ा।जब कोई कपड़ा फट जाता है फिर उसे बदलना पड़ता है,उसी तरह एक धर्म गंदा हो जाने या स्वयं के लिए फायदेमंद नही रह जाता या गंदगी आ जाता है तो धर्म को भी कपड़े की तरह बदल देना चाहिए। याद रखिए धर्म इंसान के लिए बनाया गया है ,ना की धर्म के लिए इंसान बनाया /पैदा किया जाता है। धर्म अफीम है ... (कार्ल मार्क्स) आदिवासी किसी भी धर्म को नही मानते फिर भी सबसे ज्यादा सुसंस्कृत होते हैं।उनका समाज भी सुसंगठित होता है।आदिवासी धर्म को नही बल्कि अपने पुरखों के रूढ़ी प्रथा परंपरा को मानते हैं,जिसे इंग्लिश में culture कहते हैं।और आदिवासी भाषा में पूनेम, सरना,.....आदि अलग अलग नाम से जानते है,लेकिन दुनिया भर के आदिवासियों के इस संस्कृति का मूल भाव एक ही होता है। सरदार भगत सिंह ने अन्त: अपने आपको नास्तिक ही घोषित किया। धर्म लोगों को भय दिखाता है ,और पाखंड फैलाता है,शोषण करने का जरिया है और शासन सत्ता का कारण बनता है। 18:25
सर आप तो शुरू की बात पर ही गुस्सा हो गये. पता सूली के बाद जिंदा होकर जीसस क्रिस्ट कश्मीर आया था. दरअसल भारत भूमि ही अद्भुत है. श्री कृष्ण के समय पर भी एक जैन मुनि थे नेमिनाथ. कपिल मुनि ने darvin का सिद्धांत 5700 साल पहले ही दे दिया था सांख्य शास्त्र मे.
Agar metar se movement se inshan ki utpatti huai to hamara jeevan bhi dharti chande ke jesa tab tak nast nanhi hona chahiye jab tak hum kisi se takrate nanhi aur hum bol nanhi sun nanhi dekh nanhi paten aur hum kuchh kalpana nanhi kar pate sab ki soch blood ek jaisa hona chahiye chahe wah koi bhi jeev ho
16:55 Minute @ A minor correction Guruji Quran does not mention ZILLE SUBHANI ( shadow of God ) term anywhere : Quran is a book for common man and has opposed aristocracy and elite tooth and nail throught it’s text spread over 23 years of revelation These were kings & Clergy hand in glove who instead of Following directive of the Quran and Prophet Mohammad expertly deformed the social expression and made a tyrannical tool in order to RULE ( pure lust for power assisted by corrupt clergy of Muslims ) May God give you a very long and intellectually vibrant life you are a true Guru 🙏🏻
गुरुजी सरल शब्दों में किसी भी वस्तु का स्वाभाविक गुण ही धर्म है।
अर्थात् धर्म व्यक्तिगत विषय है जबकि इसे जबरजस्ती सामाजिक बनाकर लोगों पर थोपा जाता है। प्रणाम
प्रणाम guruji,
Your प्रवचन are very very interesting.
Please speak somthing on
आत्मानुभूति।
Heartiest Appreciations.
dharm swabhavik gun hai sahi or dharm dharan kerne ki or adharm dharan na karne ki ak gyan pranali hai
I am from Nepal. You are my spiritual guru.
Aap jaisa extraordinary guruji abb tak nahi dekha guru ji❤
Teachers like you sir are needed for this country 🙏
Facts of religion
. Peace, patience, deeds here and salvation hereafter
.. Do good be away from bad deeds
... There is life after death good ones are awarded and bad ones are punished
.... Recognise?? Creator of this beautiful universe and be grateful to him
Regards respectful pranams
from your 1963 batch student of Bathinda college.
Very lovely memories of your efforts to complete syllabus even after transfer.We remain indebted to such nice caring guideand guru Many many thankful emitional pranams.n.s.mann.
You were really lucky to have such teacher! 😊
@@rajann44 right
Sir, I have seen your many videos. You explain most complicated things in the most simple manner. Thanks a lot.
🙏🙏
@@TheQuestURL sas
Since you have seen many videos by Dr. H S Sinha, so what have you understood so far ?? Please explain some important points to enhance our knowledge ?
1. at 2:49 Dr Sinha says . जल का धर्म है "शीतलता", मेरे विचार से जल का धर्म 'तरलता = Fluidity' भी है, जिसकी वजह से जल 'बहता है,-Flows' है, .... जल में दूसरे पदार्थों में घुलने और दूसरे पदार्थों को घुलाने का गुण ( Solvability) भी है, . . . . गर्म होने पर वाष्प बनने का गुण भी है. . . . . . . ठंडा होने पर बर्फ होने का गुण भी है ,
तो जल का धर्म "सिर्फ और सिर्फ शीतलता" ही नहीं है........... जल में "शीतलता" के अलावा और भी गुण हैं.
मेरी बात पर कमेंट कीजिये, कोई भी रीडर कमेंट कर सकते हैं.
Aapki va the quest ka jitni tariff ki jai cum hai.🙏🙏
Guruji Pranam aapne jo gyan itni mahent se prapt kiya use ham aap k dvara itni aasani se pa rahe hai. Aap ka bahut bahut dhanyvad.
Aap hi mere guru hain.... aur hamesha rahenge. You made me read philosophy all together once again from scratch. I wish I could touch your feet once..
Bahut sundar. Guru ji ko saadar naman.
You deserve bharat ratna ❤
your unbiased approch to various topic is commendable.You leave it to individual to draw inference. Really great.Pranam Guruji
God is loving and doesn't punish, we are suffer by our own Karma because the chain of cause and effect can't be broken by anyone.
Aapko sunker bhohot accha lagta hai. Guruji aap ko mera pranam 🙏
मार्क्स के अनुसार रिलीजन अफीम है यह बात इस्लाम और ईसाई जैसी रिलीजन पर लागू हो सकती है, धर्म पर लागू नहीं होती l धर्म तो व्यक्ति को सदाचार, दया, करुणा, प्रेम, उदारता,त्याग, सेवा, सत्य, अहिंशा, सहिष्णुता, परोपकार सिखाता है l
Universal truth
अदभुत वचन 👌
Islam or isae hi kyo? Hindu or sikh b to afeem jesa hi kr rahe. Hai?
मार्क्स के अनुसार "रिलीजन अफीम है जनता के लिए " लोगो के लिए नही, जनता और लोग में बहुत बड़ा अंतर है
तभी तो राम ने एक दलित को मार दिया था उसकी गलती था की तपस्या कर रहा है इसलिए उस दलित को सिर काट दिया ?
Love and compassion rank above everything in this world, including religion ! Extending a helping hand to someone, in distress, is above all duties !
Hum nishchit hi guruji ke aabhari hain. Jaroor milenge.
OHM Shanti ! ! ! ! Thanks a lot Guruji !!! Your explanation are lucid and thought provoking, Sirji ! ! ! Mind Blowing ! ! ! ! ! !
Ur knowledge and experience are duly assimilated and brought forward for we the people, Long life to YOU Sir ! ! !
Sir your speech is also true today about religion applicable
Thanks sir for standing Towards truth of God and Religion
Bahut achha se explain kiya h apne गुरुग्जी ❤❤❤🙏
Guru ji aapko hamara sat sat Naman 🙏🙏🙏
Hii ,
I just wanted to know if Guru jii well and doing good.
BTW THANKS A LOT FOR VIDEOS.
हरी 🕉️ तत्सत ❤
We all love you a lot guru ji ...pranam!
Guruji pranam. Excellent information.
V nice defined realty of GOD and religion .
Thank u Sir
adbhut explanation sir,koti koti pranaaaam🙏🙏🙏💐
कृपया बहाई धर्म के बारे में भी बोलें।
Excellent lecture, Guru Ji, Thank You.
Guruji apako koti koti pranam
गुरु जी, चरण स्पर्श।
गुरुदेव ! नमो नमः ।
दर्शन शास्त्र ही मनुष्य को जीने की रहा दिखता है
" रहा दिखता है"❌❌ ==> " राह दिखाता है" ✅✅
दर्शन और फिलोसॉफी ने धर्म को दूषित किया। सनातन धर्म सबसे पहले रिवील हुआ उसमे दर्शन मिक्स होते गए और अर्थ का अनर्थ होता गया। बुद्ध ने सनातन को जीवित किया परंतु महायान हीनयान वज्रयान ने फिर दर्शन बना दिया....ऐसा हर अवतार के साथ हुआ।😢😢
Respected sinhaji u r agreat teacher .May GOD bless u
🙏
Apne vyakatitva ko banane ke liye ke liye bahtarin vyaktitva ke dhani vyakati ko dekhna sunana jaruri h 🙏 guru ji
Gurugi hamara prnam
Dhanyavaad gurujii
Vedic or sanatan dharm k bareme detail me samjay guruji 🙏🙏🙏🙏
सादर प्रणाम
Guruji...Puri Pol khol di apne.😂 Dhanyawad apka 🙏🏻
सर! पाश्चात्य दर्शन पर भी वीडियो बनाने की कृपा करें.
बेहतरीन लेक्चर
बहुत सुन्दर 🙏🏼
Ek hi naara ek hi naam Jai Shree Ram
Dharm na doodsri Satya samana Satya hai ek Parmatma jo shashwat hai satyahai nitya hai Sanatan sarvbyapi Avinashi tatha apariwartanshil hai
Mr Sinha has obtained such diverse knowledge and wisdom , his lectures show the depth of his wisdom. May I know what are his qualifications. I have a PhD in Philosophy and I wish we had teachers like him. I live in USA but have visited Kurkeshtra. Is it possible to meet him in person? Thanks much
Pranam aur aabhar
Guruji to pichhle sal shareer chhod gye
Oh no! He was outstanding. It will be difficult to find a replacement of him
Guruji ये सभी तो सम्प्रदाय है। धर्म तो स्वभाव को मनु ने कहा है। दया, शांति, अहिंसा ये धर्म है। इनको समझाने वाले तो संप्रदाय होंगे।
कुछ अनुचित हो तो क्षमा करें।
धन्यवाद।
" .... धर्म तो स्वभाव को मनु ने कहा है। " ===> " मनु ने तो 'स्वभाव' को धर्म कहा है।" .... Is it correct to write this way ??
1. अगर मैं कहूं कि - धर्म का मतलब है - किसी वस्तु, Energy में फिजिकल Property जैसे Density, Atomic Structure, hardness, chemical properties, इलेक्ट्रिकल Properties,
In liquids ( their Atomis structure), Chemical Properties, PH, Acedic/Basic ion Concentration..etc.
In the Energies like Gravitation Force, Thermal Energy, Sound Energy, Electrical Energy etc etc - Their way of action .
Aap ek sant ki tarah hamare dharm ka gyan pradan Karte hai
Sadar Parnaam guru ji you are Great
Sir really this video was one of the best.
जय भारत जय भारतीय जय गुरुदेव
धर्म को religion से जोड़ना सही नहीं है क्योंकि कर्म ही धर्म है और कर्म वह है जो करने योग्य हो अथवा जिसमे सबका भला हो और जो रास्ट्र निर्माण में सहायक सिद्ध हो।
धर्म अथवा(पंथ)एक अलग विचारधारा है जो मानवों को जोड़ने का काम करता है। कोई भी धर्म आपस में बैर रखना,या हिंसा करना नहीं सिखाता है। यदि कोई वायक्ति धर्म के नाम पर हिंसा करता है तो वह वयक्ति सबसे पहले धर्मरहित हो जाता है अथवा उसका कोई धर्म नहीं रह जाता है।
वर्तमान युग में मानव धर्म के नाम पर लड़ रहा है और मानवता की हत्या कर रहा है।
इसी कारण आज धर्म की महत्ता बढ़ जाती है। क्योंकि आज हमे धर्म को पढ़ने की आवश्यकता है क्योंकि कोई भी धर्म हिंसा का समर्थन नहीं करता। आज हमे आपसी भाईचारे के साथ सभी धर्मों का सम्मान करना चाहिए।
धन्यवाद🙏🏻
प्रणाम गुरुदेव , 🙏
आपकी थ्योरी बहुत अच्छी लगती है,,,
जय श्रीहरी कृष्ण परब्रम्ह नमो नमः
Sat. Saheb
Kuch explanation acha laga. Guruji aap ki kamayi kithni hai. Aap ka property kithni hai.
Fantastic
सादर प्रणाम आपको
धन्यवाद
great ❤
Excellent many many thanks🙏🌷
Great . Being a follower of this theory enjoyed the video and learned a lot .
Man has a limited, imperfect and short life, sometimes joyous and sometimes painful. Man is keenly aware of the certainty of own death and annihilation. Therefore, man needs God and religion. Even if there is no God, it is good to invent God to give comfort, peace and purpose in life. However, people should worship or meditate on God or Gods directly and avoid the traps and false preachings of self-serving priests. Without the beliefs in God/s, people will worship tyrant rulers as Gods, as happened in Communist nations. At least, the invisible God or Gods cannot do any harm like crooked and violent rulers. People should stop fighting over religion and God/s, since they are invented by humans in different cultures in different flavours.
🙏🕉️🙏
Pls share next part links as pinned comments to be found easier
Nihshabd guruji
Kripya sentence finish ho jaane pr khatm kiya kryen.
Jay Jay guru ji🙏🙏
प्रणाम करता हूं आप को
You are great sir
Pranam guruji
Plz make video on vedic religion and vedic people
Excellent analysis. 🙏
Regards respectful prnam
Prabhu ji
नारायण नारायण 🕉🙏👏
Excellent 👍👍👍
नारायण ❤
Before Darwin Jainism told the same ....no creator, no destroyer., matter can not be destroyed, only changes the form.
धर्म अपनी सुरक्षा के लिए उसी तरह जरूरी है जैसे शरीर के लिए कपड़ा।जब कोई कपड़ा फट जाता है फिर उसे बदलना पड़ता है,उसी तरह एक धर्म गंदा हो जाने या स्वयं के लिए फायदेमंद नही रह जाता या गंदगी आ जाता है तो धर्म को भी कपड़े की तरह बदल देना चाहिए।
याद रखिए धर्म इंसान के लिए बनाया गया है ,ना की धर्म के लिए इंसान बनाया /पैदा किया जाता है।
धर्म अफीम है ... (कार्ल मार्क्स)
आदिवासी किसी भी धर्म को नही मानते फिर भी सबसे ज्यादा सुसंस्कृत होते हैं।उनका समाज भी सुसंगठित होता है।आदिवासी धर्म को नही बल्कि अपने पुरखों के रूढ़ी प्रथा परंपरा को मानते हैं,जिसे इंग्लिश में culture कहते हैं।और आदिवासी भाषा में पूनेम, सरना,.....आदि अलग अलग नाम से जानते है,लेकिन दुनिया भर के आदिवासियों के इस संस्कृति का मूल भाव एक ही होता है।
सरदार भगत सिंह ने अन्त: अपने आपको नास्तिक ही घोषित किया।
धर्म लोगों को भय दिखाता है ,और पाखंड फैलाता है,शोषण करने का जरिया है और शासन सत्ता का कारण बनता है। 18:25
Whole world is full of wisdom.
Thanks
Thanks sir
Guruji pranam
क्या फिलास्फर और संत में कोई समानता है ? संत जो कर सकता है वह फिलहाल सर कर सकता है? क्या अहंकार समाज के लिए हितकर है ?
Very nice
margdarshan dikhaiye aapko hamara pranam
इस उम्र में आदमी भटक ही जाता है।
इस्लाम और क्रिश्चियनिटी का भारत से कोई संबंध नहीं है
Snatan ka rista poore brehmand se hai
सर आप तो शुरू की बात पर ही गुस्सा हो गये.
पता सूली के बाद जिंदा होकर जीसस क्रिस्ट कश्मीर आया था. दरअसल भारत भूमि ही अद्भुत है.
श्री कृष्ण के समय पर भी एक जैन मुनि थे नेमिनाथ.
कपिल मुनि ने darvin का सिद्धांत 5700 साल पहले ही दे दिया था सांख्य शास्त्र मे.
Ap na milte to mai hamesha andhere me rahata...
गुरुजी आप भारत में प्रचलित धर्म के बारे में व्याख्या करने वालेथे लेकिन आप व्याख्या ना करके विषय पूरा नहीं हुआ इस को पूर्ण करे❤
दूसरा भाग देखे कृप्या
💯
धर्म अफीम है ये सारे धर्मों का सच है क्या हिन्दू क्या मुस्लिम, क्या ईसाई, सिर्फ एक ही व्यक्ति ने नैतिकता और बंधुआ फैलाई, महत्मा बुद्ध
Congress had almost destroyed Hinduism. And BJP has revived it. Its not a political comment, its reality. I am thankful to Modi and BJP.
Vatican inspired party, congress.😎
Agar metar se movement se inshan ki utpatti huai to hamara jeevan bhi dharti chande ke jesa tab tak nast nanhi hona chahiye jab tak hum kisi se takrate nanhi aur hum bol nanhi sun nanhi dekh nanhi paten aur hum kuchh kalpana nanhi kar pate sab ki soch blood ek jaisa hona chahiye chahe wah koi bhi jeev ho
guru ji ka पता bataye plz
Har Har Mahadev 🚩🚩🚩🚩🚩...........♾️
JAI SHRI RAM 🚩
16:55 Minute @ A minor correction Guruji
Quran does not mention ZILLE SUBHANI ( shadow of God ) term anywhere : Quran is a book for common man and has opposed aristocracy and elite tooth and nail throught it’s text spread over 23 years of revelation
These were kings & Clergy hand in glove who instead of Following directive of the Quran and Prophet Mohammad expertly deformed the social expression and made a tyrannical tool in order to RULE ( pure lust for power assisted by corrupt clergy of Muslims )
May God give you a very long and intellectually vibrant life you are a true Guru 🙏🏻
Good Selection of words..
🙏🙏
Dharm do char nahi hota hai sampurn jagat ka dhrm ek hai do nahi aur wah hai Sampurn bhao se ek Parmatma ki puja