पहली बार कुमार विश्वास के बाद जिसे सुनने को बार बार दिल करता है,मनोज सर आपको प्रणाम है, आप का वीडियो जो सनातन धर्म के प्रति जागरूक करता है बहुत ही प्रेरणा देता है मै आपके जन्मस्थली का पड़ोसी राएबरेली से हूं ।
मनोज जी आजकल निरंतर आपको देखती रही हूँ टी वी शो मे और मै आप पर गर्व करती हूँ ।हिन्दी के शब्द सुनने को तरस जाते थे आपने और कुमार विश्वास ने हमें बहुत गौरवान्वित किया है मेरे बहुत छोटे भाई समान हो आप दोनो आपका केसरी वाला गीत हमेशा रुला देता है । बात आज मधुशाला की हो रही तो ये पुस्तक मेरे हृदय के बहुत करीब है मेरे पास 1935 का संस्करण है,मेरे पापा की है ।और मनोज जी एक बात और बता दूँ की 1973 मे अंत्याक्षरी प्रतियोगिता थी कॉलेज मे और टीचर ने कहा यदि मधुशाला याद कर लोगे तो हार नहीं सकते बस फिर क्या था काफी याद थी और फिर पूरे 139 रुबाइयाँ रात गई और हमारी टीम जीत गई ।आज आपने वो वाकया याद दिला दिया । आपको आशीर्वाद 🙏
मेरी तो कोई उम्र नहीं और नाही मेरा ज़मीर मुझे इस बात की आज्ञा देता है.. पर जिस खूबसूरती से आप आपने पढ़ा ... निश्चिंत ही हरिवंश जी को बहुत सुकून मिलेगा।। बहुत बहुत धन्यवाद मनोज मुंतशिर सर
Sir maine madhushala ko smjha to tha pahle lekin itna deeply aj smjh pa rha hu vo bhi apki kripa se.. Aj k daur m sahity ko jan manas tk pahuchane ka ye kargar tarika h Ap hm sb tk aise hi series bna kr pahuchate rahiye 🙏🙏🙏🙏
सर मधुशाला तो और लोगों से भी सुनी है लेकिन आप ने जिस प्रकार सुनाया है अप्रतिम अद्वितीय जिस प्रकार व्याख्या की है आपने वास्तव में मेरी नजरों में आपकी इज्जत हजारों गुना बढ़ गई बहुत-बहुत धन्यवाद बहुत-बहुत आभार आपका जय हिंद.
हिंदी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं सभी को। देश की सर्वाधिक बोले जाने वाली भाषा का सम्मान हमारे हिंदी को ही प्राप्त है। देश में 44% लोग हिंदी भाषा बोलते हैं। लेकिन इसके महत्व को कोई समझ नहीं पाया। जिसने इसके महत्व को समझा आज वह हिंदी इतिहास मैं अमर हो चुका है।
कितनी सकारात्मकता के साथ मदिरा के विकारों को हमारे प्यारे बच्चन जी ने बता दिया। इतनी सरलता से की मदिरा को पसंद करने वालो को भी बुरा ना लगे और उन्हें समझ भी आ जाए।
सर मैंने पहले भी पढ़ा है गुनाहों का देवता पर आपके जुबां से सुनने के लिए अभी से बेताब हो रहा हूं ❤️❤️❤️ love u sir । आप मेरे जीवन के सबसे बड़े प्रेरणादायक व्यक्तित्व हैं! .....🙏🙏🙏🙏
हिंदी दिवस की बोहोत बोहोत शुभकामनाएं सभी हिंदी प्रेमी और साहित्य को पठने वालो को मेरा दिल से प्रणाम 🙏💓💓 मा सरस्वती हिंदी का वर्चस्व युही बना रहे यही कामना करता हु , और इसका मान बनाये रखनेकी कोशिश पूरी जिंदगी करता रहूँगा शुक्रिया 🙏🙏🙏
समंदर ने भी चाहा,हमसे गुफ्तगू करना। जब हम भी कई राज़ बहाने निकले। कुछ नये तो कुछ पुराने, दोस्तों के याराने निकले। उनमें कुछ एक मोहब्बत के अफसाने निकले। समंदर ने भी चाहा हमसे गुफ्तगू करना। जब हम भी कई राज़ बहाने निकले। अंधेरा भी छंटा रौशनी भी आई, जीने के फिर से बहाने निकले। उस दौर से इस दौर तक यारों अतीत के कुछ पन्ने पुराने निकले। समंदर ने भी चाहा हमसे गुफ्तगू करना। जब हम भी कई राज़ बहाने निकले। *jayakjazbaat
वाह मनोज जी 👏👏👏 क्या कहूँ आज 👌👌 मधुशाला की मादकता आपकी वाणी पाकर और बढ़ गई है और रसिक(भक्ति और प्रेम में डूबा साधक)इसमें डूब कर ही जैसे तिर गया है।हिन्दी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ 🙏🙏🌷🌷💖🇮🇳
मनोज जी अपने तरह के कवि हैं औरकुमार विश्वास अपने तरह के कवि हैं। ये सभी महान कवि अतुलनीय हैं।अपने कलम के सरताज है। इन्हें तो बस सुनते रहिए, सुनते रहिए, बस सुनते ही रहिए।🙏
Sir sach kahoon to aapki har poetry ke baad aur vedio sunane ke baad mere shareer pe kante aa jate andar se feeling aathi hai hum bahot kuch kar sakte hai zindagi main itni jaldi ummeed chodna thik nahi thanks sir har wo feelings ke liye jo hame tayar karati hai struggle karne ke liye our thanks for hamara hosala badhane ke liye , I'm big fan of you sir aapke har Kavita ki ,aapke aawaj ki ,our aapke soch ki
सर आप और डॉ कुमार विश्वास हिन्दी माँ की दो आँखें हैं. 🙏🙏. मनोज साहब आपने जितनी सरलता व आत्मीय लगाव के साथ अपनी मधुर आवाज़ के माध्यम से हमलोगों को विभिन्न प्रसिद्द कविताओं का रसास्वादन करवाया है, वह अद्भुत है! आपको कोटि- कोटि प्रणाम. 🙏🙏
आपका ज्ञान और बोलने का तरीका ही एक मधुशाला जैसा है , love you sir, ये लाइन आपको समर्पित है - पढ़े लिखे तो बहुत मिले ना मिला तुमसा कोई बोलनेवाला, बैठ मधुशाला में जी भर सुनू तुम्हें नहीं चाहिए कोई हाला, भर दो शाम प्याले की गुनगुनाकर शब्दों के जाम , नशा ही नशा चढ़े तुम्हारा रहो आंख में बनकर मधुशाला । Salute to u Manoj Sir
मैंने इस कविता को १००वीं बार सुना , पर फिर भी वही सुरूर और वही नशा है, हर बार दिल को सुकून और मन को आराम मिलता है।। सत् सत् नमन -- हरिवंश राय जी..... और मनोज जी तो गहरियों में उतर के सुनते है हर एक अल्फाज।।
बहुत बढ़िया काम कर रहे मनोज भैया। युवाओं को हिन्दी साहित्य की धरोहरों के प्रति आकर्षित करने की कड़ी में आप पूरी तरह सफल हैं। मैं एक केन्द्रीय विद्यालय में हिन्दी का अध्यापक हूँ। आपकी सुनाई सभी कहानियाँ, कविताएँ मैं अपने विद्यार्थियों को भी भेजता हूँ। वे बहुत पसंद कर रहे आपकी कहन शैली। धन्यवाद!
Kabhi madhushala mujhe BA Part 3rd ke sylebus mein lagi but maine itani lagan se nahi padhi jitani lagan se sir aaj apase suni to kavita Madhushala samjh aaee thanks Doob ke koi dekhe to lafazon ki gehraee samjh aatee hai varna kagaz ke seene pe khinchi sirf lakeerein hain
20 बार सुन चुका सर , फिर भी आपकी सरसता मुझे बार-बार सुनने पर मजबूर कर रही है। आप हमारे युग के महान कवि हो सर और आने वाली पीढियां भी आपको सुनकर तृप्त होंगी । वाह सर वाह । क्या शैली है आपकी और क्या शब्द चयन और क्या शानदार उद्धरण 💓💓💓💓🙏
आप काव्य प्रेमी एवं कला पारखी है। 👌🙏 एक विनम्र निवेदन है कि दिये लिंक को देख नव काव्य पाठ का प्रोत्साहन करने की महती कृपा करें। ua-cam.com/video/wx7y-4ajrQA/v-deo.html सादर सद्भावनाओं सहित धन्यवाद। 🙏
रश्मी सुनी,आपकी आवाज मे,लगता था जैसे सब कुछ सामने हो रहा है। अब भी ऎसा लगा कि मधुशाला मे ही बैठा हूं। धन्यवाद आपका बेहतर आवाज ओर प्रस्तुतीकरण के लिये।😊
Aapko maine aajtak dangal me dekha sir mai lucknow se hun aapne jis trh support kia yha bhi ek industry bnni chahiye sir ye hmaare liye bahut khusi ki baat hai hmare yha talent bhr bhr k hai mgr hmaare pass financiall prblm h jiske wjh se hm mumbai jaise mhnge city me jaa nhi skte hai....
आज हिंदी हिंदुस्तान में अल्पसंख्यक प्रतीत होने लगी थी,,,पर आपने इसे समृद्ध किया है,पूर्ण विश्वास है आपके चिरकाल तक और होगी।इस श्रेष्ठतम राष्ट्रधर्म को निभाने का साधुवाद।।बस एक विनती आप एवम् विश्वास जी एक दूसरे को राष्ट्रवादी सहयोगी मानें।दोनों ही भारतधर्म,देशप्रेम निभा रहे हैं,,यहां व्यवसायिक प्रतिद्वंदिता को कोई स्थान ना दिया जाए। salute & greate wishesh for भारत के मेधावी लाल
प्रणाम 🙏🙏 हिन्दी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ 'मधुशाला' मेरे लिए एक ऐसी रचना है, जिसने मुझे माँ हिन्दी की बेटी बनाया..... 'मधुशाला' के विषय में चंद बातें मधुशाला के अंदाज में "खैयाम व बच्चन से पाया जग ने ऐसा यह प्याला है जिसमें उनके अन्तस् की मृदु भावों की ही हाला जिसने भी स्वाद चखा इसका वह इसी में खो सा गया उनकी होकर के भी, अपनी जैसी लगती 'मधुशाला' । " सर आपकी आवाज़ में आज 'मधुशाला' की रुबाइयों को सुनकर, उसके दर्शन को समझ कर 'मधुशाला' के प्रति मेरी दीवानगी और बढ़ गई 🙏🙏
बहुत सुंदर सर ।शायद ही हिंदी का कोई प्रोफेसर इस तरह explane कर सके । बहुत आराधना की है सरस्वती की आपने। जब से आपको सुना है रोज आपकी वीडियो में बहुत कुछ सीखने को मिलता है ।धन्यवाद
24 years back (1997), I used to be a student of Architecture at IIT Roorkee. And an intolerable search for the real meaning of life tormented my inner core. At that time Madhushala came to my respite. Whenever I used to start Manna Dey's cassette, tears used to roll down my eyes in anticipation of the inner light. Others also used to listen to Madhushala. Many of them took to Alcohol listening to Madhushala. But for me Pyala was always my Heart and Madira was the love/life of the Almighty pouring incessantly and for eternity. Today I see the same thought coming through you Manoj. I'm grateful to you that you have echoed the same thought. Heartfully indebted to you.
लाजवाब, आपके प्रस्तूतिकरण से बच्चन जी पुनर्जीवित हो गए और युवान पीढ़ियों को उनका सम्यक मिलन करवा दिया आपने । चन्दर और सुधा की अमर कथा का बेसब्री से इंतजार है
मां धरती की गर्भ से उदित हुई हमारी अपूर्व अतुल हिंद भाषा, साथ उसके धधक उठी हमारे गर्व की अभिलाषा। हिंदी दिवस की हार्दिक हार्दिक हार्दिक शुभकामनाएं सर...🙏🙏🙏
बिटिया जी 🙏 आप कला पारखी है ।एक विनम्र निवेदन है कि दिये लिंक को देख नव काव्य पाठ का प्रोत्साहन करने की महती कृपा करें। ua-cam.com/video/wx7y-4ajrQA/v-deo.html सादर सद्भावनाओं सहित धन्यवाद। 🙏
नहीं थिर देव यहाँ है राजाओं के राज कहाँ हैं । चिर यश इस एक जगत में रहे सलामत कहने वाला।। श्रद्धेय इस दुनियां में कोई ईश्वर हुआ , खुदा हुआ ,प्रतापी राजा हुआ, दानी हुआ , वैरागी हुआ ये सब होना निरर्थक होता यदि कवि न होते , आपकी एक पँक्ति बहुत अच्छी लगी कि "दो हज़ार पन्ने पढ़ते तो तब दो लाइन लिखने का अधिकार मिलता है" पहली बार आपको देखा , सुना , love u जरूर बोलूँगा लेकिन जीभ से नहीं , आपको बहुत सुनकर दिल से बोलूँगा...💐💐
मनोज सर जब से मैं मधुशाला सुना हु मुझे शराबी को देखने का नज़रिया बदल गया। इसलिए कहा जाता है " देखता तो सबलोग हैं लेकिन देखे में जो अनदेखा रह जाए, कवि उसका दर्शन कराता है।
हिन्दी भाषा मे अनेक ऐसे शब्द होंगे जो आपको परिभाषित कर सकते होंगे, पर उन शब्दों का इस्तेमाल सूर्य को दीप दिखाने के समान होगा, आप मुझे बहुत पसंद हैं।😊😊 पहले आपकी vedio सिर्फ में ही देखा करता था ,अब मेरे सारे मित्र आपके प्रशंसक हैं गुनाहों के देवता की series जल्द लाए। Love from PATNA(BIHAR)
Beautifully written by Sri Harivansh Rai Bachchan And beautifully sung by Manoj sir! I never forget these verses in my life. It's December 5,2021 and I am still bewitched by these verses "गाज गिरी पर ध्यान सुरामय,रहा मग्न पीनेवाला।"
It is a treat to listen to you reciting poetry of different poets. You make it so simple that even uninitiated will fall in love with poetry poet and the person reciting the poetry. Please keep up the good work. Your service to poetry will never go waste. After a decade u will hear poets saying that they got interested in poetry because of Manoj Muntashir's vdo. God bless you
यार, इतना अच्छा अच्छा विषय वस्तु अपलोड करने के बाद भी मुझे ये बोलने में बहुत तकलीफ हो रही है कि आप लोगो ने इस चैनल को अभी तक 1 लाख सब्सक्राइबर तक नही दे पाए हो। कोई आलतू फालतू चीजे रातो रात वायरल कर दोगे लेकिन, सही और ज्ञानवर्धक चीजे को आप लोग समर्थन ही नही देते। 👉Complete 1 lakh subscribers by today, Manoj sir aap apna Morale km mt krna, we love you always.💖🙏
@Rajneesh kumar pathak , sahi bola Pathak sahab apne hume jarur pure tann mann Arr dhann se samarthan karna chahiye ese literature Arr lyricist ka, bajay kewal mukdarshak bane rahane se.
सर मैंने आज पहली बार सुना है आपको और क्या बात करू मेरे पास कोई शब्द नहीं तारीफ़ करने के लिए। और सर मैंने मधुशाला के बारे मैं बहुत सुना था लेकिन कभी पढ़ी नहीं है लेकिन आज आपसे सूना क्या बयां करूं। क्या तारीफ़ करूं सर आपकी ।। Superb sir 🙇🙏
पहली बार कुमार विश्वास के बाद जिसे सुनने को बार बार दिल करता है,मनोज सर आपको प्रणाम है,
आप का वीडियो जो सनातन धर्म के प्रति जागरूक करता है बहुत ही प्रेरणा देता है
मै आपके जन्मस्थली का पड़ोसी राएबरेली से हूं
।
First choice only Manoj sir
मनोज जी आजकल निरंतर आपको देखती रही हूँ टी वी शो मे और मै आप पर गर्व करती हूँ ।हिन्दी के शब्द सुनने को तरस जाते थे आपने और कुमार विश्वास ने हमें बहुत गौरवान्वित किया है मेरे बहुत छोटे भाई समान हो आप दोनो आपका केसरी वाला गीत हमेशा रुला देता है ।
बात आज मधुशाला की हो रही तो ये पुस्तक मेरे हृदय के बहुत करीब है मेरे पास 1935 का संस्करण है,मेरे पापा की है ।और मनोज जी एक बात और बता दूँ की 1973 मे अंत्याक्षरी प्रतियोगिता थी कॉलेज मे और टीचर ने कहा यदि मधुशाला याद कर लोगे तो हार नहीं सकते बस फिर क्या था काफी याद थी और फिर पूरे 139 रुबाइयाँ रात गई और हमारी टीम जीत गई ।आज आपने वो वाकया याद दिला दिया ।
आपको आशीर्वाद 🙏
🙏🙂
अज्ञात लेखनी
मेरी तो कोई उम्र नहीं और नाही मेरा ज़मीर मुझे इस बात की आज्ञा देता है.. पर जिस खूबसूरती से आप आपने पढ़ा ... निश्चिंत ही हरिवंश जी को बहुत सुकून मिलेगा।।
बहुत बहुत धन्यवाद मनोज मुंतशिर सर
Oo
Sir maine madhushala ko smjha to tha pahle lekin itna deeply aj smjh pa rha hu vo bhi apki kripa se..
Aj k daur m sahity ko jan manas tk pahuchane ka ye kargar tarika h Ap hm sb tk aise hi series bna kr pahuchate rahiye 🙏🙏🙏🙏
हिंदी भाषा की अच्छी समझ आपको सर्वश्रेष्ठ पद तक पहुंचा सकती है ऐसा आपने साबित कर दिया है। लोग व्यर्थ ही इंग्लिश को महत्व देते हैं।
सर जितनी ही खूबसूरत ये कविता है उतनी ही खूबसूरत आपकी आवाज़ ,जिसे सुनकर मन अंदर तक से सुकून पा लेता है।
❤
मेरे जीवनकाल में पढ़ा गया सबसे बेहतरीन है मधुशाला और शायद ताउम्र रहेगा और आपका अंदाज भी सदाबहार..
सर मधुशाला तो और लोगों से भी सुनी है लेकिन आप ने जिस प्रकार सुनाया है अप्रतिम अद्वितीय जिस प्रकार व्याख्या की है आपने वास्तव में मेरी नजरों में आपकी इज्जत हजारों गुना बढ़ गई बहुत-बहुत धन्यवाद बहुत-बहुत आभार आपका जय हिंद.
हिंदी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं सभी को। देश की सर्वाधिक बोले जाने वाली भाषा का सम्मान हमारे हिंदी को ही प्राप्त है। देश में 44% लोग हिंदी भाषा बोलते हैं। लेकिन इसके महत्व को कोई समझ नहीं पाया। जिसने इसके महत्व को समझा आज वह हिंदी इतिहास मैं अमर हो चुका है।
please once see my poetry.... Please.... I hope you like it.... please support me 🙏🙏🙏🙏🙏
कितनी सकारात्मकता के साथ मदिरा के विकारों को हमारे प्यारे बच्चन जी ने बता दिया।
इतनी सरलता से की मदिरा को पसंद करने वालो को भी बुरा ना लगे और उन्हें समझ भी आ जाए।
सर मैंने पहले भी पढ़ा है गुनाहों का देवता पर आपके जुबां से सुनने के लिए अभी से बेताब हो रहा हूं ❤️❤️❤️ love u sir ।
आप मेरे जीवन के सबसे बड़े प्रेरणादायक व्यक्तित्व हैं! .....🙏🙏🙏🙏
I will surely recite Gunaho Ka Devta. Love you 💕
@@ManojMuntashirShukla sir i am still waiting.... please recite
kabhi shayri nhi suni na padhi .....aapko dekha suna ...aisa laga shayri se rishta ban gya ......ek diwani aapki
मंदिर मस्ज़िद बैर कराते
मेल करती मधुशाला।
दिल से शुक्रिया मनोज सर🙏💐😇❤️
please once see my poetry.... Please.... I hope you like it.... please support me 🙏🙏🙏🙏🙏
ua-cam.com/video/QtlCi-Va6C4/v-deo.html Tahzeeb Hafi sahab ki shayri...पलट कर आये तो सबसे पहले तुझे मिलेंगें
ua-cam.com/video/EDPM5xOGYmM/v-deo.html
Deewana kisi ka
Lovely lines sir...
ua-cam.com/video/CuaSjE-Rm3Q/v-deo.html
It's my favorite line
शब्दों का समंदर और उन्हें परोसने की शैली लाजवाब वाह कितना खपाया है आपने अपने आपको ,कितना तरासा है अपने आप को, तब जाके पाया है आपने अपने आप को।
जी bhaiji बिल्कुल सही कहा आपने
बहुत खूब ! सुन्दर पंक्तियाँ बनायी आपने मनोज सर के लिए जो उनके ऊपर सहीं बैठती हैं ।बहुत धन्यवाद 🙏🏻
हिंदी दिवस की बोहोत बोहोत शुभकामनाएं
सभी हिंदी प्रेमी और साहित्य को पठने वालो को मेरा दिल से प्रणाम 🙏💓💓
मा सरस्वती हिंदी का वर्चस्व युही बना रहे यही कामना करता हु , और इसका मान बनाये रखनेकी कोशिश पूरी जिंदगी करता रहूँगा शुक्रिया 🙏🙏🙏
please once see my poetry.... Please.... I hope you like it.... please support me 🙏🙏🙏🙏🙏
समंदर ने भी चाहा,हमसे गुफ्तगू करना।
जब हम भी कई राज़ बहाने निकले।
कुछ नये तो कुछ पुराने, दोस्तों के याराने निकले।
उनमें कुछ एक मोहब्बत के अफसाने निकले।
समंदर ने भी चाहा हमसे गुफ्तगू करना।
जब हम भी कई राज़ बहाने निकले।
अंधेरा भी छंटा रौशनी भी आई,
जीने के फिर से बहाने निकले।
उस दौर से इस दौर तक यारों
अतीत के कुछ पन्ने पुराने निकले।
समंदर ने भी चाहा हमसे गुफ्तगू करना।
जब हम भी कई राज़ बहाने निकले।
*jayakjazbaat
बोहोत नहीं, "बहुत" होता है।
Sahi kaha...jo deshbhakt hote hai vahi Hindi divas manate hai 🥲
मधुशाला सुनने व समझने का अपना ही आनंद है और आपकी भव्य शैली लाजवाब
वाह मनोज जी 👏👏👏 क्या कहूँ आज 👌👌 मधुशाला की मादकता आपकी वाणी पाकर और बढ़ गई है और रसिक(भक्ति और प्रेम में डूबा साधक)इसमें डूब कर ही जैसे तिर गया है।हिन्दी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ 🙏🙏🌷🌷💖🇮🇳
हां कोई मनोज जैसा हो सकता है,लेकिन मनोज नहीं हो सकता.. वह तो एक ही है mnoj muntashir 👏👏👏👏❤️ आप की तुलना किसी से नहीं हो सकती
Sahi baat h
🙏🙏🙏🙏🙏🙏
मनोज जी अपने तरह के कवि हैं औरकुमार विश्वास अपने तरह के कवि हैं। ये सभी महान कवि अतुलनीय हैं।अपने कलम के सरताज है।
इन्हें तो बस सुनते रहिए, सुनते रहिए, बस सुनते ही रहिए।🙏
Sir sach kahoon to aapki har poetry ke baad aur vedio sunane ke baad mere shareer pe kante aa jate andar se feeling aathi hai hum bahot kuch kar sakte hai zindagi main itni jaldi ummeed chodna thik nahi thanks sir har wo feelings ke liye jo hame tayar karati hai struggle karne ke liye our thanks for hamara hosala badhane ke liye , I'm big fan of you sir aapke har Kavita ki ,aapke aawaj ki ,our aapke soch ki
तोहफा ये है कि आपने मधुशाला की कुछ लोकप्रिय पंक्तियों से मुझे अभिभूत किया है
सर आप और डॉ कुमार विश्वास हिन्दी माँ की दो आँखें हैं. 🙏🙏. मनोज साहब आपने जितनी सरलता व आत्मीय लगाव के साथ अपनी मधुर आवाज़ के माध्यम से हमलोगों को विभिन्न प्रसिद्द कविताओं का रसास्वादन करवाया है, वह अद्भुत है! आपको कोटि- कोटि प्रणाम. 🙏🙏
आपका ज्ञान और बोलने का तरीका ही एक मधुशाला जैसा है , love you sir,
ये लाइन आपको समर्पित है -
पढ़े लिखे तो बहुत मिले ना मिला तुमसा कोई बोलनेवाला,
बैठ मधुशाला में जी भर सुनू तुम्हें नहीं चाहिए कोई हाला,
भर दो शाम प्याले की गुनगुनाकर शब्दों के जाम ,
नशा ही नशा चढ़े तुम्हारा रहो आंख में बनकर मधुशाला ।
Salute to u Manoj Sir
😢😢🎉🎉❤
मैंने इस कविता को १००वीं बार सुना , पर फिर भी वही सुरूर और वही नशा है,
हर बार दिल को सुकून और मन को आराम मिलता है।।
सत् सत् नमन -- हरिवंश राय जी.....
और मनोज जी तो गहरियों में उतर के सुनते है हर एक अल्फाज।।
बहुत बढ़िया काम कर रहे मनोज भैया। युवाओं को हिन्दी साहित्य की धरोहरों के प्रति आकर्षित करने की कड़ी में आप पूरी तरह सफल हैं। मैं एक केन्द्रीय विद्यालय में हिन्दी का अध्यापक हूँ। आपकी सुनाई सभी कहानियाँ, कविताएँ मैं अपने विद्यार्थियों को भी भेजता हूँ। वे बहुत पसंद कर रहे आपकी कहन शैली।
धन्यवाद!
Salute you sir
Kabhi madhushala mujhe BA Part 3rd ke sylebus mein lagi but maine itani lagan se nahi padhi jitani lagan se sir aaj apase suni to kavita Madhushala samjh aaee thanks Doob ke koi dekhe to lafazon ki gehraee samjh aatee hai varna kagaz ke seene pe khinchi sirf lakeerein hain
20 बार सुन चुका सर , फिर भी आपकी सरसता मुझे बार-बार सुनने पर मजबूर कर रही है। आप हमारे युग के महान कवि हो सर और आने वाली पीढियां भी आपको सुनकर तृप्त होंगी । वाह सर वाह । क्या शैली है आपकी और क्या शब्द चयन और क्या शानदार उद्धरण 💓💓💓💓🙏
आप काव्य प्रेमी एवं कला पारखी है। 👌🙏
एक विनम्र निवेदन है कि दिये लिंक को देख नव काव्य पाठ का प्रोत्साहन करने की महती कृपा करें।
ua-cam.com/video/wx7y-4ajrQA/v-deo.html
सादर सद्भावनाओं सहित धन्यवाद। 🙏
अतिसुन्दर ,आपका अदाजेवया। अतिसुन्दर 👌👌👌👌👌👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏
पहले मुझे लगता था कि हिंदी कविता गाने का तालीम सिर्फ कुमार विश्वास में है।।पर आज मै गर्व से कह सकता हूं मनोज सर आप भी कम नहीं है।।❤️❤️
Lot's of Love ❤️
Sach me mai v yahi sochti thi par sir aapki voice me bhut clarity hai
@@jagritipattanayak8819 where are you from how understand Hindi
@@jagritipattanayak8819 àà
@@ManojMuntashirShukla bhai aap ne Amitabh Bachchan ji say permition le li thi ya nahi😂😂😂😂
रश्मी सुनी,आपकी आवाज मे,लगता था जैसे सब कुछ सामने हो रहा है। अब भी ऎसा लगा कि मधुशाला मे ही बैठा हूं। धन्यवाद आपका बेहतर आवाज ओर प्रस्तुतीकरण के लिये।😊
हम पहले सिर्फ कुमार विस्वास जी को अपना मार्गदर्शक मानते थे पर जब से आपको सुना है सर तब से हमारे जीवन के दो मार्गदर्शक हो गए...
अक़्ल में जो घिर गया वो ला-इंतिहा कैसे हुआ
जो समज में आ गया फिर वो ख़ुदा कैसे हुआ ...
अकबर इलाहाबादी...
बोहत उमदा मनोज भाई
Aapko maine aajtak dangal me dekha sir mai lucknow se hun aapne jis trh support kia yha bhi ek industry bnni chahiye sir ye hmaare liye bahut khusi ki baat hai hmare yha talent bhr bhr k hai mgr hmaare pass financiall prblm h jiske wjh se hm mumbai jaise mhnge city me jaa nhi skte hai....
Jiske pass talent h use kahi jane ki jarurat nhi.. Jarurat h to bas hard work ki....
Sir apne geetkaro ko ak nyi pahchan di hai phle to hme pta hi nhi tha ki ak geetkaar samudra ki gahraiyo se bhi ghra bhav rkhta hai. !! Salute sir!!
गुनाहों की देवता का इंतज़ार रहेगा ।
आपका हिंदी भाषा के लोग आभारी रहेंगे इस प्रयास का ।बहुत अच्छा लग रहा है लोग फिर से अपनी भाषा से प्यार करने लगेंगे।
आप धन्य है सर आपको सादर प्रणाम है ....जय सियाराम
आपका धन्यवाद सर , मुझे भी मधुशाला बहुत पसंद है, लेकिन जैसे आपने समझाया वैसे कभी नहीं समझ पाया। आह्लादित और कृतार्थ हुआ।🙏
😊😊😊😊😊
मनोज सर आप सबसे अच्छे है आप कुवार विश्वास से जादा बेहतरीन ही।। I m not comparing but u r best... ❤️❤️
Bhai main aapko jaanta nahi tha lekin kuch dino se maine aapko jana. Really you are so great. Jai hind
आज हिंदी हिंदुस्तान में अल्पसंख्यक प्रतीत होने लगी थी,,,पर आपने इसे समृद्ध किया है,पूर्ण विश्वास है आपके चिरकाल तक और होगी।इस श्रेष्ठतम राष्ट्रधर्म को निभाने का साधुवाद।।बस एक विनती आप एवम् विश्वास जी एक दूसरे को राष्ट्रवादी सहयोगी मानें।दोनों ही भारतधर्म,देशप्रेम निभा रहे हैं,,यहां व्यवसायिक प्रतिद्वंदिता को कोई स्थान ना दिया जाए।
salute & greate wishesh for भारत के मेधावी लाल
Bahut sahi kaha, thank you sir
6:20 for people who have alredy heard this many times and now just came back to listen the beautiful recitation ❤️❤️ once again. ❤️
Sir aap ka jawab nahi hai. Dil se pranam.
प्रणाम 🙏🙏
हिन्दी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ
'मधुशाला' मेरे लिए एक ऐसी रचना है, जिसने मुझे माँ हिन्दी की बेटी बनाया.....
'मधुशाला' के विषय में चंद बातें मधुशाला के अंदाज में
"खैयाम व बच्चन से पाया
जग ने ऐसा यह प्याला
है जिसमें उनके अन्तस् की
मृदु भावों की ही हाला
जिसने भी स्वाद चखा इसका
वह इसी में खो सा गया
उनकी होकर के भी, अपनी
जैसी लगती 'मधुशाला' । "
सर आपकी आवाज़ में आज 'मधुशाला' की रुबाइयों को सुनकर, उसके दर्शन को समझ कर 'मधुशाला' के प्रति मेरी दीवानगी और बढ़ गई 🙏🙏
अत्यंत ही दिलचस्प .. हिंदी भाषा की सहजता और सरलता की खूबसूरती
गर्व की अनुभूति होती है कि हिंदी हमारी मातृभाषा है,🙏🙏 भाई मनोज,आप स्वस्थ और दीर्घायु रहें।
आपने मेरे ज़िन्दगी के खालीपन को भर दिया। शायद आपको ही नज़रें तलाशती थीं।
साहित्य को पुनर जन्म देने वाले मनोज सर को शत-शत नमन करता हूं
बहुत सुंदर सर ।शायद ही हिंदी का कोई प्रोफेसर इस तरह explane कर सके । बहुत आराधना की है सरस्वती की आपने। जब से आपको सुना है रोज आपकी वीडियो में बहुत कुछ सीखने को मिलता है ।धन्यवाद
अद्भुत आवाज़ है आपकी ❣️❣️
जहां ना पहुंचे रवि ,
वहां पहुंचे कवि,❣️❣️
ua-cam.com/video/Ym7NOTHhELw/v-deo.html
Behatreen poem behatreen presentation.
Chalak jata hai jam jab bhara paimana hota hai,
Ladhkne wale bhi jaha sambhal jaye wo maikhana hota hai
24 years back (1997), I used to be a student of Architecture at IIT Roorkee. And an intolerable search for the real meaning of life tormented my inner core. At that time Madhushala came to my respite. Whenever I used to start Manna Dey's cassette, tears used to roll down my eyes in anticipation of the inner light. Others also used to listen to Madhushala. Many of them took to Alcohol listening to Madhushala. But for me Pyala was always my Heart and Madira was the love/life of the Almighty pouring incessantly and for eternity. Today I see the same thought coming through you Manoj. I'm grateful to you that you have echoed the same thought. Heartfully indebted to you.
Manoj Muntshir is the Surgeon of Literature / sahitya.
Jay Kedar.
लाजवाब, आपके प्रस्तूतिकरण से बच्चन जी पुनर्जीवित हो गए और युवान पीढ़ियों को उनका सम्यक मिलन करवा दिया आपने ।
चन्दर और सुधा की अमर कथा का बेसब्री से इंतजार है
मां धरती की गर्भ से उदित हुई हमारी अपूर्व अतुल हिंद भाषा, साथ उसके धधक उठी हमारे गर्व की अभिलाषा।
हिंदी दिवस की हार्दिक हार्दिक हार्दिक शुभकामनाएं सर...🙏🙏🙏
आप ही हमारे ने भारत के हीरो है ,आपकेअंदाज ने भारत के नवयुवकों को आपने साहित्य के प्रति आकर्षित करने मे सक्षम है।आपका आभार।
बिटिया जी 🙏
आप कला पारखी है ।एक विनम्र निवेदन है कि दिये लिंक को देख नव काव्य पाठ का प्रोत्साहन करने की महती कृपा करें।
ua-cam.com/video/wx7y-4ajrQA/v-deo.html
सादर सद्भावनाओं सहित धन्यवाद। 🙏
नहीं थिर देव यहाँ है
राजाओं के राज कहाँ हैं ।
चिर यश इस एक जगत में
रहे सलामत कहने वाला।।
श्रद्धेय इस दुनियां में कोई ईश्वर हुआ , खुदा हुआ ,प्रतापी राजा हुआ, दानी हुआ , वैरागी हुआ ये सब होना निरर्थक होता यदि कवि न होते ,
आपकी एक पँक्ति बहुत अच्छी लगी कि "दो हज़ार पन्ने पढ़ते तो तब दो लाइन लिखने का अधिकार मिलता है"
पहली बार आपको देखा , सुना , love u जरूर बोलूँगा लेकिन जीभ से नहीं , आपको बहुत सुनकर दिल से बोलूँगा...💐💐
सर आपके द्वारा किये वर्णन ने मुझे हिंदी साहित्य से प्रेम करना सिखा दिया
Lots of love sir ❤️❤️
मनोज भाई, इस कविता को पहली बार समझ पाया हूं। आपका शुक्रिया।
इंतजार रहेगा मनोज सर गुनाहों का देवता सीरीज का... 😊🙏
Bhaiya mai bhi kar raha hu..... from
3 months
मुझे भी इंतजार है सर
Eagerly waiting
Ha sahi hai
I am also egarly waiting
Masha Allah bohat khoob bohat oomda
Malik aap par meherban rahey Ameen
The way you express it , makes it more beautiful and intersting.💕
मनोज सर आप गज़ब है। किसी भी साहित्य की आप जो व्याख्या करते हैं, वो गज़ब है।
Love listening to you !!!
I am 15 years old and I really like your way of recitation!
Wow nice think dear
Great.........I am 13
ua-cam.com/video/Ym7NOTHhELw/v-deo.html
i am still 14 yrs
@@golu6304a
Kuch aisa mila jo dil ko sakun deta hai warna aaj kal sirf sor hai her ore aap jo laye phir sukhi hui bagia phir mahak uthi
मनोज सर जब से मैं मधुशाला सुना हु मुझे शराबी को देखने का नज़रिया बदल गया। इसलिए कहा जाता है " देखता तो सबलोग हैं लेकिन देखे में जो अनदेखा रह जाए, कवि उसका दर्शन कराता है।
ना जाने कितनी जिंदगियां बर्बाद कर दी गयी
कुछ जामो के पीछे
कविता सुनने की तमन्ना बहुत थी
पर अपना बचपन हम भुला ना सके
मृदु भावों के अंगूरों से,
आज बना लाया हाला!
प्रियतम अपने ही हाथों से,
आज पिलाऊंगा प्याला..
👌👌❤️❤️ हार्दिक अभिनन्दन
Bahut sunder
Achhe ढंग से पेश किया है
काफी सुंदर प्रस्तुति मनोज जी के द्वारा ❤️🙏
मधुशाला ❤️❤️
गौरव हो आप मेरे जिले के शान हो आप हर दिलो की जो आपकी आवाज के जरिये अपने ही रूह को सुकून देने वाला है।
Kun Kun ye video 2024 me dekh rha hai 😅😂
Isi ne adi purush k dialogue likhe the 😡
Nhi me 2010 me dekh rha hu... Bkl
Bhai mai too 3024 se dekh rhaa hoon 😢
Shukriya...
Khud ko kabhi es qabil nahi samjha ki madhushala padh saku...
Par apki wajah se aj sun li...
Shukriya...
Bachpan me English teacher se suna tha ise...
And now, hearing from you, It has become memorable forever❤️❤️
Kumar vishvas
Lucky ho ki English teacher ne sunaya tha.
जब जब आपकी कोई भी कविता की वीडियो देखता हूँ।।।। तब लगता है।।। जिस भी कवि का आप पाठन कर रहे है। जैसे वही कवि बोल रहे हो।।।।
हमें उस series का इंतेजार है। पढ़ने में तो बहुत ही मजा आया।
पुराने कवियों के संग्रह को जीवंत रूप देने के लिए धन्यवाद
इतना अच्छे से तो हमारे हिन्दी साहित्य के गुरु जी ने भी नहीं समझाया जितना आपने समझाया।
वाह वाह वाह जितनी वाह करे उतनी कम मधुशाला के साथ हम तो आपके भी मुरीद हो गए ❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️
Manoj muntashir एक सार्थक कवि युग है jai ma सरस्वती
हिन्दी भाषा मे अनेक ऐसे शब्द होंगे जो आपको परिभाषित कर सकते होंगे, पर उन शब्दों का इस्तेमाल सूर्य को दीप दिखाने के समान होगा,
आप मुझे बहुत पसंद हैं।😊😊 पहले आपकी vedio सिर्फ में ही देखा करता था ,अब मेरे सारे मित्र आपके प्रशंसक हैं
गुनाहों के देवता की series जल्द लाए।
Love from PATNA(BIHAR)
Madhushala tak am awam ko pahunchane ke lie aap ka bahut bahut shuqriya mere Tara se aap ko dhanyabad
मनोज सर आपके जैसा अंदाज शायद ही किसी में होगा। मैं आपके अलावा और किसी को नहीं सुनता हूं । धन्यवाद सर 🙏🙏🙏
राह में पथिक थे, थी आस बात करेगा वो प्याला।
हम निकल गए आगे, रह गई पीछे वो मधुशाला।।
बहुत बढ़िया रचना के साथ बहुत बढ़िया प्रस्तुति भी।😊🙏🙏🙏
Khali hat aye khali hat jaye zindegi peer aur mohabaat enjoy thc life jai meri madhusala 🙏🙏❤❤🌹🌹🇮🇳🇮🇳🌍🌍🌍 from west bengal azad zindegi
Beautifully written by Sri Harivansh Rai Bachchan
And beautifully sung by Manoj sir!
I never forget these verses in my life.
It's December 5,2021 and I am still bewitched by these verses
"गाज गिरी पर ध्यान सुरामय,रहा मग्न पीनेवाला।"
Sahi me , bahut khushi hai ki kavita gane wale ek or ratna mil gaye.
It is a treat to listen to you reciting poetry of different poets. You make it so simple that even uninitiated will fall in love with poetry poet and the person reciting the poetry. Please keep up the good work. Your service to poetry will never go waste. After a decade u will hear poets saying that they got interested in poetry because of Manoj Muntashir's vdo. God bless you
Well said, even I thought the same.In future we will hear poets got interested from you.
Even I feel like to write now. I have many thoughts in mind
सर अगर आप जैसा समझाने वाला हो तो ना समझ को भी समझ में आजाएगा
सर मुझे गर्व है आप और अपनी मातृ भाषा पर ❤❤
यार, इतना अच्छा अच्छा विषय वस्तु अपलोड करने के बाद भी मुझे ये बोलने में बहुत तकलीफ हो रही है कि आप लोगो ने इस चैनल को अभी तक 1 लाख सब्सक्राइबर तक नही दे पाए हो। कोई आलतू फालतू चीजे रातो रात वायरल कर दोगे लेकिन, सही और ज्ञानवर्धक चीजे को आप लोग समर्थन ही नही देते।
👉Complete 1 lakh subscribers by today, Manoj sir aap apna Morale km mt krna, we love you always.💖🙏
Love you too ❤️
Sahi baat hai yaaar 🤔
@Rajneesh kumar pathak , sahi bola Pathak sahab apne hume jarur pure tann mann Arr dhann se samarthan karna chahiye ese literature Arr lyricist ka, bajay kewal mukdarshak bane rahane se.
@@hritikkumarmodi4515 धन या तन की भी जरूरत नही केवल मन से समर्थन कर दे वही बहुत है। बहरहाल जानकर अच्छा महसूस हुआ कि आप भी समर्थन में खड़े है। ❣️
शानदार ऐसे रचनाएँ से आम पाठक रोमांच से भर गये है आभार
हिन्दी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं मनोज मुंतशिर जी 💐😍
आपकी ह्रदयस्पर्शी आवाज हमारे हम को मोह लेती है😍😍 प्यार आपके लिए दिल मे अपार
आपकी आवाज़ में कविता के शब्द मन को तृप्त कर देते हैं
नशा तो शब्दों का होता है साहब.. शराब की क्या औकात.. 😊
नशा तो शब्दों का होता है साहब.... शराब की क्या औकात
@@singhbioflocfisheries3757 hamne toh piya srif pani tah, toh nasha huwa kese mere yaar.
@@singhbioflocfisheries3757 qqqqqqqqqqqqqqqqqq q q q q
ये तेरी आंखों की तोहीन है कि
तुझे चाहने वाला शराब पीता है
मुन्नवर राणा
Itni pyare kavya hai hmari hindi bhasa me bahut anand ata hai sun ne me jab bhi free time hota only apko sunta hu sir
हिंदी दिवस, मनोज सर और मधुशाला... इस संगम में स्नान करके आज आत्मा तृप्त हो गई।
सर आपको ढेर सारा प्यार।
Love you too ❤️
सर मैंने आज पहली बार सुना है आपको और क्या बात करू मेरे पास कोई शब्द नहीं तारीफ़ करने के लिए।
और सर मैंने मधुशाला के बारे मैं बहुत सुना था लेकिन कभी पढ़ी नहीं है लेकिन आज आपसे सूना क्या बयां करूं। क्या तारीफ़ करूं सर आपकी ।।
Superb sir 🙇🙏
वाह तन मन रोमांचित हो गया आपकी आवाज में सुनकर
Love you sir 💓 love from #Amethi
Sir ji ko kotti kotti pranam
हिंदी को जीवंत करने में आपका प्रयास सराहनीय है। सर ।अति उत्तम
अति उत्तम
वाह बहुत खूब अन्दाज़ में आपने विवेचन किया है मनोज जी
क्या कहे आप को कोई शब्द नहीं है ईश्वर आप को इतनी उंचा ई पर ले जाय जहाँ कोई आज तक न पहुंचा हो👌👌👌👌👌👌👌👌👌
Shalin shabdo se piroye huye motiyo ko hum pe aise bikher dete ho…yun hi nahin aap “Muntashir” ho…shat shat naman aapko 🙏🏼🙏🏼