@curious1843 यदि आपने संकल्प लेकर व्रत शुरू किया है कि इतने रविवार का व्रत मुझे रखना है तो संकल्प लेने के बाद अगर बीच में व्रत छोड़ती है तो वह व्रत मान्य नहीं होगा संकल्प पूर्ण नहीं माना जाएगा यदि आप ऐसे ही व्रत शुरू कर दी हैं तो आप किसी कारण बस बस व्रत छोड़ सकती है वैसे बीच में जहां तक हो सके ना छोड़े
@@jyotirathore5295 जी वैज्ञानिक दृष्टिकोण से यह आवश्यक होता है कि सूर्य की किरणें जब जल के द्वारा छन कर हमारी आंखों पर पहुंचती है तो यह हमारे आंखों की रोशनी के लिए बहुत ही लाभदायक होता है परंतु धार्मिक दृष्टि से ब्रह्म मुहूर्त प्रात काल ही सूर्य देव जी की पूजा करना उचित होता है सूर्य देव जी तो विद्यमान होते ही होते ही हैं भले ही वह हमें दिखाई ना दे रहे हो जैसे कि कार्तिक मास में हम लोग ब्रह्म मुहूर्त में ही सूर्य पूजा और तुलसी पूजा करते हैं तो इसलिए आप सूर्योदय के समय प्रातः काल पूजा कर ले और जब सूर्य दृश्य हो जाए तब आप उन्हें प्रणाम कर सकते हैं
Om Surya Narayan namoh
ॐ सूर्याय नमः
Om Surya namaha
2 like 👍 Jai bholenath ❤ bahut acchi Jankari diya aapne sister Ji ❤
Om suryay namah
Mam ravivaar vart me kon kon se phal nhi khana chahiye
सभी फल खाने चाहिए
om surdevay namah
Kya mai bhraman ki patni ko udyapan me ye sab cheeze de sakti hoo?
@@seemagupta7130 ji bilkul
Kya rvivar ke vrt me nimbu Pani pi skte h,,,
जी बिना नमक के पी सकते हैं
Kya 2 Sunday ka fast rakh sakte hai,push mahine ka
जी रख सकते हैं
Mam m vrat kholna bhul gi to ab kya karu@@JeevanJyotiDarshan
@curious1843 आप सुबह पारण कर लीजिएगा क्योंकि सूर्यास्त के बाद अनाज का सेवन नहीं करते हैं
@@JeevanJyotiDarshan aur maam kya bich m skip kr kr ke vrat kr skte h ek do mujhe 30 rkhne h to mene bich bich m 3-4 bar skip ho gya
@curious1843 यदि आपने संकल्प लेकर व्रत शुरू किया है कि इतने रविवार का व्रत मुझे रखना है तो संकल्प लेने के बाद अगर बीच में व्रत छोड़ती है तो वह व्रत मान्य नहीं होगा संकल्प पूर्ण नहीं माना जाएगा यदि आप ऐसे ही व्रत शुरू कर दी हैं तो आप किसी कारण बस बस व्रत छोड़ सकती है वैसे बीच में जहां तक हो सके ना छोड़े
Pani pi skte h ya nhi
अपनी शारीरिक समर्थ के अनुसार बहुत से लोग पी लेते हैं बहुत से लोग नहीं पीते
Ajkal sardiyo mai toh suraj h 9bje ata h fr kb uthe kyuki arg dete time sury ki kiranr ap pe pdni chaiye
@@jyotirathore5295 जी वैज्ञानिक दृष्टिकोण से यह आवश्यक होता है कि सूर्य की किरणें जब जल के द्वारा छन कर हमारी आंखों पर पहुंचती है तो यह हमारे आंखों की रोशनी के लिए बहुत ही लाभदायक होता है परंतु धार्मिक दृष्टि से ब्रह्म मुहूर्त प्रात काल ही सूर्य देव जी की पूजा करना उचित होता है सूर्य देव जी तो विद्यमान होते ही होते ही हैं भले ही वह हमें दिखाई ना दे रहे हो जैसे कि कार्तिक मास में हम लोग ब्रह्म मुहूर्त में ही सूर्य पूजा और तुलसी पूजा करते हैं तो इसलिए आप सूर्योदय के समय प्रातः काल पूजा कर ले और जब सूर्य दृश्य हो जाए तब आप उन्हें प्रणाम कर सकते हैं
😂😂
Om suryaay namah
Om Surya devay namah