अरे इसको कोई जानता ही नहीं था, कभी रायपुर शहर की राजनीति में सक्रिय नहीं दिखा, इसके अपने मोहल्ले में कोई नहीं जानता इसको, जिस बूथ पर इसने वोट दिया वहां कांग्रेस को 175 और भाजपा को 400 से ज्यादा वोट मिला, ज़ब खुद के बूथ पर ये खुद का वोट नहीं ला सका तो कोई दूसरा कांग्रेसी क्या कर लेता? इतना फालतू कैंडिडेट देने का क्या मतलब था? कोई ढंग का कैंडिडेट होता तो अच्छी टककर होती
Bahut sahi kiya
एक है तो सेफ है ❤
Akas sarma ji bahut achae adami hai
अरे इसको कोई जानता ही नहीं था, कभी रायपुर शहर की राजनीति में सक्रिय नहीं दिखा, इसके अपने मोहल्ले में कोई नहीं जानता इसको, जिस बूथ पर इसने वोट दिया वहां कांग्रेस को 175 और भाजपा को 400 से ज्यादा वोट मिला, ज़ब खुद के बूथ पर ये खुद का वोट नहीं ला सका तो कोई दूसरा कांग्रेसी क्या कर लेता? इतना फालतू कैंडिडेट देने का क्या मतलब था? कोई ढंग का कैंडिडेट होता तो अच्छी टककर होती
ये तो बीजेपी सीट है इसमें कांग्रेस की संभावना कहां देख रहे है