Aaj bhut sunder satsang hua prashan puch ne wale sadhak ko or guruji ko dhanyavaad. Bhut sare prashan o ke utter mil gye. Sab ka mangal hoi. Pranam guruji.
एक प्रतिशत सिर्फ आत्मा प्राण पाँवर है जो सर्व गुण संपन्न है। जिससे सब कुछ सीखा जा सकता है। निन्न्यानवे प्रतिशत सीखने वाले हैं जो सबको सिखा रहे हैं । एक नहीं तो कोई नहीं ।
जितने कथाकर हैं सब मूर्ख ठग हैं जो जन मानस का शोषण कर रहे हैं । आत्मा का उपहास कर रहे हैं जो भूत हो गये हैं उनको भगवान् ईश्वर मान रहे हैँ। आत्मा प्राण पाँवर के विना जीवन य कथा संभव है।
विषय वस्य सुर नर मुनि स्वामी। मै पाँवर पसु तै अति कामी। विषयो में देवता मनुष्य ऋषि तपस्वी और जो स्वामी बन बैठे हैं सब विषय वासना मे लिप्त हैं । मै कौन पाँवर आत्मा प्राण विना इसके विषय वासना संभव है। कामी इंसान मुझे खोज रहा है।
भाई साहब आपने बताया मेरे प्रश्न अच्छे नहीं लगी की मगर आपके प्रश्न बहुत अच्छे हैं हमको तो ऐसा लगता है ऐसे ही कोई प्रश्न करने वाले रोग होवे तो हमें भी समझना मिले
विषई जीव पाइ प्रभुताई। मूढ़ महा जन होइ जनाई। विषय मे लिप्त प्राणी को पता नहीं है की विना आत्मा प्राण के अपनी प्रभुता नहीं दिखा सकता। लेकिन अज्ञानी मूढ़ विश्व को ज्ञान सनातन की बात तो करता है।लेकिन सनातन को पहचानता नहीं।
ज्यो ज्यो इच्छा करिहहि मन माहीं। हरि प्रसाद कछु दुर्लभ नाहीं। जो सोचेगा इंसान आत्मा के द्वारा उपलब्ध करा दिया जाता है। चाहे पाप करे या पुन्य । सतकर्म करे या दुष्कर्म।
मात नर्मदे हर ।
।। जय मा ।।
सद्गुरु श्री चरणों में सादर नमन ।
।। जय गुरु ।।
Harish Chauhan Gujarat Vadodara se Yogiji Maharaj Dhanyawad Guruji Maat Narmade Har Aapke Charno me koti koti Vandan OM SHREE SADGURU SAi MAA
ऐसे संतो का सम्मान करना चाहिए।जो इत्र की तरह महक छोड़ रहे हैं धन्यबाद।
संत भगवान के चरणों में साष्टांग दंडवत प्रणाम जय श्री मन नारायण
Mat narmade Har guruji🎉 1:04:17
❤️🙏🙏Maat Narmday har Guruji koti koti parnaam dhanyawaad karti hu ❤️🙏🙏❤️👌👌
Hari om 🙏
Narmde.har.guruji
Maa Narmade Har
Gurudev ke charanon mein dandvat pranam
Mat narmade har
गुरूजी चरण स्पर्श प्रणाम हर हर नर्मदा
Mat narmade Har guruji
Aaj bhut sunder satsang hua prashan puch ne wale sadhak ko or guruji ko dhanyavaad. Bhut sare prashan o ke utter mil gye. Sab ka mangal hoi. Pranam guruji.
तारों में चंद्र समान हो , गुरु देव तुम्हारी जय होवे ; हम सबके पालनहार हो , गुरु देव तुम्हारी जय होवे ।। 🙏🙏🙏
🙏🌺 मात श्री नर्मदे हर 🌺🙏
Naman prabhu..Maat narmade har💐🙏
प्रभु भल कीन्ह् मोहि सिख दिन्ही ।
आदिशक्ति आत्मा ने मुझे सिखाया है।
मै भी आत्मा को ढो ही रहा था अब आदि शक्ति की मर्यादा को जानता हूँ।
मां नर्मदे हर गुरु जी 🙏🙏 प्रेम प्रणाम जी 🙏🙏🎉❤
क्योंकि हमारे जैसे कि इतनी समझ ही नहीं है कि इतने प्रश्न कर पाए बहुत-बहुत प्रश्न करने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद
MAT NARMDE HAR GURU JI
गुरु जी प्रणाम,
तीव्र जिज्ञासु हो वही आप की बात समझ सकेगा, यह जो संसार
के मोह माया में डूबे हुए हैं,,
उस के बस की बात नहीं।
एक प्रतिशत सिर्फ आत्मा प्राण पाँवर है जो सर्व गुण संपन्न है।
जिससे सब कुछ सीखा जा सकता है।
निन्न्यानवे प्रतिशत सीखने वाले हैं
जो सबको सिखा रहे हैं ।
एक नहीं तो कोई नहीं ।
❤❤
जितने कथाकर हैं सब मूर्ख ठग हैं जो जन मानस का शोषण कर रहे हैं ।
आत्मा का उपहास कर रहे हैं जो भूत हो गये हैं उनको भगवान् ईश्वर मान रहे हैँ।
आत्मा प्राण पाँवर के विना जीवन य कथा संभव है।
विषय वस्य सुर नर मुनि स्वामी।
मै पाँवर पसु तै अति कामी।
विषयो में देवता मनुष्य ऋषि तपस्वी और जो स्वामी बन बैठे हैं सब विषय वासना मे लिप्त हैं ।
मै कौन पाँवर आत्मा प्राण विना इसके विषय वासना संभव है।
कामी इंसान मुझे खोज रहा है।
Begraund sounds bahut aa raha hey.
भाई साहब आपने बताया मेरे प्रश्न अच्छे नहीं लगी की मगर आपके प्रश्न बहुत अच्छे हैं हमको तो ऐसा लगता है ऐसे ही कोई प्रश्न करने वाले रोग होवे तो हमें भी समझना मिले
विषई जीव पाइ प्रभुताई।
मूढ़ महा जन होइ जनाई।
विषय मे लिप्त प्राणी को पता नहीं है की विना आत्मा प्राण के अपनी प्रभुता नहीं दिखा सकता।
लेकिन अज्ञानी मूढ़ विश्व को ज्ञान सनातन की बात तो करता है।लेकिन सनातन को पहचानता नहीं।
ज्यो ज्यो इच्छा करिहहि मन माहीं।
हरि प्रसाद कछु दुर्लभ नाहीं।
जो सोचेगा इंसान आत्मा के द्वारा उपलब्ध करा दिया जाता है।
चाहे पाप करे या पुन्य ।
सतकर्म करे या दुष्कर्म।
जिमि अविविवेकी पुरुष सरीरहि।
अवि विवेकी अज्ञानी लोग शरीर के पोषण की बात करते हैं ।
आत्मा प्राण पाँवर नहीं तो शरीर का पोषण कैसे।
Maharaj chopaii per 😊aage ki or pethe. Bina shaare ke😢