गुरुजी आपने बहुत कुछ बतादीया कम समय मे सादर प्रणाम मेरी राशि कुंभ है मे गुजरात से हु गुरुजी मेरा ऐक आपसे सवाल है के जो सडे सती चल रही तो मेरे परिवार का सबका दीमाग ऐक जेसा हो गया है कम बोलना कम बाते करना ओर कुछ बोले तो उल्टा समजना आछासा परिवार बिखर ने लगा है ओर कजाँ भी बडने लगा है मे तो अपना जीवन हारने लगा हुआ कुछ रास्ता निकालो मे आपको हाथ जोड़कर के मदत मांग रहा हु मे आपका जवाब सुनना चाहता हु समय बहुत कम है सादर प्रणाम स्वीकार करे
हाँ, आजकल कई परिवारों में ऐसी स्थिति देखी जा रही है जहाँ इसके जिम्मेदार शनिदेव नहीं बल्कि संवाद की कमी, गलतफहमियाँ, और भावनात्मक दूरी है। इसके पीछे कई सामूहिक और सामाजिक कारण हो सकते हैं: 1. बढ़ता तनाव और व्यस्त जीवनशैली: आधुनिक जीवनशैली बेहद तेज़ हो गई है, जहाँ हर कोई अपने काम, करियर और व्यक्तिगत लक्ष्यों में व्यस्त है। इस भागदौड़ में लोग परिवार के साथ समय कम बिता पाते हैं, जिससे आपसी संवाद में कमी आती है और गलतफहमियाँ बढ़ती हैं। 2. तकनीक का अत्यधिक इस्तेमाल: स्मार्टफोन, सोशल मीडिया और अन्य डिजिटल उपकरणों के बढ़ते उपयोग ने व्यक्तिगत संवाद को प्रभावित किया है। परिवार के सदस्य आपस में बातचीत करने की बजाय अपने फोन या डिवाइस में ज्यादा समय बिताते हैं, जिससे भावनात्मक दूरी बढ़ती है। 3. भावनात्मक समर्थन की कमी: आजकल की दुनिया में लोग मानसिक और भावनात्मक रूप से कई तरह की चुनौतियों का सामना कर रहे हैं, जैसे अकेलापन, चिंता, और अवसाद। इन मानसिक स्थितियों के कारण लोग अपने परिवार के सदस्यों से दूर हो सकते हैं, या उनकी बातों का उल्टा अर्थ निकाल सकते हैं। 4. बदलते सामाजिक और पारिवारिक ढांचे: संयुक्त परिवारों का टूटना और छोटे परिवारों का चलन बढ़ रहा है, जिससे लोग अपने रिश्तों में सीमित हो गए हैं। भावनात्मक समर्थन का वह बड़ा दायरा कम हो गया है, जो पहले संयुक्त परिवारों में हुआ करता था। अब लोगों को खुद से ज्यादा लड़ाइयाँ लड़नी पड़ती हैं और इसमें परिवारों में दूरियाँ आ जाती हैं। 5. कोविड-19 के बाद का असर: महामारी ने भी परिवारों के आपसी रिश्तों को प्रभावित किया। लंबे समय तक घर में बंद रहने या सामाजिक दूरी की वजह से तनाव और गलतफहमियाँ बढ़ीं। साथ ही, आर्थिक दबाव और अनिश्चित भविष्य की चिंता ने भी रिश्तों को प्रभावित किया है। 6. समाज में बढ़ती प्रतिस्पर्धा और अपेक्षाएँ: आज के समय में समाज में अधिक प्रतिस्पर्धा और उम्मीदें हैं, जिसके कारण व्यक्ति अक्सर अपने व्यक्तिगत लक्ष्यों को पूरा करने में इतना व्यस्त हो जाता है कि परिवारिक भावनाओं की अनदेखी कर देता है। हालांकि यह समस्या व्यापक रूप से देखी जा रही है, लेकिन इसका समाधान परिवार के भीतर से ही निकल सकता है। समझदारी, धैर्य और एक-दूसरे के लिए समय निकालकर इसे सुलझाया जा सकता है।
शनि ग्रह का फल (शनि के प्रभाव) व्यक्ति की कुंडली में उसकी स्थिति, भाव और राशि पर निर्भर करता है। सामान्यतः शनि को कर्म और न्याय का ग्रह माना जाता है, जो अनुशासन, कठोर परिश्रम, धैर्य और प्रतिबंध का प्रतीक है। शुभ प्रभाव: शनि अच्छी स्थिति में हो तो व्यक्ति को अनुशासन, स्थिरता, धैर्य और परिश्रम के फल देता है। व्यक्ति का न्यायप्रिय और ईमानदार होना संभव है। करियर में उन्नति, स्थिरता और संपत्ति की प्राप्ति हो सकती है। व्यक्ति के जीवन में दीर्घकालिक सफलता मिलती है।
Pandit ji pranaam, aap ka koi contact number nahin maujood hai isiliye aapko apne janam ki details yahan likh raha hun. D.O B.- 06/11/1962 T.O.B- 16.35 pm ( 4.35pm) P.O.B- Kuwait. 2009 se situation theek nahin hai, aap krpa karke dekhkar bataiye kya kuch nivaran hoga, mujpar kafi karza ho chuka hai jo mere bahut prayas karne ke baad bhi utar nahin raha hai. Meri us vidhata se itni hi binti karta hun ki Marne se pehle mera sara karz chukta ho jaye. Kya aapse personal level pe contact ho sakta hai, agar han to kaise? Aapke reply ki apeksha karunga, dhanyawad 🙏
Har harhar deve
Jai sani deve
Jay shree sani dav
प्रणाम गुरुजी थोडा धीरज मिल गया
Jay Shani Dev Baba ki Jay 🙏🙏🌺🌺🌺 Jay Gurudev ji
गुरु जी, जब से साढ़े साती लगी हैं, मैं पिछले दो सालों से बहुत मजबूत बनी हूँ, आपकी हर वीडियो बहुत लाभप्रद रहती है, धन्यवाद.. आभार..शुक्रिया..✍️🙏🏾
Thanks 🙏🚩
JAI SHREE GANESH DEVATA JI
JAI SHREE SHANI DEVATA JI
JAI SHREE HANUMAN DEVATA JI
SASTANG PRANAM JI
Jay shree sita ram, Jay shree sani dev maharaj.
Jai Shani dev
Om Sai Ram Jai shree Hanuman ji Jai shanidev Maharaj ji ki 🙏🌹❤️👏
Jai sanidev
Jai shree ram ji jai Hanuman ji jai Sani Dev ji
PRANAM BHAIYA JI.
GRATITUDE FOR YOUR KIND SUPPORT, ADVICE, PRAYERS AND BLESSINGS JI GOD BLESS ALL JI
🙏🙏
बहुत बढ़िया भैया जी आप जिस हिसाब से आप मुझे समझे हो भैया जी तो गुरु जी नहीं बोलकर भैया जी मैं भैया जी बोला हूं बड़े भाई समझ कर
Guruji kya vishnu sahasranaam sadesati mein padhna madad karta hai
बिल्कुल
Jay sanidevay namah ❤❤
@@RsJadav-h3x खुब खुब अभिनंदन गुरुजी
जय शनिदेव
जय श्रीकृष्ण
25,2,1982 my birth date hai 5 am ko mera birth huva hai તો meri rashi konsi hai guruji muje ap batayege ,🙏🙏
Utar nahi diya apne guru ji
Mera ફ્યુચર kya hai pls bataye
Uttar dijia ગુરુ ji
Sir app adress batiai
Plz reply
गुरुजी आपने बहुत कुछ बतादीया कम समय मे
सादर प्रणाम
मेरी राशि कुंभ है मे गुजरात से हु गुरुजी मेरा ऐक आपसे सवाल है के जो सडे सती चल रही तो मेरे परिवार का सबका दीमाग ऐक जेसा हो गया है कम बोलना कम बाते करना ओर कुछ बोले तो उल्टा समजना आछासा परिवार बिखर ने लगा है ओर कजाँ भी बडने लगा है मे तो अपना जीवन हारने लगा हुआ कुछ रास्ता निकालो मे आपको हाथ जोड़कर के मदत मांग रहा हु मे आपका जवाब सुनना चाहता हु समय बहुत कम है
सादर प्रणाम स्वीकार करे
हाँ, आजकल कई परिवारों में ऐसी स्थिति देखी जा रही है जहाँ इसके जिम्मेदार शनिदेव नहीं बल्कि संवाद की कमी, गलतफहमियाँ, और भावनात्मक दूरी है। इसके पीछे कई सामूहिक और सामाजिक कारण हो सकते हैं:
1. बढ़ता तनाव और व्यस्त जीवनशैली:
आधुनिक जीवनशैली बेहद तेज़ हो गई है, जहाँ हर कोई अपने काम, करियर और व्यक्तिगत लक्ष्यों में व्यस्त है। इस भागदौड़ में लोग परिवार के साथ समय कम बिता पाते हैं, जिससे आपसी संवाद में कमी आती है और गलतफहमियाँ बढ़ती हैं।
2. तकनीक का अत्यधिक इस्तेमाल:
स्मार्टफोन, सोशल मीडिया और अन्य डिजिटल उपकरणों के बढ़ते उपयोग ने व्यक्तिगत संवाद को प्रभावित किया है। परिवार के सदस्य आपस में बातचीत करने की बजाय अपने फोन या डिवाइस में ज्यादा समय बिताते हैं, जिससे भावनात्मक दूरी बढ़ती है।
3. भावनात्मक समर्थन की कमी:
आजकल की दुनिया में लोग मानसिक और भावनात्मक रूप से कई तरह की चुनौतियों का सामना कर रहे हैं, जैसे अकेलापन, चिंता, और अवसाद। इन मानसिक स्थितियों के कारण लोग अपने परिवार के सदस्यों से दूर हो सकते हैं, या उनकी बातों का उल्टा अर्थ निकाल सकते हैं।
4. बदलते सामाजिक और पारिवारिक ढांचे:
संयुक्त परिवारों का टूटना और छोटे परिवारों का चलन बढ़ रहा है, जिससे लोग अपने रिश्तों में सीमित हो गए हैं। भावनात्मक समर्थन का वह बड़ा दायरा कम हो गया है, जो पहले संयुक्त परिवारों में हुआ करता था। अब लोगों को खुद से ज्यादा लड़ाइयाँ लड़नी पड़ती हैं और इसमें परिवारों में दूरियाँ आ जाती हैं।
5. कोविड-19 के बाद का असर:
महामारी ने भी परिवारों के आपसी रिश्तों को प्रभावित किया। लंबे समय तक घर में बंद रहने या सामाजिक दूरी की वजह से तनाव और गलतफहमियाँ बढ़ीं। साथ ही, आर्थिक दबाव और अनिश्चित भविष्य की चिंता ने भी रिश्तों को प्रभावित किया है।
6. समाज में बढ़ती प्रतिस्पर्धा और अपेक्षाएँ:
आज के समय में समाज में अधिक प्रतिस्पर्धा और उम्मीदें हैं, जिसके कारण व्यक्ति अक्सर अपने व्यक्तिगत लक्ष्यों को पूरा करने में इतना व्यस्त हो जाता है कि परिवारिक भावनाओं की अनदेखी कर देता है।
हालांकि यह समस्या व्यापक रूप से देखी जा रही है, लेकिन इसका समाधान परिवार के भीतर से ही निकल सकता है। समझदारी, धैर्य और एक-दूसरे के लिए समय निकालकर इसे सुलझाया जा सकता है।
Mera 26 lakh rupees losses ho gaya kya kare galti ho gaya ab aadhe pement me gujara karna pad raha hai
Bilkul sahi baat h same to same
शनिदेव केवल क्रूर औऱ अन्याय के देव हैं ये बिगाड़ सकते हैं बना कुछ नहीं सकते
शनि ग्रह का फल (शनि के प्रभाव) व्यक्ति की कुंडली में उसकी स्थिति, भाव और राशि पर निर्भर करता है। सामान्यतः शनि को कर्म और न्याय का ग्रह माना जाता है, जो अनुशासन, कठोर परिश्रम, धैर्य और प्रतिबंध का प्रतीक है।
शुभ प्रभाव:
शनि अच्छी स्थिति में हो तो व्यक्ति को अनुशासन, स्थिरता, धैर्य और परिश्रम के फल देता है।
व्यक्ति का न्यायप्रिय और ईमानदार होना संभव है।
करियर में उन्नति, स्थिरता और संपत्ति की प्राप्ति हो सकती है।
व्यक्ति के जीवन में दीर्घकालिक सफलता मिलती है।
muji aappse milne h address btwwo ji
6377645147 whatsapp only
Jagdish.sharma
DET..17..6..1965
5AM
MOORENA.M.P
Pandit ji pranaam, aap ka koi contact number nahin maujood hai isiliye aapko apne janam ki details yahan likh raha hun.
D.O B.- 06/11/1962
T.O.B- 16.35 pm ( 4.35pm)
P.O.B- Kuwait.
2009 se situation theek nahin hai, aap krpa karke dekhkar bataiye kya kuch nivaran hoga, mujpar kafi karza ho chuka hai jo mere bahut prayas karne ke baad bhi utar nahin raha hai. Meri us vidhata se itni hi binti karta hun ki Marne se pehle mera sara karz chukta ho jaye.
Kya aapse personal level pe contact ho sakta hai, agar han to kaise?
Aapke reply ki apeksha karunga, dhanyawad 🙏
Om Sai Ram Jai shree Hanuman ji Jai shanidev Maharaj ji ki 🙏🌹❤👏