ज़रूरी नहीं कि आदमी के पास खूब धन-दौलत हो और वह अक्लमंद भी हो l ट्विन टॉवर्स के मालिक यदि समय रहते भाजपा ज्वाइन कर लेते तो आज ना केवल दोनों टॉवर्स ज़िंदा होते, बल्कि उन्हें ऐसे 20-30 टॉवर्स और बनाने का लाइसेंस भी मिल जाता l
@@saurabhupadhyay1758 जिस दिन कोई भ्रष्टाचार या अन्य अपराध करूंगा उस दिन बीजेपी खुद ज्वाइन कर लूंगा l आखिर कानून से बचने का इस से बेहतर कोई ओर उपाय है भी तो नहीं l
हमारा आपसे अनुरोध है की कृपया #UPSSSC की नाकारियों को उजागर करने का कष्ट करें यहां 5 साल हो जाते हैं परीक्षा नहीं होती हो भी जाती है तो रिजल्ट नहीं आता और लीक सबसे ज्यादा होता है जिसे अमुमन दबा दिया जाता है और अब आयोग के पास सिर्फ दो काम है पहला अपरिहार्य कारणों से परीक्षा स्थगित करना और दूसरा कलेण्डर जारी करना जिसमें शायद ही कोई परीक्षा कलेण्डर के अनुसार हुयी हो उससे बड़ी एक समस्या है आजकल छात्र भुगत रहे हैं जो है UPSSSC PET का सिस्टम यह एक साल तक मान्य होता है एक साल में आने वाली सारी भर्तीयों की मुख्य परीक्षा इसी प्रारंभिक परीक्षा के तहत होती हैं यह सिस्सटम केवल ज्यादा से ज्यादा फीस जमा करने के लिये बनाया गया है और फीस जमा करवा लेने के बावजूद भी परीक्षा प्रवेश पत्र जारी ही नहीं किया जाता है कुछ इस तरह है आयोग की तुगलकी प्रक्रिया ---- 1. आयोग पेट की अर्थात प्रारंभिक परीक्षा आयोजित करता है जिसमें लाखों बच्चे बैठते हैं 18 सितम्बर 2022 होने वाली परीक्षा अब अपरिहार्य कारणों से 15-16 अक्टूबर को होगी जिसमें 45 लाख प्रतियोगी बैठेगें 2. इस प्रारम्भिक परीक्षा में सभी पास हो जाते है 0 मार्क्स वाले को छोड़ कर 3. उसके बाद पेट के माध्यम से भर्ती निकाली जाती है मुख्य परीक्षा के लिये फॉर्म उसमें भी फॉर्म भरना पड़ता है और फीस जमा करनी होती है SSC से एक कदम आगे हैै SSC में एक बार ही फीस ली जाती है 4. मुख्य परीक्षा में सभी फॉर्म भर सकते हैं 1 मार्क्स वाला भी बस यहीं खेल करता है आयोग फॉर्म तो सभी से भरवा लेता है लेकिन एडमिट कार्ड केवल टॉप 2-3 प्रतिशत लोगों के ही जारी करता है वो भी फीस जमा करने के बाद और बाकी लोग इसी आश में फॉर्म भरते है की मुझ भी एक मौका मिल जाये मैं ये नौकरी पा लूँ और परीक्षा होने तक तैयारी भी करते हैं फिर आयोग आता है और कहता है सब लोग अपना अपना एडमिट कार्ड निकाल लो जिनको शार्ट लिस्ट किया गया है वो एडमिट कार्ड की फीस जमा कर एडमिट कार्ड डाउनलोड कर लें एडमिट कार्ड की भी फी ली जाती है और यहीं बाकियों के सपने टूट जाते हैं बिना मुख्य परीक्षा दिये ही बाहर हो जाते हैं 5. आयोग को चाहिये की पेट की कटऑफ निर्धारित करे जैसे सीटेट और यूपी टेट में होता है अगर उस तरह भी न बने तो कम से कम पेट की कटऑफ तो निकाली जानी चाहिये जिससे पास हुए लोग ही मुख्य परीक्षा का फॉर्म भरेगें और मुख्य परीक्षा की तैयारी करने के बाद परीक्षा में बैठने को तो मिलेगा जिनका नहीं होगा वो अपनी अगली परीक्षा की तैयारी करेगें इस अनिश्चितता से तो बचे रहेगें की मुझे मुख्य परीक्षा देने को मिलेगी या नहीं । उसके अलावां बहुत सी ऐसी भर्ती परीक्षायें हैं जो 5-5 साल हुयी ही नहीं है या रिजल्ट नहीं या डीवी नहीं हुई ग्राम विकास अधिकारी 2018 की परीक्षा होने के बाद रद्द कर दी गयी थी उसके बाद आजतक उसका कुछ नहीं हुआ परीक्षा रद्द करके दोबारा कराने का फैसला हाइकोर्ट द्वारा दिया जा चुका है और सुप्रीम कोर्ट द्वारा अन्तिम आदेश भी दिया जा चुका है
प्रिय लल्लनटॉप,,, कृपया ध्यान रखें ट्विन टॉवर को तोडा गया है दुनिया में भूकंप नहीं आगया जो आज आपने इसी पर 7 वीडियो अपलोड करदी,,, और भी जरूरी मुद्दे है,,, बाकि मीडिया कि तरह पत्रकारिता कि ऐसी तैसी मत करो,,, खबरें चलाओ लेकिन सारी चलाओ,,, दिन भर अपलोड होने वाली वीडियो में से अधिकतर ट्विन टावर से रिलेटेड ही हैं
अपने इमारत को तोड़ने की वजह शायद समझे नही. 1.उस टावर के बगल में जो टावर है ,जो की पहले बना था उनलोगो के फ्लैट में इस टावर की वजह से रोशनी और हवा का आना कम हो गया था जबकि खरीददारों को बताया गया था की इसके बगल में कोई टावर नही बनेगा . बनने के बाद वहां के लोगों ने केस कर दिया और जीत गए. 2.केस की सुनवाई जब चल रही थी उसी टाइम ये भी पता चला की जिसको गिराया गया उसकी कंस्ट्रक्शन क्वालिटी भी अच्छी नही थी . ऐसे में सुप्रीम कोर्ट कोई रिस्क नहीं ले सकती थी तो गिराने का आदेश दे दिया
Rules shd not be set in stone. There shd be some flexibility. Accordingly one tower could be spared. After all there is great shortage of houses in cities. Even with one tower erect enough green space would be available, at least more than what is available in East Delhi. Also, demolition is not cheap. The whole exercise is likely to cost more than Rs. 20 crore. What a wasteful expenditure?
signs of degradation. If a building is there, why it has to be removed. People dont get food and so many people work hard to make money so that they can have a house. Total waste of money. If there were no permission, it should have been seized by govt and license of company should b cancelled for ever. What message goes with this. if these companies are still working, they will not change their way of working. People would have taken loan, banks know about project and when it is complete then they demolish it. How did it happen without any info to government.
Twer permission se banne tak adhikari paise khate rahe aur flat owner bank k EMI bharte rahe aakhir in flat owners ka kya dosh?? Adhikariyo par kya karwai nahi huyi??? Builder to paise khila kar bhi nuksan me raha. Faide me to adhikari hi rahe...
Corruption ke paise se banai gayi building me bhi country ke tax payer ka paisa tha.kya is bhawan ko govt.apne possesion me lekar uska upyog nahi kar sakte thi. Demolish karne per bhi jo kharcha aaya uska kya bhai.
one more political twine tower is about be demolished very soon , the Universe has passed the verdict ,who so ever come in between would be destroyed as well :P :P :P
In every city agricultural land is being used for construction of residential towers.. in my city alone I have seen half of the greenery gone giving place to concrete jungle... And that's BJP government.. shouldn't government be more sensitive to maintain balance between development and nature... In my view it's better to lower our greed and slow down th so called development
ट्विन टावर के बारे में सबसे सही, सटीक, और जरूरी जानकारी केवल LALLAN TOP पर, THANK YOU YOUR ALL TEAM 😀😀😀😀😀
👍👍👍👍
इतनी अच्छी तरह से समझने के लिए कोटि कोटि धन्यवाद ✍️श्री मति जी 😊😊😊👌👌
ज़रूरी नहीं कि आदमी के पास खूब धन-दौलत हो और वह अक्लमंद भी हो l
ट्विन टॉवर्स के मालिक यदि समय रहते भाजपा ज्वाइन कर लेते तो आज ना केवल दोनों टॉवर्स ज़िंदा होते, बल्कि उन्हें ऐसे 20-30 टॉवर्स और बनाने का लाइसेंस भी मिल जाता l
Sahi kaha
Right
Tum v join kr lo bhai fr bach jaoge
@@saurabhupadhyay1758 जिस दिन कोई भ्रष्टाचार या अन्य अपराध करूंगा उस दिन बीजेपी खुद ज्वाइन कर लूंगा l आखिर कानून से बचने का इस से बेहतर कोई ओर उपाय है भी तो नहीं l
@@mastersaleem4907 koi ni Bhai mujhe bharosa tum pr jaldi hi kroge
बहुत बढ़िया प्रस्तुति ।
Good✔️ information
And very warm up news anchor
Anchor astha s voice to good.
Audio quality should be improved . Variations in pitches is so high and low that some times it's not audible
Astha and sivendra lov u
hydrolic demolish take time but it more eco friendly and less risky.
Simple n sober
Nice
Giraya kuon
Lalan top me Sahi jankari milega ye soch kar aaya tha Lekin yha v Wahi same topic
Danyavaad
Thank you mam ji 🤗🤗🤗
इसके मालिक आर के अरोरा के पोलिटिकल रिलेशन किस से रहे हैं, इस पर वीडियो बनाइये।
Audio itna low volume kyu hota he aap ke chanel pe??.. audio department se baat kar sakte hai kya?
हमारा आपसे अनुरोध है की कृपया #UPSSSC की नाकारियों को उजागर करने का कष्ट करें यहां 5 साल हो जाते हैं परीक्षा नहीं होती हो भी जाती है तो रिजल्ट नहीं आता और लीक सबसे ज्यादा होता है जिसे अमुमन दबा दिया जाता है
और अब आयोग के पास सिर्फ दो काम है पहला अपरिहार्य कारणों से परीक्षा स्थगित करना और दूसरा कलेण्डर जारी करना जिसमें शायद ही कोई परीक्षा कलेण्डर के अनुसार हुयी हो
उससे बड़ी एक समस्या है आजकल छात्र भुगत रहे हैं जो है UPSSSC PET का सिस्टम यह एक साल तक मान्य होता है एक साल में आने वाली सारी भर्तीयों की मुख्य परीक्षा इसी प्रारंभिक परीक्षा के तहत होती हैं यह सिस्सटम केवल ज्यादा से ज्यादा फीस जमा करने के लिये बनाया गया है और फीस जमा करवा लेने के बावजूद भी परीक्षा प्रवेश पत्र जारी ही नहीं किया जाता है कुछ इस तरह है आयोग की तुगलकी प्रक्रिया ----
1. आयोग पेट की अर्थात प्रारंभिक परीक्षा आयोजित करता है जिसमें लाखों बच्चे बैठते हैं 18 सितम्बर 2022 होने वाली परीक्षा अब अपरिहार्य कारणों से 15-16 अक्टूबर को होगी जिसमें 45 लाख प्रतियोगी बैठेगें
2. इस प्रारम्भिक परीक्षा में सभी पास हो जाते है 0 मार्क्स वाले को छोड़ कर
3. उसके बाद पेट के माध्यम से भर्ती निकाली जाती है मुख्य परीक्षा के लिये फॉर्म उसमें भी फॉर्म भरना पड़ता है और फीस जमा करनी होती है SSC से एक कदम आगे हैै SSC में एक बार ही फीस ली जाती है
4. मुख्य परीक्षा में सभी फॉर्म भर सकते हैं 1 मार्क्स वाला भी बस यहीं खेल करता है आयोग फॉर्म तो सभी से भरवा लेता है लेकिन एडमिट कार्ड केवल टॉप 2-3 प्रतिशत लोगों के ही जारी करता है वो भी फीस जमा करने के बाद और बाकी लोग इसी आश में फॉर्म भरते है की मुझ भी एक मौका मिल जाये मैं ये नौकरी पा लूँ और परीक्षा होने तक तैयारी भी करते हैं फिर आयोग आता है और कहता है सब लोग अपना अपना एडमिट कार्ड निकाल लो जिनको शार्ट लिस्ट किया गया है वो एडमिट कार्ड की फीस जमा कर एडमिट कार्ड डाउनलोड कर लें एडमिट कार्ड की भी फी ली जाती है और यहीं बाकियों के सपने टूट जाते हैं बिना मुख्य परीक्षा दिये ही बाहर हो जाते हैं
5. आयोग को चाहिये की पेट की कटऑफ निर्धारित करे जैसे सीटेट और यूपी टेट में होता है अगर उस तरह भी न बने तो कम से कम पेट की कटऑफ तो निकाली जानी चाहिये जिससे पास हुए लोग ही मुख्य परीक्षा का फॉर्म भरेगें और मुख्य परीक्षा की तैयारी करने के बाद परीक्षा में बैठने को तो मिलेगा जिनका नहीं होगा वो अपनी अगली परीक्षा की तैयारी करेगें इस अनिश्चितता से तो बचे रहेगें की मुझे मुख्य परीक्षा देने को मिलेगी या नहीं ।
उसके अलावां बहुत सी ऐसी भर्ती परीक्षायें हैं जो 5-5 साल हुयी ही नहीं है या रिजल्ट नहीं या डीवी नहीं हुई ग्राम विकास अधिकारी 2018 की परीक्षा होने के बाद रद्द कर दी गयी थी उसके बाद आजतक उसका कुछ नहीं हुआ परीक्षा रद्द करके दोबारा कराने का फैसला हाइकोर्ट द्वारा दिया जा चुका है और सुप्रीम कोर्ट द्वारा अन्तिम आदेश भी दिया जा चुका है
Grmi main kon muffler lgaya h sorabh bhai
*Namaskar Rahul Sharma Pakistani Hindu From Pakistan Jai Shree Ram Jai Shree Krishna Har Har Mahadev Agr Ho Sake Tu Mere Sath Jor Jaen Shukria* 🙏💞🙏💞🙏💞
Mam Lallantop m job kase Paye ☺️ Please Btaye 😊
I am first viewer of this video
Sala meri kamar Tut gayi apna ghar banane me aaj bhout dhouk hoa is najare ko dekh ke kitni barbadi hoyi h is des ki 😭😭😭😭😭
Kya reason hai
प्रिय लल्लनटॉप,,, कृपया ध्यान रखें ट्विन टॉवर को तोडा गया है दुनिया में भूकंप नहीं आगया जो आज आपने इसी पर 7 वीडियो अपलोड करदी,,, और भी जरूरी मुद्दे है,,, बाकि मीडिया कि तरह पत्रकारिता कि ऐसी तैसी मत करो,,, खबरें चलाओ लेकिन सारी चलाओ,,, दिन भर अपलोड होने वाली वीडियो में से अधिकतर ट्विन टावर से रिलेटेड ही हैं
Audio itna low volume m kyu hota h apke videos m LT??
Very bad decision.
It should be taken under govt and can be used for govt
Exactly
Building was not safe for residents
Yahi baat agar saurav sir bolte to jayda achha lagta Mazza na aaya 😏😏
Kisi v media ne girane wajah Nhi btaya sirf kaise giraya jayega yahi lacture de rahe h
सही कहा
इमारत को नहीं गिरना चाहिए था इसको किसी भी सरकारी काम में भी लिया जा सकता था
Building was not safe, it has violated the safety standards.
अपने इमारत को तोड़ने की वजह शायद समझे नही.
1.उस टावर के बगल में जो टावर है ,जो की पहले बना था उनलोगो के फ्लैट में इस टावर की वजह से रोशनी और हवा का आना कम हो गया था जबकि खरीददारों को बताया गया था की इसके बगल में कोई टावर नही बनेगा .
बनने के बाद वहां के लोगों ने केस कर दिया और जीत गए.
2.केस की सुनवाई जब चल रही थी उसी टाइम ये भी पता चला की जिसको गिराया गया उसकी कंस्ट्रक्शन क्वालिटी भी अच्छी नही थी .
ऐसे में सुप्रीम कोर्ट कोई रिस्क नहीं ले सकती थी तो गिराने का आदेश दे दिया
Rules shd not be set in stone. There shd be some flexibility. Accordingly one tower could be spared. After all there is great shortage of houses in cities. Even with one tower erect enough green space would be available, at least more than what is available in East Delhi. Also, demolition is not cheap. The whole exercise is likely to cost more than Rs. 20 crore. What a wasteful expenditure?
Prateeksha didi Aaj twin towers ka khabar de de k pareshan ho gye honge 🤣🤣🤣
Lallantop short with Newzealand, other explained videos
आज हॉलीवुड बॉलीवुड टॉलीवुड के मूवी को ओवरटेक ये भारत के मीडियातन्त्र
डिमोलिशन मार्केट बना दिया.
ये भारतीय समाचार चैनल कोई नोवल प्राइस de दो 😂😂😂
signs of degradation. If a building is there, why it has to be removed. People dont get food and so many people work hard to make money so that they can have a house. Total waste of money. If there were no permission, it should have been seized by govt and license of company should b cancelled for ever. What message goes with this. if these companies are still working, they will not change their way of working. People would have taken loan, banks know about project and when it is complete then they demolish it. How did it happen without any info to government.
Isi technique se Bush ne world trade centre girwaya tha
दोनों के बीच की दूरी 6 मीटर है 9 मीटर नहीं है यह भी एक कमी थी इसमें
Hmko ye Nhi janna hmko to ye janna h jin Officers ne isko bnne Diya un pr kya action hua kyoki Psa to unke pass dba kr phucha hoga
Audio is very low.need to improve.
Check ur phone speaker
@@pankajbagree6881 headphone , earphones, speaker sab try kar diya sir ...
Sector 92A hai
Twer permission se banne tak adhikari paise khate rahe aur flat owner bank k EMI bharte rahe aakhir in flat owners ka kya dosh?? Adhikariyo par kya karwai nahi huyi??? Builder to paise khila kar bhi nuksan me raha. Faide me to adhikari hi rahe...
Videsh ke engineers kya jarurat pad gayi kuch log desk ko vishwa guru bana chuke hai
Enplosen sistem Yogi ko b use me lana chahiye buldozer se time bohot kharab hota h or mehnat b bohot h😂😂
Corruption ke paise se banai gayi building me bhi country ke tax payer ka paisa tha.kya is bhawan ko govt.apne possesion me lekar uska upyog nahi kar sakte thi. Demolish karne per bhi jo kharcha aaya uska kya bhai.
iss anchor ko bolo jor se bolane
Do second se zyada time laga....
🙏
Bhai bante samay govt.kaya kar rhi thee.2014 se mili bhagat .govt.aapne under me le kar govt.office dal deti..desh kee barbadi n hoti
9 second me nahi 3 second me gira
Itna paisa lga tha giraaane ki kya zrurt thi government qabza mein le leti...
Desh ka hi paisa lga tha na todne ki zrurt ni thi
👍🙏
Tower ko garana akalmandi nahi hai
🌟🌟🌟🌟🌟💫👍
300 carore me banai 20 carore me gira di, 😡itna kharcha faltu gays
तभि ताे भारत छाेडकर बिदेश चलेजाते हे बिजनेस वाले यहाँ कुछ अछा करना ताे बुरि बात हे
Didi aap logo log iss tower ki news de deke pereshan ho gaye honge 😂
one more political twine tower is about be demolished very soon , the Universe has passed the verdict ,who so ever come in between would be destroyed as well :P :P :P
In every city agricultural land is being used for construction of residential towers.. in my city alone I have seen half of the greenery gone giving place to concrete jungle... And that's BJP government.. shouldn't government be more sensitive to maintain balance between development and nature... In my view it's better to lower our greed and slow down th so called development
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