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साहित्यिक_संस्करण
India
Приєднався 6 тра 2024
एक खत मैकाले के नाम | लेखक - प्रियवंद जी | A Letter to Maikale Sahab | 2024
मैकाले साहब को खत | लेखक - प्रियवंद जी | Award winning short film | A Letter to Maikale Sahab | 2024
प्रियवंद जी द्वारा लिखित एक खत जो मैकाले साहब को देश की स्थिति से अवगत करवाते हुवे बताना चाहते है कि उनके देश में आने से क्या क्या बदलाव हुवे जिसे वे खुद (मैकाले साहब) शायद देख व समझ नहीं पाए।
PRODUCED BY SHIVA SINGH | | STORY BY PRIYVAND
DOP - BABLU BHAI
MUSIC - VIKSH BHATT - MUDRA STUDIO
SINGER - N.K NEB
POST PRODUCTION - AADITYA ANIMATION
CREATIVE HEAD - RAJESH KR VERMA
ASSOSIATE DIRECTOR - SHWETA DABRAL
DIRECTOR - SANJEEBA
#amazonprime #director #ott #netflix #youtubeshorts #viral #shortmovies #instagram #sonylive #youtube #पांचवाँ #पराठा #पद्मश्री #डॉ. #गिरिराज #किशोर #Award #winning #short #film #Panchva #Prantha #2024 #मैकाले #साहब #को #खत
प्रियवंद जी द्वारा लिखित एक खत जो मैकाले साहब को देश की स्थिति से अवगत करवाते हुवे बताना चाहते है कि उनके देश में आने से क्या क्या बदलाव हुवे जिसे वे खुद (मैकाले साहब) शायद देख व समझ नहीं पाए।
PRODUCED BY SHIVA SINGH | | STORY BY PRIYVAND
DOP - BABLU BHAI
MUSIC - VIKSH BHATT - MUDRA STUDIO
SINGER - N.K NEB
POST PRODUCTION - AADITYA ANIMATION
CREATIVE HEAD - RAJESH KR VERMA
ASSOSIATE DIRECTOR - SHWETA DABRAL
DIRECTOR - SANJEEBA
#amazonprime #director #ott #netflix #youtubeshorts #viral #shortmovies #instagram #sonylive #youtube #पांचवाँ #पराठा #पद्मश्री #डॉ. #गिरिराज #किशोर #Award #winning #short #film #Panchva #Prantha #2024 #मैकाले #साहब #को #खत
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Відео
पांचवाँ पराठा | पद्मश्री डॉ. गिरिराज किशोर | Award winning short film | Panchva Prantha | 2024
Переглядів 8 тис.3 місяці тому
पांचवाँ पराठा | पद्मश्री डॉ. गिरिराज किशोर | Award winning short film | Panchva Prantha | 2024 | Trailor
Gandhi | girmitiya | giriraj
Переглядів 3064 місяці тому
पद्म श्री सम्मानित स्वर्गीय प० गिरिराज किशोर द्वारा लिखित एक बहुचर्चित रचना का दृश्यात्मक संकलन।।
पांचवाँ पराठा | पद्मश्री डॉ. गिरिराज किशोर | Award winning short film | Panchva Prantha | 2024
Переглядів 2,5 млн6 місяців тому
पांचवाँ पराठा कहानी है एक बच्ची के हाथों हुई एक ऐसी त्रासदी की जिसका कारण बनी उसकी भूख। पद्मश्री डॉ. गिरिराज किशोर द्वारा लिखित इस कहानी में एक ऐसे परिवार की व्यथा को दर्शाया गया है जिसमें कानपुर शहर में मिल बंदी हो जाने के कारण इस परिवार का मुखिया अपनी नौकरी से हाथ धो बैठता है जिसके कारण इस परिवार पर मुसीबतों का पहाड़ ही टूट पड़ता है। और फिर इस घर में इन मुसीबतों का चरम बिंदु एक ऐसी घटना बनती है...
गांधी | गिरमिटिया | गिरिराज
Переглядів 4996 місяців тому
late डॉ ० गिरीराज किशोर द्वारा लिखित रचना का एक दृश्यात्मक संस्करण संस्करण जिसमें आजादी और आजादी से जुड़ी यातनाएं बलिदान और त्याग का एक अनूठा उदाहरण सन्निहीत हैं।
Ni sabd hu is khani ko dekhkr. Garibi ek bahut bda abhishap hai...
Nishabd 🥺
Khani bilkul man ko kachot denewali hai lekin ab ki nahi aaj bharat ki sthiti bahut badhiya hai koi chakri nahi karta
पहले मजदूरी पर सब जाना चाहता थे लेकिन लेजाने वाले नहीं थे मजदूर सुबह 4 बजे से साझ के 10 बजे छोड़ते
This film leaves you speechless and stunned.. Script, direction, acting everything is just superb
Iski full movie nhi h kya
वह बदनसीब वाले दिन कब के गुजर चुके है । आज मजदूर राजा है । आज जिस के बाजुओं मे दम और दिमाग अच्छा है वह कभी भुखा नही रह सकता है ।
एक रोटी की क़ीमत का अहसास इन्हे ही हैं वरना तो पंगतो और शादियों के डस्टबिन झूठी छोडी रोटियों से भरे होते हैं
Ise Maine durdarshan per dekha tha😮
Bachpan ki bhot sari baate yaad dila di... Abhi lgra h m kitni rich hun hr time kuch na kuch hota h khane ko mere paas😢
Kindness should be in each and every one. If God has given you hands to give, please feel blessed and share with needful people. Your small help can make their day.
पूरा नाटक देखने के बाद आंखों में केवल आंसू हैं.....😢
Wtf bc
Hat's off to the makers ❤😭
Mai bhot khushkismat manti hu apne aap ko ke mujhe bachpan se leke aaj tak ek v waqt bhooke pet nahi rehna pada.Thankyou mummy papa, bhagwanji ❤❤ Bass thankyou❤
Dekh liya karo dhoonda karo dhoond dhoond kay aise kay dusra hath ko bhi na pata chale aise safaid posh logo ki madad kiya karo ..
Ab to rashan me jab se chawal Milne laga h roj Etna khana Banta sabhi ke ghar me aagha se jayada bahar fekte h log janwar bhi nhi kha pate
Aise aur content banake hamari madad Kare 🙏🏻
Mid day meal kitna jruri h ye dekh k pya pta chla
गरीबी हटवण्यासाठी, आपण शिक्षणाचा प्रचार करू शकतो, गरीब मुलांना शिकण्यासाठी प्रोत्साहन देऊ शकतो आणि कौशल्य प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करू शकतो. लहान व्यवसाय सुरू करण्यासाठी मदत देऊन रोजगाराच्या संधी निर्माण करू शकतो. आरोग्य आणि पोषणासाठी सामुदायिक स्वयंपाकघर आणि आरोग्य शिबिरं आयोजित करू शकतो. स्वयंसेवी संस्थांशी जोडून त्यांच्या उपक्रमांना पाठिंबा देऊ शकतो. महिलांना सक्षम बनवून आणि लोकांना त्यांचे अधिकार समजावून देऊन समुदाय सशक्त करू शकतो. झाडे लावणे, स्वच्छता मोहिमा राबवणे आणि दीर्घकालीन योजनांवर काम करू शकतो. शेवटी, फंडिंग गोळा करण्यासाठी मित्र-परिवाराला जोडून हा लढा यशस्वी बनवू शकतो. तुमच्या सहकार्याने आपण गरीबी हटवू शकतो... आणि ह्या सर्व गोष्टी मी करणार.. गरिबी खूप जवळून अनुभवली आहे मी 😢
galti maa baap ki h....jb paratha ka budget nhi tha toh roti hi bna lete.....bc ye kya baat hui...
Ab jab bhi paratha khauhi to ye film yaad aayegi 😭😭 film dekhte hue mere to aasu hi aa gye.
End was shocking😢
निशब्द ,आज हमारी जरूरते तो पूरी है मगर फिर भी हमारी भूख"नही मिटती शायद हमे समझ आये भूख के मायने! 😢
Moral of the story :- arajakta ka mukhya wajah resources kii scarcity hote hai ❤
😅
😢😢😢omg
2024 ke baad garib or garib ho gaya ga or Amir or Amir kyo? or 2030 se 35 Tak? ( Amir o ka niji karna?) Wajah ?
बहुत बहुत धन्यवाद उसे व्यक्ति का जिसने स्कूल में मिड डे मील जैसी योजना प्रारंभ करी
वाह
I don't think it's true Bachho ko school me khana milta hai bhar pet ekdm. Ye jhuth hai. Itne sare mndir gurudwaro me langr chalte rhte h
I don't think it's true
I miss my old days humlog ko bhi yese he adha pet kha k rehna padta tha bhagwan yesa din aur kisi ko na dikhana❤
ashu aa gye yrr. bhagwan jo dena h sbko dena
Hindus ko apne gareeb hindu bhai ki help krni chahiyien
Bahut din baad khaya to itne din kaise jee rahe the mujhe samaj nahi aaya 😢
बेहद कमज़ोर कहानी है। तर्कहीन उद्देश्यहीन। लगता ही नही की इसे गिरिराज किशोर ने लिखा है। बेतुकी फ़िल्म। अभिनेताओं ने इस बुरी कहानी पर भी जान डालने की कोशिश की। बहुत निराशा हुई इसे देखकर।
गरीबी बहुत बुरी है।
Ab to government school me khane ko bhi diya jaata hai.
Bhoot dayan bhen h bhai ko hi mar dala
Mote ka mrna jruri tha😅
😢
Jai mata dii 🙏🙏🙏🙏
❤😢
गरीबी वाकई अभिशाप है।
ua-cam.com/users/shorts3zAmGDV4RXI?si=-CkyOi2W4UF2ckaR
आजभी समाज में कुछ परिवार मिलेंगे,
😊 ho param pita permasver sab ko pat bhar ker aann dena pahne ki kapada er rahne ko ghar dena yahi esaver dil se parathna h
Please part2 lana
ये सच है मेरी मम्मी आज भी बताती है कि एक रोटी के चार टुकड़े कर के हमारा पेट भरा था ये कोई फ़िल्मी कहानी नही हकीकत है। अच्छा है आज के टाइम में ऐसा कुछ नही है आज 10 रूपये में एक थाली खाना मिल जाता है । स्कूल में खाना फ्री मिल जाता है । जहाँ एक की थाली में अलग अलग वैराइटी के लजीज खाना होता है वही किसी को ढंग की सब्जी रोटी भी नसीब नही है । जितना हो सके अगर कोई रोटी मांगे तो उसे जरूर दे ताकि उसका पेट भर जाये और हमारा धर्म भी बढ़ जाये ❤