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Anjana Bhatnagar
Приєднався 27 вер 2017
Chokhi Dhani Meerut | Full Tour of This Traditional Rajasthani Village Experience!
Join me on an exciting journey through Chokhi Dhani Meerut, a vibrant Rajasthani-themed village that brings the rich culture, traditions, and flavors of Rajasthan to Uttar Pradesh! 🏰✨
In this video, we explore everything from delicious Rajasthani cuisine 🍛 to traditional dance performances 💃, camel rides 🐪, and much more! Whether you're looking for a fun day trip or curious about Rajasthan’s cultural heritage, this video has it all. 🌟
📍 What you'll see in this video:
A full tour of Chokhi Dhani Meerut 🌍
Rajasthani folk dances & performances 🎶
Authentic food & cuisine 🍽️
Fun activities like camel and horse rides & bangle making
Don’t forget to like, comment, and subscribe for more travel adventures and hidden gems! 🔔
#ChokhiDhaniMeerut #TravelVlog #RajasthanInMeerut #TraditionalVillage #IndianCulture #chokhidhani #TravelIndia"
In this video, we explore everything from delicious Rajasthani cuisine 🍛 to traditional dance performances 💃, camel rides 🐪, and much more! Whether you're looking for a fun day trip or curious about Rajasthan’s cultural heritage, this video has it all. 🌟
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Відео
भीष्म पंचक व्रत कथा | Bhishma Panchak Vrat Katha
Переглядів 18День тому
इस वीडियो में जानें भीष्म पंचक व्रत की महिम। कार्तिक मास के अंतिम 5 दिनों में किए जाने वाले इस विशेष व्रत का महत्व, नियम और पूजा विधि के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त करें। भीष्म पितामह के उपदेशों से कैसे मिलती है आत्मिक शांति और पापों से मुक्ति। इस व्रत को करने से मिलने वाले लाभ और विशेष मंत्रों का जप करने की विधि भी जानें। अपने जीवन में सुख, समृद्धि और शांति लाने के लिए इस वीडियो को देखें!
देव उथानी एकादशी व्रत कथा | Dev Uthani Ekadashi Vrat Katha
Переглядів 7714 днів тому
"देव उथानी एकादशी व्रत कथा को सुनकर जानें इस पवित्र दिन का महत्व और धार्मिक आस्थाएँ। यह व्रत विशेष रूप से भगवान विष्णु की पूजा के लिए होता है, जो कार्तिक मास के शुक्ल एकादशी को मनाया जाता है। इस दिन भगवान विष्णु 'योग निद्रा' से जागते हैं और भक्तों की सभी मनोकामनाएँ पूरी करते हैं। जानिए इस व्रत से जुड़ी महत्वपूर्ण कथाएँ, धार्मिक फायदे, और व्रत पालन की विधि। इस वीडियो में हम आपको विस्तार से बताएं...
आंवला नवमी कथा | Amla Navami Katha | आंवला नवमी पूजा विधि और महत्व
Переглядів 12214 днів тому
आंवला नवमी का पर्व हर साल कार्तिक माह की नवमी तिथि को मनाया जाता है। यह दिन विशेष रूप से आंवले के पेड़ की पूजा करने और इसके औषधीय गुणों का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए समर्पित होता है। इस दिन आंवले के पेड़ को माता लक्ष्मी का रूप मानकर उसकी पूजा की जाती है और विशेष रूप से महिलाएँ इस दिन उपवासी रहकर आंवला वृक्ष की पूजा करती हैं। इस वीडियो में जानिए आंवला नवमी की कथा, पूजा विधि, और इस दिन के महत्व...
गोपाष्टमी कथा | भगवान श्री कृष्ण की विशेष महिमा | Gopashtami Story
Переглядів 7814 днів тому
गोपाष्टमी कथा, भगवान श्री कृष्ण की विशेष महिमा और गोवर्धन पूजा से जुड़ी एक महत्वपूर्ण कथा है। इस दिन विशेष रूप से गोवर्धन पर्वत और गायों की पूजा की जाती है। इस वीडियो में हम जानेंगे गोपाष्टमी की कथा, इसका महत्व, पूजा विधि और इसे क्यों मनाया जाता है। भगवान कृष्ण की भक्ति में रत रहकर इस दिन को विशेष रूप से आशीर्वाद प्राप्त किया जा सकता है।
यम द्वितीया और भगवान चित्रगुप्त की कथा
Переглядів 5421 день тому
यम द्वितीया और भगवान चित्रगुप्त की कथा सुनें: इस पौराणिक कहानी में छिपा है एक गहरा संदेश। जानिए कैसे यम द्वितीया पर चित्रगुप्त जी का विशेष महत्व है और इस कथा से हमें क्या प्रेरणा मिलती है। 📖✨ यम द्वितीया कार्तिक शुक्ल पक्ष की दोज को मनाई जाती है इस दिन कलम दवात की पूजा की जाती है पूजा के समय कथा का भी बहुत महत्व है । #यमद्वितीयाकीकथा #चित्रगुप्तकथा #पौराणिककहानी #धार्मिककथा #हिन्दूकथा #कथानरेशन
गोवर्धन पूजा की कहानी: भगवान कृष्ण की अद्भुत लीला
Переглядів 8321 день тому
इस वीडियो में हम गोवर्धन पूजा की अद्भुत कहानी को साझा करेंगे, जिसमें भगवान कृष्ण की महान लीला और भक्तों की भक्ति का वर्णन है। गोवर्धन पूजा, हर साल कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा को मनाई जाती है, जब भक्त भगवान कृष्ण द्वारा गोवर्धन पर्वत को उठाने की कथा का स्मरण करते हैं। आप जानेंगे कि कैसे कृष्ण ने अपनी भक्ति और साहस से इंद्र देव के क्रोध को शांत किया और अपने भक्तों की रक्षा की। इस पर्व क...
दीपावली की कथा | Diwali Katha
Переглядів 4721 день тому
इस दीपावली, सुनिए हमारी विशेष "दीपावली कथा" जो आपको इस महापर्व की पवित्रता और महत्व को समझाने में मदद करेगी। इस ऑडियो में हम आपको सुनाएंगे रामायण के उन महत्वपूर्ण क्षणों के बारे में, जब भगवान श्रीराम ने लंका के राजा रावण का वध किया और अयोध्या लौटे। साथ ही, जानेंगे कि कैसे अयोध्यावासियों ने उनके स्वागत के लिए दीप जलाए और इस परंपरा ने दीपावली का रूप धारण किया। इस कथा में शामिल हैं प्रेरणादायक संद...
रूप चौदस नरक चतुर्दशी कथा | Chhoti Diwali Katha
Переглядів 5528 днів тому
इस वीडियो में रूप चौदस और नरक चतुर्दशी की कथा को प्रस्तुत किया गया है। मुख्य बातें: कथा का सार: वीडियो में बताया गया है कि किस प्रकार इस दिन महिलाएं अपनी सुंदरता के लिए विशेष पूजा करती हैं और नरक चतुर्दशी के अवसर पर अपने पति और परिवार की भलाई के लिए व्रत रखती हैं। भगवान यमराज का पूजन: कथा में यह भी बताया गया है कि इस दिन यमराज का पूजन करके लोग नरक से मुक्ति के लिए प्रार्थना करते हैं। परंपराएँ औ...
धनतेरस की कथा | Dhanteras Katha
Переглядів 10628 днів тому
धनतेरस, जिसे धन त्रयोदशी भी कहा जाता है, दीपावली महापर्व की शुरुआत का प्रतीक है। इस दिन का विशेष महत्व है क्योंकि इसे धन, समृद्धि और स्वास्थ्य के देवता धन्वंतरि की पूजा के लिए समर्पित किया जाता है। कथा के अनुसार, प्राचीन काल में देवताओं और असुरों के बीच अमृत मंथन हुआ था। इस मंथन से कई अनमोल वस्तुएँ निकलीं, जिनमें से एक थे भगवान धन्वंतरि, जो आयुर्वेद के देवता माने जाते हैं। उनके हाथों में अमृत क...
Ahoi Ashtami Vrat Katha: The Divine Celebration of Motherhood and Devotion | अहोई अष्टमी व्रत
Переглядів 75Місяць тому
Dive into the beautiful Vrat Katha that honors the bond between mothers and their children, highlighting devotion and love. The inspiring story of the Vrat Katha Let’s come together to celebrate this cherished festival and strengthen our connections with family and faith. Don't forget to like, share, and subscribe for more enriching content! 🙏❤️ #AhoiAshtami #VratKatha #IndianFestivals #Motherh...
Ganesha Katha | For all festivals and festivities
Переглядів 31Місяць тому
🌟✨ Experience the magic of our Ganesh Katha, specially crafted for Indian poojas and festivals! 🕉️ This captivating narrative celebrates the wisdom and blessings of Lord Ganesha, making it the perfect addition to your festive rituals. Whether you're preparing for Ganesh Chaturthi, Diwali, or any sacred occasion, our katha will enrich your celebrations and deepen your devotion. 🙏🐘 Join us in hon...
Shiv bhajan (Utho n Prabhu ji ankhiyan kholo)#shivratri
Переглядів 775 років тому
Shiv bhajan (Utho n Prabhu ji ankhiyan kholo)#shivratri
बन्ना ( बन्ना रूठ के मत जाना कि हमने तुमसे प्यार किया)
Переглядів 4046 років тому
बन्ना ( बन्ना रूठ के मत जाना कि हमने तुमसे प्यार किया)
सौहर ( लाल तुम्हें भेजा है प्रभु ने )
Переглядів 1656 років тому
सौहर ( लाल तुम्हें भेजा है प्रभु ने )
great coverage .
Rewatching
Great coverage
Highly needed video really needed an insight before making decision
I will go this weekend. Do they have different price for weekend or same 800?
Interesting
Nice
very intersting
Great narration
❤
Amazing video and very informative, I didn't know about the story at all.
1. Introduction and Festival Significance (00:00): The narrator begins with greetings for Yama Dwitiya and Chitragupta Puja, celebrated on the second day of Kartik Shukla Paksha. It’s customary to worship the pen and ink on this day, symbolizing respect for knowledge and record-keeping. 2. Story of King Saudasa (00:10) : In a certain town, there was a tyrannical king named Saudasa who troubled his people greatly. One day, while roaming his city, he saw a Brahmin performing a ritual. 3. Significance of Yama and Chitragupta Worship (00:43) : The Brahmin explained that he was worshiping Yama, the god of death, and Chitragupta on this auspicious Dwitiya day to reduce sins and attain liberation from hell. 4. King Saudasa’s Transformation (01:00) : Hearing this, the king was inspired and performed the Yama Puja with faith. After his death, Chitragupta reviewed the king’s deeds and, acknowledging his sincere worship, decided that the king deserved entry to heaven despite his sins. 5. Moral and Ritual Importance (01:23) : The story emphasizes the importance of worshiping on Yama Dwitiya after Diwali, as it is believed to cleanse sins and pave the way to heaven.
🎉😊
- (00:01) The story begins with blessings for Govardhan Puja. Krishna and his friends arrived at Govardhan Mountain, where villagers were preparing to worship Lord Indra, the god of rain, to bring good harvests for their livelihood. - (00:45) Krishna advised the villagers to worship Govardhan Mountain instead of Indra, as it was the mountain that nourished them and their cattle. Convinced by Krishna, the villagers began to worship Govardhan. - (01:10) Angered by the villagers' change of heart, Indra sent a torrential storm to punish them. The villagers, in fear, sought Krishna’s help to save them from the relentless downpour. - (01:33) Krishna lifted the Govardhan Mountain on his little finger, providing shelter for the villagers and cattle for seven days. Not a single drop of rain reached them, which astonished and humbled Indra. - (01:50) Realizing Krishna’s divinity, Indra apologized. Krishna forgave him and advised the villagers to celebrate Govardhan Puja every year as a mark of respect and thanksgiving, a tradition that continues to this day.
nice
😊💫🙌
bahut shandar
😊
Amazing
🤩
Beginning of the Story (00:00): The story starts with praises of Lord Ganesha. A person with a pinch of rice and some milk is searching for someone to make kheer (a sweet dish), but no one in the village agrees. Eventually, an old woman offers to make the kheer for him, despite the limited ingredients. The Miracle of Kheer (00:32): The old woman starts cooking the kheer in a small pot, but the man insists on using a larger pot. Despite the small amount of ingredients, the kheer multiplies and there is plenty for everyone. The man invites the entire village, and those who arrived hungry ate to their full, while those who came already full could not eat much. Leftover Kheer (00:32 - 01:10): After feeding everyone, there was still kheer left. Lord Ganesha asks the old woman to eat, but she says she had already eaten. Even after she ate more, there was still leftover kheer. Ganesha then instructs her to bury the remaining kheer in the ground. Wealth Appears (01:10): When the kheer was buried, it turned into a treasure of diamonds, gold, and silver at the spot where it was buried. The old woman, amazed by this, used the wealth for charitable deeds, including arranging marriages for young women and digging wells. Conclusion (01:10 - end): The story concludes by highlighting how the old woman was blessed by Lord Ganesha with immense wealth, and the moral that everyone can be similarly blessed by Lord Ganesha's grace. The tale ends with praises of Lord Ganesha.
1. The Sorrow and Curse of Nand's Mistake (00:00-00:43): Nand, along with her seven sisters-in-law, goes to collect mud for housework. By mistake, Nand's tool kills a baby animal, and Syau Mata curses her, threatening to bind her womb. When Nand asks her sisters-in-law for help, the youngest sister-in-law volunteers to take the curse upon herself. 2. The Plight of the Youngest Sister-in-Law (00:43-01:23): After accepting the curse, the youngest sister-in-law's sons all die within seven days of birth. She consults a priest who advises her to serve Surabhi, the sacred cow, as a remedy. 3. Divine Help from Surabhi (01:23-02:04): The youngest sister-in-law starts secretly cleaning Surabhi's area every morning. Surabhi notices her devotion and asks about her wishes. She requests help in releasing her womb from Syau Mata’s curse. Surabhi takes her across seven seas to meet Syau Mata. 4. Encounter with Garuda and the Snake (02:04-02:45): On their journey, a snake attempts to harm Garuda's baby. The youngest sister-in-law saves the baby, earning Garuda’s gratitude. Garuda transports her and Surabhi to Syau Mata's abode. 5. Syau Mata Lifts the Curse (02:45-03:30): After serving Syau Mata, the youngest sister-in-law requests her womb be released. Syau Mata, though reluctant, grants her seven sons and seven daughters-in-law. The family reunites in happiness, and the youngest sister-in-law celebrates Ahoi Ashtami with great devotion, thanking the divine forces.
.😇
Bhut sunder