Haresh Patani
Haresh Patani
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युग दृष्टा महर्षि दयानन्द सरस्वती
आर्य महिला समाज - मुंबई द्वारा आयोजित विभिन्न आर्य समाजों द्वारा प्रस्तुत नात्यात्मक कार्यक्रम : दिनांक - ८ अक्टूबर २०२३ , समय - ३.०० से रात्रि ८.०० स्थान : आर्यसमाज सान्ताक्रुज़.
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КОМЕНТАРІ

  • @prateeksangwan9774
    @prateeksangwan9774 День тому

    स्वामी जी सादर नमस्ते जी

  • @nirmaldahiya5833
    @nirmaldahiya5833 3 дні тому

    🙏💐

  • @rameshvyas3722
    @rameshvyas3722 5 днів тому

    शत शत वन्दन

  • @SanjuSahu-od2xp
    @SanjuSahu-od2xp 8 днів тому

    Swamijenamaste

  • @nirmaldahiya5833
    @nirmaldahiya5833 10 днів тому

    🙏💐

  • @nirmaldahiya5833
    @nirmaldahiya5833 12 днів тому

    🙏💐

  • @nirmaldahiya5833
    @nirmaldahiya5833 12 днів тому

    🙏💐

  • @arjundhindsa3083
    @arjundhindsa3083 13 днів тому

    आदरणीय सादर नमस्ते स्वामी जी।🙏

  • @user-eu4xx2fq2y
    @user-eu4xx2fq2y 14 днів тому

    Namasteji swamiji dhanyabad om

  • @nirmaldahiya5833
    @nirmaldahiya5833 16 днів тому

    🙏💐

  • @nirmaldahiya5833
    @nirmaldahiya5833 17 днів тому

    🙏💐

  • @user-zx4pj1sy8d
    @user-zx4pj1sy8d 17 днів тому

    🙏🙏

  • @shakuntladevi344-b8o
    @shakuntladevi344-b8o 18 днів тому

    Namaste🙏 ji

  • @ramadevikazipeta1103
    @ramadevikazipeta1103 18 днів тому

    Super aum NAMASET❤

  • @manjurai6658
    @manjurai6658 19 днів тому

    🙏🙏❤

  • @nirmaldahiya5833
    @nirmaldahiya5833 24 дні тому

    🙏💐

  • @ravigupta-hk2qb
    @ravigupta-hk2qb 24 дні тому

    ఆ ధరణి స్వామీజీ ప్రణామం

  • @subhashsharma1473
    @subhashsharma1473 26 днів тому

    बहुत ही सुंदर व्याख्या वागीश जी को प्रणाम❤

  • @babulalbabulalrathor6115
    @babulalbabulalrathor6115 27 днів тому

    बहुत सुंदर व्याख्यान आदरणीय आचार्य जी सादर नमस्ते

  • @bharatsingharya2255
    @bharatsingharya2255 27 днів тому

    Dhanyabad susree jee

  • @gokulachandrapatra5489
    @gokulachandrapatra5489 29 днів тому

    Pranaam gurujii, App atma ko vagaban manet hai ya nahin. 😊

  • @raghabasahu1922
    @raghabasahu1922 Місяць тому

    ❤❤❤❤

  • @nirmaldahiya5833
    @nirmaldahiya5833 Місяць тому

    🙏💐

  • @ParasnathSingh-i6f
    @ParasnathSingh-i6f Місяць тому

    I ea.

  • @raghabasahu1922
    @raghabasahu1922 Місяць тому

    सादर नमस्ते स्वामीजी महाराज 🙏🙏🙏🙏🙏❤️🙏🌹🌹🥀🥀🌹🌹👍

  • @tripathisudhir5977
    @tripathisudhir5977 Місяць тому

    परम पूज्य गुरु जी प्रणाम स्वीकार कर लीजिएगा प्रणाम

  • @tripathisudhir5977
    @tripathisudhir5977 Місяць тому

    पूज्य गुरु जी प्रणाम स्वीकार कर लीजिएगा प्रणाम

  • @tripathisudhir5977
    @tripathisudhir5977 Місяць тому

    पूज्य गुरुदेव प्रणाम

  • @rsrana238
    @rsrana238 Місяць тому

    Om Namesteji swamiji

  • @VishnuDasvrindavan
    @VishnuDasvrindavan Місяць тому

    आर्य समाज के स्थापना से पहले ही से मुर्ति पूजा का विधान है भागवत मे भगवान के अर्चा विग्रह के प्राण प्रतिष्ठ की तथा पूजा पद्धति का भी वर्णन है ये मुर्ख कितना भी मुर्ति का विरोध कर ले भक्त भगवान के स्वरुप का आदर करते रहेंगे सबसे पहले अपने आश्रम से दयानन्द सरस्वती के फोटो या मुर्ति को उठा फेंके फिर बात करे हमेसा से ब्रह्म के साकार स्वरुप का पूजा होते आया है

  • @rajeshchaurasia5767
    @rajeshchaurasia5767 Місяць тому

    Wowowowowoowowo❤❤❤❤

  • @anilsharma9393
    @anilsharma9393 Місяць тому

    🙏

  • @ushasharma4343
    @ushasharma4343 Місяць тому

    वर्तमान में पर्यावरण संरक्षण के लिए या तो पेड़ लगा रहे हैं या ईच्छा रखते हैं, जिस वस्तु का हम उपयोग करते हैं उसका उत्पादन और गुणवत्ता सही सही हो यह हमे ध्यान रखना चाहिए वैसे हवा , प्रकाश ओर पानी निशुल्क मिलता है पर महत्व बहुत है और ये प्रकृति द्वारा भूमि पर उसी मात्रा में उपयोगिता के अनुसार व्याप्त है हवा कि आवश्यकता हर समय है तो हर स्थान पर उपलब्ध है पानी की आवश्यकता कुछ अन्तराल के बाद होती है तो वो उसी हिसाब से उपलब्ध है | हवा पानी हमारे लिए सबसे महत्वपूर्ण है तो हमारे भी इसके लिए कुछ कर्तव्य है | वेद कहते हैं पेड़ों की पूजा करो, नदी की पूजा करो, हवा की पूजा करो, भूमि कि पूजा करो और अपने माता पिता और गुरुऔ कि पूजा करो | आगे बात बढाने से पहले पूजा शब्द को ठीक से समझना जरुरी है | पूजा शब्द स॑स्कृत कि पूज् धातु से बना है जिसका सही हिन्दी भाषा में अर्थ है :- सेवा, सतकार और सम्मान तो हमें नदी कि पूजा कैसे करना है, वायु मण्डल को स्वच्छ रखना है, नदी में गन्दगी नहीं डालना है और हम उपयोग करे और इससे बहत्तर अवस्था में अपनी आने वाली पिडियो के लिए छोड़कर जाना है जैसे आप पैत्रिक सम्पत्ति अपने बच्चों के लिए छोड़कर जाना चाहते हैं क्योंकि वे अपना जीवन सुख पूर्वक जी सके | आ पूजा को एक अन्य शब्द से समझते हैं | कोई कहता है में अपने माता पिता कि पुजा करता हूँ तो आप थाली में दीया रखकर पूजा तो नहीं करते हैं, अब आप पूजा शब्द का अर्थ समझ गए होगे | अब पर्यावरण सही रखने और पेड़ लगाने तथा यज्ञ करने का कोई विरोध करे तो आप उसे मूर्ख ही कहेंगे | आप सोच रहे होगे ये कुरान का ज्ञान देने वाला आज पर्यावरण पर ज्ञान क्यों पेल रहा है❓ दोस्तों वेद हमें पर्यावरण और उसके रक्षण के लिए सही जानकारी देते हैं जबकि कुरान और बाईबल में कहीं भी इस सम्बन्ध में कुछ नहीं कहा गया है | जबकि इस्लाम तो अरब में पैदा हुआ तो इसके बारे में अल्लाह को कुछ ज्ञान देना चाहिए! सही माता और पिता वह है जो अपने बच्चो को सही ज्ञान दे जीससे वो सुखी रहे | माता पिता उन्हें चोर, लूटेरे और आतकंवादी बनने की सीख न दे, कुरान सूरा 8 आयत नं 41 में अल्लाह लूट के माल से पा॑चवा हिस्सा लेता | दोस्तों में कुरान का अच्छा जानकारी रखता हूँ और पढकर बता रहा हूँ, वेद में गणित, आयुर्वेद, योग, गोत्रीय व्यवस्था, पर्यावरण रक्षण और जीवन में करने और न करने योग्य सभी कार्य बताएं है | सत्य को भी प्रचार कि आवश्यकता होती है आपको सरल भाषा में समझाने का प्रयास किया गया है यह यो एक छोटा सा प्रमाण है | अपने बच्चों को भी पर्यावरण का महत्व जरूर बताओ

  • @nirmaldahiya5833
    @nirmaldahiya5833 Місяць тому

    🙏💐

  • @babulalbabulalrathor6115
    @babulalbabulalrathor6115 Місяць тому

    मन जड़ है इसका क्या प्रमाण है

  • @sunilkumaragrawal3170
    @sunilkumaragrawal3170 Місяць тому

    अति सुन्दर प्रस्तुति है

  • @nirmaldahiya5833
    @nirmaldahiya5833 Місяць тому

    🙏💐

  • @RISEINGSTARTCHALLENGRS..
    @RISEINGSTARTCHALLENGRS.. Місяць тому

    Pujya Swamiji Sadare Namaste

  • @nirmaldahiya5833
    @nirmaldahiya5833 2 місяці тому

    🙏💐

  • @bharatsingharya2255
    @bharatsingharya2255 2 місяці тому

    Aharnish dhanyabad, Swami jee,satik , swachha,sugam vyakhyan

  • @nirmaldahiya5833
    @nirmaldahiya5833 2 місяці тому

    🙏💐

  • @nirmaldahiya5833
    @nirmaldahiya5833 2 місяці тому

    🙏💐

  • @baijnathpurohit165
    @baijnathpurohit165 2 місяці тому

    ❤❤❤

  • @thegamersgaming600
    @thegamersgaming600 2 місяці тому

    धर्म का मतलब है धारण करना उन नियमों को जिसकों धारण करने से मनुष्यों को और सृष्टि के समस्त जीवों को सुख मिले | दोस्तों सभी जीव काम इसलिए करते हैं कि वो सुखी रहे | ससांर में समस्त काम सुख प्राप्ति के लिए किये जाते हैं | ठीक ठीक सनातन वेद आधारित नियमों का ठीक ठीक पालन करने से सभी मनुष्यों को सुख मिलता है | दोस्तों हम लोगो को बता नहीं पाते धर्म को इसिलिए अधर्म फैल रहा है कुरान और बाईबल धर्म पुस्तक नहीं है यह बोलना, लिखना गलत है | सभी चाहते हैं हम और सृष्टि के समस्त जीव सुखी रहे तो धर्म को जानो मानों और लोगों को जागरूक जरूर करे यह बहुत व्यापक स्तर पर होना बहुत जरूरी है नहीं तो जो धन , मकान और सम्पत्ति हम बच्चों के लिए इकट्ठा कर रहे हैं उसके मालिक लुटेरे और अधर्मी होगे इसलिए है मूर्ख हिन्दू जाग और जगा और हा कुछ धन जो धर्म प्रचार कर रहे हैं उन्हें भी देकर सहयोगी बनो | आपको धन्यवाद🙏💕🙏💕

  • @SurajSharma-zk7ui
    @SurajSharma-zk7ui 2 місяці тому

    Maharshi Dayanand ki jai

  • @khatanapushpendra9561
    @khatanapushpendra9561 2 місяці тому

    गुरु देव नमस्कार🙏🙏

  • @user-eu4xx2fq2y
    @user-eu4xx2fq2y 2 місяці тому

    Namasteji swamiji dhanyabad om

  • @thegamersgaming600
    @thegamersgaming600 2 місяці тому

    दोस्तों ससांर में केवल और केवल सनातन धर्म ही विद्या को धारण करने, नित्य स्वाध्यायः कि बात करते हैं वेद बार बार कहते हैं अविद्या को दूर हटाओ अविद्या को दूर हवाओ वेद गणित, आयुर्वेद, योग, मानव व्यवहार और जीवन में करने योग्य और न करने योग्य सभी विद्याओं कि बात करते हैं यह जरूर है वेद और वेदों के भाष्यों को लेकर वामपंथियों ने आम जनमानस में बहुत जहर और भ्रान्तियाँ को स्थापित कर दिया है जबकि कुरान और बाईबल में कहीं भी आपको पढने लिखने का उल्लेख नहीं मिलता है मोहम्द और ईसामसीह उम्मी ( अपढ़) थे और कुरान और बाईबल में मनुष्यों को गुलाम बनाने और खरिदने - बेचने के नियमों का उल्लेख है | आप विचार करें इन मूर्खो कि आसमानी किताबो को हम आज धर्म की किताब कहते हैं बताओ अगर मूर्ख अगर मूर्ख को पढाऐगे तो महामूर्ख नहीं बनोगे तो और क्या बनोगे | दोस्तों मात्र गोबर कि ही व्याख्या करु तो, गो का मतलब गति करना भी होता है गोबर का आष्य यहाँ केवल गाय के गोबर से है | जैसे भैस के बच्चे को पाडा पाडी बोलते है पर गाय के बच्चे को बछड़ा बछडी बोलते है गाय का बच्चा दूध पीकर छलांग लगाते हैं जबकि भैसों के पाडी- पाडा दूध पीकर सोता है | जब हम लगागर गाय के गोबर से कृषि करते हैं तो करोड़ों वर्षों तक खेती करने के बाद भी भूमि कि उपजाऊपन का स्तर वही रहता है और आने वाली पिडियो के लिए भी वही स्तर देकर जातें हैं | उदाहरण आप गोबर से पैदा गेहूं खाना चाहेंगे या युरिया से पैदा गेहूं?? अगर वेदों में जो यज्ञ का विधान नहीं होता तो आज हमें पता चलता यज्ञ का महत्व? जैसे हम श्मशान में बा॑स नहीं जलाते हैं पर पता नहीं है आखिर क्यों नहीं जलाते? वेदों में पदार्थ विज्ञान भी है किस पदार्थ का उपयोग कैसे करना होता है? ससांर के सभी मनुष्य सुख चाहते हैं और ज्ञान से हम सुख प्राप्त कर सकते हैं | गाय का गोबर वर्षा करवाने में भी सहायक है वो कैसे कभी और बात करते हैं | आओ पुनः सत्य की और लोटे |

  • @user-jy1rk
    @user-jy1rk 2 місяці тому

    ॐ ज्ञं ज्ञानेश्वराय नमः We in Hindu culture believe that God or Parmatma is Avyakta, Nirakar, Nirgun. We do pray God or take all efforts so that our Bhakti reaches to God. However, while worshiping God we offer prayers to God idol which is made of stone. But we should understand that the Idol is made by human, the pranpratista is done by human so along with worshipping and respecting the God in form idol we should also respect every human or indeed every living being. Every living being has the same parmatma tatva inside and hence when you are disrespecting any living being you are indeed disrespecting God. Refer the shlok of Bhagwad Geeta 9/4 मया ततमिदं सर्वं जगदव्यक्तमूर्तिना | मत्स्थानि सर्वभूतानि न चाहें तेष्ववस्थित: || There are several humans who are avyakta, nirakar and nirgun for us and hence they are indeed our God. Taking a very simple example just imagine you are in restaurant and you get very good food served to you so the chef is your God as you could not see him (avyakta), you could not see his shape (nirakar), and you could not see or know his Gunas (nirgun) similarly we get help from so many people every minute of life and all those are our bhagwanta itself so be greatful to every person helping you and that is indeed your bhakti towards God. Everything that you touch on daily basis, there are so many avyakta people who we don't see but have worked or put in efforts to make that thing and for it to reach in your hands. Even if you keep thinking on these lines for every object you use or touch you will understand that everyone , everywhere and everything is the same tatva and base of all is this tatva itself. Refer shlok of bhagwad geeta 10/19 हन्त ते कथयिष्यामि दिल्या ह्यात्मविभूतय: | प्राधान्यत: कुरुश्रेष्ठ नास्त्यन्तो विस्तरस्य हे || Every person has some divya gunas in him and those are not his own but given by God. You should appreaciate the same. Understand like everywhere ‘numbers’ have importance like while getting admissions, or while considering your wealth similarly in brahma also God gives importance to numbers ( Ank) and remember he counts how many Thanks have you accumulated as thanks in itself has “ank” in its spelling so help others and collect thanks it will definitely be counted in this brahma and you will get its fruits. It’s my sincere request without any selfish motive that you think on these lines and act accordingly. Hari Om

  • @prateeksangwan9774
    @prateeksangwan9774 2 місяці тому

    The best swami ji