Ekalavya Yogalaya
Ekalavya Yogalaya
  • 373
  • 63 474
Self Learning Gita : Ch 2 Shlokas 35-36
भयाद्रणादुपरतं मंस्यन्ते त्वां महारथाः ।
येषां च त्वं बहुमतो भूत्वा यास्यसि लाघवम् ॥35॥
जिन महान योद्धाओं ने तुम्हारे नाम और यश की सराहना की है, वे सब यह सोचेंगे कि तुम भय के कारण युद्धभूमि से भाग गये और उनकी दृष्टि में तुम अपना सम्मान गंवा दोगे।
अवाच्यवादांश्च बहून्वदिष्यन्ति तवाहिताः ।
निन्दन्तस्तव सामर्थ्य ततो दुःखतरं नु किम् ॥36॥
तुम्हारे शत्रु तुम्हारी निन्दा करेंगे और कटु शब्दों से तुम्हारा मानमर्दन करेंगे और तुम्हारी सामर्थ्य का उपहास उड़ायेंगें। तुम्हारे लिए इससे पीड़ादायक और क्या हो सकता है?
భయాద్రణాదుపరతం మంస్యంతే త్వాం మహారథాః ।
యేషాం చ త్వం బహుమతో భూత్వా యాస్యసి లాఘవమ్ ।। 35 ।।
ఏ మహారథుల దృష్టిలో నీవు గొప్పవాడివో, వారు, నీవు యుద్ధభూమి నుండి భయముతో పారిపోయావనుకుంటారు, అలా వారికి నీ మీద ఉన్న గౌరవం పోగొట్టుకుంటావు.
అవాచ్యవాదాంశ్చ బహూన్ వదిష్యంతి తవాహితాః ।
నిందంతస్తవ సామర్థ్యం తతో దుఃఖతరం ను కిమ్ ।। 36 ।।
నీ శత్రువులు నిన్ను అపకీర్తి పాలు చేసి క్రూరమైన మాటలతో అవమానిస్తారు, దీనితో నీ గొప్పతనం చులకనైపోతుంది. అయ్యో, ఇంతకంటే ఎక్కువ బాధాకరమైనది ఏమైనా ఉందా?
bhayād raṇād uparataṁ mansyante tvāṁ mahā-rathāḥ
yeṣhāṁ cha tvaṁ bahu-mato bhūtvā yāsyasi lāghavam
The great generals who hold you in high esteem will think that you fled from the battlefield out of fear, and thus will lose their respect for you.
avāchya-vādānśh cha bahūn vadiṣhyanti tavāhitāḥ
nindantastava sāmarthyaṁ tato duḥkhataraṁ nu kim
Your enemies will defame and humiliate you with unkind words, disparaging your might. Alas, what could be more painful than that?
#gitagyan #chanting #learning #spiritual #gitachanting #gitachapter #vedicchanting #peace #enlightenmentjourney #moksha #bhakti #dhyan #dhyanyogam #selflearning
#2024 #shorts #reels #mentalhealth #gitaupdesh
#beginner #easylearn #onlinelearning #gitaonline #yoga #knowledge #ugcnetyoga #ycb #UPANISHAD #hathayoga #yoga #yogateacher #yogaknowledge #vedas #veda #bhakti #bhaktiyoga
#krishna #ramayan #arjuna #bhishmapitamah #mahabharat #patanjali #yogasutras #healthyfood #diet #nutrition #mind #wellness #anatomy #physiology #physiotherapy
#mocktest #samplequestions #samplequestionpaper #practicetests
#easylearning #telugudevotional #hindidevotional #yogalife
Переглядів: 1

Відео

Self Learning Gita : Ch 16 Shlokas 10-12
Переглядів 17 годин тому
काममाश्रित्य दुष्पूरं दम्भमानमदान्विताः। मोहाद्गृ हीत्वासद्ग्राहान्प्रवर्तन्तेऽशुचिव्रताः ॥10॥ अर्ध: अतृप्त काम वासनाओ ं , पाखंड से पूर्ण गर्व और अभिमान में डू बे हुए आसुरी प्रवृति वाले मनुष्य अपने झूठे सिद्धान्तो से चिपके रहते हैं। इस प्रकार से वे भ्रमित होकर अशुभ संकल्प के साथ काम करते हैं। चिन्तामपरिमेयां च प्रलयान्तामुपाश्रिताः । कामोपभोगपरमा एतावदिति निश्चिताः ॥11॥ अर्ध: वे ऐसी अंतहीन चिं ...
Self Learning Gita : Ch 2 Shlokas 33-34
Переглядів 102 години тому
अथ चेत्त्वमिमं धर्म्य संग्रामं न करिष्यसि। ततः स्वधर्मं कीर्तिं च हित्वा पापमवाप्स्यसि ॥33॥ यदि फिर भी तुम इस धर्म युद्ध का सामना नहीं करना चाहते तब तुम्हें निश्चित रूप से अपने सामाजिक कर्तव्यों की उपेक्षा करने का पाप लगेगा और तुम अपनी प्रतिष्ठा खो दोगे। अकीर्तिं चापि भूतानि कथयिष्यन्ति तेऽव्ययाम्। सम्भावितस्य चाकीर्ति मरणादतिरिच्यते ॥34॥ लोग तुम्हें कायर और भगोड़ा कहेंगे। एक सम्माननीय व्यक्ति ...
Self Learning Gita : Ch 16 Shlokas 8-9
Переглядів 152 години тому
असत्यमप्रतिष्ठं ते जगदाहुरनीश्वरम्। अपरस्परसम्भूतं किमन्यत्कामहैतुकम् ॥8॥ अर्ध: वे कहते हैं, संसार परम सत्य से रहित और आधारहीन है तथा यह भगवान रहित है जो इसका सृष्टा और नियामक है। यह दो विपरीत लिंगों से उत्पन्न होता है और कामेच्छा के अतिरिक्त इसका कोई अन्य कारण नहीं है। एतां दृष्टिमवष्टभ्य नष्टात्मानोऽल्पबुद्धयः । प्रभवन्त्युग्रकर्माणः क्षयाय जगतोऽहिताः ॥9॥ अर्ध: ऐसे विचारों पर स्थिर रहते हुए प...
Self Learning Gita : Ch 16 Shlokas 6-7
Переглядів 124 години тому
द्वौ भूतसौ लोके ऽस्मिन्दैव आसुर एव च । दैवो विस्तरशः प्रोक्त आसुरं पार्थ मे शृणु ॥6॥ अर्ध: संसार में दो प्रकार के प्राणी हैं-एक वे जो दैवीय गुणों से सम्पन्न हैं और दू सरे वे जो आसुरी प्रकृति के हैं। मैं दैवीय गुणों का विस्तार से वर्णन कर चुका हूँ अब तुम मुझसे आसुरी स्वभाव वाले लोगों के संबंध में सुनो। प्रवृत्तिं च निवृत्तिं च जना न विदुरासुराः । न शौचं नापि चाचारो न सत्यं तेषु विद्यते ॥7॥ अर्ध:...
Self Learning Gita : Ch 2 Shlokas 31-32
Переглядів 284 години тому
स्वधर्ममपि चावेक्ष्य न विकम्पितुमर्हसि । धााद्धि युद्धाच्छ्रेयोऽन्यत्क्षत्रियस्य न विद्यते ॥31॥ इसके अलावा एक योद्धा के रूप में अपने कर्तव्य पर विचार करते हुए तुम्हें उसका त्याग नहीं करना चाहिए। वास्तव में योद्धा के लिए धर्म की रक्षा हेतु युद्ध करने के अतिरिक्त अन्य कोई विकल्प नहीं होता। यदृच्छया चोपपन्नं स्वर्गद्वारमपावृतम् । सुखिनः क्षत्रियाः पार्थ लभन्ते युद्धमीदृशम् ॥32॥ हे पार्थ! वे क्षत्र...
Self Learning Gita : Ch 2 Shlokas 29-30
Переглядів 197 годин тому
आश्चर्यवत्पश्यति कश्चिदेन माश्चर्यवद्वदति तथैव चान्यः। आश्चर्यवच्चैनमन्यः शृणोति श्रुत्वाप्येनं वेद न चैव कश्चित् ॥29॥ BG 2.29: कुछ लोग आत्मा को एक आश्चर्य के रूप में देखते हैं, कुछ लोग इसे आश्चर्य बताते हैं और कुछ इसे आश्चर्य के रूप मे सुनते हैं जबकि अन्य लोग इसके विषय में सुनकर भी कुछ समझ नहीं पाते। देही नित्यमवध्योऽयं देहे सर्वस्य भारत । तस्मात्सर्वाणि भूतानि न त्वं शोचितुमर्हसि ॥30॥ BG 2.30...
Self Learning Gita : Ch 16 Shlokas 4-5
Переглядів 97 годин тому
दम्भो दर्पोऽभिमानश्च क्रोधः पारुष्यमेव च । अज्ञानं चाभिजातस्य पार्थ सम्पदमासुरीम् ॥4॥ अर्ध: हे पार्थ! पाखण्ड, दम्भ, अभिमान, क्रोध, निष्ठुरता और अज्ञानता आसुरी प्रकृति वाले लोगों के गुण हैं। दैवी सम्पद्विमोक्षाय निबन्धायासुरी मता । मा शुचः सम्पदं दैवीमभिजातोऽसि पाण्डव ॥5॥ अर्ध: दैवीय गुण मुक्ति की ओर ले जाते हैं जबकि आसुरी गुण निरन्तर बंधन की नियति का कारण होते हैं। हे अर्जुन! शोक मत करो क्योंकि...
Self Learning Gita : Ch 2 Shlokas 27-28
Переглядів 439 годин тому
जातस्य हि ध्रुवो मृत्युर्बुवं जन्म मृतस्य च। तस्मादपरिहार्येऽर्थे न त्वं शोचितुमर्हसि ॥27॥ BG 2.27: जो जन्म लेता है उसकी मृत्यु निश्चित है और मृत्यु के पश्चात पुनर्जन्म भी अवश्यंभावी है। अतः तुम्हें अपरिहार्य के लिए शोक नहीं करना चाहिए। अव्यक्तादीनि भूतानि व्यक्तमध्यानि भारत। अव्यक्तनिधनान्येव तत्र का परिदेवना ॥28॥ BG 2.28: हे भरतवंशी! समस्त जीव जन्म से पूर्व अव्यक्त रहते हैं, जन्म होने पर व्यक...
Self Learning Gita : Ch 16 Shlokas 1-3
Переглядів 109 годин тому
श्रीभगवानुवाच। अभयं सत्त्वसंशुद्धिर्ज्ञानयोगव्यवस्थितिः । दानं दमश्च यज्ञश्च स्वाध्यायस्तप आर्जवम् ॥1॥ अहिं सा सत्यमक्रोधास्त्यागः शान्तिरपैशुनम् । दया भूतेष्वलोलुप्त्वं मार्दवं ह्रीरचापलम् ॥2॥ तेजः क्षमा धृतिः शौचमद्रोहोनातिमानिता । भवन्ति सम्पदं दैवीमभिजातस्य भारत ॥3॥ अर्ध: परम पुरुषोत्तम भगवान् ने कहाः हे भरतवंशी! निर्भयता, मन की शुद्धि, अध्यात्मिक ज्ञान में दृढ़ता, दान, इन्द्रियों पर नियंत्...
Self Learning Gita : Ch 2 Shlokas 25-26
Переглядів 3412 годин тому
अव्यक्तोऽयमचिन्त्योऽयमविकार्योऽयमुच्यते। तस्मादेवं विदित्वैनं नानुशोचितुमर्हसि ॥25॥ BG 2.25: इस आत्मा को अदृश्य, अचिंतनीय और अपरिवर्तनशील कहा गया है। यह जानकर हमें शरीर के लिए शोक प्रकट नहीं करना चाहिए। अथ चैनं नित्यजातं नित्यं वा मन्यसे मृतम्। तथापि त्वं महाबाहो नैवं शोचितुमर्हसि ॥26॥ BG 2.26: यदि तुम यह सोचते हो कि आत्मा निरन्तर जन्म लेती है और मरती है तब ऐसी स्थिति में भी, हे महाबाहु अर्जुन!...
Self Learning Gita : Ch 15 Shlokas 19-20
Переглядів 2112 годин тому
यो मामेवमसम्मूढो जानाति पुरुषोत्तमम् । स सर्वविद्भजति मां सर्वभावेन भारत ॥19॥ अर्ध: वे जो संशय रहित होकर मुझे परम दिव्य भगवान के रूप में जानते हैं, वास्तव में वे पूर्ण ज्ञान से युक्त हैं। हे अर्जुन! वे पूर्ण रूप से मेरी भक्ति में तल्लीन रहते हैं। इति गुह्यतमं शास्त्रमिदमुक्तं मयानघ । एतबुद्धवा बुद्धिमान्स्यात्कृ तमकृत्यश्च भारत ॥20॥ अर्ध: हे निष्पाप अर्जुन! मैंने तुम्हें वैदिक ग्रंथों का अति गु...
Self Learning Gita : Ch 2 Shlokas 23-24
Переглядів 5414 годин тому
नैनं छिन्दन्ति शस्त्राणि नैनं दहति पावकः । न चैनं क्लेदयन्त्यापो न शोषयति मारुतः ॥23॥ BG 2.23: किसी भी शस्त्र द्वारा आत्मा के टुकड़े नहीं किए जा सकते, न ही अग्नि आत्मा को जला सकती है, न ही जल द्वारा उसे गीला किया जा सकता है और न ही वायु इसे सुखा सकती है। अच्छेद्योऽयमदाह्योऽयमक्लेद्योऽशोष्य एव च । नित्यः सर्वगतः स्थाणुरचलोऽयं सनातनः ॥24॥ BG 2.24: आत्मा अखंडित और अज्वलनशील है, इसे न तो गीला किया ...
Self Learning Gita : Ch 15 Shlokas 17-18
Переглядів 2014 годин тому
उत्तमः पुरुषस्त्वन्यः परमात्मेत्युदाहृतः। यो लोकत्रयमाविश्य बिभर्त्यव्यय ईश्वरः ॥17॥ अर्ध: इनके अतिरिक्त एक परम सर्वोच्च व्यक्तित्व है जो अक्षय परमात्मा है। वह तीनों लोकों में अपरिवर्तनीय नियंता के रूप में प्रवेश करता है और सभी जीवों का पालन पोषण करता है। यस्मात्क्षरतमतीतोऽहमक्षरादपि चोत्तमः । अतोऽस्मि लोके वेदे च प्रथितः पुरुषोत्तमः ॥18॥ अर्ध: मैं नश्वर सांसारिक पदार्थों और यहाँ तक कि अविनाशी ...
Self Learning Gita : Ch 2 Shlokas 21-22
Переглядів 2616 годин тому
वेदाविनाशिनं नित्यं य एनमजमव्ययम् | कथं स पुरुष: पार्थ कं घातयति हन्ति कम् || 21|| BG 2.21: हे पार्थ! वह जो यह जानता है कि आत्मा अविनाशी, शाश्वत, अजन्मा और अपरिवर्तनीय है, वह किसी को कैसे मार सकता है या किसी की मृत्यु का कारण हो सकता है? वासांसि जीर्णानि यथा विहाय नवानि गृह्वाति नरोऽपराणि। तथा शरीराणि विहाय जीर्णा न्यन्यानि संयाति नवानि देही ॥22॥ BG 2.22: जिस प्रकार से मनुष्य अपने फटे पुराने वस...
Self Learning Gita : Ch 15 Shlokas 15-16
Переглядів 1216 годин тому
Self Learning Gita : Ch 15 Shlokas 15-16
Self Learning Gita : Ch 2 Shlokas 19-20
Переглядів 1519 годин тому
Self Learning Gita : Ch 2 Shlokas 19-20
Self Learning Gita : Ch 15 Shlokas 13-14
Переглядів 1119 годин тому
Self Learning Gita : Ch 15 Shlokas 13-14
Self Learning Gita : Ch 2 Shlokas 17-18
Переглядів 2321 годину тому
Self Learning Gita : Ch 2 Shlokas 17-18
Self Learning Gita : Ch 15 Shlokas 11-12
Переглядів 2021 годину тому
Self Learning Gita : Ch 15 Shlokas 11-12
Self Learning Gita : Ch 2 Shlokas 15-16
Переглядів 10День тому
Self Learning Gita : Ch 2 Shlokas 15-16
Self Learning Gita : Ch 15 Shlokas 9-10
Переглядів 48День тому
Self Learning Gita : Ch 15 Shlokas 9-10
Self Learning Gita : Ch 2 Shlokas 13-14
Переглядів 5День тому
Self Learning Gita : Ch 2 Shlokas 13-14
Self Learning Gita : Ch 15 Shlokas 7-8
Переглядів 192День тому
Self Learning Gita : Ch 15 Shlokas 7-8
Self Learning Gita : Ch 2 Shlokas 11-12
Переглядів 36День тому
Self Learning Gita : Ch 2 Shlokas 11-12
Self Learning Gita : Ch 15 Shlokas 5-6
Переглядів 25День тому
Self Learning Gita : Ch 15 Shlokas 5-6
Self Learning Gita : Ch 2 Shlokas 9-10
Переглядів 48День тому
Self Learning Gita : Ch 2 Shlokas 9-10
Self Learning Gita : Ch 15 Shlokas 3-4
Переглядів 22День тому
Self Learning Gita : Ch 15 Shlokas 3-4
Self Learning Gita : Ch 2 Shlokas 7-8
Переглядів 33День тому
Self Learning Gita : Ch 2 Shlokas 7-8
Self Learning Gita : Ch 15 Shlokas 1-2
Переглядів 1814 днів тому
Self Learning Gita : Ch 15 Shlokas 1-2

КОМЕНТАРІ

  • @desinature3058
    @desinature3058 8 днів тому

    जय श्री कृष्ण

  • @desinature3058
    @desinature3058 19 днів тому

    Jai shree Krishna

  • @thegospelsages7225
    @thegospelsages7225 26 днів тому

    Beautufull

  • @usaranipanda3241
    @usaranipanda3241 28 днів тому

    Hari Omm sir 🙏

  • @usaranipanda3241
    @usaranipanda3241 28 днів тому

    Hari Omm sir 🙏

  • @muralikrishnasingaram2657
    @muralikrishnasingaram2657 29 днів тому

    🕉️🙏జై శ్రీ కృష్ణ 🕉️🙏

  • @muralikrishnasingaram2657
    @muralikrishnasingaram2657 Місяць тому

    🕉️🙏జై శ్రీ కృష్ణ 🕉️🙏

  • @muralikrishnasingaram2657
    @muralikrishnasingaram2657 Місяць тому

    🕉️🙏జైశ్రీకృష్ణ 🕉️🙏

  • @muralikrishnasingaram2657
    @muralikrishnasingaram2657 Місяць тому

    🕉️🙏జై శ్రీకృష్ణ 🕉️🙏

  • @muralikrishnasingaram2657
    @muralikrishnasingaram2657 Місяць тому

    🕉️🙏జైశ్రీకృష్ణ 🕉️🙏

  • @muralikrishnasingaram2657
    @muralikrishnasingaram2657 Місяць тому

    🕉️🙏జైశ్రీకృష్ణ 🕉️🙏

  • @muralikrishnasingaram2657
    @muralikrishnasingaram2657 Місяць тому

    🕉️🙏జైకృష్ణ 🕉️🙏

  • @muralikrishnasingaram2657
    @muralikrishnasingaram2657 Місяць тому

    🕉️🙏జై శ్రీకృష్ణ 🕉️🙏

  • @muralikrishnasingaram2657
    @muralikrishnasingaram2657 Місяць тому

    🕉️🙏జై శ్రీ కృష్ణ 🕉️🙏

  • @muralikrishnasingaram2657
    @muralikrishnasingaram2657 Місяць тому

    🕉️🙏జై శ్రీకృష్ణ 🕉️🙏

  • @muralikrishnasingaram2657
    @muralikrishnasingaram2657 Місяць тому

    🕉️🙏జైశ్రీ కృష్ణ 🕉️🙏

  • @muralikrishnasingaram2657
    @muralikrishnasingaram2657 Місяць тому

    🕉️🙏జై శ్రీకృష్ణ 🕉️🙏

  • @muralikrishnasingaram2657
    @muralikrishnasingaram2657 Місяць тому

    🕉️🙏జై శ్రీకృష్ణ 🕉️🙏

  • @muralikrishnasingaram2657
    @muralikrishnasingaram2657 Місяць тому

    🕉️🙏జై శ్రీ కృష్ణ 🕉️🙏

  • @muralikrishnasingaram2657
    @muralikrishnasingaram2657 Місяць тому

    🕉️🙏జై శ్రీకృష్ణ 🕉️🙏

  • @muralikrishnasingaram2657
    @muralikrishnasingaram2657 Місяць тому

    🕉️🙏జై శ్రీ కృష్ణ 🕉️🙏

  • @muralikrishnasingaram2657
    @muralikrishnasingaram2657 Місяць тому

    🕉️🙏జై శ్రీకృష్ణ 🕉️🙏

  • @girijarajasekar5353
    @girijarajasekar5353 3 місяці тому

    Explanation please

  • @Nakshatra-z8f
    @Nakshatra-z8f 3 місяці тому

    Thank you ❤

  • @shanmugapriyabalaji6288
    @shanmugapriyabalaji6288 3 місяці тому

    Pls put the videos from chapter 1

    • @EkalavyaYogalaya
      @EkalavyaYogalaya 3 місяці тому

      daily we are sharing 2 shlokas...we will be covering 18 chapters

  • @ganeshpade5566
    @ganeshpade5566 4 місяці тому

    Beautiful. I think you start with Gita Mahatmya. Very nice chanting.

  • @Mirin-iu8zs
    @Mirin-iu8zs 4 місяці тому

    สาธุๆๆๆ ขอพรพ่อกิฤษณะขอให้ลูกสมหวังด้านความรักของลูกดว้ยเถิดจ้า😊❤❤😊

  • @GeethaKorada-dv7ed
    @GeethaKorada-dv7ed 5 місяців тому

    God bless you sai swami blessings give with you sairam

  • @MShamala-q4n
    @MShamala-q4n 5 місяців тому

    Thankyou 🇭🇺 🎉 in

  • @SekharKonduru-mj9ep
    @SekharKonduru-mj9ep 5 місяців тому

    Thanks

  • @challenge7658
    @challenge7658 9 місяців тому

    पहले सीखो फिर ज्ञान दो

  • @Yadav88200
    @Yadav88200 Рік тому

    Thanks

  • @sagarpramodh8640
    @sagarpramodh8640 Рік тому

    Thank you for the video , do more videos , all the best ❤

  • @himanshunigam4363
    @himanshunigam4363 Рік тому

    Doing flying of thigh wings is not recommended in badha konasanaa

  • @guillermodozal7166
    @guillermodozal7166 2 роки тому

    Isn’t it that all Kundalini yoga knowledge is on all those symbols on the chakras, on the three nadis and on the coiled serpent? As far as. Know, there’s no other source of kundalini information anywhere else. So where from do you get all those all those fancy “kundalini” ideas? Of all those silly kundalini explanations on UA-cam, not one, really, not one, explain anything about the symbols. It’s as if those symbols were just there for decoration. Dude, if you really want respect as a kundalini instructor, you’d have to come up with the real deal: directly explain each of those symbols. For instance: the modern term for sushumna nadi is, a gravity cylinder.

  • @sirisbharadwaj
    @sirisbharadwaj 2 роки тому

    common guys they are trying to do something good for people let's give them some views

  • @Schenker43
    @Schenker43 2 роки тому

    💫🌺🪷

  • @lococomrade3488
    @lococomrade3488 2 роки тому

    Once, I meditated to the point of mental silence.. and in that moment I felt a sensation that said "Push down with this sensation to levitate." It scared me out of my meditation. The awareness of that sensation was terrifying. The logical scientific part of me says that was just silly.... but I felt it. And it felt real. The last time I found mental silence, it was a different sensation and I had this profound connection to tiny-child-me in the early 90s. And this time, the sensation said "You can go back to here. It's a one way trip though, and if you go everything will be different." And I decided not to go because I like my current friends; again, it was a scary feeling. Since then.. I have been searching for any information or ancient stories of the siddhis. Om mani padme hum.

  • @guruteachings1667
    @guruteachings1667 3 роки тому

    Nice

  • @Radheradhe7788
    @Radheradhe7788 3 роки тому

    Thank you 🙏

  • @chandrikavs1474
    @chandrikavs1474 3 роки тому

    🙏🙏🙏

  • @chandrikavs1474
    @chandrikavs1474 3 роки тому

    Well explained 🙏🙏🙏

  • @chandrikavs1474
    @chandrikavs1474 3 роки тому

    Very informative 🙏🙏🙏

  • @vnkprasadmachavarapu9063
    @vnkprasadmachavarapu9063 3 роки тому

    Really impressive and giving boost to take this as a challenge. Hope i will get this done soon.

  • @akashsingh-yd9ol
    @akashsingh-yd9ol 3 роки тому

    Great methodology of knowledge with practice of yoga appreciative

  • @TheChitti777
    @TheChitti777 3 роки тому

    Super sir

  • @TIMEPASS-ci4ey
    @TIMEPASS-ci4ey 3 роки тому

    Jgd