- 22
- 1 111
बाँसलोई
Приєднався 9 сер 2022
जोहार
पहाड़ों- जंगलों के संकोची मन द्वारा संवाद की कोशिश है.
पहाड़ों- जंगलों के संकोची मन द्वारा संवाद की कोशिश है.
पार्ट-11, कवि-सम्पादक प्रकाश देवकुलिश, 'गाडा टोला, का लोकार्पण सह कृतिचर्चा
पार्ट-11, कवि-सम्पादक प्रकाश देवकुलिश, 'गाडा टोला, का लोकार्पण सह कृतिचर्चा
Переглядів: 12
Відео
पार्ट -10, वक्तव्य- डॉ. प्रज्ञा गुप्ता, 'गाडा टोला' का लोकार्पण सह कृति चर्चा
Переглядів 2214 днів тому
पार्ट -10, वक्तव्य- डॉ. प्रज्ञा गुप्ता, 'गाडा टोला' का लोकार्पण सह कृति चर्चा
पार्ट-9, युवा आलोचक डॉ. सुधीर सुमन, 'गाडा टोला' का लोकार्पण सह कृति चर्चा
Переглядів 1914 днів тому
पार्ट-9, युवा आलोचक डॉ. सुधीर सुमन, 'गाडा टोला' का लोकार्पण सह कृति चर्चा
पार्ट -6, वरिष्ठ आदिवासी साहित्यकार महादेव टोप्पो, 'गाडा टोला' का लोकार्पण सह कृति चर्चा
Переглядів 1914 днів тому
पार्ट -6, वरिष्ठ आदिवासी साहित्यकार महादेव टोप्पो, 'गाडा टोला' का लोकार्पण सह कृति चर्चा
पार्ट-7, कहानीकार पंकज मित्र, 'गाडा टोला' का लोकार्पण सह कृति चर्चा'
Переглядів 1714 днів тому
पार्ट-7, कहानीकार पंकज मित्र, 'गाडा टोला' का लोकार्पण सह कृति चर्चा'
पार्ट-4, वक्तव्य- आदिवासी विचारक डॉ. जिन्दर सिंह मुण्डा, 'गाडा टोला' का लोकार्पण सह कृति चर्चा
Переглядів 6614 днів тому
पार्ट-4, वक्तव्य- आदिवासी विचारक डॉ. जिन्दर सिंह मुण्डा, 'गाडा टोला' का लोकार्पण सह कृति चर्चा
पार्ट-5, वक्तव्य- आलोचक रविभूषण, 'गाडा टोला' का लोकार्पण सह कृति चर्चा'
Переглядів 4814 днів тому
पार्ट-5, वक्तव्य- आलोचक रविभूषण, 'गाडा टोला' का लोकार्पण सह कृति चर्चा'
पार्ट-3 वक्तव्य- आदिवासी कवयित्री डॉ. सावित्री बड़ाईक, 'गाडा टोला' का लोकार्पण सह कृति चर्चा'
Переглядів 1714 днів тому
पार्ट-3 वक्तव्य- आदिवासी कवयित्री डॉ. सावित्री बड़ाईक, 'गाडा टोला' का लोकार्पण सह कृति चर्चा'
पार्ट-8,वक्तव्य- कवि विनय सौरभ, 'गाडा टोला' का लोकार्पण सह कृति चर्चा
Переглядів 3714 днів тому
पार्ट-8,वक्तव्य- कवि विनय सौरभ, 'गाडा टोला' का लोकार्पण सह कृति चर्चा
पार्ट-2 कथाकार रणेन्द्र स्वागत वक्तव्य, 'गाडा टोला' का लोकार्पण सह कृति चर्चा'
Переглядів 4714 днів тому
पार्ट-2 कथाकार रणेन्द्र स्वागत वक्तव्य, 'गाडा टोला' का लोकार्पण सह कृति चर्चा'
पार्ट-1, उद्घाटन 'राही डूमरचीर के प्रथम काव्य-संग्रह 'गाडा टोला' का लोकार्पण सह कृति चर्चा'
Переглядів 8214 днів тому
यह कार्यक्रम डॉ. रामदयाल मुण्डा जनजातीय शोध संस्थान, राँची के सभागार में 20 दिसम्बर को आयोजित हुआ। आदिवासी रवायत के अनुसार कार्यक्रम का उद्घाटन नगाड़ा बजाकर किया गया।
Birsa ko bhulenge nahin (बिरसा को भूलेंगे नहीं)
Переглядів 279Місяць тому
यह गीत मैंने लिखा है पर गाया ए आई ने है। यह गीत हमारे पुरखे शहीदों के प्रति श्रद्धांजलि तो है ही साथ ही उनकी कुर्बानियों को समझने की कोशिश है, ताकि लड़ाई जारी रखी जा सके। उन सारे पुरखों-पुरखिनों को भी यह समर्पित है, जिन्होंने हर मुश्किल परिस्थिति के बावजूद लड़ाई जारी रखी, लड़ाई जारी रखे हुए हैं। गीत : बिरसा को भूलेंगे नहीं सिदो को भूलेंगे नहीं फूलो झानो साथ रहेगी साथ में सिनगी दई पूछेंगे किसने काट...
पेलिंग से हिमालय-दर्शन
Переглядів 48Місяць тому
पहाड़ और समुद्र को देखना, हमें हमारी क्षुद्रता से मुक्त करता है। प्रकृति की विशालता का अहसास किए बिना मनुष्य होने की झूठी श्रेष्ठता से मुक्त होना संभव नहीं है। यह अहसास परिचय से ही मुमकिन है। परिचित होने के लिए निकट जाना पड़ता है। प्रकृति की विशालता, उदारता और उसके निरन्तर प्रवाहित स्नेह को जीना पड़ता है। कृतज्ञ होना पड़ता है। कविता का यह हिस्सा नेपाली के प्रसिद्ध कवि वीरभद्र कार्कीढोली की 'हिमालय ...
आदिवासियत : पहचान और साहित्य (साभार : इण्डिया हैबिटेट सेंटर )
Переглядів 533 місяці тому
आदिवासियत : पहचान और साहित्य (साभार : इण्डिया हैबिटेट सेंटर )
होर्हे लुइस बोर्हेस की लघुकथा - दन्तकथा
Переглядів 203 місяці тому
होर्हे लुइस बोर्हेस की लघुकथा - दन्तकथा
अनुज लुगुन की कविता 'औरत की प्रतीक्षा में चाँद'
Переглядів 293 місяці тому
अनुज लुगुन की कविता 'औरत की प्रतीक्षा में चाँद'
बहुत सुंदर सर, इस कार्यक्रम की साक्षी हम भी है, लाजवाब था आपको बहुत बहुत बधाई सर
❤❤❤❤
🎉
हिंदी कविता में एक सितारा और चमका है❤❤❤🎉🎉🎉congratulation sir 😊😊😊😊
🥰🥰🥰🥰🥰
अप्रतिम
बहुत अच्छा👌👌✨
Kbhi kbhi kuchh kavita jindgi me chl rhe problem ka solution de deti hai
Nice sir ji
Wow gjb sir❤
👌👌👌. 🙏
Wah...... nice