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Sudhesh Jain
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"पाहुडदोहा" मुनि रामसिंह कृत अपभ्रंशकाव्य शैली,व्या.-पार्ट-32 डॉ वीरसागर जैन, नई दिल्ली -16.12.24
पुनरावृत्ति दोहा क्रमांक 108
दोहा क्रमांक 109 से 111 विशेष भावार्थ
दोहा क्रमांक 109 से 111 विशेष भावार्थ
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"पाहुडदोहा", मुनि रामसिंह कृत, अपभ्रंशकाव्य शैली,व्या.-पार्ट-31 डॉ वीरसागर जैन, नईदिल्ली -09.12.2024
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दोहा क्रमांक 105 से 108 विशेष भावार्थ
आत्महित के दस सोपान - विशेष व्याख्यान, डॉ वीर सागर जैन, वसंत कुंज, नई दिल्ली - 08.12.2024
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आत्महित के दस सोपान - विशेष व्याख्यान, डॉ वीर सागर जैन, वसंत कुंज, नई दिल्ली - 08.12.2024
"पाहुडदोहा" मुनि रामसिंह कृत अपभ्रंशकाव्य शैली,व्या.-पार्ट-30 डॉ वीरसागर जैन, नई दिल्ली -25.11.24
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दोहा क्रमांक 103 से 104 विशेष भावार्थ
सद्गृहस्थ कैसे बनें ?- विशेष व्याख्यान. डॉ वीर सागर जैन, वसंतकुंज नई दिल्ली -17.11.24
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सद्गृहस्थ कैसे बनें ?- विशेष व्याख्यान. डॉ वीर सागर जैन, वसंतकुंज नई दिल्ली -17.11.24
"पाहुडदोहा" मुनि रामसिंह कृत अपभ्रंशकाव्य शैली,व्या.-पार्ट-29 डॉ वीरसागर जैन, नई दिल्ली -11.11.2024
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पुनरावृत्ति दोहा क्रमांक -98-99, दोहा क्रमांक 100 से 102 विशेष भावार्थ
"पाहुडदोहा" मुनि रामसिंह कृत अपभ्रंशकाव्य शैली,व्या.-पार्ट-28 डॉ वीरसागर जैन, नई दिल्ली - 04.11.2024
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पुनरावृत्ति दोहा क्रमांक -93-97, दोहा क्रमांक 98 से 99 विशेष भावार्थ
पुण्य पाप से भी बुरा है- विशेष व्याख्यान. डॉ वीरसागर जैन, नई दिल्ली - 03.11.2024
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पुण्य पाप से भी बुरा है- विशेष व्याख्यान. डॉ वीरसागर जैन, नई दिल्ली - 03.11.2024
"पाहुडदोहा" मुनि रामसिंह कृत अपभ्रंशकाव्य शैली, व्या.-पार्ट-27 डॉ वीरसागर जैन, नई दिल्ली - 28.10.24
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दोहा क्रमांक 93 से 96 विशेष भावार्थ
"पाहुडदोहा" मुनि रामसिंह कृत अपभ्रंशकाव्य शैली, व्या.- पार्ट-26, डॉ वीरसागर जैन, नई दिल्ली -21.10.24
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दोहा क्रमांक 92 से 95 विशेष भावार्थ
भरत चक्रवर्ती एवं विजयादशमी पर्व के संदर्भ में विशेष व्याख्यान, डॉ वीरसागर जैन, नई दिल्ली -20.10.24
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"पाहुडदोहा" मुनि रामसिंह कृत अपभ्रंशकाव्य शैली,व्या.-पार्ट-25 डॉ वीरसागर जैन, नई दिल्ली -14.10.24
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दोहा क्रमांक 92 से 95 विशेष भावार्थ
आचार्य श्री 108 शांतिसागर जी महाराज के आचार्य पद प्रतिष्ठापन शताब्दी महोत्सव-व्या .डा० वीर सागर जैन
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वसंत कुंज, नई दिल्ली - 13.10.2024
"पाहुडदोहा" मुनि रामसिंह कृत अपभ्रंशकाव्य शैली,व्या.-पार्ट-24 डॉ वीरसागर जैन, नई दिल्ली -30.09.24
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दोहा क्रमांक 89 से 92 विशेष भावार्थ
"पाहुडदोहा" मुनि रामसिंह कृत अपभ्रंशकाव्य शैली,व्या.-पार्ट-23 डॉ वीरसागर जैन, नई दिल्ली -23.09.24
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"पाहुडदोहा" मुनि रामसिंह कृत अपभ्रंशकाव्य शैली,व्या.-पार्ट-23 डॉ वीरसागर जैन, नई दिल्ली -23.09.24
"पाहुडदोहा" मुनि रामसिंह कृत अपभ्रंशकाव्य शैली, व्या.-पार्ट-22 डॉ वीरसागर जैन, नई दिल्ली -02.09.24
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"पाहुडदोहा" मुनि रामसिंह कृत अपभ्रंशकाव्य शैली, व्या.-पार्ट-22 डॉ वीरसागर जैन, नई दिल्ली -02.09.24
आत्मा की सैंतालीस शक्तियां - पुनरावृत्ति,षटकारक शक्ति अर्थ-पार्ट-7,डॉ वीरसागर जैन, नईदिल्ली-01.09.24
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आत्मा की सैंतालीस शक्तियां - पुनरावृत्ति,षटकारक शक्ति अर्थ-पार्ट-7,डॉ वीरसागर जैन, नईदिल्ली-01.09.24
आत्मा की सैंतालीस शक्तियां - पुनरावृत्ति, अर्थ सहित-पार्ट - 6, डॉ वीरसागर जैन, नई दिल्ली - 25.08.24
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आत्मा की सैंतालीस शक्तियां - पुनरावृत्ति, अर्थ सहित-पार्ट - 6, डॉ वीरसागर जैन, नई दिल्ली - 25.08.24
आत्मा की 47 शक्तियों का शुद्ध उच्चारण एवं सामान्य अर्थ -पार्ट-5, डॉ वीरसागर जैन, नई दिल्ली-18.08.824
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आत्मा की 47 शक्तियों का शुद्ध उच्चारण एवं सामान्य अर्थ -पार्ट-5, डॉ वीरसागर जैन, नई दिल्ली-18.08.824
आत्मा की सैंतालीस शक्तियां- विशेष व्याख्यान -पार्ट-4, डॉ वीरसागर जैन, नई दिल्ली -04.07.2024
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आत्मा की सैंतालीस शक्तियां- विशेष व्याख्यान -पार्ट-4, डॉ वीरसागर जैन, नई दिल्ली -04.07.2024
आत्मा की सैंतालीस शक्तियां- विशेष व्याख्यान -पार्ट - 3, प्रो. डॉ वीरसागर जैन, नई दिल्ली -28.07.24
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आत्मा की सैंतालीस शक्तियां- विशेष व्याख्यान -पार्ट - 3, प्रो. डॉ वीरसागर जैन, नई दिल्ली -28.07.24
जैन पर्व-गुरू पूर्णिमा एवं वीरशासन जयंती का महत्व, विशेष व्याख्यान,डॉ वीरसागर जैन,नईदिल्ली -21.07.24
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"पाहुडदोहा" मुनि रामसिंह कृत अपभ्रंशकाव्य शैली,व्या.-पार्ट-21 डॉ वीरसागर जैन, नई दिल्ली -15.07.24
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"पाहुडदोहा" मुनि रामसिंह कृत अपभ्रंशकाव्य शैली,व्या.-पार्ट-21 डॉ वीरसागर जैन, नई दिल्ली -15.07.24
आत्मा की सैंतालीस शक्तियां- विशेष व्याख्यान -पार्ट-2, डॉ वीरसागर जैन, वसंतकुंज ND-14.07.24
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आत्मा की सैंतालीस शक्तियां- विशेष व्याख्यान -पार्ट-2, डॉ वीरसागर जैन, वसंतकुंज ND-14.07.24
"पाहुडदोहा" मुनि रामसिंह कृत अपभ्रंशकाव्य शैली, व्या.-पार्ट-20, डॉ वीरसागर जैन, नई दिल्ली -01.07.24
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"पाहुडदोहा" मुनि रामसिंह कृत अपभ्रंशकाव्य शैली, व्या.-पार्ट-20, डॉ वीरसागर जैन, नई दिल्ली -01.07.24
आत्मा की सैंतालीस शक्तियां- विशेष व्याख्यान -पार्ट-1, डॉ वीरसागर जैन, नई दिल्ली -30.06.24
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"पाहुडदोहा" मुनि रामसिंह कृत अपभ्रंशकाव्य शैली,व्या.-पार्ट-19 डॉ वीरसागर जैन, नई दिल्ली -24.06.24
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"पाहुडदोहा" मुनि रामसिंह कृत अपभ्रंशकाव्य शैली,व्या.-पार्ट-19 डॉ वीरसागर जैन, नई दिल्ली -24.06.24
"पाहुडदोहा" मुनि रामसिंह कृत अपभ्रंशकाव्य शैली,व्या.-पार्ट-18 डॉ वीरसागर जैन, नई दिल्ली -17.06.24
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"पाहुडदोहा" मुनि रामसिंह कृत अपभ्रंशकाव्य शैली,व्या.-पार्ट-18 डॉ वीरसागर जैन, नई दिल्ली -17.06.24
आदि ग्रंथ-धवला, जयधवला एवं महाधवला का परिचय , पार्ट -2 , डॉ वीरसागर जैन, नई दिल्ली -16.06.24
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आदि ग्रंथ-धवला, जयधवला एवं महाधवला का परिचय , पार्ट -2 , डॉ वीरसागर जैन, नई दिल्ली -16.06.24
आदि ग्रंथ-धवला, जयधवला एवं महाधवला का परिचय, श्रुतपंचमी विशेष व्या-डॉ वीरसागर जैन, नईदिल्ली-09.06.24
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आदि ग्रंथ-धवला, जयधवला एवं महाधवला का परिचय, श्रुतपंचमी विशेष व्या-डॉ वीरसागर जैन, नईदिल्ली-09.06.24
जय जिनेन्द्र 🙏
🙏
मोक्ष मार्ग के लिये पुण्य पाप दोनों ही त्यागने होंगे। अतः दोनों ही हेय हैं।
बहुत सरल शब्दों में बहुत उपयोगी जानकारी। आपको सादर जय जिनेन्द्र।
Raipur 🙏 🙏
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Very good
Bhout sunder vevachan bataya h 🙏 Aatam heet ka
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🙏👍जय जिनेन्द्र देव जी की 👍🙏agra
Jaijinendra. Ghatkopar
🙏👍जय जिनेन्द्र देव जी की 👍🙏आगरा
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विशिष्ट वाह अर्थात् विवाह अर्थात् विशिष्ट पागलपन
नागपुर बहुत सुन्दर चर्चा 👌🙏🙏🙏
पुण्य फला अरिहंता। पुण्य का फल अरिहंत पद भी मिलना है । पुण्य स्व- पर उपकारी भी है।
Pehle baar Jainism ka different pravachan Bahut Accha jai jinendra
28:36
ua-cam.com/video/AGul6lyur8o/v-deo.htmlsi=Xqonz1pmqDxMoXeL good response
बहुत सुंदर चर्चा. अर्थपुर्ण, अनुकरणीय. 👌🏼🙏🏼
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