MARUDHAR RI RASDHAR (मरूधर री रसधार)
MARUDHAR RI RASDHAR (मरूधर री रसधार)
  • 67
  • 1 716 941
गुरुदेव श्री मोहनपुरी जी की स्तुति | मोहन मठ वाला नाम रूपाला | तपोभूमि तारातरा Kalu Singh Gangasara
🚩 मरूधर री रसधार 🚩
यूट्यूब चैनल प्रस्तुत करते हैं :-
"श्री मोहनाष्टक"
मोहन मठ वाला नाम रूपाला
भजे भूपाला नित माला
तपोभूमि तारातरा के महान तपस्वी, मालाणी के महादेव, प्रतिपल स्मरणीय, गुरुदेव श्री श्री 1008 श्री मोहन पूरी जी महाराज की महिमा ।
◆ रचना एवं स्वर - कालूसिंह जी गंगासरा
◆ एल्बम - तपोभूमि तारातरा
◆ संगीत निर्देशन एवं रेकॉर्डिंग - श्री किशोर जी भट्ट
( श्री नीलकंठ ऑडियो आर्ट, राजकोट, गुजरात )
◆ प्रस्तुति - मरूधर री रसधार【UA-cam CHANNEL】
आदि नारायण श्री हरि विष्णु पगल्या,कपालेश्वर भगवान शिव,आदि शक्ति हिंगलाज स्वरूपा मां वांकल के देवालय, भागीरथी समान पवित्र सूंईया धाम,पाण्डवों की तपोस्थली,संतो,सूरमाओं व महान् तपस्वियों की कर्मस्थली,सूराचन्द के शासक सोनगिरा चौहान राव हरपालदेव (राव हापा )के हापा कोट या हापा मेड़ी से सुशौभित,किसी जमाने में जिसका नाम चौथापुर पाटण नगरी था। रावळ मल्लिनाथ जी के वंशज खेतसिंहोत राठौड़ शाखा के जागीरदारों की नगरी, वर्तमान बाड़मेर जिले की सीमान्त तहसील चोहटन । जहाँ दसनामी साधु श्री डुँगरपुरी जी महाराज का प्राचीन मठ स्थापित है । जिन्हें डुंगरा परमेश्वरा के नाम से जाना जाता है।ऐसे महान् तत्वदृष्टी युग पुरूष श्री डूँगरपुरी जी महाराज विक्रम संवत 1792 में हुए तथ 71 वर्ष तक गादी पर रहे ।उनके शिष्य हुए हरदत्तपुरी जी, हरदत्तपुरी जी के शिष्य जुगतपुरी जी और जुगतपुरी जी के शिष्य श्री जेतपुरी जी जिन्होंने तारातरा मठ की स्थापना की । लगभग विक्रम संवत 1880 - 85 रहा होगा।
श्री जेतपुरी जी चोहटन से चलकर वर्तमान तारातरा के समीप एक पहाड़ की गुफा व एकान्त स्थान देख कर सधनारत हो ईश्वर भजन चिन्तन में लग गये । कहते है कि उक्त स्थान पर पहले कोई गोमऋषि नाम के महात्मा भजन साधन करते हुए शान्त हो गये थे। तो थोड़े समय बाद श्री जेतपुरी जी के चिन्तन में वे दृष्य रूप से आने लगे और बताया की "यह जगह तो मेरी है आप तो पिछले कई जन्मों की धूणी छोड़ी कर आये हो वह जगह कहीं और है और साथ ही उक्त स्थान के संकेत भी दिये । तब श्री जेतपुरी जी महाराज ने पूछताछ करके पता लगाया और जहाँ अब तारातरा मठ अवस्थित है वहाँ गाँव के गायों के बाड़े थे।व एक छोटा खेजड़ी का पेड़ था।गोमऋषि द्वारा मिले संकेतों के आधार पर स्वामी जी गाँव में पधारे व मौजिज लौगों की उपस्थिती में उस खेजड़ी के पेड़ से दस हाथ पश्चिम की ओर खुदाई करवाई तो वहाँ धूणी की राख, प्रज्वलित अग्नि,त्रिशूल,चिमटा,धूंपिया इत्यादी मिले।जो आज भी मौजूद है, अलौकिक चमत्त्कार देख कर मौजिज लौगों ने संत का सामेळा बधावा किया।तथा वहीं मठ की स्थापना की ।कालान्तर में तत्कालीन जागीरदारी राज व्यवस्था व दसनामी सन्यासी परम्परानुसार नगाड़ा,तुरही,झोळी के गाँव आदी प्रदान कर महंत गादी की पदवी दी गई।
श्री जेतपुरी जी महाराज से लेकर श्री श्यामपुरी जी,श्री विजयपुरी जी, श्री तेजपुरी जी, श्री धर्मपुरी जी,श्री मोहनपुरी जी तथा वर्तमान गादीपती श्री प्रताप पुरी जी महाराज सातवीं पीढी है।
श्री जेतपुरी जी महाराज के विषय में मेरे दादोसा स्वर्गीय हिंगोळसिंह जी चौहान ठिकाना गंगासरा ने काव्य रूप में इस प्रकार कहा है :-
"जैता जोगी आद जुग का,आज काल का नहीं।
लंका लूंटी रामचन्द्र जब,जैता जोगी वहीं॥
"तारातरे तपेसरी,गोरख जेहड़ो ज्ञान।
गल मीठी गुरूदेव री,शरण "हिंगोळो"मान॥
मठ की चौथी पीढी के महंत श्री तेज पुरी जी महाराज मेरे दादोसा के सद् गुरू थे। और तब से हमारे परिवार का लगाव इस पवित्र ऋषि आश्रम से है ।
गुरू महाराज श्री मोहनपुरी जी बताते थे कि "ठाकुर हिंगोळसिंह जी की उनके गुरू श्री तेजपुरी जी के प्रती इतनी श्रद्धा थी कि वे स्वामी जी के सदैव चरणों में ही विराजते थे। रात्री शयन के समय स्वामी जी के ढोलिए के नीचे दरी लेके सोते थे।भादवा व माघ सुदी बीज को सदैव तारातरा आकर गुरू के सानिध्य में उपवास खोलते थे।और अंत समय में भी जब श्री तेजपुरी जी महाराज भादवा की दूज को समाधिस्थ हुए तब प्रण करके गये की आने वाले माघ महिने की दूज को आप से आकर मिलुंगा । चलना तो साथ में था पर एक बाई के विवाह की जिम्मेदारी ली हुई है।और वही हुआ ,माघ सुदी दूज को बरात विदा करके गाँव के मौजीज लौगों को बुलाकर अपने प्रण के बारे में बताया और इस पार्थिव शरीर को छोड़ स्वधाम गये।"
महाराज श्री धर्मपुरी जी और श्री मोहन पुरी जी के बारे में यहाँ का जड़ चेतन तक परीचित है । मेहलू की घटना तो यही साबित करती है कि :-
"परमारथ रे कारणे संतन धारी देह।"
स्वंय ने इस नश्वर कलेवर को त्याग दिया पर भाविक जन को संकट से उबारा।
मालाणी के महादेव श्री मोहन पुरी जी,असल फकीरी व्याप्त,पुर्ण योगी,वचन सिद्ध,आभा मण्डल से प्रकाशित चेहरा,कभी बाल स्वभाव,तो कभी मौनी ध्यानी,कभी भयंकर उग्र,कोई थाह नहीं पा सका उस परम विभूती की।और ऐसे ही उनके विद्वान शिष्य स्वामी प्रतापपुरी जी जिन्हें स्वयं ही महंत गादी पे आसीन करके जीवनमुक्त होते हुए भी मुक्त होकर भादवा सुदी सप्तमी सोमवार संवत 2072 के दिन स्थूल शरीर का स्वेच्छा से परित्याग करते हुए समाधिस्थ हुए ।
इस वीडियो को लाइक, कमेंट, तथा शेयर करें ।
धन्यवाद || THANK YOU
#कालूसिंहगंगासरा #मरूधररीरसधार #तारातरा_धाम #श्रीमोहनपुरीजीबापजी #राजस्थानी_भजन #प्रताप_पुरी #mohanpuriji_taratara #Marudhar_ri_rasdhar #Kalusingh_gangasara #तपोभूमि_तारातरा #मालाणी #मालाणी_के_महादेव
#Taratara_dham #mohanpuriji #pratappuriji #Tapobhumi_taratara
#राजस्थानी_भजन #desibhajan
ALL COPYRIGHTS RESERVED BY ©MARUDHR RI RASDHAR/मरूधर री रसधार.
Copyright Disclaimer under Section 107 of the copyright act 1976, allowance is made for fair use for purposes such as criticism, comment, news reporting, scholarship, and research. Fair use is a use permitted by copyright statute that might otherwise be infringing. Non-profit, educational or personal use tips the balance in favour of fair use.
Переглядів: 561

Відео

Vayak Aaya Gurudev Ra वायक आया गुरुदेव रा | रानी रूपादेजी भजन | Superhit Bhajan Kalu Singh Gangasara
Переглядів 1 тис.День тому
🚩 मरूधर री रसधार 🚩 यूट्यूब चैनल प्रस्तुत करते हैं :- सुप्रसिद्ध भजन / SUPERHIT BHAJAN ◆ "वायक आया गुरुदेव रा, रूपादेजी जमले पधारों" Bhajan - "Vayak Aaya Gurudev Ra" ◆ स्वर - कालूसिंह जी गंगासरा Singer - Kalu Singh Gangasara ◆ संगीत निर्देशन एवं रेकॉर्डिंग - श्री किशोर जी भट्ट ( श्री नीलकंठ ऑडियो आर्ट, राजकोट, गुजरात ) ◆ प्रस्तुति - मरूधर री रसधार 【UA-cam CHANNEL】 विश्वविख्यात मालाणी धरा के महान...
नागणेची माताजी आरती Nagnechi Mataji Aarti | नमण करूं हे म्हारी मात नागणेचियाँ | Kalu Singh Gangasara
Переглядів 527 тис.2 місяці тому
🚩 "मरूधर री रसधार" 🚩 यूट्यूब चैनल प्रस्तुत करते हैं :- "नमण करूं हे म्हारी मात नागणेचियाँ" Naman Karu He Mhari Maat Nagnechiyan. Official music video Shree Nagnechi Mataji Aarti अखिल ईश्वरी क्षत्रिय राठौड़ राजवंश की कुलदेवी जगतजननी राजराजेश्वरी भगवती श्री नागणेचियां माताजी की आरती । Rathore RajVans Ki Kuldevi Jagatjanani Bhagwati Shree Nagnechiyan Mata Ji Ki Aarti ◆ रचना एवं स्वर - कालूसिंह जी ...
थार के निवासी अब जाग जाग तूं | रविंद्रसिंह भाटी Vote for Ravindra Singh Bhati | Kalu Singh Gangasara
Переглядів 5 тис.4 місяці тому
🚩 मरूधर री रसधार 🚩 यूट्यूब चैनल प्रस्तुत करते हैं :- ★ ओ थार के निवासी अब जाग जाग तूं, रविंद्र बनके आज वोट मांग मांग तूं । O Thar Ke Nivasi Ab Jaag Jaag Tu Ravindra Banke Aaj Vote Mang Mang Tu RAVINDRA SINGH BHATI SONG रविंद्र सिंह भाटी पर काव्यगीत ओ थार के निवासी अब जाग जाग तूं रविंद्र बनके आज वोट मांग मांग तूं । ◆ रचना एवं स्वर - कालू सिंह जी गंगासरा Lyricist and Singer - Kalu Singh Ji Gangas...
भाटी ने जीत दिलाणी हैं | MATDAN KARO, RAVINDRA SINGH BHATI NE JEET DILANI HAI | Kalu Singh Gangasara
Переглядів 11 тис.4 місяці тому
🚩 मरूधर री रसधार 🚩 यूट्यूब चैनल प्रस्तुत करते हैं :- ★ मतदान करो मेरे मीत, भाटी ने जीत दिलाणी हैं Matdan Karo Mere Meet Bhati Ne Jeet Dilani Hai RAVINDRA SINGH BHATI SONG रविंद्र सिंह भाटी पर काव्यगीत मतदान करो मेरे मीत रवि ने जीत दिलानी हैं भाटी ने विजय करानी है रचना एवं स्वर - कालू सिंह जी गंगासरा Lyricist and Singer - Kalu Singh Ji Gangasara ◆ प्रस्तुति - मरूधर री रसधार 【UA-cam CHANNEL】 MARU...
भाटी दिल्ली जावैला BHATI DELHI JAVELA | RAVINDRA SINGH BHATI रविंद्र सिंह भाटी | KaluSingh Gangasara
Переглядів 15 тис.4 місяці тому
🚩 मरूधर री रसधार 🚩 यूट्यूब चैनल प्रस्तुत करते हैं :- ★ भाटी दिल्ली जावेला BHATI DELHI JAVELA RAVINDRA SINGH BHATI SONG रविंद्र सिंह भाटी पर काव्यगीत 🌞लांठा रहेया🌞 जनता रो हैं प्यार, भाटी दिल्ली जावेला लांठा रहेया थे भाईङ़ां अवसर ऐङ़ो आवैला। दिल्ली तो बाढौंणै आवै भाटी दिल्ली जावैला॥ हां रविन्द्र दिल्ली जावैला॥ जनता रो है प्यार,भायां पायो जन आधार। मोटा दल दोनो मानीजै,नींद नहीं ले पावैला। साम दाम ...
जागो जागो सूरज उगो JAGO JAGO SURAJ UGO | RAVINDRA SINGH BHATI रविंद्र सिंह | Kalu Singh Gangasara
Переглядів 58 тис.4 місяці тому
🚩 मरूधर री रसधार 🚩 यूट्यूब चैनल प्रस्तुत करते हैं :- ★ जागो जागो सूरज उगो JAGO JAGO SURAJ UGO RAVINDRA SINGH BHATI SONG रविंद्र सिंह भाटी पर काव्यगीत सूरज ऊगो सूरज ऊगो। पछम धरा में सूरज ऊगो॥ अलबेलो इळ ऊपर ऊगो। भारत री भूमी पर ऊगो॥ राजस्थानी रण में ऊगो। मरूधर रे आंगण में ऊगो॥१ जन जन रो जोशीलो ऊगो। मन मेळु मौजीलो ऊगो॥ हीम्मत रो हठ्ठीलो ऊगो। टक्कर में टणकीलो ऊगो॥२ जागो जागो सूरज ऊगो। नभ में पूगो स...
पग घुंघरू बांध मीरा नाची Pag Ghunghru Bandh Meera Nachi, Rag Malkauns मालकौंस | Kalu Singh Gangasara
Переглядів 2,1 тис.6 місяців тому
🚩 मरूधर री रसधार 🚩 यूट्यूब चैनल प्रस्तुत करते हैं :- ★ सुप्रसिद्ध भजन - "पग घुंघरू बांध मीरां नाची" । Superhit Bhajan - Pag Ghungharoo Bandh Meera Nachi • राग - मालकौंस (Raag - Malkauns) ◆ भजन संध्या कार्यक्रम बाड़मेर Bhajan sandhya by Kalu Singh Gangasara ◆ भजन प्रस्तुति :- कालूसिंह जी गंगासरा Singer - Kalu Singh Gangasara भक्त शिरोमणि मीरा बाई जी की जीवनी एवं भजन Meera Bai ke Bhajan , meera b...
Hind Ki Rajputaniya | हिंद की राजपुतानियां | डिंगल छंद गायन | Kalu Singh Gangasara कालुसिंह गंगासरा
Переглядів 7546 місяців тому
🚩 मरूधर री रसधार 🚩 यूट्यूब चैनल प्रस्तुत करते हैं :- ★ डिंगळ री डणकार :- छंद गायन 1. મન મોર બની થનગાટ કરે ઘર ઘરર ઘરર મેઘઘટા ગગને ગગને ગરજાટ ભરે, ગુમરી ગુમરી ગરજાટ ભરે. નવે ધાન ભરી સારી સીમ ઝૂલે, નદીયું નવજોબન ભાન ભૂલે, નવ દીન કપોતની પાં ખૂલે મઘરા મઘરા મલકાઇને મેડક નેહસું નેહસું બાત કરે. ગગને ગગને ઘુમરાઇને પાગલ મેઘઘટા ગરજાટ ભરે. મન મોર બની… 2. હિંદ કી રજપૂતનીયાં 3. રંગભર સુંદર શ્યામ રમે સર સર પર...
आदि शंकराचार्य द्वारा शक्ति स्तवन | कुलदेवी की पूजा का महत्व Kuldevi Ki Pooja | Kalu Singh Gangasara
Переглядів 1,3 тис.9 місяців тому
आदि शंकराचार्य द्वारा शक्ति स्तवन | कुलदेवी की पूजा का महत्व Kuldevi Ki Pooja | Kalu Singh Gangasara
Nagnechi Mataji Aarti नागणेची माताजी आरती | नमन करूं हे म्हारी मात नागणेचियाँ | Kalu Singh Gangasara
Переглядів 35 тис.9 місяців тому
Nagnechi Mataji Aarti नागणेची माताजी आरती | नमन करूं हे म्हारी मात नागणेचियाँ | Kalu Singh Gangasara
Manvo Kyu Jane Re Amar Mhari Kaya | मनवो क्यूं जांणे रे | राणी रूपादे जी भजन | Kalu Singh Gangasara
Переглядів 9159 місяців тому
Manvo Kyu Jane Re Amar Mhari Kaya | मनवो क्यूं जांणे रे | राणी रूपादे जी भजन | Kalu Singh Gangasara
Jag Machhandar Gorakh Aaya जाग मछन्दर गोरख आया | Gorakhnath Bhajan गोरखनाथ जी | Kalu Singh Gangasara
Переглядів 7 тис.9 місяців тому
Jag Machhandar Gorakh Aaya जाग मछन्दर गोर आया | Gorakhnath Bhajan गोरखनाथ जी | Kalu Singh Gangasara
"देवियांण" | मां जगदम्बा की आराधना | Deviyaan | Dingal | Mahatma Ishardas Ji | Kalu Singh Gangasara
Переглядів 3 тис.10 місяців тому
"देवियांण" | मां जगदम्बा की आराधना | Deviyaan | Dingal | Mahatma Ishardas Ji | Kalu Singh Gangasara
Aavi Aavi Alakh Jagayo | "आवी आवी अलख जगायो" | प्रभाती भजन | Prabhati Bhajan | Kalu Singh Gangasara
Переглядів 95810 місяців тому
Aavi Aavi Alakh Jagayo | "आवी आवी अल जगायो" | प्रभाती भजन | Prabhati Bhajan | Kalu Singh Gangasara
Lavo Lelo Re Bhakti Ro | "लावो लेलो रे भक्ति रो" | Kalu Singh Ji Gangasara | Rajasthani Desi Bhajan
Переглядів 3,1 тис.10 місяців тому
Lavo Lelo Re Bhakti Ro | "लावो लेलो रे भक्ति रो" | Kalu Singh Ji Gangasara | Rajasthani Desi Bhajan
Japle Hari Ka Naam Manva | जपले हरि का नाम मनवा | Raag Bhupali Bhajan भूपाली | Kalu Singh Gangasara
Переглядів 1 тис.11 місяців тому
Japle Hari Ka Naam Manva | जपले हरि का नाम मनवा | Raag Bhupali Bhajan भूपाली | Kalu Singh Gangasara
Pyar Nahi Hai Sur Se Jisko प्यार नहीं हैं सुर से जिसको | Rag Malkauns मालकौंस | Kalu Singh Gangasara
Переглядів 4 тис.11 місяців тому
Pyar Nahi Hai Sur Se Jisko प्यार नहीं हैं सुर से जिसको | Rag Malkauns मालकौंस | Kalu Singh Gangasara
पाठ पधारो गणपति | Garwa Pathe Padharo Ganapati | Ganesh Stuti | गणेश वंदना | Kalu Singh Ji Gangasara
Переглядів 1,1 тис.11 місяців тому
पाठ पधारो गणपति | Garwa Pathe Padharo Ganapati | Ganesh Stuti | गणेश वंदना | Kalu Singh Ji Gangasara
HIYE KAYA MEIN | हिये काया में बर्तन माटी रो | RAAG DURGA | CLASSIC KABIR BHAJAN | कालुसिंह गंगासरा
Переглядів 2,4 тис.11 місяців тому
HIYE KAYA MEIN | हिये काया में बर्तन माटी रो | RAAG DURGA | CLASSIC KABIR BHAJAN | कालुसिंह गंगासरा
"कैलाश के निवासी" + "शिव तांडव" | कालुसिंह गंगासरा । Kailash Ke Nivasi + Shiv Tandav | Kalu Singh Ji
Переглядів 1,7 тис.Рік тому
"कैलाश के निवासी" "शिव तांडव" | कालुसिंह गंगासरा । Kailash Ke Nivasi Shiv Tandav | Kalu Singh Ji
नर ने नारी में गिरधर एक है | राणी रूपादे जी भजन | NAR NE NARI ME GIRDHAR EK HA | KALU SINGH गंगासरा
Переглядів 10 тис.Рік тому
नर ने नारी में गिरधर एक है | राणी रूपादे जी भजन | NAR NE NARI ME GIRDHAR EK HA | KALU SINGH गंगासरा
HELO MHARO SAMBHALO RANUJA NA RAY | हेलो म्हारो सांभळो रणुजा ना राय | RAMDEV JI | कालुसिंह गंगासरा
Переглядів 2,1 тис.Рік тому
HELO MHARO SAMBHALO RANUJA NA RAY | हेलो म्हारो सांभळो रणुजा ना राय | RAMDEV JI | कालुसिंह गंगासरा
गुरु जी से लगन कठिन मेरे भाई | कालुसिंह गंगासरा | GURU JI SE LAGAN KATHIN MERE BHAI | KABIRJI BHAJAN
Переглядів 2,7 тис.Рік тому
गुरु जी से लगन कठिन मेरे भाई | कालुसिंह गंगासरा | GURU JI SE LAGAN KATHIN MERE BHAI | KABIRJI BHAJAN
MONAKHO JANAM HEERO | मोनखो जनम हीरो हाथ नहीं आवै | KALU SINGH GANGASARA | NEW DESI SUPERHIT BHAJAN
Переглядів 5 тис.Рік тому
MONAKHO JANAM HEERO | मोनखो जनम हीरो हाथ नहीं आवै | KALU SINGH GANGASARA | NEW DESI SUPERHIT BHAJAN
MAJISA SADA AAP RAJI RAHIJO | माजीसा सदा आप राजी रहिजो | क्षमा प्रार्थना | LYRICS | कालूसिंह गंगासरा
Переглядів 50 тис.Рік тому
MAJISA SADA AAP RAJI RAHIJO | माजीसा सदा आप राजी रहिजो | क्षमा प्रार्थना | LYRICS | कालूसिंह गंगासरा
श्री रावल मल्लीनाथ जी की सम्पूर्ण आरती | SHREE RAWAL MALLINATH JI KI AARTI | कालू सिंह जी गंगासरा
Переглядів 60 тис.Рік тому
श्री रावल मल्लीनाथ जी की सम्पूर्ण आरती | SHREE RAWAL MALLINATH JI KI AARTI | कालू सिंह जी गंगासरा
संत शिरोमणि श्री राणी रूपादे जी की सम्पूर्ण आरती | SHREE RANI RUPADE JI KI AARTI | कालू सिंह गंगासरा
Переглядів 83 тис.Рік тому
संत शिरोमणि श्री राणी रूपादे जी की सम्पूर्ण आरती | SHREE RANI RUPADE JI KI AARTI | कालू सिंह गंगासरा
"मैं थाने पूछूँ , म्हारी भोली आतमा" | संत शिरोमणि राणी रूपादे जी रचित भजन | कालूसिंह जी गंगासरा |
Переглядів 10 тис.Рік тому
"मैं थाने पूछूँ , म्हारी भोली आतमा" | संत शिरोमणि राणी रूपादे जी रचित भजन | कालूसिंह जी गंगासरा |
SHREE JASOL MAJISA JI KI AARTI | आराधे पधारो मैया | श्री राणी भटियाणी जी की आरती | कालूसिंह गंगासरा
Переглядів 335 тис.2 роки тому
SHREE JASOL MAJISA JI KI AARTI | आराधे पधारो मैया | श्री राणी भटियाणी जी की आरती | कालूसिंह गंगासरा